प्रदेश भर में आग बुझाने वाले सिलिंडरों को रिफिल करने के नाम पर लाखों की लूट कंपनियां कर रही हैं। आग बुझाने के सिलिंडरों की एक्सपायरी डेट को लेकर सिलिंडर भरने वाली कंपनियां उपभोक्ताओं को गुमराह कर यह लूट कर रही हैं।
जबकि हकीकत में न तो गैस एक्सपायर होती है और न ही केमिकल में कोई खराबी आती है। बावजूद सरकारी इमारतों सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लगने वाले आग बुझाने के सिलिंडरों पर एक वर्ष की एक्सपायरी डेट अंकित की जा रही है।
आग बुझाने वाले सिलिंडरों में भरी जाने वाली कार्बन डाइआक्साइड गैस और केमिकल एक्सपायर नहीं होता है, बल्कि इसकी सिर्फ मात्रा ही कुछ हद तक कम होती है। ऐसे में सिलिंडर रिफिल करने वाली कंपनियां हर वर्ष इन सिलिंडरों पर एक्सपायरी तिथि का लेबल चस्पां कर रही हैं।
आग बुझाने में काम आती है कार्बन डाई आक्साइड
| Updated: 26 Apr 2011, 4:00 am
कार्बन डाई आक्साइड गैस बिजली, कंप्यूटर से लगने वाली आग को बुझाने में मददगार होती है। आग 3 चीजों पर निर्भर करती है एक तो जहां आग लगी है, वह मैटीरियल...
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