दोस्तों इस पोस्ट में मैंने आदि मानव काल से जितने भी महत्वपूर्ण प्रश्न हैं उनसभी को मैंने बताया है | 1). मनुष्य इस धरती पर कब से है ? 2). ज्ञानी मानव का प्रवेश इस धरती पर कब हुआ ? 3). मनुष्य की सभ्यता का प्रारंभिक काल किस युग को माना जाता है ? 5). खाद्य संग्राहक के रूप में कौन सा काल जाना जाता है ? 6). पूर्व पाषाण काल मे मनुष्य कहाँ रहते थे ? 7). आग किस काल की देन है ? 8). आदि मानव ने सबसे पहले क्या सीख ? 9). आदि मानव ने सर्वप्रथम किस पशु को पालतू बनाया ? 10). आदि मानव की सबसे महत्वपूर्ण खोज क्या थी ? 11). महाराष्ट्र के बोरी नामक स्थान पर मिले अवशेष किस काल के हैं ? 12). पूर्व पाषाण काल मे उपयोग में आने वाले बर्तन किस चीज के होते थे ? 14). मध्यपाषाण काल मे प्रयुक्त होने वाले बर्तन किस चीज के होते थे ? 15). मनुष्य ने किसी एक स्थान पर स्थायी रूप से निवास करना किस युग से सीखा ? 16). वस्त्र बुनने की कला किस
युग मे शुरू हुई ? 17). नवीन पाषाण युग मे किस प्रकार के औजार उपयोग में आते थे ? 18). कृषि का आविष्कार एवम चाक का आविष्कार किस युग मे हुआ ? 19). भारत के किस भाग में कृषि कार्य का पहला साक्ष्य मिलता है ? 20). फसल काटने के औजार किस काल मे बनाये गए ? 21).
सर्वप्रथम किस धातु की खोज हुई ? 22). भारत के किस भाग से तांबा या कांसे की कुल्हाड़ियां मिली हैं ? 23). सर्वप्रथम किस धातु की खोज हुई ? 24). तांबा की खोज के बाद किस धातु की खोज हुई ? 25). धातु युग मे स्त्रियां किस धातु की आभूषण पहनती थी ? 27). भारत की प्राचीन भाषाएँ कौन सी है ? 28). संसार का प्राचीन इतिहास किस भाषाओं में लिखा गया है ? 29). प्राचीन यूरोप में पुस्तके किन भाषाओं में लिखी जाती थी ? 30). प्राचीन पश्चिमी एशिया की पुस्तकें किस भाषा मे लिखी जाती थी ? 31). प्राचीन चीन की पुस्तके किन भाषाओं में लिखी जाती थी ? 32). प्राचीन काल के अवशेषों का संग्रह एवम अध्यन किस विभाग द्वारा किया जाता था ? 33). प्राचीन काल मे पत्थर या धातु के पात्रों पर जो लेख खोदे जाते थे उसे क्या कहा जाता है ? 35). शासक खारवेल के शासन काल का इतिहास जानने का एकमात्र स्रोत क्या है ? 36). भारत पर ईरानियों की अधिकार की पुष्टि ईरान के किस अभिलेख से होती है ? 37). पश्चिम एशिया के
किस अभिलेख से प्राचीन भारत के इतिहास की जानकारी मिलती है ? भारत में आदि मानव प्रस्तर युग: ۞ इतिहास के जिस काल की जानकारी के लिए लिखित साधन का अभाव है तथा मानव असभ्य जीवन जी रहा था उसे ‘प्रागैतिहासिक काल’ कहा जाता है। ۞ जिस काल की जानकारी के लिए लिखित साधन तो उपलब्ध है परन्तु उसे पढ़ा नहीं जा सका है उसे ‘आद्य इतिहास’ कहा जाता है। हड़प्पा सभ्यता आद्य इतिहास काल है। ۞ इतिहास की जिस काल की जानकारी के स्रोत के रूप में लिखित साधन उपलब्ध है उसे ‘ऐतिहासक काल’कहते हैं। ۞ मानव का अस्तित्व पृथ्वी पर अतिनूतन काल के आरम्भ में हुआ। ۞ गर्त आवास का साक्ष्य गुफ्फकरल, बुर्जहोम तथा नागर्जुनकोंडा से मिला है। ۞ बेलन घाटी क्षेत्र पुरापाषाण काल के तीनों चरण से जुड़ा है। ۞ भीमबेटका से गुफा चित्रकारी के साक्ष्य मिले हैं। ۞ मध्य प्रदेश के आदमगढ़ तथा राजस्थान के बागोर से पशुपालन के सबसे पुराने साक्ष्य मिलते हैं। ۞ मेहरगढ़ से सर्वप्रथम कृषि का साक्ष्य मिला है। ۞ नवपाषाण युग के हड्डी के हथियार बिहार के चिरांद नामक स्थान से प्राप्त हुए है। ۞ इलाहाबाद के ‘कोल्डीहवा’ स्थान से चावल की खेती के प्राचीनतम साक्ष्य मिले हैं। ۞ गर्त चूल्हे का प्राचीन साक्ष्य लंघनाज तथा सरायनाहर राय से मिला है। ۞ मुपगल तथा काडैकल से राख का टीला मिला है। ۞ मृदभांड निर्माण का प्राचीनतम साक्ष्म चैपानी मांडो से मिला है। ۞ मनुष्य के साथ पालतू पशु को दफनाने का साक्ष्य बुर्जहोम से मिला है। हड़प्पा संस्कृति ۞ हड़प्पा सभ्यता का नामकरण हड़प्पा स्थल के नाम से किया गया क्योंकि यहां से सबसे पहले इस सभ्यता से संबंधित सामग्री मिलती है। ۞ हड़प्पा सभ्यता कांस्ययुगीन सभ्यता है। ۞ हड़प्पा सभ्यता का पूरा क्षेत्रफल लगभग 1,22,99,600 वर्ग किमी. है। ۞ हड़प्पा सभ्यता के अंतर्गत पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान, अफगानिस्तान, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भाग आते हैं। ۞ हड़प्पा सभ्यता का आकार त्रिभुजाकार था। ۞ इस सभ्यता का काल निर्धारण एक विवादास्पद विषय रहा है। रेडियो कार्बन तिथि के अनुसार हड़प्पा सभ्यता का सर्वमान्य काल 2300-1750 ई. पू. को माना जाता है। ۞ इस सभ्यता का विकसित अथवा परिपक्व चरण 2500-2200 ई.पू. को माना जाता है। ۞ जॉन मार्शल ‘सिंधु सभ्यता’ नाम का प्रयोग करने वाले पहले पुरातत्वविद् थे। ۞ मार्टिमर व्हीलर के अनुसार हड़प्पा सभ्यता की प्रेरणा मेसोपोटामिया से प्राप्त हुई थी। ۞ गार्डन चाइल्ड इस सभ्यता के निर्माण सुमेरियन को मानते हैं। ۞ अमलानन्द घोष ने ‘सोथी संस्कृति’ का हड़प्पा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान माना है। ۞ राखलदास बनर्जी ने द्रविड़ों को इस सभ्यता का निर्माता माना है। ۞ एलचिंसन ने पूर्व हड़प्पा कालीन संस्कृति के बीच क्रमबद्धता पर जोर दिया है। ۞ हड़प्पा संस्कृति की जनसंख्या चार विभिन्न प्रजातीय समूहों- प्रोटो-आस्ट्रेलाइड, भूमध्यसागरीय, अल्पाइन और मंगोलीय से संबंधित थे। ۞ मोहनजोदड़ों की बहुसंख्यक जनता भूमध्यसागरीय प्रजाति की थी। आदिमानवों के इतिहास की जानकारी के स्रोत क्या हैं?मानव अपने अतीत के सम्बन्ध में जिज्ञासु रहा है। अपने निवास स्थलों के समीप निर्मित भवनों दुर्गों, मंदिरों, तालाबों एवं बावड़ियों आदि पुरातात्विक सामग्री के अवशेषों से वह अपनी प्राचीनता का अनुमान लगाता है। इतिहास के अध्ययन से हमें मानव के क्रमिक विकास की जानकारी मिलती है।
आदि मानव कब हुआ था?आदिमानव का इतिहास Aadimanav History In Hindi मानव का इतिहास करीब चालीस हजार लाख साल पुराना हैं. जब हमारी पृथ्वी की उत्पत्ति हुई तब से ही मानव यहाँ रहता आया हैं. हाल के के अनुसंधानों से यह जाहिर हो चूका है कि करोड़ों वर्ष पूर्व पृथ्वी अस्तित्व में आई तथा लगभग 40 हजार लाख वर्ष पहले आदिमानव का जन्म हुआ था.
आदि मानव का विकास काल कौन सा माना जाता है?Ans. पूर्व पाषाण काल। 6). पूर्व पाषाण काल मे मनुष्य कहाँ रहते थे ?
आदि मानव का जन्म कब और कहां हुआ था?अभी तक की खोज के अनुसार होमो सेपियन्स का उद्धव 2 लाख साल पहले पूर्वी अफ्रीका का माना जाता रहा है, लेकिन नई खोज के मुताबिक 3 लाख साल पहले ही होमो सेपिन्यस के उत्तर अफ्रीका में विकास के सबूत मौजूद है।
|