भारत के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र कौन से हैं? - bhaarat ke pramukh audyogik kshetr kaun se hain?

क्रमांकस्थानराज्यमहत्व 1 कोरबा छत्तीसगढ़ कोयला, विद्युत तथा एलुमिनियम 2 रायपुर छत्तीसगढ़ इस्पात, लौह अयस्क, प्लाईवुड, कागज, विद्युत उत्पादन, सीमेन्ट, कृषि 3 भिलाई छत्तीसगढ़ लोहा और इस्पात, विद्युत उत्पादन, सीमेन्ट, रासायनिक उद्योग, हल्के एवं भारी उद्योग, रेलवे मार्शलिंग यार्ड, विनिर्माण एवं मशीनिंग, इलेक्ट्रॉनिकी एवं विद्युत सम्बन्धी कार्य 4 भिवंडी महाराष्ट्र वस्त्र, लॉजिस्टिक्स, लघु एवं मध्यम उद्योग 5 विजयवाड़ा आन्ध्र प्रदेश वाहनों के अवयव (पार्ट्स) 6 फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश काच एवं चूडियों का कार्य 7 पन्ना मध्य प्रदेश हीरा उद्योग 8 पानीपत हरियाणा वस्त्रोद्योग 9 Channapatna Karnataka Wooden toys and 11 वाराणसी उत्तर प्रदेश हेण्डलूम 12 मुरादाबाद Uttar Pradesh Handicrafts 13 बरेली Uttar Pradesh हस्तशिल्प, फर्नीचर निर्माण 14 जमशेदपुर Jharkhand लोहा और इस्पात, Auto parts 15 भागलपुर Bihar Silks 16 तिरुपुर Tamil Nadu Textiles and garments 17 राजमुंदरी Andhra Pradesh Textiles, Paper, oil and gas 18 बोकारो स्पात नगर Jharkhand Steel and Coal 19 कोलकाता West Bengal Various 20 दुर्गापुर West Bengal Iron and Steel, Power, Cement, Chemicals, Heavy engineering 21 खडगपुर West Bengal Chemicals, machinery, heavy metals, Automobiles, Railways, Cement 22 हल्दिया West Bengal Petrochemical, refinery, Industrial chemicals 23 इन्दौर Madhya Pradesh garment industries 24 पीथमपुर Madhya Pradesh auto cluster, medicine, cotton yarn, auto testing treck 25 Belagavi Karnataka Hydraulics, Heavy tools, Automotive exports, Aerospace, Foundry exports, Tyres, Aluminum works, Handloom and powerloom works, Heavy Forging 26 डिब्रूगढ़ Assam Tea industries 27 नोयडा Uttar Pradesh Software 28 कन्नूर Kerala Hand-loom Exports 29 सलेम Tamil Nadu Pig Iron, Steel and Malleable Iron 30 शिवकाशी Tamil Nadu Safety Matches, Fireworks, Printing and Packaging 31 कानपुर Uttar Pradesh Leather, Chemical, Fertilizers, Iron and Steel, Detergents, Food processing Units, Aerospace, Textiles, Footwear, Electronics, Power, Automobiles, 32 राजकोट Gujarat Auto-components, Casting and Forgings, Jewelry and Agri machines 33 कोच्चि Kerala Oil refining, Petrochemicals, Ship building, Information Technology, Electronics, Chemicals, Spices, Seafood 34 पीन्या Karnataka Various 35 सूरत Gujarat Textiles, Diamond 36 राउरकेला Orissa Steel and Fertilizer 37 विशाखापत्तनम Andhra Pradesh Steel, Ship Building, Pharmaceutical, Fertilisers, Coffee, Fishing, Petrochemical, Refinery 38 अंगुल Orissa Coal, Aluminium and Electricity (Coal and Water) 39 रुद्रपुर उत्तराखण्ड वाहन, FMCG, औषधि, रसायन 40 अहमदाबाद Gujarat Automobile, Engineering, Pharmaceutical, Chemicals 41 गांधीनगर Gujarat Electronics, Laser 42 जामनगर Gujarat Brass Parts, Brass Item Manufacturing 43 वडोदरा Gujarat Transformer, electric parts, Power, oil unit 44 भरुच Gujarat Petroleum, Petrochemicals, Pharmaceutical, Chemicals, Fertilizer, Metal Fabrication, Ship Building 45 लुधियाना Punjab Bicycle Manufacturing, Bicycle parts, Metal Fabrication, machine parts, auto parts, household appliances, hosiery, apparel and garments. 46 पिंपरी-चिंचवाड़ Maharashtra Automobile, Carplants, Factories etc 47 मुम्बई Maharashtra Automobiles, Electronics, Entertainment, Finance, Logistics, textiles 48 बंगलुरु Karnataka Biotechnology, Electronics City, Information technology, Silicon Valley of India 49 त्रिवेन्द्रम Kerala Aerospace, Biotechnology, Information technology 50 गजरौला Uttar Pradesh Chemical, Food Processing Units, Drugs, Fertilisers, FMCG 51 उन्नाव Uttar Pradesh Chemical, Food Processing Units, Leather, Meat processing units, Quilt manufacturing units, Electronics 52 श्री सिटी Andhra Pradesh Automotive, Chemicals, Cosmetics, Packaging and labeling, Consumer Products, Plastics, Electrical Components. 53 मारगाव Goa Electricals, Ice Creams, Pharmaceuticals 54 दार्जीलिंग पश्चिम बंगाल चाय उद्योग

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भारत में कुल-8 मुख्य औद्योगिक प्रदेश है-

  1. मुंबई-पुणे प्रदेश
  2. हुगली प्रदेश
  3. बंगलौर-तमिलनाडु प्रदेश
  4. गुजरात प्रदेश
  5. छोटानागपुर प्रदेश
  6. विशाखापट्‌नम- गुंटूर प्रदेश
  7. गुड़गाँव-दिल्ली-मेरठ
  8. कोलम-तिरुवनंतपुरम प्रदेश

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  • भारत के औद्योगिक क्षेत्र

भारत के औद्योगिक प्रदेश

  • उद्योगों की स्थापना को निर्धारित करने वाले कारक, जैसे-कच्चा माल, ऊर्जा आपूर्ति, परिवहन, श्रम, बाजार, ऐतिहासिक-व्यापारिक एवं विनिर्माण महत्त्व आदि के संबंध में संपूर्ण देश में समरूपता न होने के कारण उद्योगों की प्रकृति के अनुसार देश में उद्योगों की स्थापना में भी भारी असमानता रही है अर्थात् औद्योगिक वितरण बेहद असमान रहा है ।
  • उद्योग-विशेष की प्रमुख मांग के अनुसार देश में विभिन्न औद्योगिक प्रदेशों का विकास हुआ । भिन्न-भिन्न औद्योगिक प्रदेशों के विकास में एक या अधिक कारकों की प्रमुखता रही एवं अन्य कारक गौण रहे हैं । भारत के औद्योगिक प्रदेशों को 8 प्रमुख एवं 13 लघु औद्योगिक प्रदेशों में विभाजित किया गया है ।

8 प्रमुख औद्योगिक प्रदेश निम्नलिखित हैं-

मुंबई-पुणे औद्योगिक प्रदेश

  • मुंबई में सूती वस्त्र उद्योग की स्थापना एवं औपनिवेशिक काल से व्यापारिक महत्त्व के चलते इस प्रदेश का विकास हुआ ।
  • निकटवर्ती क्षेत्रों से कच्चे माल के रूप में कपास की प्राप्ति, औपनिवेशिक काल से व्यापारिक नगरीय स्थिति, वर्ष 1869 में स्वेज़ नहर के विकास के कारण यूरोप से व्यापार की सुगमता, श्रम की उपलब्धता एवं बाद के काल में पश्चिमी घाट में जलविद्युत उत्पादित ऊर्जा आपूर्ति से इस औद्योगिक प्रदेश का तीव्रता से विकास हुआ ।
  • मुंबई हाई में पेट्रोलियम की खोज एवं उत्खनन के कारण औद्योगिकीय विविधता एवं मजबूती आई, जिसके कारण पेट्रो-रसायन उद्योग, प्लास्टिक, उर्वरक आदि अन्य उद्योग भी यहाँ विकसित हुए ।
  • यह औद्योगिक प्रदेश मुख्यत: मुंबई-ठाणे से पुणे तथा नासिक व शोलापुर जिलों तक विस्तृत है जबकि गौणत: रायगढ़, अहमदनगर, सतारा, सांगली, जलगाँव आदि जिलों तक फैला हुआ है ।

कोलकाता-हुगली औद्योगिक प्रदेश

  • यह औद्योगिक प्रदेश गंगा नदी की वितरिका हुगली नदी के किनारे पश्चिम बंगाल राज्य में विकसित हुआ है । कोलकाता-हावड़ा का क्षेत्र इस औद्योगिक प्रदेश के केंद्र में है
  • हुगली नदी से सस्ता जल परिवहन, औद्योगिक जल आवश्यकता की पूर्ति, कोलकाता के औपनिवेशिक काल में भारत की राजधानी रहने व धीरे-धीरे दूर तक के अन्य क्षेत्रों से सड़क व रेलवे मार्ग से जुड़ने कच्चे माल के रूप में आस - पास के क्षेत्रों, जैसे-पूर्वी बंगाल से जूट, छोटानागपुर से लौह अयस्क, दामोदर घाटी से कोयला आदि की आपूर्ति, बिहार, उत्तर प्रदेश व अन्य घने बसे क्षेत्रों से सस्ते श्रम की आपूर्ति आदि ने इस प्रदेश के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
  • वर्तमान में यहाँ के उद्योगों में जूट के अलावा सूती वस्त्र, कागज, इंजीनियरिंग, विद्युत, रसायन, दवा, उर्वरक, पेट्रो-रसायन आदि प्रमुख हैं ।
  • कोलकाता के एक अंतर्राष्ट्रीय पत्तन होने एवं अन्य आधारभूत  सुविधाओं के चलते इस प्रदेश के उत्पादित माल को वृहद् राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध होता है ।
  • उत्तर में बंसबेरिया से लेकर दक्षिण में बिड़लानगर तक यह प्रदेश 100 किमी. से अधिक विस्तृत है । कोलकाता व हावड़ा के अलावा हल्दिया, सेरामपुर, रिशरा, शिवपुर, नैहाटी, गुरियह, श्यामनगर, टीटागढ़ सौदेपुर, बजबज, त्रिवेणी, हुगली, बेलूर आदि इस प्रदेश के अन्य प्रमुख औद्योगिक केंद्र हैं ।

बंगलूरू-चेन्नई औद्योगिक प्रदेश

  • इस औद्योगिक क्षेत्र का विकास कपास उत्पादन क्षेत्र में होने के कारण सूती वस्त्र उद्योग की स्थापना से शुरू हुआ था । वर्तमान में यह प्रदेश बंगलूरू के देश की सॉफ्टवेयर राजधानी के रूप में विकसित होने से बेहद तीव्र गति से विकसित हुआ है ।
  • इस औद्योगिक प्रदेश में परंपरागत सूती वस्त्र एवं हथकरघा उद्योग के अलावा, रेल के डिब्बे, डीजल इंजन, रेडियो, हल्के व भारी इंजीनियरिंग उपकरण, टायर, शक्कर, सीमेंट, चमड़ा से लेकर वायुयान एवं सॉफ्टवेयर उद्योगों का विकास हुआ है ।

गुजरात औद्योगिक प्रदेश

  • इस औद्योगिक प्रदेश का भी शुरुआती विकास 19वीं सदी में यहाँ सूती वस्त्र उद्योग की स्थापना के चलते हुआ ऐसा इसके पृष्ठ प्रदेश  के कपास उत्पादक होने के कारण हुआ ।
  • तेल भंडारों की खोज एवं परिशोधनशालाएँ स्थापित करने से उद्योगों का विविधीकरण हुआ तथा औद्योगिक प्रदेश लगातार विस्तृत भी हुआ है ।
  • विभाजन के बाद पाकिस्तान में रह गए कराची पत्तन की कमी को पूरा करने हेतु कांडला पत्तन के विकास ने भी इस औद्योगिक प्रदेश को मजबूती प्रदान की ।
  • कोयली एवं जामनगर में पेट्रोलियम परिशोधनशालाएँ स्थापित होने के कारण पेट्रो रसायन एवं अन्य संबद्ध उद्योगों, जैसे-प्लास्टिक, रंग-रोगन आदि का भी विकास हुआ ।
  •  इस प्रदेश का केंद्र अहमदाबाद से वड़ोदरा के मध्य है जबकि यह भरूच, कोयली, आणद, खेड़ा, सुरेंद्रनगर, जामनगर, वलसाड, सूरत, राजकोट आदि क्षेत्रों तक विस्तृत है ।

छोटानागपुर औद्योगिक प्रदेश

  • इस औद्योगिक प्रदेश का विकास इसके पृष्ठ प्रदेश में विस्तृत रूप से उपस्थित कोयला व लौह अयस्क के भंडार के कारण हुआ ।  इन्हीं क्षेत्रों से प्राप्त सस्ता श्रम भी इनमें सहायक है ।
  • दामोदर घाटी से कोयला एवं झारखंड तथा ओडिशा के उत्तरी क्षेत्र से लौह अयस्क एवं अन्य    धात्विक-अधात्विक खनिजों की प्राप्ति के चलते लौह-इस्पात एवं अन्य भारी उद्योगों का यहाँ काफी विकास हुआ है । जमशेदपुर, बर्नपुर, कुल्टी, बोकारो व राउरकेला में बड़े एकीकृत लौह-इस्पात संयंत्र स्थापित हुए हैं ।
  • यह प्रदेश पश्चिम बंगाल के पश्चिमी भाग, ओडिशा के उत्तरी भाग एवं झारखंड राज्य में विस्तृत है । राँची, धनबाद, चाईबासा, सिंदरी, हजारीबाग, बोकारो, राउरकेला, दुर्गापुर, आसनसोल, डालमियानगर आदि इसके प्रमुख औद्योगिक केंद्र हैं ।  

विशाखापत्तनम-गुंटूर औद्योगिक प्रदेश

  • इस औद्योगिक प्रदेश का विकास इसके पृष्ठ प्रदेश में खनिजों के भंडारों, जैसे-गोदावरी बेसिन में कोयला, कृषि क्षेत्र के कारण कृषिगत आगतों की प्राप्ति एवं विस्तृत तट रेखा पर विशाखापत्तनम एवं मछलीपत्तनम जैसे पत्तनों के साथ ही सस्ते श्रम एवं बाजार की उपस्थिति आदि मिश्रित कारकों की वजह से हुआ है । 
  • कच्चे तेल का आयात कर उसके परिशोधन ने भी पेट्रो-रसायन समेत  संबद्ध उद्योगों की स्थापना में योगदान दिया है ।
  • वर्तमान आंध्र प्रदेश राज्य में विस्तृत इस प्रदेश में विशाखापत्तनम, विजयनगर, राजमुंद्री, विजयवाड़ा, गुंटूर, कुर्नूल, एलुरू आदि महत्त्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र हैं ।

गुरुग्राम-दिल्ली-मेरठ औद्योगिक प्रदेश

  • इस औद्योगिक प्रदेश के विकास में सबसे महत्त्वपूर्ण कारक बाजार रहा है, अन्य कारकों में श्रम के अलावा भाखड़ा-नागल से प्राप्त जलविद्युत शक्ति तथा पानीपत, फरीदाबाद से प्राप्त ताप विद्युत शक्ति महत्त्वूपर्ण है ।
  • खनिज एवं ऊर्जा संसाधनों के भंडार वाले क्षेत्रों से काफी दूर होने के कारण इस प्रदेश में विशाल एवं भारी विनिर्माण के संयंत्रों की स्थापना नगण्य है । यहाँ छोटे-छोटे एवं क्लस्टर रूपी उद्यम स्थापित हुए हैं, जो कि परिवहन प्रेरित भी हैं ।
  • राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से चमड़े की प्राप्ति से आगरा-मथुरा में चमड़ा उद्योग, हजीरा-विजयपुर-जगदीशपुर (HVJ) पाइपलाइन से मथुरा रिफाइनरी को कच्चे तेल की आपूर्ति से यहाँ पेट्रो-रसायन एवं उससे संबद्ध उद्योग;  इसके अलावा शक्कर, सीमेंट, सूती, ऊनी वस्त्र, हॉजरी, कृषि उपकरण, वनस्पति घी व खाद्य प्रसंस्करण, ट्रैक्टर, साइकिल, शीशा आदि इस प्रदेश के प्रमुख उद्योग हैं

कोल्लम-तिरुवनंतपुरम औद्योगिक प्रदेश

  • केरल राज्य में विकसित यह औद्योगिक प्रदेश बागानी कृषि से प्राप्त आगतों, घने जनसंख्या बसाव के कारण बाजार कारकों एवं तटीय अवस्थिति के कारण व्यापारिक सुविधाओं से प्रेरित है ।
  • कोयला क्षेत्रों से दूर होने के कारण ऊर्जा आपूर्ति यहाँ के जलविद्युत संयंत्रों द्वारा होती है ।
  • लौह अयस्क व अन्य प्रमुख खनिज क्षेत्रों से दूर होने के कारण यहाँ  भारी उद्योगों का विकास नहीं हो पाया है ।
  • कोच्चि में पेट्रोलियम रिफाइनरी के कारण यहाँ पेट्रो-रसायन एवं संबद्ध उद्योगों के विकास एवं चक्रीय आर्थिक प्रभावों से उपभोक्ता कारकों का प्रसार हुआ है ।
  • कोल्लम, तिरुवनंतपुरम, अलुवा, एर्नाकुलम, कोच्चि, अलप्पुझा, पुनालूर आदि यहाँ के प्रमुख औद्योगिक केंद्र हैं । 

लघु औद्योगिक प्रदेश

  • अंबाला-अमृतसर (पंजाब)
  • सहारनपुर-मुजफ्फरनगर-बिजनौर (उत्तर प्रदेश)
  • इंदौर-देवास-उज्जैन (मध्य प्रदेश)
  • जयपुर-अलवर (राजस्थान)
  • कोल्हापुर-दक्षिणी कन्नड़ (महाराष्ट्र, कर्नाटक)
  • उत्तरी मालाबार-(केरल)
  • मध्य मालाबार-(केरल)
  • आदिलाबाद-निजामाबाद-(तेलंगाना)
  • इलाहाबाद-वाराणसी-मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
  • भोजपुर-मुंगेर (बिहार)
  • दुर्ग-रायपुर (छत्तीसगढ़)
  • बिलासपुर-कोरबा (छत्तीसगढ़)
  • ब्रह्मपुत्र घाटी (असम)

औद्योगिक गलियारे (Industrial Corridor)

  • देश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने हेतु एवं इसके अंतर्गत विनिर्माण क्षेत्र पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करने के लिये भारत सरकार द्वारा औद्योगिक गलियारों को विकसित करने की योजना है ।
  • इसके तहत आधारभूत सुविधाओं के विकास में विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिसके लिये माल ढुलाई हेतु 'डेडिकेटेड फ्रंट कॉरिडोर' (अलग रेलवे लाइन) का विकास किया जाना महत्त्वपूर्ण है।
  • इन गलियारों के साथ ही 'स्मार्ट औद्योगिक नगर' भी विकसित किये जाएंगे ।
  • सके अंतर्गत निम्नलिखित औद्योगिक गलियारों को विकसित किया जाएगा-
    • दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा (DMIC)
    • अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारा (AKIC)
    • बंगलूरू-मुंबई आर्थिक गलियारा (BMEC)
    • चेन्नई-बंगलूरू औद्योगिक गलियारा (CBIC)
    • पूर्वी तट आर्थिक गलियारा (ECEC)

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भारत में कितने औद्योगिक क्षेत्र हैं?

भारत के औद्योगिक प्रदेशों को 8 प्रमुख एवं 13 लघु औद्योगिक प्रदेशों में विभाजित किया गया है ।

भारत का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र कौन सा है?

दिल्ली एनसीआर को सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र कहा जा सकता है जिसमें फरीदाबाद, गुड़गांव, नोएडा,अलवर जैसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र आते हैं।

भारत के प्रमुख औद्योगिक प्रदेश कौन कौन से हैं?

भारत के औद्योगिक क्षेत्र.
मुंबई-पुणे प्रदेश.
हुगली प्रदेश.
बंगलौर-तमिलनाडु प्रदेश.
गुजरात प्रदेश.
छोटानागपुर प्रदेश.
विशाखापट्‌नम- गुंटूर प्रदेश.
गुड़गाँव-दिल्ली-मेरठ.
कोलम-तिरुवनंतपुरम प्रदेश.

भारत का सबसे पुराना औद्योगिक क्षेत्र कौन सा है?

(1) हुगली औद्योगिक प्रदेश :.
यह भारत का सर्वाधिक पुराना औद्योगिक प्रदेश है। ... .
हुगली औद्योगिक प्रदेश के विकास के कारण निम्नलिखित है।.
उपरोक्त कारणों से हुगली औद्योगिक प्रदेश का विकास तीव्र से हुआ व यहां विविध प्रकार के उद्योग विकसित हुए।.

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