विषयसूची
- 1 खाद्य सुरक्षा किसे कहते हैं भारत में खाद्य सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाती है स्पष्ट कीजिए?
- 2 खाद्य कानून क्या है?
- 3 खाद्य सुरक्षा के कितने आयाम होते हैं स्पष्ट कीजिए?
- 4 खाद्य योजना की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
- 5 खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कौन सी प्रणाली सरकार द्वारा अपनाई गयी है?
- 6 भारत में कौन से राज्य खाद्य असुरक्षा से अधिक ग्रस्त है?
- 7 खाद्य सुरक्षा से आप क्या समझते हैं भारत में खाद्य सुरक्षा बढ़ाने के उपाय?
- 8 राशन कार्ड में गेहूं कैसे चालू करें?
- 9 भारत में खाद्य संकट के क्या परिणाम हुए थे?
- 10 खाद्य सुरक्षा की पात्रता क्या है?
- 11 किसी आपदा के समय हमें क्या करना चाहिए?
खाद्य सुरक्षा किसे कहते हैं भारत में खाद्य सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाती है स्पष्ट कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंAnswer: खाद्य सुरक्षा से अभिप्राय सभी लोगो के लिए सदैव भोजन की उपलब्धता पहुंच और उसे प्राप्त करने का सामर्थ्य से हैं। बफर स्टॉक निर्माणः भारत सरकार द्वारा खाद्य सुरक्षा की पूर्ति हेतु बफर स्टॉक का निर्माण किया गया है। बफर स्टॉक सरकार द्वारा गेंहूँ और चावल का अधिप्राप्त भंडार है।
खाद्य कानून क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसरकार ने संसद द्वारा पारित, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम,2013 दिनांक 10 सितम्बर,2013 को अधिसूचित किया है,जिसका उद्देश्य एक गरिमापूर्ण जीवन जीने के लिए लोगों को वहनीय मूल्यों पर अच्छी गुणवत्ता के खाद्यान्न की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध कराते हुए उन्हें मानव जीवन-चक्र दृष्टिकोण में खाद्य और पौषणिक सुरक्षा …
खाद्य सुरक्षा के कितने आयाम होते हैं स्पष्ट कीजिए?
Notes
- खाद्य सुरक्षा से अभिप्राय सभी लोगो के लिए सदैव भोजन की उपलब्धता पहुंच और उसे प्राप्त करने का सामर्थ्य से हैं।
- आपदा से खाद्य सुरक्षा का प्रभावित होना, सूखा तथा अनाज की कमी, कीमतों में वृद्धि, भुखमरी, अकाल के समय खाद्य सुरक्षा प्रभावित होती है।
- 1) भूमिहीन
- 3) निरक्षर
- 5) अनियमित श्रमिक आदि
खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम कब आया?
इसे सुनेंरोकेंNotes: भारत में खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 में पारित हुआ लेकिन 2011 में लागू हुआ।
सुरक्षा क्यों आवश्यक है?
इसे सुनेंरोकेंहम भारतीयों में सड़क किनारे बने खोको में मिलने वाले भोजने से अलग ही प्रेम हैं, लगभग सभी भारतीय इसे बड़े चाव से खाते हैं पर हमें उस भोजन की साफ सफाई का ध्यान रखते हुए इस तथ्य को भी जहन में रखना चाहिए की सुरक्षित और पर्याप्त भोजन तक पहुंच बुनियादी मानव आवश्यकता है।
खाद्य योजना की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
इसे सुनेंरोकेंविकास और विभिन्न जीवन गतिविधियों को पूरा करने के लिए ऊर्जा प्राप्त करना। क्षतिग्रस्त कोशिकाओं और ऊतकों की मरम्मत। एंजाइमों और हार्मोन का उत्पादन करना जो जीवन की उचित गतिविधियों को चलाने और बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं, और रोगों के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित करना।
खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कौन सी प्रणाली सरकार द्वारा अपनाई गयी है?
इसे सुनेंरोकेंखाद्य सुरक्षा संबंधी योजनाएं जैसे मध्याह्न भोजन योजना, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, अन्त्योदय अन्न योजना, राष्ट्रीय मातृत्व लाभ योजना/जननी सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता योजना, राष्ट्रीय परिवार लाभ योजना, राजीव गांधी राष्ट्रीय पालन गृह योजना आदि अन्य योजनाएं वर्तमान में चलती रहेंगी। 4.
भारत में कौन से राज्य खाद्य असुरक्षा से अधिक ग्रस्त है?
इसे सुनेंरोकेंभारत में खाद्य असुरक्षा से अधिक ग्रस्त राज्य उत्तर प्रदेश (पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी हिस्से), बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ भाग हैं।
गरीबों को खाद्य सुरक्षा देने के लिए सरकार ने क्या क्या किया है कुछ योजनाओं के बारे में बताएं?
इसे सुनेंरोकेंहमारी सरकार ने बफर स्टॉक, पीडीएस, अंत्योदय अन्न योजना और अन्नपूर्णा योजना जैसे विभिन्न योजनाएं शुरू करने से गरीबों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए बहुत कुछ किया है। सावर्जनिक वितरण प्रणाली: सावर्जनिक वितरण प्रणाली खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में भारत सरकार की सर्वाधिक महत्वपूर्ण कदम है।
जब कोई आपदा आती है तो खाद्य पूर्ति पर क्या प्रभाव होता है?
इसे सुनेंरोकें(i) प्राकृतिक आपदा जैसे सूखा और बाढ़ के कारण खाद्यान्न के कुल उत्पादन में गिरावट आती है। (ii) खाद्य की कमी के कारण मूल्यें बढ़ जाते हैं। कुछ लोग ऊँचे मूल्यों पर खाद्य पदार्थ नहीं खरीद पाते हैं। (iii) खाद्यान्नों के उत्पादन में कमी के कारण प्रभावित क्षेत्रों में इनकी कमी हो जाती हैं।
खाद्य सुरक्षा से आप क्या समझते हैं भारत में खाद्य सुरक्षा बढ़ाने के उपाय?
खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने की त्रिविमीय अवधारणा
- बाज़ार में खाद्यान्न की उपलब्धता: सर्वप्रथम बाज़ार में खाद्यान्न की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी। इसके लिये कृषि विपणन स्थलों में सुधार करने की आवश्यकता है।
- लोगों की खाद्यान्न तक पहुँच सुनिश्चित करना
- भोज्य पदार्थों का अवशोषण व उपयोग
राशन कार्ड में गेहूं कैसे चालू करें?
राशन कार्ड से गेंहू कैसे मिलेंगे ऐसे चालू करवाएं?
- सबसे पहले गेंहू चालू करने का फॉर्म यानि खाद्य सुरक्षा फॉर्म प्राप्त करें।
- अब फॉर्म को प्रिंट कर लें।
- आवेदन फॉर्म में आवेदक का नाम, मुखिया के परिवार का पूरा विवरण साफ साफ शब्दों में भरें।
- फॉर्म को पूरी तरह भरने के उपरांत आवेदक का हस्ताक्षर या अँगूठे का निशान लगाएं।
भारत में खाद्य संकट के क्या परिणाम हुए थे?
इसे सुनेंरोकेंExplanation: परिणामतः गरीब आदमी की अन्न उपलब्धता में कमी आ रही है और भुखमरी का खतरा बढ़ रहा है । इससे समाज के गरीब और असहाय वर्ग के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने से बढ़ने की आवश्यकता है । अनाज की बढती कीमतों से जब मध्यम वर्ग रहा है तब गरीब वर्ग पर महँगाई के बोझ और जीवन की चिंताओं की स्पष्ट कल्पना की जा सकती है ।
1 भारत में खाद्य सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाती है?`?
4. भारत में खाद्य सुरक्षा
- अभ्यास :
- उत्तर: भारत में खाघ सुरक्षा का सुनिशिचत बफर स्टॉक और सार्वजानिक वितरण प्रणाली द्वारा किया जाता है |
- उत्तर: भूमिहीन लोग, परम्परागत कारीगर, परम्परागत सेवाएँ प्रदात करने वाले जैसे – नाई, बढ़ई, धोबी आदि लोग खाघ असुरक्षा से अधिक ग्रस्त हो सकते है |
2 कौन लोग खाद्य असुरक्षा से अधिक ग्रस्त हो सकते हैं?`?
इसे सुनेंरोकें(i) अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ी जातियों के कुछ वर्गों (इनमें से निचली जातियाँ) का या तो भूमि का आधार कमज़ोर होता है या फिर उनकी भूमि की उत्पादकता बहुत कम होती है, वे खाद्य की दृष्टि से शीघ्र असुरक्षित हो जाते है।
खाद्य सुरक्षा की पात्रता क्या है?
इसे सुनेंरोकेंगर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं गर्भावस्था के दौरान तथा बच्चे के जन्म के 6 माह बाद भोजन के अलावा कम से कम 6000 रूपए का मातृत्व लाभ प्राप्त करने की भी हकदार हैं। 14 वर्ष तक की आयु के बच्चे भी निर्धारित पोषण मानकों के अनुसार भोजन प्राप्त करने के हकदार हैं।
किसी आपदा के समय हमें क्या करना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंसवाल: किसी आपदा के समय हमें क्या करना चाहिए? किसी भी आपदा के समय सबसे पहले हमें घबराना नहीं है। और जब उस आपदा के बारे में हमें पता चले, या उसकी सूचना, आपदा की पूर्व जानकारी मिले तो हमें उसके लिए तैयारी कर लेनी चाहिए। हमें आपदा से निपटने के लिए सबसे पहले सुरक्षित स्थान ढूंढ लेना चाहिए।