भारत में वर्षा होने का मुख्य कारण क्या है? - bhaarat mein varsha hone ka mukhy kaaran kya hai?

वर्षा का मुख्य कारण क्या है?...


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आपका प्रश्न है वर्षा का मुख्य कारण क्या है तो भारत में वर्षा का मुख्य कारण दक्षिणी पश्चिमी विक्षोभ है साथ में जो कि 75% तक बारिश पर आता है साथ में स्थानीय चक्र वादों के कारण भी बारिश होती है उसके अलावा उत्तरी पूर्वी विक्षोभ के कारण भी वर्षा होती है और इसके साथ-साथ पश्चिमी विक्षोभ के कारण भी भारत में मानसून आता है और मानसून सक्रिय हो जाता है इंग्लिश सोपू के कारण और बारिश होती है

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  • वर्षा का मुख्य कारण क्या है - varsha ka mukhya karan kya hai

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वर्षा होने का मुख्य कारण क्या है?

वायु में मिला जलवाष्प शीतल पदार्थों के संपर्क में आने से संघनन (condensation) के कारण ओसांक तक पहुंचता है। जब वायु का ताप ओसांक से नीचे गिर जाता है, तब जलवाष्प पानी की बूँदों अथवा ओलों के रूप में धरातल पर गिरने लगता है। इसी को वर्षा कहते हैं।

भारत में वर्षा कैसे होती है?

भारत में औसत वर्षा 125 सेंटीमीटर होती है। जिसमें 75 प्रतिशत दक्षिणी-पश्चमी मानसून (जून से सितंबर),13 प्रतिशत उत्तरी-पूर्वी मानसून (अक्टूबर से दिसंबर),10 प्रतिशत मानसून पूर्व स्थानीय चक्रवातों द्वारा (अप्रैल से मई) तथा 2 प्रतिशत पश्चिमी विक्षोभ (दिसंबर से फरवरी) के कारण होती है।

भारत में कितने प्रकार की वर्षा होती है?

वर्षा तीन प्रकार की होती है :.
संवहनीय वर्षा (Convectional rain).
पर्वतकृत वर्षा (Orographical rain).
चक्रवातीय वर्षा (Cyclonic rain).

भारत में अधिकांश वर्षा कैसे होती है?

भारत अपनी अधिकांश वर्षा दक्षिण-पश्चिमी मानसूनी हवाओं से प्राप्त करता है। दक्षिण-पश्चिम मानसून अवधि को जून से सितंबर के बीच की अवधि कहा जाता है । दक्षिण पश्चिम मानसून वर्ष से होने वाली मौसमी हवाएं हैं जो दक्षिण-पश्चिम दिशा में अरब सागर से भारत की मुख्य भूमि की ओर बहती हैं ।

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