भारत एक युवा जनसंख्या वाला देश है। भारत के लोगों की आयु का औसत अधिकांश देशों से कम है। भारत की जनसंख्या की अधिकांश आबादी 15 से 64 वर्ष की आयु वाले लोगों की है।
- जनसंख्या की आयु संरचना यह दर्शाती है कि कुल जनसंख्या के सापेक्ष विभिन्न आयु वर्ग वाले लोगों का अनुपात क्या है।
- 15 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों का प्रतिशत जो 1971 में 42% था, घटकर 2011 में 31% हो गया। इस अवधि में 15-64 वर्ष की आयु वाले लोगों का प्रतिशत 53% से बढ़कर 63.7% हो गया।
- दयनीय चिकित्सा सुविधाओं का विकास, विभिन्न प्रकार के रोगों पर काबू पाने के बाद जीवन प्रत्याशा में वृद्धि इत्यादि ने देश की आयु संरचना को परिवर्तित किया है।
- जनसंख्या की आयु संरचना को निम्नलिखित समूहों में रखा जा सकता है।
0 – 14 वर्ष (बच्चे)
15 – 59 वर्ष (कार्यशील जनसंख्या)
60 + वर्ष (वृद्ध व्यक्ति)
निम्नलिखित सारणी से भारतीय जनसंख्या की आयु संरचना को समझा जा सकता है।
वर्ष | 0-14 वर्ष | 15-59 वर्ष | 60+ वर्ष | कुल |
1961 | 41 | 53 | 6 | 100 |
1971 | 42 | 53 | 5 | 100 |
1981 | 40 | 54 | 6 | 100 |
1991 | 38 | 56 | 7 | 100 |
2001 | 34 | 59 | 7 | 100 |
2011 | 29 | 63 | 8 | 100 |
2026 | 23 | 64 | 12 | 100 |
स्रोत-राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग के जनसंख्या प्रेक्षक विषय तकनीकी समूह के आँकड़ों (1996 और 2006) पर आधारित।
यह सारणी प्रदर्शित करती है कि कुल जनसंख्या में 15 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों का प्रतिशत जो 1971 में उच्चतम 42% था, 2011 में घटकर 29% हो गया। 2026 तक इसको 23% हो जाने का अनुमान है। इसका अर्थ यह है कि भारत में जन्म-दर में क्रमशः गिरावट आ रही है।
भारतीय जनसंख्या की आयु संरचना क्या है?
भारत की जनसंख्या की अधिकांश आबादी 15 से 64 वर्ष की आयु वाले लोगों की है। जनसंख्या की आयु संरचना यह दर्शाती है कि कुल जनसंख्या के सापेक्ष विभिन्न आयु वर्ग वाले लोगों का अनुपात क्या है। 15 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों का प्रतिशत जो 1971 में 42% था, घटकर 2011 में 31% हो गया।
जनसंख्या की आयु संरचना का क्या अर्थ है?
इस प्रश्न को ध्यान में रखते हुए, हमने जनसंख्या की आयु संरचना को देखना शुरू किया। हमने विशेष रूप से बुजुर्ग-निर्भरता अनुपात को देखा, जो प्रति 100 काम करने वाली आयु (उम्र 15-64) के लोगों पर बुज़ुर्गों (उम्र 65 या उससे ऊपर) की संख्या का अनुपात है।
जनसंख्या संरचना से आप क्या समझते?
एक समूह के भीतर लोगों की विस्तृत व्यक्तिगत विशेषताये जैसे की लिंग, आयु, वैवाहिक स्थिति, शिक्षा, व्यवसाय, और घर के मुखिया के साथ रिश्ते आदि के आधार पर किया गए वितरण को जनसंख्या संरचना कहा जाता है। जनसंख्या को दो भागों में बांटा गया हैं - ग्रामीण और शहरी, आकार और बस्तियों के कब्जे के आधार पर ।
जनसंख्या की आयु संरचना का क्या अर्थ है आर्थिक और संवृद्धि के लिए उसकी क्या प्रासंगिकता है?
आर्थिक विकास तथा संवृद्धि की प्रासंगिकता-
0 – 14 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों के प्रतिशत में गिरावट यह प्रदर्शित करती है कि राष्ट्रीय जनसंख्या नीति का उपयुक्त ढंग से कार्यान्वयन हुआ है। भारत के सामाजिक-सांस्कृतिक परिवर्तन तथा आर्थिक संवृद्धि के कारण जनसंख्या की आयु संरचना एक सकारात्मक युवा भारत की तरफ उन्मुख हो रही है।