भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान कौन है? - bhaarateey purush hokee teem ke kaptaan kaun hai?

Indian Hockey Team Squad, CWG 2022: 28 जुलाई से होगा कॉमनवेल्थ गेम्स का आगाज, भारतीय टीम 31 जुलाई को घाना के खिलाफ खेलेगी पहला मैच. भारतीय टीम पूल बी में है और इंग्लैंड, कनाडा और वेल्स भी उसके ही ग्रुप में हैं.

CWG 2022 के लिए भारतीय हॉकी टीम का ऐलान

Image Credit source: HOCKEY INDIA TWITTER

भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए सोमवार को 18 सदस्यीय मजबूत सीनियर पुरुष हॉकी टीम (Indian Hockey Team Squad) की घोषणा की जिसमें कप्तान के रूप में मनप्रीत सिंह की वापसी हुई है जबकि ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह को उप-कप्तान बनाया गया है. हॉकी इंडिया ने बर्मिंघम खेलों और 2024 पेरिस ओलिंपिक के क्वालीफायर हांगझोउ एशियाई खेलों के बीच कम समय के कारण शुरुआत में कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG 2022) के लिए दूसरे दर्जे की टीम भेजने का फैसला किया था. चीन में कोविड-19 से जुड़ी स्थिति के कारण एशियाई खेलों को स्थगित कर दिया गया जिसके बाद हॉकी इंडिया ने 28 जुलाई से शुरू हो रही इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के लिए मजबूत टीम चुनने का फैसला किया. भारतीय टीम को पूल बी में इंग्लैंड, कनाडा, वेल्स और घाना के साथ रखा गया है. दो बार की पूर्व सिल्वर मेडल विजेता भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत 31 जुलाई को घाना के खिलाफ करेगी.

भारत ने चुनी बेहद मजबूत टीम

पिछले साल टोक्यो ओलिंपिक में एतिहासिक कांस्य पदक जीतने के दौरान मनप्रीत ने भारतीय टीम की अगुआई की थी और वह अमित रोहिदास की जगह लेंगे जिन्होंने बेल्जियम और नीदरलैंड के खिलाफ एफआईएच प्रो लीग मुकाबलों में भारत की कप्तानी की. उप कप्तान बनाए गए हरमनप्रीत एफआईएच हॉकी प्रो लीग में सर्वाधिक गोल दागने वाले खिलाड़ी रहे. मुख्य कोच ग्राहम रीड ने कहा, ‘हमने कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए परखी हुई टीम चुनी है. इन खिलाड़ियों को एफआईएच प्रो लीग में काफी दबाव वाले मुकाबलों में शीर्ष टीम के खिलाफ खेलने का अनुभव है जो चार साल में होने वाली प्रतिष्ठित प्रतियोगिता से पहले अच्छा अनुभव है.’ उन्होंने कहा, ‘संक्षिप्त ब्रेक के बाद जब हम नेदरलैंड्स से लौटेंगे जो बेंगलुरू के साइ केंद्र में शिविर बहाल करेंगे और बेल्जियम तथा नीदरलैंड के खिलाफ अपने प्रदर्शन का आकलन करेंगे.’

सूरज करकेरा, सुखजीत सिंह को जगह नहीं

टीम में अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश और चोट के बाद वापसी कर रहे कृष्ण बहादुर पाठक को शामिल किया गया है. रक्षापंक्ति की जिम्मेदारी वरूण कुमार, सुरेंद्र कुमार, हरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास, जुगराज सिंह और जरमनप्रीत सिंह पर होगी. मिडफील्ड में मनप्रीत, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद, शमशेर सिंह, आकाशदीप सिंह और नीलकांत शर्मा को जगह मिली है. स्ट्राइकर के रूप में टीम में मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, गुरजंत सिंह और अभिषेक को शामिल किया गया है. एफआईएच प्रो लीग में भारतीय टीम का हिस्सा रहे गोलकीपर सूरज करकेरा और फारवर्ड शिलानंद लाकड़ा तथा सुखजीत सिंह को टीम में जगह नहीं मिली है. भारत गोल्ड कोस्ट में 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में चौथे स्थान पर रहा था.

भारतीय हॉकी टीम का स्क्वाड

गोलकीपर: पीआर श्रीजेश और कृष्ण बहादुर पाठक.

डिफेंडर: वरूण कुमार, सुरेंद्र कुमार, हरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास, जुगराज सिंह और जरमनप्रीत सिंह.

मिडफील्डर: मनप्रीत सिंह (कप्तान), हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद, शमशेर सिंह, आकाशदीप सिंह और नीलकांत शर्मा.

फारवर्ड: मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, गुरजंत सिंह और अभिषेक

जब मनप्रीत सिंह 24 जुलाई को टोक्यो 2020 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मुक़ाबले के लिए मैदान पर उतरे, तो वो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम की कप्तानी करने वाले 21वें कप्तान बन गए।

मनप्रीत सिंह उन दिग्गज खिलाड़ियों की सूची में शामिल होंगे जिसमें ध्यानचंद, कुंवर दिग्विजय सिंह और बलबीर सिंह सीनियर जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल हैं, जिन्हें समर खेलों में भारतीय टीम का नेतृत्व करने का सम्मान मिला है।

जयपाल सिंह मुंडा ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के पहले कप्तान थे। उन्होंने एम्सटर्डम 1928 खेलों में भारत की कप्तानी की थी और देश को पहला स्वर्ण पदक दिलाया था।

सैयद लाल शाह बुखारी ने लॉस एंजिल्स 1932 खेलों में भारतीय हॉकी टीम का नेतृत्व किया, इस टीम ने भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। भारत की स्वतंत्रता और विभाजन के बाद सैयद लाल शाह बुखारी पाकिस्तान के लिए एक राजदूत बन गए।

The legendary Dhyan Chand (bottom, right) led the Indian hockey team at the 1936 Berlin Games.

फोटो क्रेडिट Getty Images

ध्यानचंद (एम्सटर्डम 1928, लॉस एंजिल्स 1932, बर्लिन 1936) और बलबीर सिंह दोसांझ (लंदन 1948, हेलसिंकी 1952, मेलबर्न 1956) तीन स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय राष्ट्रीय हॉकी टीम का हिस्सा थे।

1936 के संस्करण के लिए ध्यानचंद हॉकी टीम के कप्तान थे, जबकि बलबीर सिंह सीनियर ने 1956 के मेलबर्न खेलों में टीम की कमान संभाली थी।

हालांकि, एक खिलाड़ी के तौर पर लेस्ली क्लॉडियस का सबसे शानदार रिकॉर्ड रहा है। उन्होंने ओलंपिक में चार हॉकी पदक जीते, जिसमें तीन स्वर्ण और एक रजत (रोम 1960) शामिल थे। रोम 1960 ओलंपिक खेलों में वो खुद टीम के कप्तान थे और फाइनल में टीम को रजत पदक से संतोष करना पड़ा था।

1968 मैक्सिको सिटी ओलंपिक के लिए भारतीय टीम के लिए दो कप्तानों का चयन किया गया था, तब गुरबक्स सिंह और पृथ्वीपाल सिंह को टीम की कमान सौंपी गई थी और उन्होंने टीम को कांस्य पदक दिलाया था।

परगट सिंह दो ओलंपिक खेलों में भारत का नेतृत्व करने वाले एकमात्र भारतीय कप्तान हैं। उन्होंने बार्सिलोना 1992 और अटलांटा 1996 में भारतीय हॉकी टीम की कप्तानी की थी।

तमिलनाडु के वासुदेवन भास्करन, मॉस्को 1980 खेलों में भारतीय हॉकी टीम के कप्तान थे। वो भारतीय टीम को आखिरी बार स्वर्ण पदक दिलाने वाले कप्तान भी हैं।

भारतीय महिला हॉकी टीम की पहली कप्तान रूपा सैनी थीं, जिन्होंने मॉस्को 1980 में टीम की कमान संभाली थी, जहां पहली बार महिला हॉकी को ओलंपिक में भाग लेने का अवसर मिला था।

सुशीला चानू पुखरामबम ने 36 साल के लंबे अंतराल को खत्म किया और रियो 2016 ओलंपिक के लिए टीम को क्वालीफाई कराया और भारतीय महिला हॉकी टीम की कमान संभाली।

टोक्यो 2020 में फॉरवर्ड खिलाड़ी रानी रामपाल ने भारतीय महिला हॉकी टीम के कमान संभाली।

ओलंपिक में भारतीय हॉकी कप्तानों की पूरी सूची

पुरुष

कप्तानसालजगहपरिणाम
जयपाल सिंह मुंडा 1928 एम्स्टर्डम स्वर्ण
सैयद लाला शाह बुखारी 1932 लॉस एंजेलिस स्वर्ण
ध्यानचंद 1936 बर्लिन स्वर्ण
किशन लाल 1948 लंदन स्वर्ण
केडी सिंह बाबू 1952 हेलसिंकी स्वर्ण
बलबीर सिंह सीनियर 1956 मेलबर्न स्वर्ण
लेस्ली क्लॉडियस 1960 रोम रजत
चरणजीत सिंह 1964 टोक्यो स्वर्ण
गुरबक्स सिंह और पृथ्वीपाल सिंह 1968 मैक्सिको सिटी कांस्य
हारमिक सिंह 1972 म्युनिख कांस्य
अजीत पाल सिंह 1976 मॉनट्रियल सातवां स्थान
वासुदेवन भास्करन 1980 मॉस्को स्वर्ण
ज़फर इक़बाल 1984 लॉस एंजेलिस पांचवां स्थान
एमएम सौम्य 1988 सियोल छठा स्थान
परगट सिंह 1992 बार्सिलोना सातवां स्थान
परगट सिंह 1996 अटलांटा आठवां स्थान
रमनदीप सिंह ग्रेवाल 2000 सिडनी सातवां स्थान
दिलीप टिर्की 2004 एथेंस सातवां स्थान
भरत छेत्री 2012 लंदन 12वां स्थान
पीआर श्रीजेश 2016 रियो आठवां स्थान
मनप्रीत सिंह 2020 टोक्यो ब्रॉन्ज़

महिला

कप्तानसालजगहपरिणाम
रूपा सैनी 1980 मॉस्को चौथा स्थान
सुशीला चानू 2016 रियो 12वां स्थान
रानी रामपाल 2020 टोक्यो चौथा स्थान

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भारतीय हॉकी टीम के प्रथम कप्तान कौन है?

ओलंपिक आयोजन में भारतीय हॉकी टीम के पहले कप्तान जयपाल सिंह मुंडा थे। 12 अगस्त 1948 को भारतीय टीम ने लगातार चौथा ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता।

महिला हॉकी टीम की कप्तान कौन है 2022?

भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान गोलकीपर सविता पूनिया आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है। प्राइमरी शिक्षा के दौरान शिक्षक ने छठी कक्षा में ही सविता पूनिया की प्रतिभा को पहचान लिया था।

भारतीय महिला हॉकी टीम के कप्तान कौन हैं?

सविता पूनियाभारतीय महिला हॉकी टीम / कप्तानnull

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