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बकरी को नमक खिलाने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंपेशियों में अनुबंध करने की क्षमता सोडियम की मात्रा पर निर्भर करती है। पशुओं को नमक आहार के विभिन्न खाद्य पदार्थों द्वारा और नमक खिलाने से प्राप्त होता है। पाचन इसमें एक अम्ल हाइड्रोक्लोरिक पाया जाता और साधारण नमक में अधिक मात्रा में पाया जाने वाला क्लोराइड इसके बनने में सहायक होता है।
बकरी को क्या खिलाते हैं?
इसे सुनेंरोकेंबकरियों के पोषण के लिए प्रतिदिन दाने के साथ सूखा चारा होना चाहिए। दाने में 57 प्रतिशत मक्का, 20 प्रतिशत मूंगफली की खली, 20 प्रतिशत चोकर, 2 प्रतिशत मिनरल मिक्चर, 1 प्रतिशत नमक होना चाहिए। सूखे चारे में गेहूं का भूसा, सूखी पत्ती, धान का भूसा, उरद कर भूसा या अरहर का भूसा होना चाहिए। ठंड के मौसम में गन्ने का सीरा जरूर दें।
चूने से कैल्शियम कैसे बनाएं?
जरूरी सामान:
- 1 कोरा घड़ा
- अनबूझा चूना (कली)
- 1 बोरी
- कैलशियम बनाने का तरीका — मिट्टी का कोरा घड़ा लाकर उसे ऊपर से थोड़ा तोड़ दें। उस घड़े को पानी से भर दें। उसमें कली की डली डाल दें। उससे बुलबुले निकलने शुरू हो जायेंगे। अगले दिन तक चूने वाला पानी सूख जाएगा। दोबारा फिर उसे पानी से भर दें।
गाय को क्या क्या खिलाते हैं?
सौ किलो संतुलित दाना बनाने की विधि
- दाना (मक्का, जौ, गेंहू, बाजरा) इसकी मात्रा लगभग 35 प्रतिशत होनी चाहिए।
- खली(सरसों की खल, मूंगफली की खल, बिनौला की खल, अलसी की खल) की मात्रा लगभग 32 किलो होनी चाहिए।
- चोकर(गेंहू का चोकर, चना की चूरी, दालों की चूरी, राइस ब्रेन,) की मात्रा लगभग 35 किलो।
गाभिन गाय को क्या खिलाया जाए?
इसे सुनेंरोकेंगाभिन गाय या भैंस को साधारणतया 25 से 30 किलोग्राम हरा चारा, दो से चार किलोग्राम सूखा चारा, दो से तीन किलोग्राम दाना एवं 50 ग्राम नमक रोज दें। } गाभिन पशु के ब्याने के करीब दो सप्ताह पहले अन्य पशुओं से अलग कर दें। अच्छी गुणवत्ता के शीघ्र पाचक चारों में चोकर अलसी मिलाकर दें।
इसे सुनेंरोकेंनमक पशुओं को आहार खाने में चाव भी उत्पन्न करता है। नमक से लार निकलने में सहायता मिलती है और लार से आहार के पचने में प्रोत्साहन मिलता है। पाचन इसमें एक अम्ल हाइड्रोक्लोरिक पाया जाता और साधारण नमक में अधिक मात्रा में पाया जाने वाला क्लोराइड इसके बनने में सहायक होता है।
बकरे को मोटा करने के लिए क्या खिलाना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंजिसके बाद मंडी में ले जाने से पहले कुछ व्यापारी जहां बकरों को भरपेट बीयर पिला रहे हैं, तो कुछ बकरों को फुलाने के लिए बेसन के पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं। दूसरी ओर अधिकांश व्यापारी बकरों को भैंस का दूध और चने खिलाकर मोटा और स्वस्थ बनाते हैं।
सेंधा नमक और सामान्य नमक में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंसेंधा नमक के क्रिस्टल एकदम शुष्क होते हैं परन्तु साधारण नमक के क्रिस्टल नम होते हैं। सेंधा नमक सीधे चट्टानों से प्राप्त किया जाता है जबकि साधारण नमक को वाष्पोत्सर्जन द्वारा प्राप्त किया जाता है। सेंधा नमक भोजन से नमी को अवशोषित कर लेता है पर साधारण नमक उतना शीघ्र नमी अवशोषित नहीं कर पाता।
सेंधा नमक का पानी पीने से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंअगर आपको पाचन की समस्या है या सर्दी लगी है तो सेंधा नमक की मदद से आप आराम पा सकते हैं. बता दें कि सामान्य नमक में दो तत्व खासतौर पर पाए जाते हैं- सोडियम और क्लोराइड. जबकि सेंधा नमक आयरन, जिंक, निकेल, कोबाल्ट, मैग्नीज, कॉपर रिच होता है जो हमारी सेहत के लिए जरूरी एलिमेंट हैं.