बोरॉन ट्राइफ्लुओराइड BF3 अणु में F परमाणुओं के इलेक्ट्रॉनों से साझा करके केंद्रीय बोरॉन परमाणु के चारों ओर इलेक्ट्रॉनों की संख्या 6 (तीन युग्म) होती है। अत: यह एक इलेक्ट्रॉन-न्यून अणु है तथा यह स्थायी इलेक्ट्रॉनिक विन्यास प्राप्त करने के लिए एक इलेक्ट्रॉन युग्म ग्रहण करके लूइस अम्ल के समान व्यवहार प्रदर्शित करता है।
उदाहरणार्थ - बोरॉन ट्राइफ्लुओराइड सरलतापूर्वक अमोनिया से एक एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म ग्रहण करके BF3.NH3 उपसहसंयोजक यौगिक बनाता है।
\[\begin{array}{cc}
\ce{F}\phantom{.....}\ce{H}\phantom{..............}\ce{F}\phantom{......}\ce{H}\\
|\phantom{......}|\phantom{...............}|\phantom{.......}|\\
\ce{F - B + :N - H -> [F - B <- N - H]}\\
|\phantom{......}|\phantom{...............}|\phantom{.......}|\phantom{.}\\
\phantom{}\ce{\underset{\text{(लूइस अम्ल)}}{F}\underset{\text{(लूइस क्षारक)}\phantom{..}}{H\phantom{.....}}}\phantom{......}\ce{\underset{\text{(यौगात्मक
यौगिक)}}{\phantom{.}F\phantom{......}H}}\phantom{}
\end{array}\]