इसे सुनेंरोकेंविद्यालय आधारित आंकलन आकलन का मुख्य उद्देश्य बच्चों की सीखने की जरूरतों को समझने के लिए उन्हें अपनी दक्षता बढ़ाने में सहायता देना है और यदि सीखने में यदि कोई परेशानी है तो उसे दूर करने के लिए उसकी मदद करना है। प्राथमिक स्तर पर पढ़ना सीखने में सबसे कम महत्वपूर्ण क्या है? इसे सुनेंरोकेंप्राथमिक स्तर पर पढ़ना
सीखने में सबसे कम महत्त्वपूर्ण पढ़ने का उद्देश्य है, क्योंकि प्राथमिक स्तर पर अक्षरों की पहचान, अनुमान लगाना तथा सन्दर्भानुसार अर्थ जैसे कार्य किए जाते हैं। सूचना और संचार तकनीक शिक्षण अधिगम और मूल्यांकन में कैसे सहयोग करता है? इसे सुनेंरोकेंसूचना व संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) समर्थित शिक्षण और अध्ययन परीक्षा, गणना और सूचनाओं के विश्लेषण के औजारों को प्रेरित करते हैं जिससे छात्रों के पास सवाल उठाने को मंच मिलता है और वे सूचना का विश्लेषण कर सकते हैं और नई सूचनाएं
गढ़ सकते हैं। काम करते वक्त इस तरह छात्र सीख पाते हैं।छात्र विद्यालय एवं समाज के लिए आकलन की आवश्यकता क्यों है?
समाज के लिए आकलन की आवश्यकता क्यों है?
इसे सुनेंरोकेंसामाजिक उपक्रम के क्षेत्र में जब भी कोई विचार-विमर्श होता है, सामाजिक प्रभाव आकलन (Social impact assessment) का प्रश्न घूम-फिरकर चर्चा में आ जाता है। हमें पता चला कि जबकि उनमें से हर एक उचित मात्रा में सामाजिक प्रभाव उत्पन्न कर रहे हैं, वे नहीं जानते थे कि वह प्रभाव कितना विविधतापूर्ण और कितना व्यापक है।
इसे सुनेंरोकेंआकलन इस तरीके से किया जाना चाहिए जिससे शिक्षकों पर बोझ न पड़े और उनके शिक्षण अधिगम को प्रभावित किया जा सके। विद्यालय आधारित आंकलन आकलन का मुख्य उद्देश्य बच्चों की सीखने की जरूरतों को समझने के लिए उन्हें अपनी दक्षता बढ़ाने में सहायता देना है और यदि सीखने में यदि कोई परेशानी है तो उसे दूर करने के लिए उसकी मदद करना है।
अकादमिक अनुशासन से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंएक अकादमिक अनुशासन या शैक्षिक क्षेत्र का एक उपखंड है ज्ञान है कि है सिखाया और शोध कॉलेज या विश्वविद्यालय स्तर पर।
बच्चों का आकलन करना क्यों जरूरी है?
इसे सुनेंरोकेंइसका तात्पर्य यह है कि सभी बच्चे दी जा रही सूचनाओं के अर्थ अपने पूर्व अनुभवों और अधिगम के आधार पर अपनी ही तरह से बना लेते हैं। यही प्रक्रिया बच्चे को अपनी समझ बनाने और निष्कर्ष निकालने के लिए प्रेरित करती है। ज्ञान तक पहुँचने, उसे हासिल करने की हर बच्चे की अपनी एक अनोखी पद्धति होती है। यह प्रक्रिया लगातार चलती रहती है।
इसे सुनेंरोकेंएक पद्धतिगत माध्यम के रूप में, सामाजिक प्रभाव आकलन अध्ययन तीन महत्वपूर्ण कार्य करता है – सबसे पहले, यह सुनिश्चित करता है कि परियोजना डेवलपर्स और भूमि अधिग्रहण अधिकारियों द्वारा परियोजना के सार्वजनिक उद्देश्य, भूमि की मात्रा और साइट के चयन पर समुचित ध्यान दिया गया है।
इसे सुनेंरोकेंincrease students learning and development.” आकलन की आवश्यकता विद्यालय में अध्यापन के पश्चात् छात्रों की अधिगम क्षमता, रूचि, व्यक्तित्व, अभियोग्यता आदि के बारे में जानकारी करने तथा उनके अनुरूप पाठ्यक्रम निर्माण/संरचना आदि के लिए आकलन की आवश्कता पड़ती है । आकलन की आवश्यकता निम्न बिंदुओं को समझने के लिए पड़ती है ।
शैक्षिक मूल्यांकन के उद्देश्य कितने हैं?
इसे सुनेंरोकेंशैक्षिक मूल्यांकन मुख्य रूप से छात्रों के मूल्यांकन को व्यक्त करता है जिसमें बौद्धिक, सामाजिक और संवेगात्मक विकास के रूप में उनके व्यक्तित्व के विकास के विभिन्न क्षेत्रों में छात्रों की निष्पत्ति का मूल्यांकन सम्मिलित है।
शैक्षिक तकनीकी से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंशैक्षिक तकनीकी का अर्थ (Meaning of Educational Technology) एजुकेशन का अर्थ है शिक्षा देना, पढ़ाना या प्रशिक्षित करना। अतः जब शिक्षक अपने शिक्षण को प्रभावशाली बनाने के लिए विभिन्न तकनीकी साधनों की मदद लेता है जिससे शिक्षण एवं अधिगम दोनों प्रभावित होते हैं तो उसे शिक्षण तकनीकी कहा जाता है।
शैक्षिक तकनीकी की अवधारणा क्या है शैक्षिक तकनीकी की प्रकृति एवं क्षेत्र का वर्णन कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंशैक्षिक तकनीकी की प्रकृति निम्न है- (3) इसके प्रयोग से शिक्षण विधि, उद्देश्य, नीतियों, पाठ्यवस्तु तथा वातावरण द्वारा विद्यार्थियों व अध्यापकों के व्यवहार में वांछित परिवर्तन लाया जाता है। (4) इसके द्वारा कक्षा शिक्षण को सरल, वैज्ञानिक, वस्तुनिष्ठ तथा प्रभावपूर्ण बनाया जा सकता है।