भारत के एक राज्य छत्तीसगढ़ में ३३ प्रशासनिक जिले हैं। मध्य प्रदेश से अलग होने के समय, छत्तीसगढ़ में मूल रूप से १६ जिले थे। दो नए जिले: बीजापुर और नारायणपुर को ११ मई, २००७ को और ९ नए जिलों को १ जनवरी, २०१२ को बनाया गया था। नए जिलों को अधिक लक्षित, केंद्रित और करीबी प्रशासन की सुविधा के लिए मौजूदा जिलों को तोड़कर कर बनाया गया है। इन जिलों के नाम सुकमा, कोंडागांव, बालोद, बेमेतरा, बलौदा बाजार, गरियाबंद, मुंगेली, सूरजपुर और बलरामपुर हैं। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले का उद्घाटन १० फरवरी २०२० को किया गया था। १५ अगस्त २०२१ को चार और नए जिलों- मनेंद्रगढ़, मानपुर-मोहला, शक्ति और सारंगढ़-बिलाईगढ़ की घोषणा की गई थी। नव जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई की घोषणा १७ अप्रैल २०२२ को की गई[1]
छ्त्तीसगढ़ का मानचित्र व ज़िले
यह सूची छत्तीसगढ़ के जिलों की है:- जिलों की संख्या [३३].
- कवर्धा जिला
- कांकेर जिला
- कोरबा जिला
- कोरिया जिला
- जशपुर जिला
- जांजगीर-चाम्पा जिला
- मनेंद्रगढ-चिरमिरी-भरतपुर जिला
- सक्ती जिला
- सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला
- मोहला-मानपुर जिला
- दन्तेवाड़ा जिला
- दुर्ग जिला
- धमतरी जिला
- बिलासपुर जिला
- बस्तर जिला
- महासमुन्द जिला
- राजनांदगांव जिला
- रायगढ जिला
- रायपुर जिला
- सरगुजा जिला
- बलौदाबाजार ज़िला
- बालोद जिला
- मुंगेली जिला
- बेमेतरा जिला
- सूरजपुर जिला
- गरियाबंद जिला
- सुकमा जिला
- बलरामपुर जिला
- कोंडागाँव जिला
- नारायणपुर जिला
- बीजापुर जिला
- गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही
- खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
जल्द ही एक अन्य जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही ज़िला बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है।[2]
सन्दर्भ 27[संपादित करें]
- ↑ "छत्तीसगढ़ का 33वां जिला होगा खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, CM भूपेश ने जीत के 3 घंटे बाद ही पूरा किया चुनावी वादा"".
- ↑ "गौरेला-पेंड्रा-मरवाही अब प्रदेश में नया जिला, 25 नई तहसीलों का भी किया ऐलान". दैनिक भास्कर. 15 अगस्त 2019. मूल से 1 नवंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 नवंबर 2019.