Show रुद्राक्ष पहनने से पहले जान लें ये नियम, वरना फायदे की जगह होगा भारी नुकसानRudraksha Wearing Rules अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में हर तरह के कष्टों को खत्म करना चाहता है तो उसे रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। लेकिन रुद्राक्ष धारण करने से पहले इसके नियम जानना बेहद जरूरी है। क्योंकि नियमों का पालन न करने से शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होगी। नई दिल्ली, Rudraksha Wearing Rules: शास्त्रों में रुद्राक्ष का काफी महत्व बताया गया है। माना जाता है कि रुद्राक्ष भगवान शिव को अति प्रिय है। इसी कारण जो व्यक्ति रुद्राक्ष धारण करता है उसे भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है। इसी कारण रुद्राक्ष को चमत्कारी और अलौकिक माना जाता है। रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर इक्कीस मुखी तक पाए जाते हैं। जिनकी अपने अलग-अलग महत्व है। माना जाता है कि जो व्यक्ति रुद्राक्ष को नियम और विधि के अनुसार पहन लें तो वह हर तरह के संकटों से छुटकारा पा लेता है और कुंडली में ग्रहों की स्थिति भी सही हो जाती है। जानिए रुद्राक्ष पहनने से पहले कौन से नियम जानना बेहद जरूरी है, जिससे इसे धारण करने के पूर्ण फल प्राप्त हो। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब माता सती ने खुद को अग्नि में प्रवेश कराकर देह का त्याग कर दिया था तब भगवान शिव के रुदन से निकले आंसू पृथ्वी पर कई जगह गिरे और उनसे प्रकृति को रुद्राक्ष के रूप में एक चमत्कारी तत्व की प्राप्ति हुई थी। रुद्राक्ष पहनने के नियम
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instagram/eternalzencanada/bhagyajyotishsansthan5 डिसक्लेमर 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।' Edited By: Shivani Singh ज्योतिष में अशुभ ग्रहों व प्रतिकूल ग्रहयोगों के लिए हवन शान्ति, दान, कवच धारण, रत्न धारण एवं रुद्राक्ष धारण करवाया जाता है। आइए जानते हैं कि किस ग्रह के लिए कौन सा रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक होता है- 1. सूर्य- सूर्य के लिए एक मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक रहता है। 2. चंद्र- चंद्र के लिए दो मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक रहता है। 3. मंगल- मंगल के लिए तीन मुखी अथवा ग्यारह मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक रहता है। 4. बुध- बुध के लिए चार मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक रहता है। 5. गुरु- गुरु के लिए पांच मुखी या दस मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक रहता है। 6. शुक्र - शुक्र के लिए छह मुखी अथवा तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक रहता है। 7. शनि- शनि के लिए सात मुखी अथवा चौदह रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक रहता है। 8. राहु- राहु के लिए आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक रहता है। 9. केतु- अशुभ योगों के यह रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक रहता है- 1. कालसर्प दोष- आठ एवं नौ मुखी रुद्राक्ष काले धागे में बुधवार या शनिवार को धारण करें। 2. शकट योग- दो एवं दस मुखी रुद्राक्ष सफ़ेद या पीले धागे में सोमवार या गुरुवार को धारण करें। 3. केमद्रुम योग- दो मुखी रुद्राक्ष सफ़ेद धागे में सोमवार को धारण करें। 4. ग्रहण योग- सूर्य से बनने वाले ग्रहण योग के लिए एक मुखी, आठ या नौ मुखी रुद्राक्ष लाल धागे में रविवार को धारण करें तथा चन्द्र से बनने वाले ग्रहण योग के लिए दो मुखी, आठ व नौ मुखी रुद्राक्ष सफ़ेद धागे में सोमवार को धारण करें। 5. मंगल दोष के लिए तीन या ग्यारह मुखी रुद्राक्ष लाल धागे में मंगलवार के दिन धारण करें। रुद्राक्ष कैसे धारण करें- - सर्वप्रथम रुद्राक्ष का जल से अभिषेक करें। तत्पश्चात् पंचामृत से अभिषेक कर पुन: शुद्ध जल से स्नान कराकर शुद्ध करें। उसके उपरांत रुद्राक्ष की पंचोपचार पूजा कर शिवलिंग पर अर्पण कर निर्माल्य रूप में स्वयं धारण करें। -ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया एक मुखी रुद्राक्ष को कौन से धागे में पहनना चाहिए?एकमुखी रुद्राक्ष को गर्दन में लाल धागे में पिरोकर पहनें।
रुद्राक्ष कौन से कलर के धागे में पहनना चाहिए?रुद्राक्ष को हमेशा लाल या फिर पीले रंग के धागे में पहनना चाहिए। कभी भी इसे काले रंग के धागे में नहीं पहनना चाहिए। इससे अशुभ प्रभाव पड़ता है।
एक मुखी रुद्राक्ष को कैसे धारण करते हैं?कैसे धारण करें एकमुखी रूद्राक्ष
रूद्राक्ष पर चंदन लगाकर बिल्व पत्र, आक का फूल और धतूरा चढ़ाएं। रूद्राक्ष की माला से ऊं नम: शिवाय मंत्र की 21 माला जाप करें और लाल धागे या चांदी की चेन में धारण कर लें। इसके बाद प्रतिदिन स्नान पूजा के बाद पांच माला ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करना है।
रुद्राक्ष में धागा कैसे डालें?रुद्राक्ष को हमेशा लाल या पीले रंग के धागे में ही धारण करें. इसे कभी काले धागे में नहीं पहनना चाहिए. रुद्राक्ष का संबन्ध शिव से होता है, इसलिए इसे स्पर्श करते समय स्वच्छता का पूरा खयाल रखें. इसे हमेशा स्नान के बाद ही धारण करना चाहिए.
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