फ्रैक्चर के बाद सूजन को कैसे कम करें - phraikchar ke baad soojan ko kaise kam karen


फ्रैक्चर के दर्द से भी दिलाए छुटकारा

कई लोगों के शरीर की हड्डी किसी कारण से फ्रैक्चर हो जाती है, जिसके जुड़ने के बाद भी ज्यादा सर्दी या गर्मी के दिनों में चमक और पीड़ा होने लगती है। कई बार इसकी पीड़ा सामान्य दिनों में भी होती है। ऐसा इसलिए होता है कि, कई बार हम फैक्चर के बावजूद भी शरीर को आराम नहीं देते, जिसके चलते शरीर के सभी मसल्स ठीक तरह से नहीं जुड़ते। ऐसी स्थिति में भी ये घरेलू उपचार बेहद कारगर और आराम दे सिद्ध होता है। आपको आसानी से अंदरुनी चोट और दर्द से राहत मिल जाएगी। आइये जानते हैं उन घरेलू उपायों के बारें में...।

1-शहद और चूने से पाएं असहनीय दर्द से छुटकारा

शहद और खाने वाले चूना का इस्तेमाल कर आप चोट और दर्द से राहत पा सकते। इन दोनों ही चीजों में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो, चोट के कारण उत्पन्न हुए दर्द को खींच लेते है। इसके लिए आपको पीड़ा वाले स्थान पर थोड़ा से शहद में उसका पच्चीस फीसदी हिस्सा चूना मिलाकर लगाएं। शरीर के ग्रस्त अंग पर लगने के बाद यह आपको थोड़ा गर्म लगेगा। साथ ही, चूने में मौजूद कैल्शियम के कारण मिश्रण लगाया जाने वाले स्थान की स्किन ड्राई भी हो सकती है, लेकिन इससे घबराएं नहीं इससे आपके चोट में गर्म तासीर जा रही है। जिससे आसानी से आपको समस्या से निजात मिलेगी।

2-हल्दी और प्याज का मिश्रण दिलाए दर्द से निजात

आप हल्दी और प्याज से भी इस समस्या से निजात पा सकते हैं। हल्दी के गुणों के बारे में कौन नहीं जानता, ये हमें दर्द से निजात दिलाती है। अगर आपके पैर-हाथ में कहीं फैक्चर हो गया हो, लेकिन सूजन और दर्द काफी समय बाद भी कम ना हो रहा हो तो आप हल्दी, प्याज को एक साथ कूटकर सरसों के तेल में डालकर गर्म कर लें। मिश्रण में उबाल आने के बाद इसे गुनगुना होने तक किसी सामान्य स्थान पर रख दें। इसके बाद इस गुनगुने मिश्रण को चोटिल स्थान पर बांध लें। इस प्रक्रिया को रात को सोने से पहले करें और रातभर इसे बंधा रहने दें। सुबह तक दर्द में काफी आराम मिलेगा। दर्द पूरी तरह ठीक ना होने पर इस प्रक्रिया को अगली रात फिर दोहरा सकते हैं। याद रहे ऐसी स्थिति में आराम करना बेहद ज़रूरी होता है।

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सूजन किसी चोट, गर्भावस्था, और अन्य चिकित्सा परिस्थितियों के परिणाम स्वरुप हो सकती है | यदि इसका इलाज न किया जाए, तो सूजन निराशाजनक और दर्दनाक भी बन सकती है | सूजन वाले क्षेत्र को ऊपर उठाने से, बहुत सारा तरल पदार्थ पीने से, और उस क्षेत्र में कुछ ठंडा लगाने से सूजन कम हो सकती है | सूजन का इलाज करने के तरीके के बारे में अधिक जानने के लिए आगे पढ़ें |

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    सूजन वाले क्षेत्र को आराम करने दें: आपके शरीर में सूजन चाहे किसी चोट की वजह से आई हो या फिर रक्त का संचार कम होने की वजह से, सबसे बेहतर यही होगा की सूजन वाली जगह को थोड़े समय आराम करने दें | यदि आपके पाँव में सूजन है, तो कोशिश करें की कुछ दिन तक उस पर ज़्यादा भार न डालें, जब तक उसकी सूजन कम् नही हो जाती |

    • अगर आपके पैर में चोट है तो, सूजन वाली जगह को दबाव से बचाने के लिए बैसाखी या एक छड़ी के उपयोग पर विचार करें |
    • अगर किसी चोट की वजह से आपके हाथ में सूजन आई है, तो काम करने के लिए दूसरे हाथ का उपयोग करें, या किसी और से मदद के लिए पूछें |

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    सूजे हुए शरीर के अंग को ऊपर रखें: किसी भी समय आप बैठे हों या लेटे हों, तो सूजे हुए स्थान को तकिये के सहारे से थोड़ा ऊपर रखें, ताकि वह आपके दिल के स्तर से ऊपर आ जाए।[१] यह सूजन वाली जगह पर रक्त जमा होने से रोकता है और रक्त संचार को बढ़ाता है ।

    • यदि आवश्यक हो तो अपने हाथ को ऊंचा रखने के लिए एक गोफन का प्रयोग करें |
    • यदि आपकी सूजन गंभीर है, तो यह सुनिश्चित करें की आप नीचे बैठें और कुछ घंटों के लिए सूजन वाले शरीर के अंग को ऊपर उठा कर रखें |

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    एक ठंडी सेक करें: ज़्यादा तापमान सूजन को बदतर कर देता है, इसलिए अपनी सूजन पर ठंडी सेक लगाकर उसे आराम दें | त्वचा पर सीधे बर्फ लगाने से बचें, उसकी जगह एक तौलिया में एक आइस पैक लपेटें और सूजन वाली जगह पर लगाएं | इसे एक समय पर 15 मिनट तक, और दिन में कई बार करें |[२]

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    दवाई लें: सूजन को काम करने वाली दवायें (non-steroidal anti-inflammatory drugs), ऐसी दवाएं हैं जो दर्द और सूजन को कम कर सकती हैं | इस तरह की सबसे प्रचिलित दवाओं में मुख्यतः एसिटामिनोफेन (acetaminophen), आइब्रूफेन (ibuprofen), और नाप्रोक्सेन (naproxen) होता हैं | आपकी इस स्थिति के लिए सबसे अच्छा इलाज क्या हो सकता है इसके बारे में जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से बात करें |

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    कम प्रभाव वाला व्यायाम करें: हालांकि आप सूजन वाली जगह को आराम करवाना चाहते हैं, परन्तु विस्तारित अवधि के लिए उसे न चलाने से रक्त परिसंचरण कम हो सकता है और इस से अंततः आपकी सूजन बढ़ सकती है | अपने नियमित दिनचर्या के दौरान, थोड़ी थोड़ी देर बाद उठें और चारों ओर चलें, और अपनी साप्ताहिक दिनचर्या में कम प्रभाव वाला व्यायाम शामिल करें | इसमें योग, तैराकी, और बात करते हुए चलना शामिल है |

    • यदि आप पूरे दिन एक डेस्क पर बैठते हैं, तो कभी कभी एक खड़े डेस्क का उपयोग करें | यदि वह एक विकल्प नहीं है, तो हर घंटे के बाद कार्यालय में ही थोड़ा यहाँ वहां चलें |
    • जब आप बैठे हों, तो अक्सर अपने बैठने की स्थिति बदलें और जब भी संभव हो तो अपने पैरों को थोड़ा ऊपर उठा कर रखें |

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    अपने खाने में सोडियम की मात्रा कम करें: सोडियम के उच्च स्तर से सूजन हो सकती है, इसलिए उन खाद्य पदार्थों से बचें जिनमे सोडियम की मात्रा ज़्यादा हो | इसके अलावा, आपके सिस्टम से नमक फ्लश करने के लिए बहुत सारा पानी पीयें |[३]

    • अपने पानी की सफाई की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए,उसमें ककड़ी और नींबू के स्लाइस डालें - ये दोनों प्राकृतिक एंटी-इनफ्लेमेटरी हैं |
    • जब भी संभव हो,तो सोडियम युक्त पेय पदार्थों की जगह पानी का चयन करें | यहां तक कि मीठे पेय पदार्थ में भी अक्सर सोडियम का स्तर ज़्यादा होता है।

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    अपने कपड़ों को समायोजित करें: सूजन वाली जगह पर तंग कपडे डालने से रक्त प्रवाह सीमित हो सकता है, जिससे आपकी सूजन और बढ़ सकती है | तंग कपड़े (विशेष रूप से नायलॉन मोजा या गार्टर्स ) पहनने से बचें, और इसके बजाय सूजन को कम करने में सहायक मोजा या स्टॉकिंग्स पहनने की कोशिश करें | [४]

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    मैग्नीशियम की खुराक लें: यदि आप मैग्नीशियम की कमी से ग्रस्त हैं, तो उसकी वजह से आपकी सूजन और बदतर हो सकती है, इसलिए मैग्नीशियम की खुराक खरीदें और हर रोज़ 250 मिलीग्राम खुराक ले |

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    सूजन वाली जगह को टॉनिक वाले पानी में भिगोएँ: टॉनिक वाले पानी में बुलबुले और कुनैन आपकी सूजन को सीमित करने में मदद कर सकते हैं | एक डिश में ठंडा (अगर आप ठंडा नहीं संभाल सकते है तो गुनगुना ) टॉनिक वाला पानी लें और उसमे हर रोज़ 15-20 मिनट तक अपना सूजा हुआ हिस्सा दाल कर रखें |

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    एक एप्सम नमक का स्नान लें: पानी में डालने के बाद एप्सम नमक प्राकृतिक एंटी-इनफ्लेमेटरी के रूप में काम करता है | अपने नहाने के गर्म पानी में सादे एप्सम नमक के दो बड़े चम्मच डालें और इसे अच्छे से पानी में मिलने दें | अच्छे परिणाम के लिए इसे हर रोज़ करें |

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    मालिश लें: सूजन वाली जगह पर मालिश करने से सूजन कम होती है और रक्त प्रवाह बढ़ता है | या तो एक पेशेवर से मालिश करवाएं या फिर अपने शरीर की सूजन वाली जगह पर खुद से ही मलें | इस प्रक्रिया को आसानी से करने के लिए अंगूर के तेल (grapefruit essential oil) का प्रयोग करें | यदि आप खुद से मालिश ले रहे हैं, तो यह ध्यान दें की मालिश करते हुए ऊपर की तरफ मलें न की नीचे की तरफ |[५]

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    यदि आपकी सूजन पुरानी हो चुकी है तो एक डॉक्टर से मिलें: अगर कुछ दिनों तक उपर्युक्त विधियों का उपयोग कर के सूजन कम नहीं होती, तो एक डॉक्टर से जांच करवा कर यह सुनिश्चित कर लें की कोई अंतर्निहित समस्या तो नही है |

    • गर्भावस्था के दौरान गंभीर सूजन प्री-एक्लेम्पसिया (pre-eclampsia) का संकेत हो सकता है, जो की एक गंभीर हालत है जिससे सूजन के साथ उच्च रक्तचाप होता है |[६]
    • कुछ दवाएं शरीर में सूजन पैदा कर सकती है | एंटी-डिप्प्रेसेंट (अवसाद विरोधी दवाएं), हार्मोनल उपचार, और रक्तचाप की दवाएं सूजन पैदा कर सकती है |[७]
    • हार्ट फेलियर (Heart failure), किडनी फेलियर, और लिवर फेलियर के कारण शरीर में तरल पदार्थ जमा हो जाते है और इससे सूजन हो सकती है |[८]

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    अगर आपको कोई अन्य गंभीर लक्षण है तो तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें: सूजन के साथ अगर कोई और लक्षण है तो इसका मतलब है की आपको हार्ट, किडनी या लीवर की कोई समस्या है और आपको तुरंत ही चिकित्सा सहायता लेने की ज़रुरत है | यदि आपको निम्न लक्षणों में से कोई लक्षण है तो जल्द ही डॉक्टर से मिलें:

    • आपको सीने में दर्द का अनुभव हो रहा है |[९]
    • आपको सांस की तकलीफ है।
    • आप गर्भवती हैं और अचानक सूजन में वृद्धि हुई है।
    • आपको बुखार है।
    • आपको पहले से हार्ट या लिवर की समस्या है और आपको सूजन महसूस होती है |
    • आपका सूजन वाला अंग छूने पर गर्म महसूस होता है।

सलाह

  • एक समय पर सूजन को कम करने के कई तरीकों का प्रयास करें, क्योंकि वे साथ में करने पर विशेष रूप से फायदेमंद हो सकते हैं।
  • अधिक वजन होने से सूजन और अधिक बढ़ सकती है। यदि आपका वजन अधिक है और उस वजह से आप बुरे परिसंचरण व सूजन का अनुभव कर रहे हैं, तो ऐसे तरीके अपनाएं जिनसे आप थोड़ा वजन कम् कर सकें और स्वस्थ हो सकें।

चेतावनी

  • अकारण आपके शरीर पर किसी भी अस्पष्टीकृत सूजन को चिकित्सक को दिखाने की ज़रुरत है।
  • यदि आपके चेहरे (मुंह, आंख, आदि) पर कहीं भी सूजन है, तो तत्काल चिकित्सा सहायता लें।
  • यदि सूजन बहुत गंभीर है और आपको लगता है की आपकी कोई हड्डी टूटी हुई है, तो जितनी जल्दी हो सके एक डॉक्टर से मिलें।

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यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?

हड्डी टूटने के बाद सूजन कब तक रहती है?

हड्डी टूटने के बाद सूजन तब तक रहता है जब तक उसके बनने की क्रिया प्रारम्भ नहीं हो जाती है। हड्डी को जोड़ने के लिए शरीर टिशू, बोनमैरो और स्टेम सेल्स को फ्रैक्चर वाली जगह भेजता है। यह क्रिया तब तक चलती है जब तक हड्डी जुड़ नहीं जाती है।

फ्रैक्चर के बाद सूजन कैसे कम करें?

लेट कर पैरों के पंजे को अपनी ओर खींचते हुए पंजों को उसी अवस्था में एक से दस तक की गिनती तक होल्ड करें और पंजों को ढीला छोड़ दें। इसे दस से पंद्रह बार दोहराएं। एंकल या पैरों में सूजन होने पर तकिये की मदद से एक्सरसाइज करें। एंकल के नीचे पिलो लगा कर पंजों को खीचेंगे।

सूजन का रामबाण इलाज क्या है?

सूजन की समस्या को दूर करने वाले फूड्स.
एवोकाडो खाने से सूजन होती है कम ... .
सूखी खुबानी सूजन करे ठीक ... .
साग खाने से सूजन की समस्या हो दूर ... .
सूजन कम करने के लिए खाएं केला ... .
टमाटर भी सूजन की समस्या करे दूर ... .
किशमिश भी है बेहद फायदेमंद.

सूजन कितने दिन में ठीक होती है?

सूजन कब तक रहती है? सूजन की अवधि अंतर्निहित कारण पर निर्भर करती है। चोट के कारण होने वाली सूजन 5 से 7 दिनों तक रह सकती है। हालांकि, किसी बीमारी के कारण होने वाली सूजन आमतौर पर चिकित्सा स्थिति के साथ कम हो जाती है।

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