गर्दन में दर्द होने के कारण और उपाय - gardan mein dard hone ke kaaran aur upaay

Neck Pain: गर्दन का दर्द आपके सिर के नीचे या रीढ़ के आसपास दर्द होता है, जिसे सर्वाइकल स्पाइन के रूप में जाना जाता है. गर्दन का दर्द कई अलग-अलग चोटों और चिकित्सा स्थितियों का एक सामान्य लक्षण है. कई लोगों में ये दर्द या अकड़न का कारण गलत तरीके से सोने की वजह से हो सकता, या खेलने के दौरान या गिरने के दौरान भी हो सकता हैं. कुछ मामलों में गर्दन का दर्द गंभीर चोट या बीमारी का संकेत दे सकता है और इसके लिए डॉक्टर की देखभाल की आवश्यकता होती है.

गर्दन दर्द को न करें नजरअंदाज

यदि आपके गर्दन में दर्द है जो एक सप्ताह से अधिक समय तक बना रहता है, तो एसी स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए. कभी भी इस तरह के दर्द को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. इस दर्द से पीड़ित लोग पूरे समय परेशान रहते हैं. गर्दन का दर्द बहुत ही आम माना जाता है. यह शिकायत अक्सर 3 में से 1 व्यक्ति को होता है. जबकि यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होता है और उम्र के साथ इसके विकसित होने की संभावना भी बढ़ जाती है.

गर्दन का दर्द कैसा होता है

लगातार दर्द होना

गर्दन पर लगाए गए हल्के दबाव के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि

गर्दन में दर्द के साथ-साथ सिरदर्द और एक या दोनों हाथों में सुन्नता या झुनझुनी

गर्दन में मांसपेशियों में तनाव/कसने में वृद्धि

गर्दन में दर्द होने के कारण और उपाय - gardan mein dard hone ke kaaran aur upaay
गर्दन में दर्द होने के कारण और उपाय - gardan mein dard hone ke kaaran aur upaay

Also Read

32 दांत वाले होते हैं भाग्यशाली, जानें 28, 29, 30 और 31 दांत वाले लोगों की खासियत

गर्दन के दर्द का निदान कैसे किया जाता है?

चिकित्सक गर्दन के दर्द का निदान एक शारीरिक परीक्षा और चिकित्सा के इतिहास के साथ करते हैं. डॉक्टर दर्द का पता लगाने और गति की समस्याओं का पता लगाने के लिए आपकी गर्दन को महसूस करेगा. डॉक्टर आपकी मांसपेशियों की ताकत और सजगता की भी जांच करते हैं. साथ ही पिछली गर्दन की चोटों के बारे में पूछेंगे जो व्हिपलैश या हर्नियेटेड डिस्क का कारण हो सकता है और काम या अन्य गतिविधियों के बारे में पूछ सकता है जो आपकी गर्दन को प्रभावित कर सकते हैं.

अक्सर गर्दन में तेज दर्द और अकड़न के कारण आप हमेशा परेशान रहते हैं। कई बार ऐसा दर्द सोकर उठने के बाद भी शुरू हो सकता है। इस दौरान आपको गर्दन को घुमाने या किसी चीजो को झुककर उठाने में भी परेशानी होती है। अपने दैनिक काम को करने के दौरान भी आपको तेज दर्द और गर्दन की अकड़न का सामना करना पड़ता है। वर्क फ्रॉम होम में भी ऐसी परेशानी हो सकती है। हालांकि कई बार गर्दन में अकड़न का कारण सामान्य हो सकता है, जो सही तरीके से सोने या एक्सरसाइज करने से ठीक हो सकता है लेकिन आम ये सोचकर अपने दर्द और अकड़न की समस्या हो हल्के में नहीं ले सकते हैं। अगर ये समस्या आपको बार-बार हो रही है और कई दिनों तक आप इससे परेशान रह रहें, तो आपको इसके कारण और गंभीर खतरों के बारे में जानने की जरूरत है ताकि आप अपनी समस्या का उचित उपाय कर सकें। इसके लिए आपको अन्य लोगों द्वारा इस्तेमाल किए गए उपाय और दवाईयों पर भरोसा नहीं करना चाहिए क्योंकि अलग-अलग लोगों की स्वास्थ्य स्थिति अलग-अलग हो सकती है। इससे आपकी परेशानी और बढ़ सकती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि गर्दन की अकड़न के कारण, लक्षण और उपाय क्या हैं और किस तरह की सावधानियां आपको बरतनी चाहिए। 

गर्दन में दर्द और अकड़न के कारण (Neck Stifness causes)

1. एक्सरसाइज के कारण 

गले में अकड़न का एक सामान्य कारण व्यायाम या किसी प्रकार का कठिन शारीरिक काम हो सकता है। अक्सर जब आप अधिक देर तक काम करते है, तो उस दौरान भी गर्दन में अकड़न की समस्या हो सकती है। दरअसल इस दौरान आपकी मांसपेशियों में सूक्ष्म क्षति होती है, जिसके कारण गर्दन में दर्द और अकड़न जैसी दिक्कतें आने लगती है। ऐसा अधिक देर तक पुशअप्स, स्क्वाट और वेट लिफ्टिंग जैसे एक्सरसाइज करने से हो सकता है।  

गर्दन में दर्द होने के कारण और उपाय - gardan mein dard hone ke kaaran aur upaay

Image Credit- Freepik

2. गर्दन में मोच और स्ट्रेस 

मोच या खिंचाव के कारण भी गर्दन की मांसपेशियों में दर्द और घुमाने में समस्या हो सकती है, जो गर्दन की मांसपेशियों और स्नायुबंधन दोनों को प्रभावित कर सकता है।दरअसल स्नायुबंधन जोड़ों के चारों ओर ऊतक के बैंड होते हैं जो हड्डियों को आपस में जोड़ते हैं। मोच या खिंचाव तब आता है, जब मांसपेशियों के तंतु खिंच जाते हैं या फट जाते हैं। ऐसा होने पर आपको पैरों और पीठ के निचले हिस्से में भी खिंचाव का अनुभव हो सकता है। इससे गर्दन के पास वाले हिस्से में दर्द, जलन और सूजन हो सकता है। यह अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है। 

3. पोलिमेल्जिया रुमेटिका

पोलिमेल्जिया रुमेटिका मांसपेशियों में दर्द और जकड़न का कारण होता है। इससे आपके कंधे, गर्दन और बाहों सहित ऊपरी शरीर के हिस्सों में दर्द हो सकता है। इससे कूल्हों में भी तकलीफ होती है। यह आमतौर पर अधिक उम्र वाले व्यक्तियों को होने की आंशका होती है। इसकी वजह आपको ठीक से नींद नहीं आती है, गर्दन में अकड़न के कारण कपड़े पहनने में कठिनाई, झुकने में समस्या और काम करने के दौरान भी दर्द होता है। 

इसे भी पढ़ें- लंबे वक्त से गर्दन दर्द की शिकायत से हैं परेशान तो कुछ इस तरीके से पाएं आराम, करने में हैं आसान

4. कीट के काटने से

कीड़े के काटने या डंक मारने के कारण भी मांसपेशियों में अकड़न हो सकती है। ये समस्या तब और बढ़ सकती है, जब कीट के काटने से संक्रमण फैलने लगे। इससे त्वचा में तेज दर्द, अकड़न, लाल चकत्ते और लालिमा आ सकती है। ऐसा मधुमक्खी, हौर्नेट्स, मकड़ी और मच्छरों के काटने से भी हो सकता है। अगर ये लक्षण कुछ दिनों में खत्म हो जाए, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है लेकिन अगर ये लक्षण गंभीर होने लगे, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।  

5. इंफेक्शन के कारण 

संक्रमण के कारण भी आपके गर्दन में अकड़न की परेशानी हो सकती है। जैसे यह एक टेटनस से हो सकता है। यह एक बैक्टीरिया संक्रमण है, जो गंदगी और दूषित वातावरण के कारण हो सकता है। अन्य गंभीर संक्रमणों में एचआईवी, पोलियो, मोनोन्यूक्लिओसिस और इन्फ्लूएंजा या फ्लू की वजह से हो सकता है। 

गर्दन में दर्द होने के कारण और उपाय - gardan mein dard hone ke kaaran aur upaay

Image Credit- Freepik

गर्दन के अकड़न को ठीक कैसे करें (How to Cure Neck Stiffness)

गर्दन के अकड़न को ठीक करने के लिए आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए ताकि कोई गंभीर समस्या का सामना न करना पड़े। उसके बाद डॉक्टर आपकी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार दवाएं दे सकते हैं। इसके लिए आपको डॉक्टर को अपनी पूरी स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी देनी चाहिए। इसके अलावा आपको कुछ टेस्ट कराने की सलाह भी दी जाती है। 

1. ब्लड टेस्ट

2. एक्स-रे

3. सीटी स्कैन

4. एमआरआई स्कैन

5. इलेक्ट्रोमोग्राफी

गर्दन में दर्द होने के कारण और उपाय - gardan mein dard hone ke kaaran aur upaay

Image Credit- Freepik

गर्दन में अकड़न के लिए घरेलू उपचार

गर्दन की अकड़न और तेज दर्द अगर गंभीर नहीं है, तो इसे आप कुछ घरेलू उपचार से इसे कम कर सकते हैं। इसके लिए आप नीचे दिए गए उपाय अपना सकते हैं। 

1. गर्दन की अकड़न के लिए आप पहले कुछ दिनों तक दर्द वाले हिस्से पर बर्फ लगाएं। उसके बाद हीटिंग पैड, गर्म सेक या गर्म पानी से स्नान करके भी इसके लक्षणों को ठीक कर सकते हैं।

2. एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग की मदद से भी आप गर्दन की अकड़न को कम कर सकते हैं। इससे तेज दर्द में भी आराम मिल सकता है। 

3. वर्क फ्रॉम होम के दौरान बहुत अधिक देर तक गर्दन को एक ही पोजिशन में रखकर न बैठें। उसे अगल-बगल और ऊपर-नीचे करें। 

गर्दन का दर्द जल्दी कैसे ठीक करें?

Highlights.
गर्दन दर्द से छुटकारा पाने के लिए करें ये एक्सरसाइज.
गर्दन दर्द में कारगर ये घरेलू उपाय.
आइस पैक से करें सिकाई ... .
प्रभावित जगह पर आइस पैक लगाएं ... .
हीट पैक ... .
सरसों या लेवेंडर का तेल ... .
गर्म पानी से करें सिकाई ... .
अदरक और शहद.

अगर गर्दन में दर्द हो तो इसका क्या मतलब है?

गर्दन दर्द की समस्या को ही सर्वाइकल पेन भी कहते हैं। गर्दन से जुड़ी हुई और गुज़रकर जाने वाली सर्वाइकल स्पाइन में जब दर्द होता है तो उसे ही सर्वाइकल पेन कहते हैं । ऐसा अक्सर हड्डियों के टूटने से होता है। आयु के बढ़ने के विपरित कईं दूसरे कारण भी होते हैं जो गर्दन दर्द की समस्या पैदा करते हैं ।

गर्दन की नसों में दर्द क्यों होता है in Hindi?

गर्दन में इस तरह का दर्द होना काफी आम होता है. टॉर्टिकोलिस- यह गर्दन की मांसपेशियों से जुड़ी एक ऐसी समस्या है, जिसके कारण सिर एक ओर झुक जाता है. मांसपेशियों में किसी प्रकार की क्षति या रक्त संचार प्रभावित होने के कारण इस समस्या का सामना करना पड़ता है. टॉर्टिकोलिस एक ऐसी समस्या है जो आपको कभी भी हो सकती है.

गर्दन दर्द के लिए क्या खाना चाहिए?

ब्रोकली और एवाकाडो जैसे फल और सब्जियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इससे शरीर में सूजन की समस्या कम होती है। इसके अलावा एंटी-इंफ्लेमेटरी से भरपूर चीजें खाने से सर्वाइकल का दर्द कम होता है। यह फूड मांसपेशियों में आई सूजन को कम करते हैं, जिससे दर्द में राहत मिलती है।