हेडर तथा फूटर का क्या उपयोग है? - hedar tatha phootar ka kya upayog hai?

नमस्कार दोस्तों…आज हम आपको “हेडर और फुटर” के विषय में बताने जा रहे हैं. हमारे पास कई पाठकों द्वारा कमेंट बॉक्स में कमेंट द्वारा पूछे जाने वाले सबसे अधिक सवालों में से एक सवाल “Difference between Header and footer in Hindi !!” अर्थात “हेडर और फुटर में क्या अंतर है?” है. इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं, कि “हेडर और फुटर क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक.

  • हेडर क्या है | What is Header in Hindi !!
  • फुटर क्या है | What is footer in Hindi !!
  • Difference between Header and footer in Hindi | हेडर और फुटर में क्या अंतर है !!

हेडर क्या है | What is Header in Hindi !!

हैडर एक टेक्स्ट या ग्राफिक्स होते हैं, जो प्रत्येक दस्तावेज़ के ऊपरी मार्जिन पर मुद्रित होते हैं। इनका प्रयोग आमतौर पे किसी कंपनी के नाम, उसके लोगो, और पृष्ठ संख्या में चलने वाले शीर्षक को प्रिंट करने के लिए किया जाता है. ये किसी भी डाक्यूमेंट में by-default ऊपर से 0.5 इंच पर होता है. ये किसी भी दस्तावेज में ऊपर का भाग होता है. ये सुविधा MS ऑफिस के कई तरह की फाइल्स में भी मौजूद होते हैं. जैसे: MS वर्ड.

फुटर क्या है | What is footer in Hindi !!

फुटर भी टेक्स्ट और ग्राफ़िक्स ही होता है, जो प्रत्येक दस्तावेज़ के नीचले मार्जिन पर मुद्रित होते हैं। इनका प्रयोग भी हैडर की तरह कुछ आम जानकारी को दर्शाने के लिए होता है. जैसे: पृष्ठ संख्या, आदि. ये भी किसी भी डाक्यूमेंट में नीचे से by-default 0.5 इंच पर होता है. ये दस्तावेज में नीचले भाग में होता है. ये सुविधा MS ऑफिस के कई तरह की फाइल्स में भी मौजूद होते हैं. जैसे: MS वर्ड, आदि.

हैडर और फुटर एक प्रकार का टेक्स्ट या ग्राफ़िक्स होता है, जिसमे हैडर डॉक्यूमेंट के ऊपर से कुछ दूरी पे मुद्रित होता है और फुटर डॉक्यूमेंट के नीचे से कुछ दूरी पे मुद्रित होता है.

# हैडर और फुटर दोनों किसी भी डॉक्यूमेंट का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जो उसे प्रोफेशनल डॉक्यूमेंट बनाता है.

# हैडर किसी भी डॉक्यूमेंट में by-default ऊपर से 0.5 इंच के मार्जिन पर होता है जबकि फुटर उसी डॉक्यूमेंट में by-default नीचे से 0.5 इंच के मार्जिन पर होता है.

# हैडर और फुटर के मार्जिन को अपने अनुसार बढ़ाया व कम भी किया जा सकता है.

# हैडर और फुटर अधिकतर डॉक्यूमेंट के नाम, पेज नंबर, तारीख, आदि को दर्शाने के लिए प्रयोग किया जाता है.

आशा करते हैं आपको हमारे द्वारा मिली जानकारी पसंद आयी होगी यदि फिर भी कोई गलती आपको दिखती है या कोई सुझाव और सवाल आपके मन में होता है, तो आप हमे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के जरिये बता सकते हैं. हम पूरी कोशिश करेंगे आपको पूरी जानकारी देने की और आपके सुझावों के अनुसार काम करने की. धन्यवाद !!

Read more articles

Ankita Shukla

✔️ izoozo.com Provide Hindi & English Content Writing Services @ low Cost ✔️अंकिता शुक्ला Oyehero.com की कंटेंट हेड हैं. जिन्होंने Oyehero.com में दी गयी सारी जानकारी खुद लिखी है. ये SEO से जुडी सारे तथ्य खुद हैंडल करती हैं. इनकी रूचि नई चीजों की खोज करने और उनको आप तक पहुंचाने में सबसे अधिक है. इन्हे 4.5 साल का SEO और 6.5 साल का कंटेंट राइटिंग का अनुभव है !! नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में आपको हमारे द्वारा लिखा गया ब्लॉग कैसा लगा. बताना न भूले - धन्यवाद ??? !!

Header & Footer क्या हैं ?

हैडर और फुटर में उस मैटर को सेट किया जाता है। जिसको हमें डाक्यूमेंट के प्रत्येक पेज पर शो करना होता है। इसमें जो मैटर या टेक्स जोडा जाता है। वह डाक्यूमेंट के प्रत्येक पेज के ऊपरी हिस्से में हैडर और पेज के निचले हिस्से में फुटर शो होता है। इसकी सेटिंग पेज सेटप के लेआउट ऑप्शन से की जाती है। इस ऑप्शन से डाक्यूमेंट में हेडर एवं फुटर को लगा सकते है इसके साथ हैडर एवं फुटर टूलबार शो होने लगती है। यह डाक्यूमेंट के प्रत्यके पेज पर शो होता है।

Header :- पेज के सबसे ऊपरी हिस्से को हैडर कहा जाता हैं हैडर पेज के टॉप मार्जिन में जोडा जाता है। इसमें Page number, number of pages, date time, auto text आदि को जोडा जाता है। इसकी टूलबार से हैडर से फुटर में फुटर से हैडर में जा सकते हैं | स्क्रोल करके भी इस कार्य को किया जा सकता है। इसकी टूलबार की सहायता से इसको manage किया जाता है।

Footer:- पेज के सबसे नीचे वाले हिस्से को फुटर कहते हैं यह पेज के निचले हिस्से में होता है। अर्थात् यह पेज के Bottom margin में लगाया जाता है। इसका प्रयोग footnote, page number, number of pages डालने के लिए किया जाता हैं इसके मार्जिन को पेज सेटप से सेट किया जाता है। इसमें वह सभी आईटम जोडे जा सकते है। जो हैडर मे जोडे जाते है। हैडर फुटर टूलबार के Close Button पर क्लिक करके इनको क्लोज किया जाता है। हैडर या फुटर पर डबल क्लिक करके इसमें Editing का कार्य कर सकते है।

हैडर तथा फुटर का क्या उपयोग है?

हैडर एवं फुटर में सामान्यतः डॉक्यूमेंट का नाम, पेज नंबर, लोगो आदि जानकारी प्रदर्शित की जाती है। हैडर एवं फुटर एक से अधिक पेज वाले डाक्यूमेंट्स जैसे थीसिस, बुक्स, रिपोर्ट्स आदि में मुख्य रूप से प्रयोग किए जाते हैं।

हेडर्स एंड फूटर्स क्या है?

हेडर वर्ड डॉक्यूमेंट के पेज के सबसे उपरी भाग में होता है जबकि फूटर पेज के सबसे नीचले वाले भाग में। इनमे डॉक्यूमेंट का नाम, तारीख, पेज नम्बर जैसी जानकारियां लिखी होती है। यहाँ हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप हेडर और फूटर का प्रयोग कर अपने डॉक्यूमेंट को और भी अच्छा बना सकते हैं।

हेडर फुटर को क्यों काम में लिया जाता है?

ऑफिस में कंप्यूटर ऑपरेटर के तोर पर काम करते वक्त कही बार हमें वर्ड की फाइल में हेडर और फुटर लगा कर कंपनी का लोगो सेट करना होता है ताकि वह पेज के ऊपरी भाग में सेट हो जायें। यदि उसी पेज में काम करते वक्त यदि दूसरे पेज आ जाता है और दूसरे पेज में सेट लोगो है तो पेज के ऊपरी भाग हैडर तथा पेज के नीचे वाले भाग को फुटर कहते है।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग