खाद को लेकर किसानों को रोज किसी ना किसी समस्या का सामना करना पड़ता है। फसल बुवाई के समय खाद की किल्लत ज्यादा बढ़ जाती है। जिससे कई किसानों को खाद उपलब्ध नहीं हो पाती। सरकार द्वारा इतनी सुविधाएं देने के बाद भी किसानों के खाद की जरूरत पूरी नहीं हो पाती। और किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है लेकिन इफको ने हाल ही में नए रेट जारी किए हैं और किसानों के लिए जानना बहुत जरूरी है। इफको ने खाद की कीमतों में कुछ इजाफा कर दिया है जिससे किसानों को अब डीएपी खाद नए रेटों पर मिलेग
सिंगल फास्फेट की खाद की 50 किलो की बोरी पर अब किसानों को 425 रुपए देने पड़ेंगे क्योंकि सरकार ने सिंगल फास्फेट की बोरी पर पिछले वर्ष के बदले 151 रुपए का इजाफा कर दिया है।
कृषि उत्पादक अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह की अध्यक्षता में उर्वरक समन्वय की बैठक हुई. जिसमें तय किया गया कि है सिंगल सुपर फास्फेट की एक बोरी 274 रुपये की जगह 425 रुपये में दी जाएगी. यानी अब 151 रुपये ज्यादा महंगी दी जाएगी और वहीं दानेदार खाद 304 रुपये की जगह 425 रुपये मे उपलब्ध होगी. जो कि अब 161 रुपये अधिक महंगी पड़ेगी
जानिए अब कितने में मिलेगी एक बोरी
IFFCO के अधिकारियों ने बताया है कि इस वर्ष शुरुआत में डेमोक्रेटिक एक्शन के कारण DAP खाद की कीमतों को सही तरह से नहीं बताया गया. पहले 1200 रुपये बोरी के हिसाब से दिए गए. फिर इसके बाद 1700 रुपये बोरी के हिसाब से और उसके बाद फिर 1900 रुपये बोरी के हिसाब दिए गए
डीएपी खाद के आधे खर्चे में मिलेगी पूरी पैदावार, हरियाणा में अगले साल मार्केट में आएगा नैनो डीएपी
हाल में ही नैनो यूरिया मार्केट में आया है जिसे इफको ने लॉन्च किया है। गेहूं के सीजन में हरियाणा में नैनो यूरिया की आधा लीटर की 1300000 बोतल बिक चुकी हैं। वहीं जींद जिले में 90000 बोतल इफ़को की तरफ से किसानों को दी जा चुकी हैं।
जागरण संवाददाता, जींद। नैनो यूरिया के बाद जल्द ही नैनो डीएपी भी मार्केट में आएगा। जिसकी कीमत डीएपी के बैग से आधे से भी कम होगी। बता दें कि पिछले साल ही नैनो यूरिया मार्केट में आया है जिसे इफको ने लॉन्च किया है। गेहूं के सीजन में हरियाणा में नैनो यूरिया की आधा लीटर की 13,00,000 बोतल बिक चुकी हैं। वहीं जींद जिले में 90,000 बोतल इफ़को की तरफ से किसानों को दी जा चुकी हैं। नैनो यूरिया की आधा लीटर की बोतल ₹240 की है, जो प्रति एकड़ एक यूरिया के बैग से ज्यादा काम करती है।
इफको कृषि सेवाएं डीजीएम ओमकार सिंह ने बताया कि नैनो डीएपी अगले गेहूं के सीजन में आ जाएगा। जिसकी एक बोतल की कीमत करीब ₹550 तक हो सकती है। वही डीएपी का वह किसान को 12 सो रुपए में मिलता है। नैनो डीएपी से जहां किसान की लागत घटेगी। वहीं केंद्र सरकार को भी अरबों रुपए की का फायदा होगा। केंद्र सरकार हर साल डीएपी बाहर से खरीदती है, जो किसान को सब्सिडी पर दिया जाता है। इस सब्सिडी की राशि पर सरकार अरबों रुपए खर्च करती है। नैनो डीएपी मार्केट में आने के बाद सरकार का यह भारी भरकम सब्सिडी पर होने वाला खर्च बचेगा।
नैनो यूरिया के फायदे बताते हुए उन्होंने कहा कि जहां यूरिया का बैग फसल में 30 से 40% तक ही काम करता है। वही नैनो यूरिया का रिजल्ट 90% तक है। अभी शुरुआत में काफी किसानों ने इसे अपनाया है। एक बार जो किसान नैनो यूरिया का प्रयोग कर लेता है वह दोबारा नैनो यूरिया की मांग करता है यूरिया का असर फसल में 3 से 4 दिन तक ही रहता है। जबकि नैनो यूरिया का असर लंबे समय तक रहता है और फसल उत्पादन भी आठ से 12 परसेंट तक बढ़ता है।
अन्य उत्पाद पर भी चल रहा ट्रायल
डॉ ओमकार सिंह ने बताया कि इफको की तरफ से नैनो डीएपी के साथ-साथ नैनो जिंक, नैनो कॉपर सहित कई तरह के नैनो फर्टिलाइजर्स का ट्रायल किया जा रहा है। आने वाले समय में किसानों को यह सभी फर्टिलाइजर उपलब्ध कराए जाएंगे।
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किसानों को यूरिया के लिए लाइन में लगना पड़ा रबी के पूरे सीजन में इस बाहर यूरिया की किल्लत रही। किसानों को घंटो तक लाइन में लगने के बाद भी यूरिया के बैग नहीं मिले। नैनो यूरिया के प्रयोग से किसानों की यह समस्या का हल हो जाएगा और उन्हें यूरिया के बैग के लिए लाइनों में नहीं लगना पड़ेगा। वही ट्रांसपोर्ट का भी खर्च बचेगा।
Edited By: Manoj Kumar
धान की खरीद शुरू होने के साथ ही किसानों के लिए एक खुशखबरी सामने आ रही है। किसान भाइयों के लिए बड़ी खुशखबरी यह है कि डीएपी के दाम में भारी गिरावट आई है इसके चलते अब किसानों को खाद की किल्लत नहीं देखने को मिलेगी।
इसके साथ ही अब खाद आसानी से कम दाम पर उपलब्ध होगा। इस पोस्ट में हम आपको यही बताएंगे कि एक बोरी खाद का अब क्या रेट है। वर्तमान की बात करें तो खाद की अभी कमी देखने को मिल रही है। जिसके चलते किसानों को महंगे दाम पर खाद ख़रीदना पड़ रहा है।
वहीं कईं किसानों को तो खाद मिलने में परेशानी भी हो रही है। जिसके चलते सरकार के द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि दामों में गिरावट की जाएगी और साथ ही हर किसान को अब खाद मिलेगा।
जाने क्या हैं आज के रेट
जानकारी के अनुसार मार्फेड भोपाल द्वारा FPO को फर्टिलाइजर खाद देना बंद करने के चलते FPO से जुड़े किसानों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। जिसके चलते किसानों ने कलेक्टर को ज्ञापन तक सौंप दिया है। ताकि उन्हें आसानी से खाद मिल सके। हालांकि वर्तमान में यूरिया खाद सिर्फ सेवा सहकारी संस्थाओं सोसायटी के पास आ रहा है , लेकिन यह भी पर्याप्त नहीं है। जिसके कारण किसान मजबूरन अभी से 400 से 500 रुपए तक में यूरिया खाद की एक बोरी खरीदने पर मजबूर हैं।
केंद्र सरकार द्वारा यूरिया की कीमत निश्चित करने के बाद यूरिया एवं अन्य उर्वरकों के दाम को लेकर किसानों को राहत मिली है। हालांकि यह राहत इतनी कम है कि कालाबाजारी के कारण ना के बराबर ही लगती है। क्योंकि सरकार द्वारा नाम पर किसानों को उर्वरक उपलब्ध नहीं हो पाता है मजबूरन किसानों को ऊंचे दाम में कालाबाजारी और से खाद खरीदना पड़ता है।
भारतीय कंपनी इफको (IFFCO) ने इस सीजन के लिए खाद और उर्वरकों की नए भाव जारी किए है। खाद की हर बोरी का रेट अलग तय किया गया है। जो कुछ इस प्रकार है।
- यूरिया- 266.50 रुपए प्रति बोरी (45 किलो)
- MOP- 1,700 रुपए प्रति बोरी (50 किलो )
- DAP- 1,350 रुपए प्रति बोरी (50 किलो )
- NPK- 1,470 रुपए प्रति बोरी (50 किलो )
जाने क्या हैं बिना सब्सिडी के भाव
- यूरिया- 2,450 रुपए प्रति बोरी ( 45 किलो )
- NPK- 3,291 रुपए प्रति बोरी ( 50 किलो )
- MOP- 2,654 रुपए प्रति बोरी ( 50 किलो )
- DAP- 4,073 रुपए प्रति बोरी ( 50 किलो )