हिंदी के बाद भारत में सबसे ज्यादा बोलने वाली भाषा कौन सी है? - hindee ke baad bhaarat mein sabase jyaada bolane vaalee bhaasha kaun see hai?

श्यामदत्त चतुर्वेदी/नई दिल्ली: भारत क्षेत्र के अनुसार दुनिया का सातवां सबसे बड़ा देश और साथ ही दुनिया का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश भारत है. भारत में विभिन्न भाषाएँ और संस्कृतियां शामिल हैं और देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग भाषाओं या बोलियो का प्रयोग किया जाता है. जनगणना के विश्लेषण के मुताबिक 121 भाषाएं हैं जो कि भारत में 10,000 या उससे ज्यादा लोग बोलते हैं. हम आज जानेंगे आखिर भारत में बोलने वाले की संख्या के हिसाब से टॉप-10 भाषाएं कौन सी है.

हिंदी- 52.83 लगभग करोड़
भारत के ज्यादातर हिस्सा में हिंदी भाषा बोली जाती है, जो नहीं बोलते उनमें से ज्यादातर लोग इसे समझ सकते हैं. 2001 और 2011 के बीच हिंदी को अपनी मातृभाषा के रूप में बोलने वालों की जनसंख्या 41.03% से बढ़कर 43.63% हो गई थी. यह दुनिया में चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है.

बंगाली- 9.72 लगभग करोड़
भारत में बंगाली पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, असम और झारखंड के हिस्सो में बोली जाती है. 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत की कुल आबादी के 8.03% लोग बंगाली भाषा बोलते हैं.

मराठी- 8.30 लगभग करोड़
भारत में लगभग 6.86% लोग मराठी बोलते हैं. मराठी में लगभग 42 विविध बोलियां बोली जाती हैं. भारत में ये मुख्य रूप से महाराष्ट्र में उपयोग की जाती है.

तेलुगु- 8.11 लगभग करोड़
तेलुगु ज्यादातर तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के साथ दक्षिण भारत के राज्यों में बोली जाती है. यह भाषा अन्य देशों जैसे यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, संयुक्त अरब अमीरात और दक्षिण अफ्रीका में भी काफी पॉपुलर है.

तमिल- 6.90 लगभग करोड़
देश में 6.90 करोड़ लोग तमिल बोलते हैं. इसका प्रयोग दक्षिणी भारत में ज्यादा होता है. हालांकि ये सिंगापुर और श्रीलंका में भी व्यापक स्तर पर बोली जाती है. इसे दुनिया की सबसे पुरानी जीवित भाषाओं में से एक माा जाता है.

गुजराती- 5.54 लगभग करोड़
यह गुजरात की आधिकारिक भाषा है. गुजराती भाषा संस्कृत से विकसित हुई है. बंगाली, मराठी की तरह गुजराती भी एक इंडो-आर्यन भाषा है.

उर्दू- 5.07 लगभग करोड़
उर्दू भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक है. यह जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में आधिकारिक भाषा के रूप में सूचीबद्ध है. ये पाकिस्तान की भी आधिकारिक भाषा है.

कन्नड़- 4.37 लगभग करोड़
तमिल की तरह, यह भी पूरी दुनिया में सबसे पुरानी जीवित भाषाओं में से एक है. ये भारत में दक्षिणी राज्यों में खास कर कर्नाटक में बोली जाती है. तमिल की तरह, यह भी पूरी दुनिया में सबसे पुरानी जीवित भाषाओं में से एक है. यह कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राज्य अमेरिका में भी बड़े पैमाने परबोली जाती है.

उड़िया- 3.75 लगभग करोड़
ओड़िया भारत की आधिकारिक भाषा है. इसे बोलने वाले अशिकांश लोग ओडिशा राज्य में केन्द्रित हैं. देश भर में 3.75 करोड़ वक्ताओं द्वारा यह भाषा बोली जाती है.

मलयालम- 3.48 लगभग करोड़
भारत में 3.48 करोड़ लोगों की भाषा मलयालम है. ये केरल, पुडुचेरी और लक्षद्वीप राज्यों में बोली जाती है. इस भाषा की जड़ें भी द्रविड़ भाषाओं में से ही हैं.

खूबसूरत चीज होती है भाषा
इंसानों की सबसे खूबसूरत चीज होती है उनकी भाषा और बोली. कहा जाता है भाषा को ऐसी होनी चाहिए जो मानव से मानव के बीच संबंध विकसित करे. हालांकि हर भाषा की अपनी सुंदरता होती है. वो बात अलग है कि राजनीति या अन्य किसी कारणों से कई बार टकराव की स्थिति बन जाती है. हमारा मानना ये है कि हर भाषा का सम्मान करना चाहिए और जहां तक हो सके अपनी मातृ भाषा, स्थानीय भाषा/बोली या राज भाषा के अलावा अन्य भाषाओं को सीखने की कोशिश करनी चाहिए.

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भारत में सबसे ज्यादा बोले जानी वाली मातृभाषा में हिंदी नंबर वन, संस्कृत की स्थिति खराब

| Updated: Jun 27, 2018, 12:15 PM

भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी पहले नंबर पर है। 2011 के जनगणना के आधार पर भारतीयों भाषाओं के आंकड़े के अनुसार हिंदी को मातृभाषा के रूप में बताने वाले लोगों की संख्या में 2001 के जनगणना के मुकाबले में 2011 में बढ़ोतरी हुई है...

सांकेतिक तस्वीर

भारती जैन, नई दिल्ली
भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी पहले नंबर पर है। 2011 के जनगणना के आधार पर भारतीयों भाषाओं के आंकड़े के अनुसार हिंदी को मातृभाषा के रूप में बताने वाले लोगों की संख्या में 2001 के जनगणना के मुकाबले में 2011 में बढ़ोतरी हुई है। 2001 में 41.03% लोगों ने हिंदी को मातृभाषा बताया था जबकि 2011 में इसकी संख्या बढ़कर 43.63% हो गई है। बांग्ला भाषा दूसरे नंबर पर बरकरार है वहीं, मराठी ने तेलुगू को तीसरे स्थान से अपदस्थ कर दिया है। 22 सूचीबद्ध भाषाओं में संस्कृत सबसे कम बोली जाने वाली भाषा है।

केवल 24,821 लोगों ने संस्कृत को अपनी मातृभाषा बताया है। बोलने वालों की सख्या के लिहाज से संस्कृत बोडो, मणिपुरी, कोंकणी और डोगरी भाषओं से भी नीचे है। 2011 जनगणना के आंकड़े के अनुसार गैर सूचीबद्ध भाषाओं में अंग्रेजी को करीब 2.6 लाख लोगों ने मातृभाषा बताया। अंग्रेजी को पहली भाषा बताने वाले लोगों में सबसे ज्यादा 1.06 लाख लोग महाराष्ट्र से हैं। तमिलनाडु इस मामले में दूसरे स्थान पर और कर्नाटक तीसरे स्थान पर है।

जानें, भारत में कौन सी भाषा बोलते हैं कितने लोग


गैर सूचीबद्ध भाषआों में राजस्थान में बोली जाने वाली भिली/भिलौडी भाषा 1.04 करोड़ की संख्या के साथ पहले नंबर पर है। इसके बाद गोंडी दूसरे नंबर पर है। इसे बोलने वालों की संख्या 29 लाख है।

2011 के आंकड़े


भारत में बांग्ला को मातृभाषा बताने वालों लोगों का प्रतिशत बढ़कर 8.3% हो गया है। मराठी बोलने वालों की संख्या 2001 की तुलना में 6.99% से बढ़कर 2011 में 7.09% हो गया है। 2001 में तेलुगू भाषा बोलने वाली संख्या 7.19% से घटकर 2011 में 6.93% पर पहुंच गया है।

हिंदी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली मातृभाषा


उर्दू 2001 में छठे स्थान पर था लेकिन, 2011 के आंकड़े के अनुसार वह खिसककर सातवें स्थान पर पहुंच गई है। गुजराती ने 4.74% बोलने वालों की संख्या के साथ छठे स्थान पर कब्जा कर लिया है।

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हिंदी के बाद भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा कौन सी है?

भारत में हिंदी सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है. खास बात ये है कि 2011 के जनगणना के आधार पर हिंदी बोलने वाले लोगों में इजाफा हुआ है. 2001 में 41.03 फीसदी लोगों ने हिंदी को मातृभाषा बताया था जबकि 2011 में इसकी संख्या बढ़कर 43.63% हो गई है. वहीं दूसरे स्थान पर बांग्ला भाषा बरकरार है, उसके बाद मराठी का नंबर है.

भारत की सबसे बड़ी भाषा कौन सी है?

भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी पहले नंबर पर है। 2011 के जनगणना के आधार पर भारतीयों भाषाओं के आंकड़े के अनुसार हिंदी को मातृभाषा के रूप में बताने वाले लोगों की संख्या में 2001 के जनगणना के मुकाबले में 2011 में बढ़ोतरी हुई है।

भारत की प्रथम भाषा कौन सी है?

दुनिया भर में फैले तमाम विश्विद्यालय एवं शिक्षण संस्थान संस्कृत को सबसे प्राचीन भाषा मानते हैं. ऐसा माना जाता है कि दुनिया की तमाम भाषाएँ कहीं-ना-कहीं संस्कृत से ही निकली है. संस्कृत भाषा ईसा से 5000 साल पहले से बोली जाती है. संस्कृत आज भी भारत की राजभाषा है.

दुनिया की सबसे अच्छी भाषा कौन सी है?

सबसे शुद्ध भाषा संस्कृत है इसलिए इसे अमृत वाणी भी कहते है.

दुनिया में सबसे ज्यादा भाषा किसकी है?

दुनिया में सबसे ज्यादा भाषा पापुआ न्यू गिनी में ही बोली जाती है, 800 से भी ज्यादा. भाषा और बोली में विविधता के सूचकांक में यह दुनिया का नंबर एक देश है.

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