Allahabad Bank का Indian Bank से 1 अप्रैल, 2020 को विलय हो चुका है.
नई दिल्ली:
इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक के साथ विलय हो चुका है. ऐसे में अब बैंक के ग्राहकों के लिए बहुत सारी चीजें बदल गई हैं. 1 जुलाई, 2021 से बैंक का IFSC कोड यानी Indian Financial System Code बदल चुका है, ट्रांजैक्शन जारी रखने के लिए ग्राहकों को नया IFSC कोड अपडेट कराना होगा. इस विलय से ग्राहकों के लिए IFSC कोड के अलावा, मोबाइल बैंकिंग ऐप, चेक बुक और बैंक का पुराना पासबुक भी बदल चुका है.
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बता दें कि दोनों बैंकों का विलय 1 अप्रैल, 2020 को ही हो गया था. बैंक कई महीनों से नए बदलावों तो लेकर ग्राहकों को जागरूक कर रहा है, लेकिन अभी तक सभी ग्राहकों का ट्रांजिशन नहीं हो पाया है. और अब नया IFSC कोड भी लागू हो गया है. बैंक का IFSC कोड 'IDIB' से शुरू होगा.
क्या हैं नए बदलाव और कैसे अपनाना है इन्हें?
- जिन लोगों का इलाहाबाद बैंक में अकाउंट रहा है, उन्हें अब ऑनलाइन बैंकिंग के लिए इंडियन बैंक का ऐप indOASIS डाउनलोड करना पड़ेगा.
- ग्राहक इंटरनेट बैंकिंग के लिए इस लिंक //indianbank.net.in का इस्तेमाल कर सकेंगे.
- अब बैंक का IFSC कोड 'ALLA' की बजाय 'IDIB' से शुरू होगा.
- आप या तो नए IFSC कोड के लिए अपने होम ब्रांच जाकर जानकारी मांग सकते हैं या फिर www.indianbank.in/amalgamation इस लिंक पर जाकर कोड पता कर सकते हैं.
- इसके अलावा ग्राहक अपने रजिस्टर्ड नंबर से 92688 01962 मोबाइल नंबर पर SMS कर सकते हैं और एक मैसेज के जरिए उन्हें अपना IFSC कोड पता चल जाएगा. आपको इस फॉर्मेट में मैसेज करना होगा- IFSC<SPACE><OLD IFSC>
- इलाहाबाद बैंक के ग्राहक 1800 425 00000 इस कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करके भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
- इंडियन बैंक के ब्रांचों पर नई चेकबुक और पासबुक मिलने लगी हैं, आप वहां जाकर अपना नया प्रति ले सकते हैं.
हिंदी न्यूज़ बिजनेसआज से बदल गया इलाहाबाद बैँक, अब जाना जाएगा इस नए नाम से
आज से बदल गया इलाहाबाद बैँक, अब जाना जाएगा इस नए नाम से
केन्द्र सरकार के आठ महीने पहले बैंक विलय के फैसले का आज (बुधवार) से लागू हो जाएंगे। इसी कड़ी में प्रदेश की पहचान बनी इलाहाबाद बैंक का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। यह अब इंडियन बैंक के नाम से पहचानी...
Shivendra हिन्दुस्तान टीम, लखनऊ।Wed, 01 Apr 2020 08:37 AM
केन्द्र सरकार के आठ महीने पहले बैंक विलय के फैसले का आज (बुधवार) से लागू हो जाएंगे। इसी कड़ी में प्रदेश की पहचान बनी इलाहाबाद बैंक का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। यह अब इंडियन बैंक के नाम से पहचानी जाएगी। इसी के साथ पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में भी अन्य बैंकों का विलय हो गया।
इलाहाबाद बैंक की विलय की लगभग सारी प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया गया है। इलाहाबाद आफीसर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रामनाथ शुक्ला ने बताया कि एक अप्रैल से इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक में होना तय है। बैंक की ज्यादातर शाखाओं में अब इंडियन बैंक का लोगो और लेजर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
वहीं, पंजाब नेशनल बैंक में ओरियंटल बैंक आफ कामर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक में सिंडीकेट बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बैंक में आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का विलय प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई। विलय के बाद पंजाब नेशनल बैंक अब अपनी 17.94 लाख करोड़ रुपये की रकम के साथ भारत में दूसरे नम्बर की बैंक बन गई है।
क्यों हुआ बैंकों का विलय
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि इससे पहले तीन बैंकों के विलय से फायदा हुआ, रिटेल लोन ग्रोथ में 25 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। 50 साल पहले जुलाई 1969 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 14 निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया
था।