अलंकार
अलंकार की परिभाषा
‘अलंकार’ में दो शब्द मिले हैं – अलम + कार
‘अलम्’ का अर्थ है – भूषण या सजावट।
इस प्रकार अलंकार का शाब्दिक अर्थ है – आभूषण अथवा जो अलंकृत या भूषित करे। इनके प्रयोग से भाषा चमत्कारी बनती है। ये भाषा में शब्द और अर्थ की दृष्टि से सौंदर्य उत्पन्न करते हैं। अलंकार के मुख्यतः दो भेद होते हैं।
- शब्दालंकार
- अर्थालंकार
- शब्दालंकार –काव्य में जहाँ शब्दों के विशिष्ट प्रयोग से सौंदर्य और चमत्कार उत्पन्न होता है, वहाँ शब्दालंकार होता है, ‘कोमल कलाप कोकिल कामनीय कूकती थी। यहाँ ‘का’ वर्ण की आवृत्ति से शब्द के स्तर पर चमत्कार उत्पन्न किया गया है।
शब्दालंकार के भेद-
(i) अनुप्रास अलंकार – जब काव्य में एक ही वर्ण की आवृत्ति बार-बार होती है तो वहाँ अनुप्रास अलंकार होता है; जैसे
- मुदित महीपति मंदिर आए। (म तथा ‘स’ वर्गों की आवृति) सेवक सहित सुमंत बुलाए।
- तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहु आए। (त वर्ण की आवृत्ति)
- रघुपति राघव राजा राम (‘र’ वर्ण की आवृत्ति)
- सुरभित सुंदर सुखद सुमन तुझ पर खिलते है। (‘स’ वर्ण की आवृत्ति)
- कोमल कलाप कोकिल कमनीय कूकती थी (‘क’ वर्ण की आवृत्ति)
(ii) यमक अलंकार – जब कविता में किसी एक शब्द का एक से अधिक बार भिन्न-भिन्न अर्थों में प्रयोग होता हो, तब वहाँ
यमक अलंकार होता है; जैसे –
काली घटा का घमंड घटा।
यहाँ ‘घटा’ शब्द का प्रयोग दो बार हुआ है और दोनों बार उसका अलग अर्थ है। पहले ‘घटा’ का अर्थ ‘बादल’ और दूसरे घटा का अर्थ ‘कम होना है। अतः यहाँ यमक अलंकार है।
माला फेरत युग भया, फिरा न मन
का फेर।
कर का मनका डारि दे, मन का मनका फेर।
यहाँ मनका शब्द का प्रयोग बार-बार हुआ है। दूसरे और चौथे ‘मनका’ अर्थ है- मोती अथवा माला का दाना। पहले और तीसरे ‘मन का’ का अर्थ है- हृदय का।
(iii) श्लेष अलंकार – जहाँ किसी शब्द की आवृत्ति एक ही बार में हो, पर उस शब्द के एक से अधिक अर्थ हो, वहाँ श्लेष अलंकार होता है; जैसे
जो रहीम गति की कुल कपूत गति सोच।
बारे उजियारो करै, बड़े
अंधेरो होय।
बारे–जलने पर, होय होने पर, बड़े-बड़ा हो जाने पर बुझ जाने पर।
माँगने वाले को देखकर बार-बार वस्त्र देती है। माँगने वाले को देखकर बार-बार दरवाजा बंद कर लेती है।
- अर्थालंकार –काव्य में जहाँ अर्थ के कारण विशेष सौंदर्य या चमत्कार उत्पन्न होता है, वहाँ अर्थालंकार होता है।
अर्थालंकार के चार भेद होते हैं।
- उपमा अलंकार
- रूपक अलंकार
- उत्प्रेक्षा अलंकार
- मानवी अलंकार
(i) उपमा अलंकार – उपमा का सामान्य अर्थ है – समानता या मिलता-जुलता रूप दिखाना।
जहाँ किसी एक वस्तु या व्यक्ति के गुणों की तुलना किसी दूसरी प्रसिद्ध वस्तु या व्यक्ति से की जाती है वहाँ उपमा अलंकार होता है; जैसे- हाय फूल-सी कोमल बच्ची, हुई राख की थी ढेरी।
यहाँ बच्चों की कोमलता की तुलना फूल की कोमलता से की गई है।
उपमा अलंकार में तुलना के लिए
सा, सी, से जैसे योजकों का प्रयोग किया जाता है।
(ii) रूपक अलंकार – काव्य में जहाँ गुण, स्वभाव आदि की अत्यधिक समानता के कारण प्रस्तुत और (अप्रस्तुत) (उपमेय और उपमान) में भेद न दर्शाया जाए, उसे अभिन्न मान लिया जाए, तो वहाँ रूपक अलंकार होता है;
सामान्य शब्दों में उपमान और उपमेय को एक कर दिया है; जैसे
मैया मैं तो चंद्र खिलौना लै हों, चंद्रमा (उपमेय) में खिलौना (उपमान) का आनंद आरोपित है।
चरण कमल बन्दौ हरिराई (भगवान के चरणों
(उपमेय) में कमल (उपमान) का आनंद आरोपित है।)
(iii) उत्प्रेक्षा अलंकार – जहाँ भिन्न होते हुए भी समानता प्रकट करने के लिए उपमेय में उपमान की कल्पना या संभावना प्रकट की जाए, वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार होता है; जैसे
सोहत ओढ़े पीत पट स्याम सलोने गात।।
मनहू नीलमनि सैल पर आतप पर्यो प्रभात।।
(श्रीकृष्ण के सुंदर साँवले रंग के शरीर में नील मणि पर्वत और उनके पीतांबर में प्रात:कालीन धूप की है।)
(iv) मानवीकरण
अलंकार – जहाँ जड़ वस्तुओं या पदार्थों पर चेतन का आरोप हो अर्थात् प्रकृति के पदार्थों या तत्वों पर मानवीय भावनाओं या क्रियाओं का आरोप हो, वहाँ मानवीकरण अलंकार होता है। जैसे
अंबर पनघट में डुबों रही तारा घट उषा नागरी, प्रात:कालीन ‘उषा’ पर नगरी (चतुर स्त्री) का आरोप किया गया है।
(v) अतिशयोक्ति अलंकार – काव्य में जहाँ किसी व्यक्ति या वस्तु का वर्णन अत्यधिक बढ़ा-चढ़ाकर किया जाता हैं, वहाँ अतिशयोक्ति अलंकार
होता है; जैसे-
हनुमान की पूँछ में, लगन न पाई आग।
लंका सिगरी जल गई, गए निसाचर भाग ।।
हनुमान की पूँछ में आग लगने से पूर्व ही सारी लंका के जल जाने का वर्णन किए जाने के कारण यहाँ अतिशयोक्ति अलंकार है।
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पदबंध किसे कहते हैं। जब कोई शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है तो उसे पद कहते हैं और जब एक से अधिक पद मिलकर एक व्याकरणिक इकाई का काम करते हैं, तब उस बँधी हुई इकाई को ‘पदबन्ध‘ कहते हैं। शब्द- वर्णों के स्वतंत्र व सार्थक मेल को शब्द कहते है। जैसे- कमल, फूल, तालाब, … Read more
निबंध ,लिखने के लिए आवश्यक बातें January 16, 2022 by sudh.pk निबंध किसी भी विषय के मुख्य विचार और नज़रिए का एक सुव्यवस्थित रूप है। निबंध किसी एक विशेष विषय पर आधारित होता है। निबंध जानकारी, विचार या भावनाओं के संचार का एक प्रबल माध्यम है। निबंध के द्वारा व्यक्ति अपने विचारों का संचार करने में समर्थ … Read more
संज्ञा और संज्ञा के भेद
किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान अथवा भाव का बोध कराने वाले
शब्दों को संज्ञा कहते हैं; जैसे
प्राणियों के नाम – नेहा, आयुष, ओजस्व, अंशु, गाय, भैंस, कुत्ता, शेर आदि।
स्थानों के नाम – दिल्ली, बनारस, इलाहाबाद, पटना, अमेरिका, चीन, जापान, जयपुर, मथुरा आदि।
वस्तुओं के नाम – टीवी, कुरसी, पुस्तक, मोबाइल, फ्रीज़ आदि।
भावों के नाम – सुंदरता, बुढ़ापा, मिठास, बदबू, बुढ़ापा आदि।
संज्ञा के भेद
संज्ञा के निम्नलिखित तीन भेद होते हैं
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा
2. जातिवाचक संज्ञा
3. भाववाचक संज्ञा
- व्यक्तिवाचक संज्ञा –जो संज्ञा शब्द किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु स्थान या प्राणी का बोध कराते हैं,
- वे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाते हैं।
जैसे- रजनीश, लखनऊ, गंगा, हिमालय, कामायनी पूर्व, दिशा, दीपावली आदि। - जातिवाचक संज्ञा
–जो संज्ञा शब्द अपनी संपूर्ण जाति का बोध कराते हैं, उन्हें जातिवाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे – किसान, मजदूर, लेखक, मोर, गाय, हाथी, नदी, पर्व, पुस्तक, शहर, सैनिक, विद्यालय, देश, सड़क,बगीचा। ये सभी शब्द किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु, प्राणी या स्थान की ओर संकेत नहीं करते अपितु वे अपनी संपूर्ण जाति के लिए प्रयोग किए जाते हैं। ये सब जातिवाचक संज्ञा है। - भाववाचक संज्ञा –जो संज्ञा शब्द किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण, दोष, भाव, दशा व्यापार या मन के भाव का बोध कराए, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे – मानवता, मित्रता, प्यास, दया, अहिंसा, बुढ़ापा, मिठास, गरमी, सरदी, सुख-दुख, यौवन, बचपन आदि भाव है। इनका कोई मूर्त रूप या आकार नहीं होता, इन्हें केवल अनुभव किया जा सकता है। ये सभी भाववाचक संज्ञाएँ हैं।
अंग्रेजी व्याकरण से प्रभावित होकर कुछ विद्वान संज्ञा के और दो भेद करते हैं।
इस प्रकार संज्ञा के कुल पाँच भेद हो जाते हैं। परंतु कुछ विद्वान उपर्युक्त भेदों को जातिवाचक संज्ञा के ही भेद मानते हैं। आइए क्रम से इन दोनों को भी समझें ।
- समुदायवाचक –जो संज्ञा शब्द किसी समूह, झुंड या समुदाय का बोध कराते है, उन्हें समुदायवाचक संज्ञा कहते हैं; जैसे- भीड़; सेना, सभा, गुलदस्ता, कक्षा गोष्ठी, मंडल, जत्था, संघ आदि।
- द्रव्यवाचक संज्ञा –जिन संज्ञा शब्दों से किसी, द्रव्य, पदार्थ अथवा धातु का बोध हो, उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं; जैसे ताँबा, पीतल, चाँदी, कोयला, घी, दूध, तेल, चावल, दाल, आटा आदि। हिंदी व्याकरण में समुदायवाचक तथा द्रष्यवाचक संज्ञा को जातिवाचक संज्ञा ही माना जाता है।
भाववाचक संज्ञा की रचना
भाववाचक संज्ञा शब्द जातिवाचक संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया तथा अव्यय से बनाए जाते हैं; जैसे
1. जातिवाचक संज्ञा शब्दों से
2. सर्वनाम शब्दों से
3. क्रिया शब्दों से
4. विशेषण शब्दों से
जातिवाचक संज्ञा से भाववाचक संज्ञा बनाना
- जातिवाचक संज्ञा द्वारा
जातिवाचक | भाववाचक |
माता दानव मानव राष्ट्र विद्वान शत्रु गुरु नारी व्यक्ति पुरुष युवा सज्जन मजदूर लड़का | मातृत्व दानवता मानवता राष्ट्रीयता विद्वता शत्रुता गुरुता नारीत्व व्यक्तित्व पौरुष यौवन सज्जनता मज़दूरी लड़कपन |
- ‘सर्वनाम शब्दों से भाववाचक संज्ञा बनाना
सर्वनाम | भाववाचक |
सर्व अपरना निज स्व मम पराया | सर्वस्व अपनापन निजत्व स्वत्व ममत्व परायापन |
- क्रिया शब्दों से भाववाचक संज्ञा शब्द बनाना
क्रिया | भाववाचक |
पढ़ना पूजना पहनना दौड़ना बुनना भूलना काटना कमाना सींचना सजाना जीतना थकना थकना माँगना लूटना सूझना चुनाव माँगना | पढ़ाई पूजा पहनावा दौड़ बुनाई भूल कटाई कमाई सिंचाई सजावट जीत थकवाट थकावट माँग लूट सूझ चुनना माँग |
- विशेषण शब्दों से भाववाचक संज्ञा बनाना
विशेषण | भाववाचक |
होशियार मुक्त चतुर उदार बूढ़ा चतुर खामोश हिंसक गरम कटु स्वस्थ अच्छा सभ्य उदास प्यासा गंदा निर्धन अमीर | होशियारी मुक्ति चतुराई उदारता बुढ़ापा चतुराई खामोशी हिंसा गरमी कटुता स्वास्थ्य अच्छाई सभ्यता उदासी प्यास गंदगी निर्धनता अमीरी |
- अव्यय से
बहुविकल्पी प्रश्न
सही विकल्प चुनिए-
1. व्याकरण में ‘नाम’ शब्द कहलाते हैं?
(i) सर्वनाम
(ii) संज्ञा
(iii) कर्म
(iv) क्रिया
- हिंदी व्याकरण के अनुसार संज्ञा के कितने भेद होते हैं?
(i) दो
(ii) तीन
(iii) चार
(iv) पाँच - जो शब्द किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु- स्थान या प्राणी का बोध कराए, वह कौन सी संज्ञा है?
(i) व्यक्तिवाचक
(ii) जातिवाचक
(iii) भाववाचक
(iv) इनमें से कोई नहीं - जो शब्द अपनी संपूर्ण जाति का बोध कराए, वह कौन-सी संज्ञा है?
(i) व्यक्तिवाचक
(ii) जातिवाचक
(iii) भाववाचक
(iv) समूहवाचक - भाववाचक संज्ञाएँ कितने प्रकार के शब्दों से बनती हैं
(i) पाँच
(ii) छह
(iii) चार
(iv) तीन - जिन संज्ञाओं को केवल महसूस किया जाता है, वे कहलाती हैं?
(i) जातिवाचक
(ii) द्रव्यवाचक
(iii) भाववाचक
(iv) व्यक्तिवाचक - ‘चावल’ शब्द है
(i) भाववाचक
(ii) द्रव्यवाचक
(iii) व्यक्तिवाचक
(iv) जातिवाचक - इन शब्दों में जातिवाचक संज्ञा है
(i) प्रेम
(ii) अध्यापक
(iii) अपनापन
(iv) बुढ़ापा - निम्न शब्दों में से भाववाचक संज्ञा है
(i), लिखावट
(ii) हिमालय
(iii) नदी
(iv) शहर - ‘आयुष आजकल मन लगाकर पढ़ता है’ में संज्ञा शब्द कौन-सा है?
(i) आजकल
(ii) ध्यानपूर्वक
(iii) आयुष
(iv) पढ़ता है।
उत्तर-
1. (ii)
2. (ii)
3. (i)
4. (ii)
5. (iii)
6.
(iii)
7. (ii)
8. (ii)
9. (i)
10. (iii)
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लिंग
लिंग – परिभाषा, भेद और उदाहरण
संज्ञा शब्द के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि वह पुरुष जाति का
है या स्त्री जाति का, उसे लिंग कहते हैं।
‘लिंग’ का अर्थ है- चिह्न।
लिंग संज्ञा का वह लक्षण है जो संज्ञा के पुरुषवाची या स्त्रीवाची होने का बोध कराता है।
लिंग के भेद
हिंदी भाषा में लिंग के दो भेद होते हैं
1. पुल्लिंग
2. स्त्रीलिंग
- पुल्लिंग –जो शब्द पुरुष जाति का बोध कराते हैं, वे पुल्लिंग कहलाते हैं;
जैसे-घोड़ा, हाथी, कुत्ता, आयुष आदि।
2. स्त्रीलिंग –जो शब्द स्त्री जाति का बोध कराते है, वे स्त्रीलिंग है; जैसे-घोड़ी, हथिनी, गायिका, आदि।
लिंग के भेद
सजीव वस्तुओं के लिंग की पहचान आसान है लेकिन निर्जीव वस्तुओं को व्यवहार और परंपरा के आधार पर स्त्रीलिंग या पुल्लिंग माना जाता है। ऐसे शब्दों का लिंग जानने के लिए उन शब्दों के साथ वाक्यों में जो क्रिया हो रही है या उनमें आए विशेषण शब्दों पर ध्यान दें, तो लिंग की पहचान आसान हो जाती है।
पुल्लिंग शब्दों की पहचान
प्राणीवाचक संज्ञा शब्द स्त्री-पुरुष या नर-मादा दोनों का बोध कराते हैं। कुछ शब्द सदा पुल्लिंग या सदैव स्त्रीलिंग रूप में ही प्रयोग किए जाते हैं।
सदैव पुल्लिंग शब्द
- बिच्छू, खरगोश, कौआ, खटमल, तोता, भेड़िया, मच्छर, गैंडा, उल्लू, बाज, चीता, भालू, कछुआ, गीदड़ आदि।
- कुछ समुदायवाचक संज्ञाएँ पुल्लिंग होती हैं तो कुछ स्त्रीलिंग, जैसे परिवार, दल, समाज, झुंड, जत्था, वर्ग, लोग, गुलदस्ता, समूह, संघ, कुटुंब आदि।
- पर्वत, सागर, देश, पेड़, महीने, धातु, तारे-ग्रह (नक्षत्र), रत्न, शरीर के अंग आदि नाम प्रायः पुल्लिंग में होते हैं।
- पर्वतों के नाम – हिमालय, विंध्याचल, आल्प्स , एंडिज आदि।
- सागरों के नाम – प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, अरब सागर आदि।
- देशों के नाम – अमरीका, इंग्लैंड, भारत, फ्रांस, रूस, चीन, जापान, इटली आदि।
- पेड़ों के नाम – चीड़, चिनार, जामुन, बरगद, नीम, पीपल, आम, अमरूद आदि। अपवाद-इमली, नारंगी स्त्रीलिंग।
- महीनों के नाम – मार्च, अप्रैल, आषाढ, ज्येष्ठ, कार्तिक, फाल्गुन, चैत्र, बैशाख आदि।
- धातुओं के नाम – पीतल, ताँबा, कांस्य, लोहा, सोना आदि। (अपवाद–चाँदी – स्त्रीलिंग)
- नक्षत्रों के नाम – बुध, शुक्र, मंगल, चंद्र, सूर्य, पृथ्वी आदि। (अपवाद-स्त्रीलिंग)
रत्नों के नाम –हीरा, पन्ना, मूंगा, पुखराज आदि।
शरीर के अंग –मुँह, हाथ, कान, गला, पैर, पेट, अँगूठा, बाल आदि।
दिनों के नाम – सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार आदि।
कुछ प्राणियों के नाम जैसे – गिलहरी, तितली, दीमक, मक्खी, मैना, छिपकली, चील, कोयल, मकड़ी, लोमड़ी, मछली, जें आदि।
वर्णमाला के कुछ अक्षर जैसे-अ, आ, उ, ऊ, क, ख, ग, घ, त, प, र, हे, आ पुल्लिंग में होते हैं।
स्त्रीलिंग शब्द बनाने का नियम
नदी, भाषा, लिपि, तिथि, बोली,
बरतन, आदि के नाम स्त्रीलिंग होते हैं; जैसे
नदियों के नाम – गंगा, सरस्वती, यमुना, कावेरी आदि।
भाषाओं के नाम – हिंदी, संस्कृत, मराठी, गुजराती, तमिल, अंग्रेजी, जर्मन आदि।
लिपियों के नाम – देवनागरी, रोमन, गुरुमुखी आदि।
तिथियों के नाम – पूर्णिमा, एकादशी, अमावस्या आदि।
बोलियों के नाम – देवनागरी,
रोमन, गुरुमुखी आदि।
कुछ बरतनों के नाम – कटोरी, थाली, चम्मच, कलछी, छलनी आदि।
शरीर के कुछ अंगों के नाम – गरदन, कमर, जीभ, उँगली, छाती, आँख आदि।
इसके अतिरिक्त जिन शब्दों के अंत में आई, ता, नी, आवट, आहट, ई, री, आस,
इया, इमा आदि प्रत्यय जुड़े होते हैं, वे भी स्त्रीलिंग में होते है; जैसे
आई – लड़ाई, धुलाई, कड़ाई, मिठाई, चिकनाई आदि।
ता
– निकटता, सुंदरता, मधुरता, एकता, मनुष्यता आदि।
नी – जापानी, चटनी, छलनी, कथनी, करनी आदि।
आवट – बनावट, सजावट, लिखावट, थकावट आदि।
आहट – घबराहट, सरसराहट, मुसकराहट आदि।
ई – खिड़की, लकड़ी, गरमी, सरदी, मज़दूरी आदि।
री – बकरी, परी आदि।
आस
– भड़ास, प्यास आदि।
इया – चिड़िया, गुड़िया, पुड़िया, बुढ़िया, लुटिया आदि।
इमा – लालिमा, गरिमा, कालिमा, महिमा आदि।
सदैव ये शब्द स्त्रीलिंग होते हैं – गिलहरी, तितली, दीमक, मक्खी, मैना, छिपकली, चील,
कोयल, मकड़ी, लोमड़ी, मछली, जू आदि। संस्कृत के कुछ ऐसे शब्द जो आकारांत होते हैं,
वे भी स्त्रीलिंग में होते हैं; जैसे- क्रिया, कृपा, घृणा, सुता, छात्रा आदि।
पद सूचक शब्द न तो स्त्रीलिंग होते हैं न पुल्लिंग। इन्हें उभयलिंगी कहते हैं। ये दोनों के लिए प्रयोग किए जाते हैं; जैसे-पार्षद, सचिव, गवर्नर, राजदूत, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, डॉक्टर, मैनेजर आदि।
पुल्लिंग से स्त्रीलिंग बनाने के नियम
शब्दों के अंत ‘आ’ जोड़कर
छात्र छात्रा
शिष्य शिष्या
शब्दों के अंत में ‘ई’ जोड़कर
पुत्र पुत्री
नर नारी।
शब्दों के अंत में ‘इया’ जोड़कर
बेटा बिटिया
चिड़ा चिड़िया
लोटा लुटिया
बूढ़ा बुढ़िया
बछड़ा बछिया
कुत्ता कुतिया
शब्दों के अंत में आनी, आणी जोड़कर
नौकर नौकरानी
सेठ सेठानी
इंदू इंद्राणी
शब्दों के अंत में ‘इन’ जोड़कर
माली मालिन
पापी पापिन
बाद्य बाघिन
शब्दों के अंत में ‘नी’ जोड़कर
ऊँट ऊँटनी
मोर मोरनी
जाट जाटनी
राजपूत राजपूतानी
भार भारनी
भील भीलनी
शब्दों के अंत में इको जोड़कर
गायक गायिका
लेखक लेखिका
सेवक सेविका
शिक्षक शिक्षिका
बालक बालिका
पुस्तक पुस्तिका
शब्दों के अंत में वान-मान को क्रमशः वती-मती में बदलकर
ज्ञानवान ज्ञानवती
धनवान धनवती
पुत्रवान पुत्रवती
सत्यवान सत्यवती
रूपवान रूपवती
श्रीमान श्रीमती
मर्द औरत
भाई भाभी/बहन
वर वधू
राजा रानी
कवि कवयित्री
पिता माता
मियाँ बीवी
बैल गाय
युवक युवती
सास ससुर
पति पत्नी
विधुर विधवा
साधु साध्वीबहुविकल्पी प्रश्न
- सदैव पुल्लिंग में प्रयोग किए जाने वाले शब्द हैं
(i) मोर
(ii) सांप
(iii) भालू
(iv) कुत्ता - पुरुषजाति का बोध कराने वाले शब्द कहलाते हैं
(i) पुल्लिंग
(ii) स्त्रीलिंग
(iii) उभयलिंगी
(iv) इनमें से कोई नहीं - राष्ट्रपति शब्द है
(i) स्त्रीलिंग
(ii) पुल्लिंग
(iii) उभयलिंगी
(iv) इनमें से कोई नहीं - इनमें
स्त्रीलिंग और पुल्लिंग एक समान रहता है
(i) मैनेजर
(ii) नर
(iii) मादा
(iv) आदमी - ‘गायिका’ शब्द का पुल्लिंग है
(i) गाना
(ii) गवैया
(iii) गायक
(iv) इनमें से कोई नहीं - जिन शब्दों के अंत में ‘इका’ होता है वे सदा होते हैं
(i) पुल्लिंग
(ii) स्त्रीलिंग
(iii) नित्य पुल्लिंग
(iv) नित्य स्त्रीलिंग - ‘कोयल’ शब्द है
(i) सदैव पुल्लिंग
(ii) स्त्रीलिंग
(iii) नित्य स्त्रीलिंग
(iv) नित्य पुल्लिंग - ‘लिंग’ ‘विकारक तत्व है
(i) संज्ञा का
(ii) भाषा का
(iii) विशेषण का
(iv) क्रिया का
उत्तर-
1. (iii)
2. (i)
3. (iii)
4. (i)
5. (iii)
6. (ii)
7. (iii)
8. (i)
//shudhhindi.in/educational/
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सामान्य निर्देश:
(क) इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं-खंड ‘क’ और खंड ‘ख’।
(ख) खंड ‘क’ में कुल 3 प्रश्न पूछे गए हैं। तीनों प्रश्नों में कुल 8 उपप्रश्न दिए गए हैं। इनमें से 5 के उत्तर दीजिए।
(ग) खंड ‘ख’ में कुल 5 प्रश्न हैं तथा इन सभी में कुल 13 उपप्रश्न दिए गए हैं। इनमें से निर्देशानुसार 7 उपप्रश्नों के उत्तर दीजिए।
खंड- ‘क’ (पाठ्यपुस्तक तथा पूरक पाठ्यपुस्तक) (14 अंक )
- निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर 25-30 शब्दों में लिखिए (2×2=4)
(क) ‘कर चले हम फिदा’ कविता में कवि ने ‘सीता का दामन’ पंक्ति का प्रयोग किस संदर्भ में किया है?
(ख) कंपनी द्वारा वजीर अली को पद से हटाने का क्या कारण था? ‘कारतूस पाठ के आधार पर बताइए।
(ग) ‘पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता में कवि ने झरनों की तुलना किससे की है तथा वे किसका गुणगान कर रहे हैं?
- निम्नलिखित दो प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर 60-70 शब्दों में लिखिए (1×4=4)
(क) कुछ लोगों को धन प्राप्त होते ही उनका व्यवहार बदल जाता है। वे किसी की सहायता करने के
बजाए धन के नशे में चूर रहते हैं। ‘मनुष्यता’ कविता के अनुसार बताइए कि मनुष्य अहंकारी कब हो
जाता है तथा उसके अहंकारी बनने का क्या कारण है ?
(ख) रागिनी के पति कोरोना काल से पहले एक अच्छी फर्म में अच्छे वेतन पर कार्य करते थे। उस समय
वे शुकून भरा जीवन जी रहे थे। उनके सभी खर्चे आसानी से पूरे हो रहे थे, लेकिन कोरोना महामारी और
उसके कारण लगे लॉकडाउन के कारण सब अस्त-व्यस्त हो गया। फर्म बंद हो गई। अब रागिनी के पति
को पहले की अपेक्षा काफी कम वेतन में एक दूसरी फर्म में काम करना पड़ रहा है। सभी खर्चे ज्यों के
त्यों, लेकिन आमदनी कम होने के कारण रागिनी अपने कोरोना से पहले के दिनों को याद करती रहती है।
उसका अब किसी काम में मन नहीं लगता उसका सिर पूरा दिन भारी बना रहता है और अब उसे गुस्सा भी जल्दी आ जाता है।
इसका क्या कारण हो सकता है? ‘पतझर में टूटी पत्तियाँ’ पाठ में ‘झेन की देन’ से हमें जो सौख मिलती है
क्या वह रागिनी के लिए लाभदायक हो सकती है? स्थिति का मूल्यांकन करते हुए अपने विचार लिखिए।
- निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लिखिए ( 2×3=6)
(क) इधर भावी आशंकाओं को मद्देनजर रखते हुए हरिहर काका के भाई उनसे यह निवेदन
करने लगे थे कि अपनी जमीन वे उन्हें लिख दें। उनके सिवाय उनका और अपना है ही कौन?
इस विषय पर हरिहर काका ने एकांत में मुझसे काफी देर तक बात की। अंततः हम इस निष्कर्ष
पर पहुंचे कि जीते-जी अपनी जायदाद का स्वामी किसी और को बनाना ठीक नहीं होगा। चाहे वह
अपना भाई या मंदिर का महंत ही क्यों न हो? हरिहर काका तथा लेखक ने किस विषय पर बातचीत की थी?
उनकी बातचीत के बाद हरिहर काका ने क्या निर्णय लिया?
(ख) ‘सपनों के-से दिन’ पाठ से हमें क्या संदेश मिलता है? स्पष्ट कीजिए ।
(ग) इफ्फन से मित्रता करना तथा उसकी दादी के प्रति टोपी का लगाव उसके परिवार वालों को
पसंद नहीं था इफ़्फ़न से मित्रता करने के लिए उसके भाई मुन्नी बाबू ने भी घर में शिकायत करके
उसकी पिटाई करवाई थी। टोपी ने अपने भाई मुन्नी बाबू के विषय में कौन-सा रहस्य छिपाकर रखा था तथा क्यों?
खंड ‘ख लेखन (26 अंक)
- निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 150 शब्दों
में अनुच्छेद लिखिए (6)
(क) ऑनलाइन शिक्षा का बढ़ता प्रचलन
संकेत बिंदु:
- ऑनलाइन शिक्षा का अर्थ
- वर्तमान में ऑनलाइन शिक्षा का स्वरूप
. ऑनलाइन शिक्षा के लाभ व हानि
(ख) आधुनिक जीवन शैली और स्वास्थ्य
संकेत बिंदु:
.भूमिका
.आधुनिक जीवन-शैली
.आधुनिक जीवन शैली और स्वास्थ्य
(ग) वर्तमान शिक्षा पद्धति संकेत बिंदुः
- भूमिका
.माध्यमिक शिक्षा की आवश्यकता
. शिक्षा की उपयोगिता
- लाउडस्पीकरों का अनुचित प्रयोग रोकने के लिए स्थानीय पुलिस आयुक्त को लगभग 120 शब्दों में एक पत्र लिखिए । (5)
अथवा
आपने नया कंप्यूटर खरीदा है, किंतु खरीदने के एक महीने बाद उसमें खराबी आ गई।
आपकी शिकायत पर दुकानदार ने कोई ध्यान नहीं दिया। कंपनी के मुख्य मैनेजर को लगभग 120 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
6.(क) विद्यालय में वृक्षारोपण समारोह के आयोजन के लिए आपको संयोजक बनाया गया है।
विद्यालय की सहभागिता के लिए एक सूचना लगभग 50 शब्दों में लिखिए। (2.5)
अथवा
विद्यालय में हो रहे हिंदी दिवस की तैयारी के लिए स्कूल के विद्यार्थियों से उनके द्वारा
शामिल की जाने वाली गतिविधियों के सुझाव आमंत्रण हेतु एक सूचना लगभग 50 शब्दों में लिखिए।
(ख) विद्यालय के प्रधानाचार्य की ओर से विद्यालय दिवस समारोह के आयोजन से संबंधित
बैठक के लिए लगभग 50 शब्दों में सूचना लिखिए। (2.5)
अथवा
आप अपने विद्यालय के संगीत अकादमी के सचिव अर्जुन श्रीवास्तव हैं। विद्यालय की ओर से होने
वाली संगीत प्रतियोगिता की सूचना 50 शब्दों में लिखिए।
- (क) किसी ज्वैलर्स की ओर से लगभग 50 शब्दों में विज्ञापन लिखिए। (2.5)
अथवा
किसी बैंक द्वारा ग्राहकों को दी जाने वाली सुविधाओं के लिए एक विज्ञापन लगभग 50 शब्दों में लिखिए।
(ख) किसी प्रकाशन संस्थान की पुस्तक का विज्ञापन लगभग 50 शब्दों में तैयार कीजिए। (2.5)
अथवा
पेन बनाने वाली किसी कंपनी की ओर से लगभग 50 शब्दों में विज्ञापन तैयार कीजिए ।
- ‘जाको राखे साइयाँ, मार सके न कोय उक्ति को आधार बनाकर एक लघुकथा लिखिए। (5)
अथवा
‘सोने का घर ( सुनहरा घर ) ‘ शीर्षक पर एक लघुकथा लिखिए।
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सामान्य निर्देश: (क) इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं-खंड ‘क’ और खंड ‘ख’। (ख) खंड ‘क’ में कुल 3 प्रश्न पूछे गए हैं। तीनों प्रश्नों में कुल 8 उपप्रश्न दिए गए हैं। इनमें से 5 के उत्तर दीजिए। (ग) खंड ‘ख’ में कुल 5 प्रश्न हैं तथा इन सभी में कुल 13 उपप्रश्न दिए … Read more
सामान्य निर्देश:
(क) इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं-खंड ‘क’ और खंड ‘ख’।
(ख) खंड ‘क’ में कुल 3 प्रश्न पूछे गए हैं। तीनों प्रश्नों में कुल 8 उपप्रश्न दिए गए हैं। इनमें से 5 के उत्तर दीजिए।
(ग) खंड ‘ख’ में कुल 5 प्रश्न हैं तथा इन सभी में कुल 13 उपप्रश्न दिए गए हैं। इनमें से निर्देशानुसार 7 उपप्रश्नों के उत्तर दीजिए।//shudhhindi.in/educational/
खंड- ‘क’ (पाठ्यपुस्तक तथा पूरक पाठ्यपुस्तक) (14 अंक )
- निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए। (2×2 = 4)
(क) मैथिलीशरण गुप्तजी की कविता ‘मनुष्यता’ के आधार पर बताइए कि एक उदार व्यक्ति की पहचान किस प्रकार होती है?
(ख) ‘कर चले हम फिदा’ कविता के सैनिकों और ‘कारतूस’ एकांकी के नायक ‘वजीर अली’
में आपको क्या समानता देखने को मिलती है? विश्लेषण करते हुए अपने मत के समर्थन में तर्क प्रस्तुत कीजिए।
(ग) ‘झेन की देन’ पाठ के आधार पर बताइए कि ‘टी-सेरेमनी’ में चाय पीने के
बाद लेखक ने स्वयं में क्या परिवर्तन महसूस किया?
- निम्नलिखित दो प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर 60-70 शब्दों में लिखिए l(1×4 = 4)//shudhhindi.in/educational/
(क) मनोहरलाल ने एक बार अपने गंतव्य तक जल्दी पहुँचने के लिए जंगल का छोटा रास्ता ले लिया,
लेकिन उस रास्ते में उसका सामना हिंसक जानवरों से होने लगा। वह मुख्य सड़क तक पहुँचने ही वाला था
कि उसके सामने अचानक एक तेंदुआ आ गया। कुछ देर के लिए मनोहरलाल घबरा गया, लेकिन उसने
स्वयं को सँभाला और एक लकड़ी उठाकर तेंदुए का सामना करने का निश्चय किया। तेंदुआ मनोहरलाल
की तरफ लपका, लेकिन वह भी लकड़ी लेकर उसकी ओर बढ़ा। तेंदुआ सकपका गया। उसने थोड़ी
देर के लिए मनोहर लाल की आँखों में देखा और फिर जंगल में भाग गया। आखिर मनोहरलाल ने तेंदुए
जैसे खतरनाक जानवर को भगाने में कैसे सफलता प्राप्त की।
‘कारतूस’ पाठ के नायक वज़ीर अली और मनोहरलाल में आप क्या समानता पाते हैं?
(ख) देश प्रेम और देश सेवा ये दोनों शब्द अन्य महत्त्वपूर्ण शब्दों में सर्वोपरि हैं। वास्तव में
अपने देश के प्रति स्वयं को जो अर्पित कर देता है, उसकी महानता असीम होती है। वह
क्षण उस व्यक्ति के लिए स्वयं को गौरवान्वित करने का अद्भुत पल होता है और समस्त राष्ट्र
उसके सम्मान में अपनी पलकें बिछा देता है। कैफी आजमी की “खींच दो अपने ख़ू से ज़मीं
पर लकीर” पंक्ति की सार्थकता उसके वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सिद्ध कीजिए।
- निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लिखिए । (2×3 =6)//shudhhindi.in/educational/
(क) हरिहर काका और लेखक पड़ोसी थे। उनका संबंध बहुत अच्छा था। हरिहर काका अपने
जीवन की परेशानियों को लेखक को बताते थे। यहाँ तक कि जमीन-जायदाद संबंधी सलाह भी
वे उनसे लेते थे। ‘हरिहर काका’ पाठ के आधार पर बताइए कि लेखक एवं हरिहर काका के बीच क्या संबंध था?
(ख) लेखक का विद्यालय बहुत छोटा था। स्कूल की प्रार्थना के समय प्रधानाचार्य बाहर आते और
अनुशासन में खड़े छात्रों को देखकर बहुत खुश होते थे। मास्टर प्रीतमचंद खेल के अध्यापक थे,
वह स्वभाव से बहुत कठोर थे। ‘सपनों के-से दिन’ पाठ के आधार पर ‘पीटी सर’ की चारित्रिक विशेषता का वर्णन कीजिए।
(ग) ‘टोपी शुक्ला’ पाठ के आधार पर बताइए कि कस्टोडियन क्या होता है तथा इफ्फन
की दादी के मायके का घर कस्टोडियन में क्यों चला गया?
खंड ‘ख’ लेखन (26 अंक)
- निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 150 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए । (6)
(क) स्वच्छ भारत अभियान//shudhhindi.in/educational/
संकेत बिंदु : ०अभिप्राय • प्रकार • लाभ
(ख) शिक्षा का निजीकरण
संकेत बिंदु : .भूमिका • निजीकरण के सकारात्मक प्रभाव • शिक्षा के निजीकरण से दुष्प्रभाव
(ग) आत्मविश्वास और सफलता
संकेत बिंदु : ०भूमिका ॰आत्मविश्वास का महत्व ० आत्मविश्वास की पहचान
- अधिशासी अभियंता, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, गाजियाबाद को लगभग 120 शब्दों में एक पत्र लिखकर शिकायत कीजिए कि आपके एवं अन्य लोगों के मकानों के सामने स्थित पार्क की स्थिति बहुत दयनीय है। (5)
अथवा
बस में यात्रा करते हुए आपके कुछ आवश्यक कागजात बस में ही छूट गए। उन्हें प्राप्त करने हेतु बस सेवा के ‘खोया पाया अनुभाग ‘ के कार्यालय में अधिकारी को लगभग 120 शब्दों में पत्र लिखिए।
- (क) अगले महीने में आपके विद्यालय में वार्षिक उत्सव होने वाला है। आप अपने विद्यालय के विद्यार्थी परिषद् के सचिव हैं।वार्षिक उत्सव के संबंध में विद्यार्थी परिषद् की बैठक के लिए लगभग 50 शब्दों में एक सूचना तैयार कीजिए । ( 2 . 5 )
अथवा
आप फैरी पब्लिक स्कूल मॉडल टाउन, दिल्ली की छात्रा आरोही गुप्ता है। विद्यालय में आपको एक पर्स मिला है। इसके संदर्भ में लगभग 50 शब्दों में सूचना लिखिए।
(ख)प्रधानाचार्य के द्वारा विशेष कक्षा के आयोजन हेतु लगभग 50 शब्दों में सूचना लिखिए। ( 2 .5 )
अथवा
स्काउट गाइड कैंप के आयोजन हेतु विद्यार्थी परिषद् की बैठक के लिए लगभग 50 शब्दों में सूचना लिखिए।
- (क) योगा दिवस पर लगभग 50 शब्दों में विज्ञापन लिखिए।(2 .5)
अथवा
पेंसिल बनाने वाली प्रसिद्ध कंपनी की ओर से लगभग 50 शब्दों में विज्ञापन लिखिए।
(ख) दीपावली के उत्सव पर किसी इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद की कंपनी की ओर से धमाका सेल का
विज्ञापन लगभग 50 शब्दों में लिखिए। (2.5)
अथवा
किसी फुटवियर्स कंपनी का विज्ञापन लगभग 50 शब्दों में लिखिए।
- ‘गंगा और मैं’ विषय पर लगभग 120 शब्दों में एक लघुकथा लिखिए।(5)
अथवा
‘पर उपदेश कुशल बहुतेरे’ उक्ति को आधार बनाकर लगभग 120 शब्दों में एक लघुकथा लिखिए।
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सामान्य निर्देश:
(क) इस प्रश्न-पत्र में दो खंड हैं-खंड ‘क’ और खंड ‘ख’।
(ख) खंड ‘क’ में कुल 3 प्रश्न पूछे गए हैं। तीनों प्रश्नों में कुल 8 उपप्रश्न दिए गए हैं। इनमें से 5 के उत्तर दीजिए।
(ग) खंड ‘ख’ में कुल 5 प्रश्न हैं तथा इन सभी में कुल 13 उपप्रश्न दिए गए हैं। इनमें से निर्देशानुसार 7 उपप्रश्नों के उत्तर दीजिए।
खंड- ‘क’ (पाठ्यपुस्तक तथा पूरक पाठ्यपुस्तक) (14 अंक )
- निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर 25-30 शब्दों में लिखिए l (2×2=4)//shudhhindi.in/educational/
(क) ‘पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता के आधार पर बताइए कि कवि ने शाल के वृक्ष को भयभीत होकर धरती में धँसते हुए क्यों कहा है?
(ख) ‘कर चले हम फिदा’ कविता में कवि ने साथियों संबोधन का प्रयोग किसके लिए किया है?
(ग) ‘झेन की देन’ पाठ के आधार पर “सभी क्रियाएँ इतनी गरिमापूर्ण ढंग से की कि उसकी हर
भंगिमा से लगता था मानो जयजयवंती के सुर गूंज रहे हों।” का आशय स्पष्ट कीजिए।
- निम्नलिखित दो प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर 60-70 शब्दों में लिखिएl (1×4=4)//shudhhindi.in/educational/
(क) मानव जीवन नश्वर है, मनुष्य मरणशील है, जिसका जन्म हुआ है, उसकी मृत्यु निश्चित है।
हमारी मृत्यु ऐसी होनी चाहिए कि मृत्यु के उपरांत भी लोग महान कार्यों के लिए याद किए जाएँ।
‘मनुष्यता’ कविता के आधार पर बताइए कि मनुष्य अपना जीवन किस प्रकार सार्थक बना सकता है?
(ख) चंद्रशेखर आजाद जैसे महान क्रांतिकारी का नाम किसने नहीं सुना होगा? उनकी जाँबाजी, उनकी
वीरता और उनके साहस की गाथाएँ इतनी थीं कि अंग्रेज उनसे आमना-सामना करने से खौफ खाते थे।
इनकी क्रांति के किस्से प्रत्येक भारतीय नौजवान के रोंगटे खड़े कर देते हैं और हृदय में राष्ट्र के प्रति
प्रेम बढ़ जाता है। अल्फ्रेड पार्क में हुई एक लड़ाई के दौरान में उन्होंने जीवित न पकड़े जाने के
कारण स्वयं को गोली मार ली थी। परंतु इनके साहस से खौफ खाए हुए अंग्रेज इनकी मृत देह के पास भी न जा सके थे।
‘कारतूस’ पाठ में कौन- न-सा पात्र चंद्रशेखर आजाद के गुणों के समकक्ष है और क्यों?
स्थिति का मूल्यांकन करते हुए अपने विचार लिखिए।
- निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लिखिएl (2×3=6)
(क) हरिहर काका द्वारा घर छोड़कर एक रात के लिए ठाकुरबारी में रहने और
उनके भाइयों द्वारा अनुनय-विनय करने पर वापस घर जाने वाली बातें गाँव में फैल चुकी थीं।
इसी बीच लोग तरह-तरह की बातें करने लगे थे। गाँव के लोग हरिहर काका की जमीन को किसके नाम करने की राय देते थे?
(ख) पीटी साहब की ‘शाबाशी’ फौज के तमगों-सी क्यों लगती थी? स्पष्ट कीजिए।//shudhhindi.in/educational/
(ग) टोपी की दादी टोपी के अम्मी शब्द बोलने से पर में हंगामा खड़ी कर देती है।
उन्हें किसी मुसलमान से मित्रता करना पसंद नहीं था। यहाँ तक कि पूरबी बोली भी
उन्हें गँवारों की भाषा लगती थी। टोपी ने इफ्फन से दादी बदलने की बात क्यों की थी, उसे अपनी दादी पसंद क्यों नहीं थी?
खंड ‘ख’ लेखन (26 अंक)
- निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत बिंदुओं के आधार पर लगभग 150 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए(6)
(क) मीडिया का वर्चस्व
संकेत बिंदु:
मीडिया की उपयोगिता • मीडिया के प्रशंसनीय कार्य ॰मीडिया के नकारात्मक पहलू
(ख) खेलकूद का महत्व
संकेत बिंदु:
भूमिका . खेलकूद से लाभ .खेलकूद की आवश्यकता
(ग) छात्र असंतोष
संकेत बिंदु :
भूमिका • छात्र असंतोष का प्रभाव .शिक्षा का महत्व
- अपने नगर के स्वास्थ्य अधिकारी को लगभग 120 शब्दों में पत्र लिखकर अपने
- खाने की वस्तुओं में मिलावट की घटनाओं के प्रति उनका ध्यानाकृष्ट कीजिए।(5)
अथवा
आप नालंदा शहर की यात्रा करना चाहते हैं। उस स्थान को प्राप्त करने के लिए पर्यटन विभाग के
अधिकारी को लगभग 120 शब्दों में पत्र लिखकर पूछताछ कीजिए।
- (क) विद्यालय के प्रधानाचार्य की ओर से विद्यार्थियों को फुटबॉल टीम में सम्मिलित
- होने के लिए लगभग 50 शब्दों में सूचना लिखिए। ( 2 . 5 )
अथवा
अपना परिचय पत्र जाने की जानकारी देते हुए लगभग 50 शब्दों में सूचना लिखिए।//shudhhindi.in/educational/
(ख) आपके विद्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। विद्यालय के
प्रधानाचार्य की ओर से एक सूचना तैयार कीजिए, जिसमें विद्यार्थियों से इस बात का
अनुरोध किया गया हो कि वे अपने अभिभावक को रक्तदान के लिए प्रेरित करें। ( 2 .5 )
अथवा
आप यमुना पब्लिक स्कूल में हिंदी विभाग के सचिव हैं आपके विद्यालय में आयोजित
दोहा गायन प्रतियोगिता के लिए विद्यार्थियों को आमंत्रित करते हुए लगभग 50 शब्दों में सूचना लिखिए।
- (क) ‘कोरोना महामारी :बचाव ही है सुरक्षा ‘ के संबंध में विज्ञापन लिखिए। ( 2 . 5 )
अथवा
किसी राज्य के पर्यटन विभाग की ओर से राज्य में पर्यटन को
बढ़ावा देने के लिए एक विज्ञापन लगभग 50 शब्दों में लिखिए।
(ख) गर्मियों की छुट्टियों में किसी संस्थान द्वारा ‘कत्थक नृत्य’ सीखने हेतु लगभग 50 शब्दों में विज्ञापन लिखिए। ( 2 . 5 )
अथवा
उत्तम गुणवत्ता की कॉपियों अथवा नोटबुक्स बनाने वाली कंपनी की ओर से लगभग 50 शब्दों में विज्ञापन लिखिए।
- ‘जहाँ सुमति तह संपत्ति नाना’ उक्ति को आधार बनाकर एक लघुकथा लिखिए। ( 5 )
अथवा
‘ जहाँ चाह , वहाँ राह ‘ उक्ति को आधार बनाकर एक लघुकथा लिखिए ।
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प्रशन 1 निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर रचनात्मक लेख लिखिए। (5) क मंच पर प्रस्तुति ख संचार क्रांति और भारत//shudhhindi.in/ ग वन रहेंगे हम रहेंगे प्रशन 2 आपके क्षेत्र में एक सड़क को चौड़ा करने के बहाने आवश्यकता से अधिक पेड़ काटे गए हैं इसकी विस्तृत जानकारी देते हुए वन और … Read more