जल की बर्बादी रोकने के लिए कौन कौन से घरेलू उपाय करने चाहिए - jal kee barbaadee rokane ke lie kaun kaun se ghareloo upaay karane chaahie

पानी का अपव्यय कैसे रोका जा सकता है?

इसे सुनेंरोकेंजल के भंडारण एवं आपूर्ति को व्यवस्थित कर जल के अपव्यय को रोका जा सकता है। जल, जंगल और जमीन को ध्यान में रखते हुए अधिक से अधिक पेड़ तथा पौधे अपने गांव और तालाबों के आस-पास लगाने चाहिए। अगर गांव में नदी है, तो एनीकट बनाकर पानी का संग्रहण करना चाहिए।

जल को बचाने के लिए हमें क्या करना चाहिए?

जल संरक्षण के आसान उपाय अपनायें , वर्षा जल बचायें

  1. पानी पीते समय गिलास को जूठा नहीं करना चाहिए।
  2. सुबह मग में पानी लेकर आधा लीटर पानी से मंजन किया जा सकता है।
  3. अगर बाल्टी में पानी लेकर मग से नहाया जाये तो 20 से 30 लीटर पानी से आराम से नहाया जा सकता है।

जल की बर्बादी रोकने के लिए हमें कौन कौन से घरेलू उपाय करने चाहिए बताइए?

इसे सुनेंरोकेंकर्मचारी सबमर्सिबल पंप को खुला छोड़कर बातों में लगे रहते हैं। पालिकाध्यक्ष साधना गुप्ता ने कहा कि पानी की बर्बादी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। लीकेज पानी के पाइपों की मरम्मत कराई जा रही है और टोंटी विहीन नलों में नई टोंटियां लगवाई जा रहीं हैं। बरनाहल।

जल एक नवीकरणीय संसाधन है कैसे?

इसे सुनेंरोकेंजल एक नवीकरणीय योग्य संसाधन है। प्रकृति में जल एक जलचक्र द्वारा हमेशा गतिमान रहता है, जो हमें उपलब्ध रहता है। उदाहरणस्वरुप जल का प्रयोग हम अपने घरों, उद्योगों आदि में करते हैं। बादलो के कारण वर्षा होती है और इस प्रकार जल पुनः पृथ्वी पर वापस आता है और हमें उपलब्ध होता है।

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इसे सुनेंरोकेंखेती-किसानी में पानी के अपव्यय को बूंद-बूंद सिंचाई पद्धति अपनाकर रोका जा सकता है। इस विधि से सिंचाई करने से पानी सीधा पौधों की जड़ तक पहुंचता है और 70 प्रतिशत पानी के अपव्यय रोका जा सकता है। इसके अलावा फव्वारा सिंचाई विधि बहुत अच्छा विकल्प है। खेतों में डिग्गी बनाकर बरसात के पानी को इकट्ठा किया जा सकता है।

राजस्थान में पानी के संरक्षण के क्या तरीके अपनाए जाते हैं 3 वाक्य में लिखें?

इसे सुनेंरोकेंकुँओं, बावड़ियों, तालाबों, झीलों के पुनरूद्धार के साथ-साथ पश्चिमी राजस्थान में प्रचलित जल संरक्षण की विधियों जैसे नाड़ी, टाबा, खड़ीन, टांका या कुण्डी, कुँई आदि को प्रचलित करना आवश्यक है। वर्षा कम होने के कारण जितनी वर्षा होती है उसके जल को संग्रहीत कर वर्षपर्यन्त उसका उपयोग किया जाता रहा है।

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पृथ्वी का 70% क्षेत्र जल में आवृत है, परन्तु उनमें से केवल 3% जल स्वच्छ एवं मानवीय उपयोग के लायक है।[१] एक पर्याप्त वर्षा वाले क्षेत्र में रहने के बावजूद, पानी की व्यवस्था, पंप, गरम, पुनः पंप और पुनः व्यवस्था करने हेतु ऊर्जा की जरूरत है। सौभाग्यवश, प्रमाणित जर्माफोब्स से लेकर खाद (कम्पोस्ट)-शौचालय स्तर के संरक्षण तक, सभी के लिए जल संरक्षण के उपाय हैं। सामान्य चार सदस्य का परिवार प्रतिदिन 450 लीटर (120 गैलन) पानी का प्रयोग करता है, जो की साल में 164,000 लीटर (44000 गैलन) होता है।

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    नल का पानी बचाएँ: घरेलू काम जैसे दाढ़ी बनाते, दाँत साफ, स्नान करते, बरतन और हाथ धोते समय नल बन्द रखें। नहाते समय, साबुन लगाने के दौरान नल बन्द रखें और उतनी ही देर नल खुला रखें जितनी देर पानी साबुन निकालने के लिए आवश्यक हो। नल बन्द होते समय पानी का तापमान बदलने के लिए एक मुड़ने वाला वाल्व लें और उसे फव्वारा नल के पीछे लगा दें।

    • गर्म पानी के भरने के इंतजार में, नल और फव्वारे से आने वाला ठंडा पानी बर्बाद न होने दें और उसे संग्रहित करें। इसे पौधों में डालने और फ्लश करने के लिए फ्लश की टंकी में भर दें।
    • वैसे तो गर्म पानी की टंकी में ठंडे पानी की टंकी के मुकाबले ज़ादा गाद और ज़ंग होता है, इसके बावजूद, यह पानी पीने योग्य है। यदि आप वाटर फिल्टर का प्रयोग करते हैं, तो आप फिल्टर हुए पानी को बोतल में भरें और ठंडा पानी पीने के लिए फ्रिज में रखें।

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    टपकती हुई पाइपलाइन की जाँच करें, खास तौर पर रिसने वाले फ्लश टैंक और नल: हर रिसने वाली पानी के उपकरण को ठीक करवाए। बिना आवाज़ के टपकने वाले फ्लश टैंक से प्रतिदिन 30-500 गैलन पानी बरबाद हो सकता है!

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    सस्ते और कम बहाव वाले फव्वारे एवं नल लगवाएँ: कम बहाव वाले उपकरण सस्ते होते हैं ($10-$20 एक फव्वारे की कीमत और $5 से भी कम एक नल की कीमत है)। अधिकांश लोग पेंच से इसे एक जगह कस लेते है (इसके लिए आपको एक एडजस्टेबल रैंच की ज़रूरत पड़ेगी), और पारंपरिक इकाइयों के मुकाबले, अच्छे करण्ट वाली इकाइयाँ दबाव बनाए रखने और बहाव के जाँच के साथ आधे से भी कम पानी का प्रयोग करते है।

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    छोटा शावर स्नान लें: एक टाइमर, घड़ी या स्टॉपवाच अपने साथ स्नानघर ले जाएं और कम समय में स्नान करने की चुनौती लें। नहाते समय संगीत सुनकर और स्नान के समय को गानों की संख्या से चुनौती करें। शावर के बाहर दाढ़ी बनायें या दाढ़ी बनाते समय शावर बंद रखें।

    • नहाने के बदले शावर का प्रयोग करें। नहाने से आप 100 लीटर तक पानी इस्तेमाल करते हैं! शावर में नहाने से 100 लीटर का एक तिहाई से भी कम पानी का प्रयोग होता है।
    • शावर के नल के पीछे फिट होने वाला वाल्व लगाए। यह वाल्व सस्ते हैं और आसानी से लगाया जा सकता है। उतना ही पानी लें जितने से आप भीग जाएं। फिर, पानी का तापमान बनाये रखने के लिए वाल्व को तब तक बन्द रखें जब तक आप साबुन न लगा लें। उसके बाद शावर खोलें और साबुन धो लें।

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    स्नान करने, कपड़े और बर्तन धोने के बाद साबुन वाले पानी को बाग में उपयोग करें: हो सके तो, कपड़े धोने की मशीन के आउट लेट में नली लगा कर पानी को बाग की ओर भेज दें। नहाने के पानी का पुनः प्रयोग करने के लिए साइफन पंप का उपयोग करें। बर्तन छलने के बाद, साबुन वाला पानी एक कंटेनर में डालें और उसे बाग में बहा दें।

    • गर्म पानी का इंतजार करते समय, आप शुरू के ठंडे पानी का पुनः प्रयोग कर सकते हैं। उस पानी को एक बाल्टी, घड़े या हजारे में संग्रहित करें।
    • यदि आप (पानी का तापमान मिलाते समय) स्वच्छ पानी को संग्रहित करते हैं, तो आप उस पानी को नाज़ुक कपड़ों को हाथ से धोने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
    • उस पानी को संग्रहित करें जिससे आप फल और सब्जियों धोते हैं, और पास्ता या अंडे उबालने के लिए इस्तेमाल करते हैं।
    • यदि आप बाग़ बानी के लिए साबुन वाला पानी संग्रहित कर रहें हो तो, बाग को नुकसान न पहुंचाने वाले साबुन और शोधन करने वाले पदार्थों का प्रयोग करें।
    • यदि आपको लगता है कि साबुन वाला पानी आपके बाग के लिए उचित नहीं है, तो आप उस पानी को शौचालय में इस्तेमाल कर सकते हैं। उसे शौचालय सीट में ही उड़ेल दें या उससे फ्लश टैंक को भर दें (बशर्ते, उसमें मिट्टी न हो)।

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    अपने फ्लश टैंक को कम बहाव वाले फ्लश टैंक में बदल दें: टंकी में कम पानी का प्रयोग करने के लिए, पानी से भरी प्लास्टिक की बोतल को फ्लश टैंक में रखें। यदि आवश्यक हो तो, आप पानी की बोतल में कंकर या रेत डालकर उसे दबाकर रखें। या फिर, अपने जल बोर्ड से ‘हिप्पो’ या ‘सेव-अ-फ्लश’ को मँगवाएँ।[२]

    • अपने फ्लश टैंक की जांच करें क्योंकि, सभी फ्लश टैंक पानी की कम मात्रा में प्रभावशाली रूप से काम नहीं करते।[३]
    • यदि आपने बोतल को पानी में डूबे रहने के लिए कंकर या रेत डालें हैं तो, ध्यान रखें कि बोतल का ढक्कन बंद रहे ताकि कंकर या रेत फ्लश टैंक में न गिरे हों।
    • कम बहाव वाले फ्लश टैंक से अपग्रेड करें। ऐसे फ्लश टैंक केवल 6 लीटर (1.6 गैलन) या कम पानी से काम कर लेते हैं। खरीदने से पहले उसकी आलोचना करें।

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    दो बटन वाले फ्लश की टंकी खरीदें या बनवाएँ: यह एक ऐसा फ्लश टैंक है जो मूत्र त्यागने के बाद थोड़ा पानी और मल त्यागने के बाद ज़्यादा पानी का बहाव देता है, जिससे पानी की बचत होती है। दो बटन वाले फ्लश टैंक में अर्ध फ्लश बटन का प्रयोग करें।

    • आप दो बटन फ्लश परिवर्तन-किट भी खरीद सकते हैं जिससे पानी गटकने वाली फ्लश, पानी बचाने वाली फ्लश में बदलेगी और आपको गर्व महसूस होगी। इन्टरनैट पर सिलैक्टअफ्लश और टू-फ्लश जैसे यन्त्रों को ढूंढें। दोनों अच्छी तरह से काम करते हैं और पैसे भी बचाते हैं।

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    अपने शौचालय को उपयुक्त रूप से इस्तेमाल करने का ध्यान रखें: हर समय फ्लश न करें। याद रखें, “यदि शौचालय का पानी पीला है तो उसे रहने दिया जाए, यदि पानी भूरा है तो फ्लश करें।“ साथ ही, अपने शौचालय को कूड़े दान जैसे इस्तेमाल न करें। हर बार फ्लश करने पर आप 9 लीटर स्वच्छ पानी यूं ही गँवा रहे हैं, जो व्यर्थ है!

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    अपन वाशिंग मशीन को एक उच्च क्षमता मशीन से बदलें: पुराने तरीके की टॅाप लोडिंग मशीन हर धुलाई पर 40-50 गैलन पानी इस्तेमाल करता है और एक सामान्य चार सदस्य परिवार साल में 300 बार कपड़े धोता है। उच्च क्षमता मशीन, विशेषतः फ्रंट लोडिंग मशीन हर लोड के लिए 15-30 गैलन पानी का उपयोग करता है। इस प्रकार प्रतिवर्ष 11,400-34,000 लीटर (3000-9000 गैलन) पानी की बचत की जा सकती है।

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    मशीन की क्षमता पूरी होने पर बर्तन या कपड़े धोएं: मशीन में कपड़ों की एक लोड की क्षमता पूरी होने तक प्रतीक्षा करें। कपड़ों का लोड इसलिए न धोएँ क्योंकि आप एक पतलून अगले दिन भी पहना चाहते हैं। कपड़े धोते समय इकनोमिक मोड का उपयोग करें, इससे आपको पानी और बिजली की बचत होगी। यह बर्तन धोने वाली मशीन के लिए भी लागू होता है। इस मशीन को पूरा भरे, उससे ज़्यादा नहीं।

    • बर्तन धोने से पहले बर्तन को साफ़ करें। उनमें चिपके खाने के बड़े टुकड़ों को खरोंच कर कूड़े में या खाद के लिए डाल दें। यदि आपके बर्तन प्री-रिन्स के बिना साफ न होते हों, तो सुनिश्चित कीजिए की आपने मशीन में बर्तन ठीक तरह लगाए हैं या नहीं, और आप डिशवाशर में प्रभावी डिटर्जेंट का प्रयोग कर रहें हैं या नहीं, अथवा यह देखें कि आपका डिशवाशर सही काम कर रहा है या नहीं।
    • खास तौर पर आधुनिक और कुशल डिशवाशर, हाथ से बर्तन धोने की तुलना में पानी बचाते हैं, क्योंकि वे उसी पानी को मशीन की नलियों में पम्प द्वारा धकेलते हैं। यदि आप नया डिशवाशर लेने के लिए तैयार हैं, तो खरीदने से पहले मशीन की बिजली तथा पानी की खपत जाँच लें।
    • अपना अगला वाशिंग मशीन ध्यान से खरीदें। फ्रंट लोडर्स, टाप लोडर्स से कम पानी का प्रयोग करता हैं।
    • ऐसे डिटर्जेंट का उपयोग करें जो जल्द ही कपड़े धो दें और दुबारा धोने की ज़रूरत न पड़े।

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    कपड़े कम धोएँ: इसके लिए आपको और आपके परिवार को कम कपड़े धुलाई के लिए डालने पड़ेंगे, इससे आपके समय की बचत के साथ आपके कपड़े कम फटेंगे। जब तक आपके कपड़े मैले न दिख रहें हों या उनसे गंदी बू न आ रही हो, तब तक उन्हें धोने की जरूरत नहीं है।

    • नहाने के बाद तौलिए को हवा में सूखने के लिए उसे एक रैक पर टांग दें। उसे बहुत बार इस्तेमाल करने के बाद ही उसे धोने डाले। हर सदस्य के अलग-अलग तौलिए रखने से फायदा होगा। और जहाँ तक हो सके सब तौलिए अलग-अलग रंग के हों।
    • कपड़ों को एक से ज़्यादा बार पहने। यदि आप सोने से पहले स्नान करते हैं तो आप एक पैजामे को लगातार कुछ रातों तक पहन सकते हैं। जुराबों और अंडरवियर को हर रोज़ बदले, परन्तु स्लैक्स, जीन्स और स्कर्ट को धोने से पहले एक से ज़्यादा बार पहनें। यदि टी-शर्ट या टैंक टॅाप के ऊपर स्वेटर या स्वेटशर्ट पहने तो केवल अन्दर के कपड़ों को ही बदलें।
    • दोपहर के समय कपड़े न बदलें। यदि आप ऐसा काम कर रहें हैं जो आपके कपड़ों को गंदा करते है, जैसे- बाग बानी, रंगायी और कसरत करना, तो ऐसे कामों के लिए पुराने कपड़े रखें और उन्हें धोने से पहले कई बार इस्तेमाल करें। ऐसे काम नहाने से पहले करें जिस से की आपको दुबारा नहाना या दोबारा कपड़े न बदलने पड़े।

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    कूड़े निकासी की मशीन का प्रयोग ध्यान से करें: यह मशीन कूड़ा नष्ट करने के लिए बहुत पानी लेता है, जो की अनावश्यक है। ठोस कूड़ा सिंक में धोने से बेहतर उसे कूड़ेदान में जमा करें या खाद (कम्पोस्ट) बिन में डालें।[४]

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    पानी का मीटर लगवाएँ: आपको यह जानकर हैरानी होगी की आप कितना पानी इस्तेमाल हैं। पानी का मीटर लगाने से आप जागरूक रहेंगे और पानी की खपत कम कर पाएंगे।

    • यदि आपके पास पानी का मीटर पहले से है, तो learn how to read it. पानी के बहाव के अलावा, यह रिसाव का पता लगाने में भी मदद करता है। मीटर को एक बार पढ़े, सभी नल बन्द करके एक या दो घण्टे इंतज़ार करें और फिर से मीटर पढ़े। यदि मीटर माप बढ़ गया है तो समझें की कहीं से पानी रिस रहा है।
    • कई मीटरों में एक छोटा पहिया या गिअर लगा होता है जो की थोड़ा पानी बहने पर तेज़ी से घूमने लगता है। यदि आप निश्चित है कि सब नल बंद हैं और फिर भी मीटर का पहिया घूम रहा है, तो कहीं से पानी का रिसाव हो रहा है।
    • यदि आपके पानी का मीटर भूमिगत है तो उसे पढ़ने के लिए आपको उसके ऊपर से मिट्टी हटानी पड़ सकती है। पानी की बौछार से उसके तल को साफ करें।

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    अपने स्विमिंग पूल को ढक कर रखें: ऐसा करने से पानी भाप बनने से रुक जाएगा। कुछ जगहों में स्विमिंग पूल को भरना या खाली करना सीमित या प्रतिबंधित है, इसलिए इस कीमती धरोहर की सुरक्षा करना महत्वपूर्ण है।

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    पानी के प्रयोग का समयानुसार माप लें: पानी के छिड़काव यंत्र तथा घर के बाहर लगे हुए नलों पर एक टाइमर लगवाएँ। सस्ते तथा स्वचालित टाइमर लगवाएँ जो पानी की नली और नल के बीच पेच द्वारा लगाए जाते हैं, या अपने छिड़काव यंत्र या ड्रिप सिस्टम में प्रोग्राम टाइमर स्थापित करें । स्वचालित टाइमर से आप दिन के समय भी छिड़काव कर सकते हैं पौधे पानी को अच्छी तरह सोख लेते हैं।

    • यदि आप किसी चीज़ को हाथ से पानी दे रहें है, तो पानी खोलने से "पहले" एक टाइमर सेट करें या पानी डालते समय नली के साथ रहें।
    • मौसम के अनुसार फव्वारे और सिंचाई करने के टाइमर को अजस्ट करें। ठंडे और गीले मौसम में पौधों को पानी कम दें या बिलकुल न दें।
    • पौधों को अधिक पानी न दें, और न ही इतनी तेज़ी से दें कि पौधे की मिट्टी उतनी जल्दी पानी को सोख न पाए। यदि पानी बाग़ से बहकर किनारे के चलने वाले रास्ते तक पहुँच रहा है तो पानी डालने का समय कम करें या पौधों को पानी दो बार डाले जिससे की पानी को ज़मीन में सोख जाने का समय मिल जाए।

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    अपने स्प्रिंकलर और सिंचाई को चालू रखें: यदि आप टाइमर के साथ सिंचाई कर रहें हैं तो, सिंचाई को चालू करें। टूटे हुए स्प्रिंकलर हैड और नली की मरम्मत करें और ध्यान रखें की फव्वारे का पानी उसी ओर जा रहा है जहाँ आप उसे भेजना चाहते हैं।]

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    अपनी गाड़ी को बाग में धोएँ: इसके लिए नोक वाली नली या बाल्टी का प्रयोग करें। बाज़ार में वाटरलेस स्प्रे-ऐन्ड-वाइप कार साफ़ करने वाले उत्पादन मिलते है, परन्तु यह उत्पादन महंगे होते हैं।

    • गाड़ी को हर रोज़ न धोएँ। हर रोज़ छोटे मात्रा में जमा होने वाली धूल और मिट्टी से गाड़ी को नुकसान नहीं होता।
    • गाड़ी को कार वाश में धुलवाएँ। जितना पानी घर में गाड़ी धोने में लगता है, उससे कम पानी कार वाश में लगता है।
    • पर्यावरण को नुकसान न पहुँचाने वाले क्लेन्सर का उपयोग करें। ऐसा करने से आप धुलाई के पानी को बाग़ में डालने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

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    वाहन या पैदल मार्ग को पानी न धोएँ: धूल को झाड़ू, रेक या लीफ ब्लोअर से साफ करें और बाकी की गंदगी वर्षा के पानी से साफ होने दें। पानी का प्रयोग करने से केवल पानी बर्बाद होगी और उससे कुछ भी जलयोजित (हइड्रेट) नहीं होगा।

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    अपने बाग की जल-सक्षम रूप से देखभाल करें: केवल उन क्षेत्रों को पानी दे जहाँ ज़रूरत है और अगर लंबे समय से वर्षा ना हुई हो तो ही बाग में पानी दे। ट्रिगर नली का प्रयोग करें या हज़ारा का इस्तेमाल करके पानी बचायें। आप बारिश को संग्रहित करके उस पानी को पौधे, बाग और बगीचों में डालने के लिए इस्तेमाल करें।

    • बाग-बगीचों को रात में पानी दें। रात को पानी देने से मिट्टी को भीगने के लिए ज़्यादा समय मिलता है और दिन की गरमी न होने के कारण वाष्पीकरण नहीं होता है।
    • पानी गहराई तक डालें पर बार-बार नहीं। इससे पौधों की जड़ें ज़्यादा गहराई तक बढ़ेंगे और उन्हें अकसर पानी देने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। वैसे तो, घास की जड़ें ज़्यादा गहरी नहीं बढ़ती, फिर भी उनकी जड़ों को गहराई तक बढ़ने के लिए कम पानी देना चाहिए।
    • कम पानी से गहराई तक सिंचाई करने का एक तरीका धीमी ड्रिप इरिगेशन प्रणाली या छोटे फव्वारे लगाकर सिंचाई करें। सबसे सरल तरीका है सोकर होज़ का प्रयोग करना; दूसरे विकल्प ड्रिप टेप या छेद वाले होज़ हैं। इन प्रणालियों से जल वाष्पीकरण से व्यर्थ नहीं जाता और पौधों के पत्ते सूखे रहेंगे जिससे रोग कम करने में सहायता मिलती है। मिट्टी में दबाए ड्रिप टेप जड़ क्षेत्र में ज़्यादा कुशलता से पानी देती है। इन प्रणालियों में पानी में थोड़ा आम्ल डालने की आवश्यकता होगी जिससे की पानी में मौजूद कॅल्शीयम और आयरन छोटे छिद्रों को बन्द न करें।

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    उपयुक्त रूप से घास उगाये: घास बहुत छोटा न काटें। अपने घास काटने की मशीन के ब्लेड की ऊँचाई को बढ़ा दें या लम्बे समय तक घास न काटें। इससे आपको ज़्यादा पानी का प्रयोग नहीं करनी पड़ेगी।

    • घास कम उगाएं या न उगाएं। घास के अलावा कुछ उगाएं या लॅान का क्षेत्र कम करें। लॅान को बढ़ने में दूसरे पौधों और घास-फुस के मुकाबले ज़्यादा पानी और देखरेख की ज़रूरत पड़ती है।
    • यदि आप एक ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहाँ ज़्यादा वर्षा नहीं होती है, तो आप बाग में घास उगाने का विचार न रखें। इसके बजाए अपने क्षेत्र में पैदा होने वाले पौधे लगाएं, जिससे ज़्यादा पानी और खास देख-रेख की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।

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    उचित रूप से पौधे लगाएँ: बड़े पेड़ों के नीचे छोटे पौधे उगाएँ। यह वाष्पीकरण रोकता है, और पौधों को छाया देता है। आप पेड़ों के नीचे एक शेड गार्डन भी लगा सकते हैं।

    • देशी प्रजाति स्थानीय पानी की आपूर्ति करने के लिए अनुकूलित होते है, इसलिए इन्हें पूरक पानी की आवश्यकता नहीं होती।
    • क्ज़ैरीस्केपिंग डिज़ाइन्ज़ के लिए अपने स्थानीय नर्सरी को संपर्क करें।
    • पौधे को जीवित रखने के लिए आवश्यक पानी की मात्रा के बारे में जानकारी रखें और उससे ज़्यादा पानी न दें।
    • ऐसे पौधे उगाएँ जिनको एक जैसे मात्रा में पानी की ज़रूरत होती है। इसे हाइड्रो-ज़ोनिंग कहा जाता है, अर्थात, पौधों को पानी की मात्रानुसार, समूह करना, ताकि सारे पौधों को बराबर पानी मिले।
    • ज़मीन की रेखा और कुंडी का प्रयोग करें। पौधे की जड़ों में पानी डालने के लिए जड़ क्षेत्र में खुदाई करें, ना कि पौधे के आस-पास के क्षेत्रों में।
    • उप-सिंचाई वाले ऊँचे उठे गार्डन बेड्ज़ का प्रयोग करें (जैसे विकिंग बेड्ज़, ग्लोबल बकेट्स, ओल्ला-इरिगेशन और अर्थ-बाक्स प्लांटरज़)।

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    अपने बाग में सीलन को बनाए रखने के लिए मल्च का प्रयोग करें: एक आदर्श मल्च में खाद, पत्ते, सूखी घास, लकड़ी, अख़बार के टुकड़े और पेड़ की छाल होती है। कई मल्च मुफ्त या सस्ते में मिल हैं। सही औरगैनिक मल्च आपकी मिट्टी को बेहतर बनाने में सहायता करता है, और जंगली घास को नष्ट करके उन्हें पैदा होने से रोकता है।[५]

आपने कभी सोचा भी नहीं होगा कि जो भी आहार आप खाते है, उसे बनाने के लिए अलग-अलग मात्रा में पानी का उपयोग किया जाता है। इस पानी को वर्चुअल वाटर कहते है। नीचे कुछ तरीके दिए गए हैं जिससे आप ऐसे पदार्थ चुनें जिसमें सबसे कम मात्रा में वर्चुअल वाटर है।[६]

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    अपने वर्चुअल वाटर प्रयोग की छान-बीन करें: आप बहुत सी इन्टरनैट साइट की मदद ले सकते हैं जैसे this one.

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    पानी की बचत करने वाली प्रोटीन का सेवन करें: गाय का मीट सबसे ज़्यादा "महंगा" प्रोटीन है और चिकन तथा बकरी का मीट सबसे सस्ता प्रोटीन है। [७]

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    पानी पीएँ: अन्य पेय पदार्थ जैसे - वाइन, सोडा और जूस, सब बनाने के लिए पानी की ज़रूरत पड़ती है। [८]

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    प्रोसेस्ड फूड का सेवन कम करें: इसे तैयार करने के लिए पानी की आवश्यकता पड़ती है। आप इस पानी को तब बचा सकते हैं जब आप वह खाद्य पदार्थ खाएँ जो उसके नजदीकी स्रोत से बनें हों। [९]

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    अपनी ख़रीदारी में कटौती करें: वह टी-शर्ट? 713 गैलन पानी लेता है। 500 काग़ज़ के पन्ने? 1320 गैलन। जब बात पर्यावरण की है तो रिडूस (कम करना), रियूस (पुन: इस्तेमाल करना), और रीसाइकिल (पुन: निर्माण करना) सबसे अच्छी नीति है, तो यह पानी पर भी लागू है। [१०]

    • इसका यह अर्थ है कि, पुनः उपयोग किए जाने वाले उत्पादनों का प्रयोग कीजिए, जैसे कागज़ के प्लेट और प्लास्टिक के थैलों की जगह धोने लायक प्लेट और कपड़े की थैलों का उपयोग करना बेहतर है।

सलाह

  • जहाँ आप रहते हैं वहाँ जाँच कीजिए की जल संरक्षण यन्त्रों पर छूट है या नहीं। जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कुछ नगरपालिकाएं लो फ्लो शौचालय जैसी वस्तुओं पर छूट देती है। अन्य कई नगरपालिकाएं मुफ्त या कम दाम में नल और शावर हैड उपलब्ध कराते हैं।
  • यदि आपके इलाके में पानी की कमी है तो वाटर राशनिंग और कोई भी लगाए गए प्रतिबंध को ध्यान से समझें।
  • सफाई करने के यन्त्र, मोटर का तेल, फ्लोरेसैंट बल्ब, बैटरी, कीटनाशक दवाइयाँ और खाद जैसे खतरनाक चीज़ों को उचित ढंग से नष्ट करें। यूँ तो वेस्ट डिसपोज़ल प्रत्यक्ष रूप से जल संरक्षण नहीं करता, फिर भी उपलब्ध पानी की सुरक्षा एवं गुणवत्ता को बनाएँ रखना ज़रूरी है।
  • अपने परिवार के सदस्यों को शिक्षित करें और पानी बचाने के लिए उनका सहयोग लें।
  • वाशिंग मशीन से निकलने वाले पानी को अपनी गाड़ी धोने के लिए इस्तेमाल करें। सब्जियां एवं फलों को धोने के बाद बचने वाले पानी को बाग में डालें।
  • शावर से गर्म पानी के आने तक, ठंडे पानी को सहजता से संग्रहित करने के लिए, एक प्लास्टिक बोतल या अन्य जग का प्रयोग करें। कम से कम 1/2 गैलन बोतल का प्रयोग करें।

चेतावनी

  • यदि आप वर्षा के पानी को संग्रहित कर रहें हैं, तो उस पानी को मच्छरों से बचाकर रखें।
  • यदि आप साबुन वाले पानी को बाग में डालने की सोच रहें हैं, तो ध्यान रखें की आप पौधों को नुकसान न पहुँचाने वाले साबुन का प्रयोग करें। खाद्य पौधों में साबुन वाला पानी न डालें।
  • • वाटर राइट्स लाज कि वजह से आपने क्षेत्र में वर्षा के पानी को संग्रहित करना गैरकानूनी हो सकता है, इसलिए अपने जिले या समुदाय में इसकी जांच करें।

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पानी की बर्बादी रोकने के लिए हमें कौन कौन से घरेलू उपाय करने चाहिए?

घरेलू जल संरक्षण नल का पानी बचाएँ: घरेलू काम जैसे दाढ़ी बनाते, दाँत साफ, स्नान करते, बरतन और हाथ धोते समय नल बन्द रखें। नहाते समय, साबुन लगाने के दौरान नल बन्द रखें और उतनी ही देर नल खुला रखें जितनी देर पानी साबुन निकालने के लिए आवश्यक हो।

पानी की बर्बादी को कैसे रोक सकते हैं?

पानी की बर्बादी को हम निम्न तरीकों से रोक सकते हैं:.
जापानी तकनीकि अपनाकर: जापान में वाश बेसिन का यूज़ पानी टॉयलेट फ्लश में इस्तेमाल करके पानी की बचत की जा सकती है..
लीकेज चेक: हमें हमेशा अपने घर के सभी पाइपों की लीकेज को समय समय पे चेक करके रिपेयर करते रहना चाहिए. ... .

जल बचाने के लिए आप कौन से आसान उपायों को कर सकते हैं लिखिए?

हर दिन बालों को शैम्पू करने से बच सकते हैं ... .
दांत ब्रश करते समय नल को बंद रख सकते हैं ... .
शावर, टब की जगह बाल्टी से स्नान कर सकते हैं ... .
टॉयलेट फ्लश में रेत से भरी बोतल रख सकते हैं ... .
बरसात के पानी को स्टोर कर काम में ला सकते हैं ... .
पौधों को पानी देने के लिए वाटरिंग कैन का प्रयोग ... .
वॉशिंग मशीन में एकसाथ कपड़े धो सकते हैं.

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