नमस्कार दोस्तों, भारत में मुसलमानों के कई त्यौहार मनाये जाते हैं, तो चलिए जानते हैं, आज मुसलमानों का कौन सा त्यौहार हैं –
आज मुसलमानों का कौन सा त्यौहार हैं 2022
- 9 अगस्त – मुहर्रम
आज 9 अगस्त को मुहर्रम हैं, इस्लाम धर्म में नया साल मुहर्रम महीने से होता हैं, साल 2022 में मुहर्रम महिना 31 जुलाई से शुरू होता हैं.
इसके दसवें दिन यानि 9 अगस्त को मुहर्रम हैं, हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में यह त्यौहार मनाया जाता हैं.
मुहर्रम के दिन हजरत इमाम हुसैन की शहादत कर्बला में हुई थी, यह त्यौहार मातम का पर्व हैं, जो हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद दिलाता हैं.
इस दिन हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद करने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग जुलुस निकलते हैं, जिसमें वे ताजिया निकालते हैं.
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पुराने त्यौहार –
- बकरीद, ईद अल अजहा
रमजान महीने के 70वे दिन बकरीद मनाया जाता हैं, यह मुसलमानों का खास त्यौहार हैं, बकरीद को ईद उल अजहा भी कहा जाता हैं.
इस त्यौहार को पैगम्बर इब्राहीम की याद में मानते हैं, इस दिन मुसलमान समुदाय के लोग एक साथ मस्जिद में जाकर नमाज अदा करते हैं, इस त्यौहार को पुरे विश्व के मुसलमान बड़े धूम धाम से मनाते हैं.
कहते हैं की इस दिन अल्लाह के कहे जाने पर हजरत इब्राहिम अपने पुत्र हजरत इस्माइल की कुर्बानी अल्लाह को देने जा रहे थे.
लेकिन अल्लाह ने ये देख इस्माइल की जगह एक दुम्बे को रख दिया, जिससे हजरत इस्माइल को जीवनदान मिला, उन्हीं की याद में बकरीद मनाते हैं.
यह मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार हैं, इसमें रोजा रखना बहुत ही अहम हैं, रमजान की शुरुवात चाँद के दिखने के बाद शुरू होती हैं.
रोजा के अलावा इस्लाम के बाकी चार सिद्धांत भी बहुत महत्वपूर्ण हैं- नमाज, दान, आस्था और मक्का की हज यात्रा.
ये रमजान का महिना इस्लाम धर्म में सबसे पवित्र महिना हैं, वहीँ 2 मई को रमजान का पवित्र महिना खत्म हो जाता हैं.
- 18 मार्च –
- शब-ए-बारात
18 मार्च को शब-ए-बारात का त्यौहार हैं, यह मुस्लिम समुदाय के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार हैं, इसे प्रार्थना की रात भी कहा जाता है.
त्योहार के नाम में दो महत्वपूर्ण शब्द हैं, ‘शब’ का अर्थ रात और ‘बारात’ का अर्थ मासूमियत है। शब-ए-बारात की रात में मुसलमान अपने रिश्तेदारों और दोस्तों की कब्रों पर जाकर उनके लिए दुआएं मांगते हैं।
वे अपने किए गुनाहों से भी तौबा करते हैं। शब-ए-बारात के मौके पर कई मुसलमान दो दिनों का रोजा भी रखते हैं।
- 15 फरवरी –
- हजरत अली जयंती
15 फरवरी को हजरत अली जयंती हैं, यह दिन शिया मुसलमानों के लिए त्यौहार की तरह हैं, हजरत अली शिया मुस्लिम समुदाय के पहले इमाम थे.
हजरत अली का जन्म इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार 13 रज्जब 24 हिजरी पूर्व मुसलमानों के तीर्थ स्थल काबा में हुआ था, साल 2022 में 15 फरवरी को हजरत अली जयंती मनाया जाएगा.
वे पैगम्बर मुहम्मद के चचाजाद भाई और दामाद थे और उनका चर्चित नाम हज़रत अली है, हज़रत अली इस्लाम में चौथे खलीफा थे.
- 17 नवंबर – ग्यारहवीं शरीफ
17 नवंबर को ग्यारहवीं शरीफ का त्यौहार हैं, यह त्यौहार हजरत गौस-ए-पाक की याद में मनाया जाता हैं, इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग जगह जगह कार्यक्रम का आयोजन करते हैं और हजरत गौस-ए-पाक की जीवनी पर प्रकाश डालते हैं.
18 या 19 अक्टूबर को मिलाद उन नबी का त्यौहार मनाया जाता हैं, इसी दिन इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगम्बर मोहम्मद का जन्म हुवा था.
- 19 अक्टूबर – मिलाद उन नबी
ये त्यौहार इस्लाम धर्म का सबसे खास त्यौहार हैं, पैगम्बर मोहम्मद आज ही के दिन पैदा हुए थे और आज ही के दिन उनका निधन हुवा था.
अरबी में इस त्यौहार को मौलिद उन नबी कहते हैं, जिसमें मौलिद का अर्थ हैं “जन्म”, इस त्यौहार को बारावफात भी कहाँ जाता हैं.
इस्लामिक ऐतिहासिक ग्रंथों के अनुसार पैगम्बर मोहम्मद का जन्म सन 570 में सऊदी अरब में इस्लामी कैलेण्डर के तीसरे महीने के 12वे दिन हुवा था.
मिलाद उन नबी पर लोग मस्जिदों में जाकर नमाज पढ़ते हैं और घर में पकवान बनाते हैं और मिठाईयाँ बाटते हैं, साथ ही सार्वजानिक स्थलों पर कार्यक्रम भी करते हैं.
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