खाने वाली मिट्टी कैसे बनती है - khaane vaalee mittee kaise banatee hai

Mitti Khane Ki Adat Kaise Chode – मिट्टी जिसका योगदान हमारे इंसान के जीवन में बहुत ज्यादा हैं। मिट्टी ही हमें खाने के लिए अनाज देता है। इसके साथ ही मिट्टी से हमें ऐसे चीज मिलती है जो किसी और चीज से नहीं मिल सकता है।

मिट्टी इस धरती के अस्तित्व के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है। मिट्टी को खाना एक बहुत ही बुरी आदत होती है। मिट्टी को खाने की बुरी आदत किसी को भी लग सकती है।

चाहे वह उम्र में बड़ा हो या फिर छोटा हो। मिट्टी को खाने की आदत ज्यादा तर छोटे बच्चो को लगती है।

छोटे बच्चे अपना ज्यादा समय मिट्टी के साथ ही बिताते है। यदि एक बार भी वह इस मिट्टी को खाए और उन्हें मिट्टी का स्वाद अच्छा लग जाए तो इसके बाद वह मिट्टी को खाने की आदत बन जाती है।

उम्र में बड़े व्यक्ति को भी मिट्टी खाने की आदत भी लग जाती है। इसका कारण कभी मजाक में मिट्टी को खाना हो सकता है।

या फिर किसी दूसरे के कहने पर मिट्टी को खाने का कारण हो सकता है। या फिर कभी कभी खुद ही मन करता है मिट्टी को खाने का।

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मिट्टी खाना बुरी आदत क्यों है

आखिर मिट्टी को खाना एक बुरी आदत क्यों होती है। इसका सीधा सा जवाब है। मिट्टी को खाने और पचाने के काबिल इंसान का शरीर नहीं है।

मिट्टी को खाने से शरीर में काफी घातक बीमारी का जन्म होता है। मिट्टी में कई तरह के जीव भी होते है जो कि हमें बीमार कर सकते है।

इसी सब कारण से मिट्टी को खाने की आदत को बुरी आदत में शामिल किया जाता है।

मिट्टी खाने की मन क्यों करता है

मिट्टी का स्वाद काफी बेहतरीन होता है। पका मिट्टी का स्वाद किसी पके मुफ़ली के जैसा लगता है। मिट्टी को ज्यादा खाने का मन गर्भवती महिला को भी करता है। इसके पीछे गर्भवती महिला के शरीर में आने वाले बदलाव कारण होते है।

हम आपको बता दे कि एक बार मिट्टी का स्वाद अच्छा लग जाने के बाद हमेशा मिट्टी खाने का मन करने लगता है।

मिट्टी खाने की आदत कैसे छोड़े (Mitti Khane Ki Adat Kaise Chode)

mitti khane ki aadat kaise chhode

मिट्टी खाना एक बुरी आदत होती है लेकिन इस बुरी आदत को छोड़ने का तरीका भी होता है। कुछ ऐसी आदत और काम है जिसकी मदद से मिट्टी खाने की आदत को छोड़ा जा सकता है। चलिए जानते है।

मिट्टी को पास न रखें

मिट्टी खाने की आदत को छोड़ने के लिए ज्यादा से ज्यादा कोशिश करे के आपके पास किसी भी प्रकार की मिट्टी न हो।

ज्यादा तर पका मिट्टी खाने का मन करता है तो अगर आप पका मिट्टी खाते है तो कभी भी पका मिट्टी अपने पास ना रखे।

अगर अभी तक आपने अपने पास मिट्टी रखा हुआ है तो उसे आज ही खुद से दूर कर दें।

मिट्टी के स्वाद के जैसा कुछ और खाए

मिट्टी को खाने पर सभी को अलग-अलग प्रकार का स्वाद मिलता है। तो मिट्टी खाने को बंद करने के लिए उस चीज को खाना शुरू कर दे जिसका स्वाद आपको मिट्टी के स्वाद के जैसा लगे। जैसे मूंफली।

मिट्टी के स्वाद वही चीज को हमेशा अपने पास रखे। जब भी आपको मिट्टी खाने का मन करें। आप तुरंत उसको खा ले।

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मिट्टी खाने को मना करने के लिए दूसरे से कहे

अपनी मिट्टी खाने की आदत छोड़ने के लिए आप अपने आसपास के लोगो को बताये कि जब भी आप मिट्टी खाए तब आपको दूसरे मना करें।

अब आप जब भी मिट्टी खाएगे तब आपको दूसरे मना करेगे और इस प्रकार से आप कम समय में मिट्टी खाने की आदत को छोड़ सकते है।

आप खुद से वादा भी कर सकते है कि आप अब से कभी मिट्टी नहीं खाएगे। अगर अब से आप जब भी मिट्टी खाएगे तो आप खुद से ही मिट्टी को खाने से रोकेंगे।

मिट्टी खाने के बारे में न सोचें

मिट्टी खाने की आदत छोड़ने के लिए अपनी मिट्टी खाने की आदत को और ना ही मिट्टी खाने के स्वाद के बारे में सोचे।

जब भी आप मिट्टी खाने के बारे में सोचते है तो आपको मन कर सकता है मिट्टी खाने का। आपके सोचने के कारण आपके मन में आता होगा कि बस आज एक बार मिट्टी खा लूँ।

उसके बाद मैं कभी भी मिट्टी नहीं खाऊंगा। इसलिए मिट्टी खाने के बारे में सोचना ही बंद कर दे।

21 दिनों तक मिट्टी न खाए

लगातार 21 दिन तक मिट्टी को न खाने के बाद आपकी मिट्टी खाने की आदत छूट सकती है।

कई research के बाद यह मालूम हुआ कि लगातार 21 दिन तक किसी काम को करने पर वह काम करना हमारी आदत में शामिल हो जाएगी। इसलिए आप भी इस 21 दिन नियम का पालन करें।

बस आप खुद को 21 दिन तक मिट्टी को खाने से रोक कर रख ले। 22 दिन आपको खुद ही मिट्टी खाने का मन नहीं करेगा।

अपनी आदत को बदले

आदत बहुत कुछ चीजों का कारण बनता है। आज कोई भी व्यक्ति जो कुछ भी है उसका कारण आदत ही है।

आदत को सीखना और अपनी आदत को सुधारना बहुत ही जरूरी होता है किसी भी बुरी आदत को छोड़ने में।

अंत में

हमने जाना कि हम कैसे मिट्टी खाने की आदत को छोड़ सकते है? मिट्टी खाने की बुरी आदत किसी को भी लग जाती है।

जिसके बाद मिट्टी खाने की आदत छूटती ही नहीं है। पर हमने यहाँ पर ऐसे तरीके जाना जिसकी मदद से हम अपनी मिट्टी खाने की आदत को छोड़ सकते है।

इसे सुनेंरोकेंमुल्तानी मिट्टी, हाइड्रेटड ऐल्युमिनियम सिलिकेट्स का रूप है। यह मुल्तान यानी पाकिस्तान के एक स्थान में पायी जाती है, इसलिए इसका नाम इसके जन्म स्थल पर मुल्तानी रखा गया है। इसमें मैग्नेशियम, क्वार्ट्ज, सिलिका, लोहा, कैल्शियम, कैल्साइट जैसे खनिज पाए जाते हैं।

मुल्तानी मिट्टी खाने से शरीर को क्या नुकसान होता है?

इसे सुनेंरोकेंयह कुछ गंभीर स्वास्थ्य और पेट के मुद्दों का कारण बन सकता है. यह आंतों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है. यह बच्चे और मां को भी नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए ज़रूरी है चाहे आप गर्भवती हों या नहीं, मुल्तानी मिट्टी खाने से दूर रहें.

मुल्तानी मिट्टी से बाल कैसे बढ़ाए?

बनाने और लगाने की विधि :

  1. मुल्तानी मिट्टी को पानी में रात भर के लिए भिगो दें।
  2. सुबह फूलने के बाद सारी सामग्री को मिलाएं।
  3. चिकना पेस्ट बनाएं गुठली नहीं रहनी चाहिए।
  4. आवश्यकतानुसार पानी मिला लें।
  5. मिश्रण को बालों में अच्छी तरह से लगाएं।
  6. 15-20 मिनट तक लगा रहने दें।
  7. बाद में ठंडे पानी से बालों को धो डालें।

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मुल्तानी मिट्टी खाने से क्या फायदा होता है?

इसे सुनेंरोकेंयह पेट की जलन और एसिडिटी जैसी समस्या को दूर करने में मदद करता है. इसके इस्तेमाल के लिए सबसे पहले मुल्तानी मिट्टी भिगोकर रख दें. हम सबको पता है कि मुल्तानी मिट्टी की तासीर बहुत ठंडी होती है. यह पेट की जलन और एसिडिटी जैसी समस्या को दूर करने में मदद करता है.

औरतें मुल्तानी मिट्टी क्यों खाती है?

इसे सुनेंरोकेंशरीर में आयरन, कैल्शियम और फोलिक एसिड की कमी की वजह से भी मिट्टी खाने की तलब होती है। महिलाओं में यह आदत प्राय: इसी वजह से विकसित होती है। कोई भी खानपान अगर संतुलित मात्रा में कराया जाए तो वह नुकसानदेह नहीं होता।

मिट्टी खाने से कौन सा बीमारी होता है?

इसे सुनेंरोकेंडॉक्टरों के मुताबिक जिन लोगों का मन चौक या मिट्टी खाने का करता है उनके शरीर में खून की कमी होती है। ये एनीमिया बीमारी का कारण बनता है। 2. खून की कमी की मुख्य वजह आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी12 की कमी है।

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मुल्तानी मिट्टी दही लगाने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंमुल्तानी मिट्टी ऑयली स्किन के लिए बेहद लाभकारी है. ऑयली स्किन के लिए दही और मुल्तानी मिट्टी का फेस मास्क बना सकते हैं. इसके लिए एलोवेरा जेल, दही और मुल्तानी मिट्टी को मिलाकर फेस मास्क तैयार कर सकते हैं. टैनिंग को कम करने के लिए आप मुल्तानी मिट्टी में नारियल तेल और चीनी मिलाकर चेहरे पर लगा सकते हैं.

मिट्टी खाने से कौन सा रोग होता है?

लड़कियां मिट्टी खाती है तो क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंये चिंता की बात है क्योंकि मिट्टी खाने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। आमतौर पर कहा जाता है कि शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण कोई मिट्टी खाता है। लेकिन आपको बता दें कि कैल्शियम आयरन की कमी तब होती है जब शरीर में फोलिक एसिड और विटामिन बी 12 की कमी होती है।

पकी हुई मिट्टी खाने से क्या होता है?

वैज्ञानिकों का कहना है कि मिट्टी खाने से भूख मिट जाती है और पेट में इंफेक्शन हो सकता है। साथ ही पेट में कीड़े होने की शिकायत भी सामने आती है।

खाने वाली काली मिट्टी कैसे बनती है?

काली मिट्टी मुख्यतः महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, और मध्य प्रदेश में पाई जाती है और इस मिट्टी में मैग्नेशियम,चूना,लौह तत्व तथा कार्बनिक पदार्थों की अधिकता होती है। इस मिट्टी का काला रंग टिटेनीफेरस मैग्नेटाइड एंव जीवांश(Humus) की उपस्थिति के कारण होता है।

मिट्टी खाने से कौन सा रोग होता है?

मिट्टी और चॉक खाने से पेट में कीड़े पड़ सकते हैं और इसकी वजह से कई बार पथरी की समस्या भी हो जाती है। इसलिए जरूरी है कि बच्चों और बड़ों की भी इस आदत को खत्म करना चाहिए।

क्या मुल्तानी मिट्टी खा सकते हैं?

यह कुछ गंभीर स्वास्थ्य और पेट के मुद्दों का कारण बन सकता है. यह आंतों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है. यह बच्चे और मां को भी नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए ज़रूरी है चाहे आप गर्भवती हों या नहीं, मुल्तानी मिट्टी खाने से दूर रहें.

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