मीणा और मीना में क्या अंतर है - meena aur meena mein kya antar hai

मीणा या मीना: UPSC के विज्ञापन पर राजस्‍थान में फिर गरमायी सियासत, गहलोत बोले- दोनों एक ही हैं, केवल स्‍पेलिंग का अंतर

सीएम ने कानून व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर पूरे मामले की समीक्षा की है.

Mina/Meena Dispute: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की ओर से जारी एक विज्ञापन में केवल मीना सरनेम को ही एसटी (ST) माने जाने की बात कही गई है. इससे यह मुद्दा एक बार फिर से गरमा गया है.

  • News18 Rajasthan
  • Last Updated : October 22, 2020, 10:26 IST

जयपुर. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय में कंपनी प्रॉसीक्यूटर के पद पर भर्ती के लिए जारी विज्ञापन में केवल मीना सरनेम वाले अभ्यर्थियों को ही एसटी (ST) मानने के प्रावधान से विवाद खड़ा हो गया है. इससे एक बार फिर मीना याा मीणा (Mina / Meena dispute) को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने इस मामले में एक के बाद एक 5 ट्वीट करके इस मुद्दे पर राजस्थान में किसी तरह का विवाद होने से इनकार किया है. सीएम ने हाईकोर्ट में पेश जवाब का हवाला देते हुए मीना और मीणा को एक ही जाति बताया और इनमें केवल स्‍पेलिंग का अंतर होने की बात कही है.

सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट किया कि संघ लोक सेवा आयोग द्वारा कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय में कंपनी प्रॉसीक्यूटर के पद पर भर्ती के लिये विज्ञापन जारी किया गया है. इसमें #Mina जाति वाले अभ्यर्थियों को अनुसूचित जनजाति मानकर आरक्षण के लाभ के लिये योग्य माना गया है, जबकि #Meena सरनेम वाले अभ्यर्थियों को योग्य नहीं माना गया है. राजस्थान राज्य में मीना/मीणा दोनों सरनेम वाले लोगों को अनुसूचित जनजाति प्रमाण-पत्र जारी किये जाते रहे हैं. राजस्थान सरकार ने मीना/मीणा विवाद के संदर्भ में स्थिति साफ करते हुए केंद्र सरकार द्वारा स्पष्टीकरण जारी करने के लिए 2018 में केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय को पत्र लिखा था, जिसका केंद्र ने अभी तक जवाब नहीं दिया है.

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संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय में कंपनी प्रॉसीक्यूटर के पद पर भर्ती के लिये विज्ञापन जारी किया। इसमें #Mina जाति वाले अभ्यर्थियों को अनुसूचित जनजाति मानकर आरक्षण के लाभ के लिये योग्य (Eligible) माना गया है
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— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 21, 2020

जबकि #Meena सरनेम वाले अभ्यर्थियों को योग्य नहीं (Not Eligible) माना गया है।


राजस्थान राज्य में मीना/मीणा दोनों सरनेम वाले लोगों को अनुसूचित जनजाति प्रमाण पत्र जारी किये जाते रहे हैं।
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— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 21, 2020

#Mina और #Meena के मुद्दे पर माननीय उच्च न्यायालय में भी कई रिट याचिकायें डाली गईं जिस पर मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार ने माननीय न्यायालय में शपथ पत्र देकर स्पष्ट किया गया कि मीना/मीणा दोनों एक ही जाति हैं। इनमें केवल स्पैलिंग का अंतर है।
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— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 21, 2020

राजस्थान सरकार ने मीना/मीणा विवाद के संदर्भ में राज्य सरकार की स्थिति साफ करते हुये केंद्र सरकार द्वारा स्पष्टीकरण जारी करने के लिये 2018 में केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय को पत्र लिखा था जिसका केंद्र सरकार ने अभी तक जवाब नहीं दिया है।
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— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 21, 2020

राजस्थान में इस मुद्दे पर कोई विवाद नहीं है। राजस्थान सरकार केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण जारी कर मीना और मीणा एक ही मान इस विवाद को खत्म करने के लिये फिर से पत्र लिखेगी।
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— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 21, 2020

पहले भी गरमा चुका है यह मामला
सीएम गहलोत ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, #Mina और #Meena के मुद्दे पर उच्च न्यायालय में भी कई रिट याचिकायें डाली गईं, जिस पर मुख्य सचिव ने हाईकोर्ट में शपथ पत्र देकर स्पष्ट किया गया कि मीना/मीणा दोनों एक ही जाति हैं. इनमें केवल स्‍पेलिंग का अंतर है. राजस्थान में इस मुद्दे पर कोई विवाद नहीं है. राजस्थान सरकार केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण जारी कर मीना और मीणा को एक ही मानकर इस विवाद को खत्म करने के लिये फिर से पत्र लिखेगी. मीना/मीणा के मुद्दे को लेकर अदालतों के साथ राजनीतिक गलियारों में भी पहले यह मामला खूब गरमाया था. अब यूपीएएसी के विज्ञापन के बाद इस मुद्दे पर एक बार फिर सियासत होना तय है. इस मामले में अब कांग्रेस को बीजेपी को घेरने का मौका मिल गया है.

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Tags: Ashok gehlot, UPSC

FIRST PUBLISHED : October 22, 2020, 09:52 IST

मीणा को हिंदी में क्या कहते हैं?

मीणा अथवा मीना मुख्यतया भारत के राजस्थान व मध्य प्रदेशराज्यों में निवास करने वाली एक जनजाति है। इन्हे वैदिक युग के मत्स्य गणराज्य के मत्स्य जन-जाति का वंशज कहा जाता है, जो कि छठी शताब्दी बी॰सी॰ मे पल्लवित हुये।

मीणा के घर को क्या कहते हैं?

मीणा जाति के घरों के समूह को 'ढाणी' या थोक कहलाते है। थोक का मुखिया 'पटेल' कहलाता है।

मीना कौन से?

मीना या मीणा (Meena or Mina) भारत में पाई जाने वाली एक आदिवासी जाति है. इन्हें भारत के प्राचीनतम जातियों में से माना जाता है. इस जाति की गिनती भारत के वीर क्षत्रिय योद्धा जातियों में की जाती है. जीवन यापन के लिए यह मुख्य रूप से कृषि और पशुपालन पर निर्भर हैं.

राजस्थान में मीणाओं की संख्या कितनी है?

अगर दोस्तों राजस्थान के अंतर्गत मीणा जाति की जनसंख्या की बात की जाए तो यहां की जनसंख्या लगभग “43.46 लाख” है। यह राजस्थान की कुल आबादी का लगभग 47% है।

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