मधुमक्खी का शहद जितना मीठा होता है उसका दंश उतना ही घातक. मधुमक्खी अगर डंक मार दे तो उस जगह पर सूजन तो आ ही जाती है साथ ही तेज दर्द भी शुरू हो जाता है. कई बार तो दर्द और जहर के प्रभाव से बुखार भी हो जाता है.
पर आपको बता दें कि मधुमक्खी या दूसरे कीट नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं बल्कि आत्मरक्षा में डंक मारते हैं या काटते हैं. मधुमक्खियों के डंक में जहर होता है जिससे शरीर में संक्रमण हो जाता है.
हालांकि हर किसी में इसके अलग-अलग लक्षण नजर आते हैं. कुछ लोगों को तेज दर्द होता है तो कुछ में केवल प्रभावित जगह पर सूजन आ जाती है. कुछ में वो जगह लाल पड़ जाती है. मधुमक्खी के डंक का असर या तो कुछ घंटे या एक से दो दिन तक रहता है.
आप चाहें तो मधुमक्खी के डंक का इलाज घर पर ही कर सकते हैं. अगर स्थिति बहुत खराब न हो तो इन उपायों को अपनाने से राहत मिलेगी.
1. सबसे पहले डंक को निकाल दें
मधुमक्खी के डंक को जितनी जल्दी हो सके निकाल लें. डंक जितनी जल्दी निकल जाएगा जहर का असर उतना ही कम होगा. वरना शरीर में जहर फैलने का खतरा बढ़ जाएगा. डंक निकालने के बाद उस जगह को किसी एंटीसेप्टिक साबुन से साफ कर लीजिए. उसके बाद प्रभावित जगह को पोंछकर
कोई एंटीसेप्टिक क्रीम लगा लें.
2. बर्फ लगाएं
प्रभावित जगह पर बर्फ लगाने से कई तरह की परेशानियों और लक्षणों में राहत मिल जाएगी. ठंड की वजह से विषाक्त पदार्थ बहुत अधिक फैलता नहीं है. इसके अलावा ये दर्द कम करने में भी सहायक होता है.
3. बेकिंग सोडा रहेगा फायदेमंद
बेकिंग सोडा अल्कलाइन होता है. जोकि जहर के असर को कम करने में मददगार होता है. बेकिंग सोडा लगाने से दर्द, खुजली और सूजन में राहत हो जाएगी.
4. सिरका भी कर सकते हैं इस्तेमाल
सिरके के
इस्तेमाल से भी जहर का असर कम हो जाता है. साथ ही ये भी दर्द, सूजन और खुजली में राहत पहुंचाता है.
5. शहद का इस्तेमाल
मधुमक्खी काट लेने पर शहद का इस्तेमाल करना भी बहुत फायदेमंद होता है. ये जहर को फैलने नहीं देता है और इसका एंटी-बैक्टीरियल गुण संक्रमण बढ़ने नहीं देता है.
6. टूथपेस्ट भी है विकल्प
सफेद टूथपेस्ट लगाने से भी डंक के दर्द में राहत मिलती है. ये जहर के अम्लीय प्रभाव को कम करता है. इसके इस्तेमाल से दर्द और सूजन में राहत मिलती है.
हेलो फ्रेंड माय क्वेश्चन दिया कि मधुमक्खी के डंक से दर्द और जलन क्यों होती है तथा किस के उपयोग से आराम मिलता है ठीक है तो हम जानते हैं कि मधुमक्खी के डंक में ठीक है मधुमक्खी मधुमक्खी के डंक में क्या होता है हम लोग होता है ठीक बाकी के डंक में कौन सा अम्ल होता है में फार्मिक अम्ल फार्मिक अम्ल पाया जाता है ठीक है जिसके कारण से जलन और दर्द का अनुभव होता है ठीक अब हमारा इसी में या गलत लिख दिया गया कि पूछा कि किस के उपयोग से आराम मिलता है ठीक तो मधुमक्खी को फार्मिक अम्ल इसमें हमारा होता है ठीक है इसके डंक में तो इस पर आराम कीजिए उसमें क्या लगाते हैं दामन सूरत ठीक है तो उसके आराम मिलने के लिए किसका उपयोग करते हैं बेकिंग सोडा का ठीक किसका बेकिंग सोडा का उपयोग
किस को क्यों करते हैं बेकिंग सोडा का उपयोग जो है करते हैं जिससे कि आराम मिलता है बेकिंग सोडा जिसका मारा सूत्र क्या होता है nahco3 एस्कॉम सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट भी बोलते हैं ठीक है सोडियम बाई कार्बोनेट ठीक है यह मेरा क्या है बेकिंग सोडा बेकिंग सोडा लगाने से क्या होता है आराम मिलता है ठीक से हमारा आंसर हुआ धन्यवाद
मधुमक्खी की काटने पर क्या होता है?
मधुमक्खी का डंक कई प्रकार के रिएक्शन पैदा कर सकता है जैसे कि थोड़ी देर के लिए दर्द व बेचैनी से लेकर गंभीर एलर्जिक रिएक्शन तक। मधुमक्खी के एक बार काटने से आप को जैसा रिएक्शन हुआ हो, ज़रूरी नहीं कि दोबारा काटने पर आप पर वैसा ही रिएक्शन हो।
नीचे आपको मधुमक्खी के काटने पर होने वाले रिएक्शन के बारे में बताया गया है -
1. मामूली रिएक्शन
आम तौर पर मधुमक्खी के काटने के लक्षण मामूली होते हैं। वह कुछ इस प्रकार के हो सकते हैं -
- प्रभावित क्षेत्र में तुरंत, तेज़ जलन और दर्द होना
- प्रभावित क्षेत्र का लाल पड़ जाना
- जहाँ मधुमक्खी ने डंक मारा हो, उस हिस्से में एक छोटा, सफेद निशान पड़ जाना
- प्रभावित क्षेत्र में हलकी सूजन आना (और पढ़ें - सूजन के उपाय)
ज़्यादातर लोगों में यह सूजन और दर्द, कुछ घंटों बाद ही ठीक हो जाता है।
2. मध्यमिक रिएक्शन
कुछ लोगों में मधुमक्खी या किसी अन्य कीड़े के काटने का परिणाम थोड़ा ज़्यादा सबल होता है। इसके लक्षण कुछ इस प्रकार से होते हैं -
- प्रभावित क्षेत्र अत्यधिक लाल हो जाता है
- प्रभावित क्षेत्र पर सूजन आ जाती है जो 1-2 दिन में धीरे-धीरे और बढ़ जाती है
मध्यमिक रिएक्शन पांच से दस दिन में ठीक हो जाते हैं। अगर आपको मध्यमिक रिएक्शन हुआ हो तो ज़रूरी नहीं कि मधुमक्खी के दोबारा काटने पर आपको गंभीर रिएक्शन हो। पर कुछ लोगों में मधुमक्खी के काटने पर हर बार मध्यमिक रिएक्शन देखा जाता है। अगर आपके साथ ऐसा हो या आपको गंभीर एलर्जिक रिएक्शन हो जाये तो तुरंत अपने डॉक्टर से उपचार और बचाव के बारे में सलाह लें।
3. गंभीर एलर्जिक रिएक्शन
अगर आप मधुमक्खी के डंक से एलर्जिक हैं तो इसका परिणाम तीव्रग्राहिता (anaphylaxis) भी हो सकता है और इससे आपकी जान भी जा सकती है। मधुमक्खी या किसी अन्य कीड़े के काटने के तुरंत बाद तीव्रग्राहिता का होना बहुत कम लोगों में पाया जाता है। तीव्रग्राहिता के लक्षण इस प्रकार होते हैं -
- त्वचा पर रिएक्शन जैसे कि पित्ती, खुजली या त्वचा का फीका पड़ना (और पढ़ें - पित्ती के उपाय)
- सांस लेने में दिक्कत
- गले या जीभ में सूजन
- नव्ज़ गिरना
- मतली, उलटी आना या दस्त
- चक्कर आना
- बेहोश होना
जिन लोगों को मधुमक्खी के डंक से गंभीर एलर्जी हो उनमें तीव्रग्राहिता होने की 30 से 60 प्रतिशत सम्भावना हो सकती है। अगर आपको मधुमक्खी दोबारा काट ले तो गंभीर एलर्जिक रिएक्शन से बचने के लिए अपने डॉक्टर या एलर्जी विशेषज्ञ से बचाव के तरीकों और इम्मुनोथेरपी (immunotherapy) के बारे में सलाह लें।
एक से अधिक मधुमक्खी का काटना
आम तौर पर, मधुमक्खी या ततैया जैसे कीड़े आक्रमक नहीं होते और सिर्फ अपने बचाव के लिए डंक मारते हैं। ऐसे मामलो में, व्यक्ति को एक या उससे कुछ अधिक डंक लग जाते हैं। हालांकि अगर कोई व्यक्ति मधुमक्खी के झुंड से छेड़खानी करे तो उसे काफी अधिक मात्रा में नुक्सान पहुंच सकता है।
अगर आपको मधुमक्खियों ने अत्यधिक काटा हो, तो इससे आपके शरीर में ज़हर जमा हो जाता है जिससे आप अस्वस्थ महसूस करने लगते हैं। इसके लक्षण कुछ इस प्रकार हैं -
- मतली, उलटी आना या दस्त
- सिर में दर्द
- चक्कर आना
- कमज़ोरी महसूस करना (और पढ़ें - कमज़ोरी दूर करने के उपाय)
- बेहोशी और ऐंठन
- बुखार
जिन लोगों को सांस या दिल की बीमारियां हों उनके लिए एक से अधिक मधुमक्खियों का काटना एक आपातकालीन समस्या बन सकती है।
(और पढ़ें - दिल की बीमारियां)
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
आम तौर पर मधुमक्खी के काटने पर डॉक्टर के उपचार की ज़रुरत नहीं पड़ती, हालांकि गंभीर स्तिथियों में चिकित्सयी सलाह लेने की ज़रुरत पड़ सकती है।
इन स्तिथियों में 102 पर फोन मिलाएं या आपातकालीन सेवाओं से संपर्क करें:
- अगर आपको मधुमक्खी के काटने के बाद गंभीर एलर्जिक रिएक्शन या तीव्रग्राहिता के लक्षण दिखने लगें (भले ही एक या दो लक्षण हों)।
- अगर आपके डॉक्टर ने आपको "एपिनेफ्रीन ऑटोइंजेक्टर" (epinephrine autoinjector) का उपयोग करने को कहा है तो उसका तुरंत इस्तेमाल करें।
तुरंत चिकित्सयी सलाह लें :
- अगर आपको एक से अधिक मधुमक्खियों ने काटा है।
डॉक्टर से सलहा लें अगर :
- मधुमक्खी के काटने के लक्षण कुछ दिन बाद भी न जाएं
- अगर आपको मधुमक्खी के काटने के बाद अन्य एलर्जिक लक्षण भी दिखने लगें