Nagaur: नागौर जिले की डीडवाना रोड पर स्थित रोल ग्राम के टोल नाके द्वारा आस-पास के गांव वालों से टोल वसुली को लेकर पुलिस प्रशासन को सूचना दिया. कामधेनु सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिपेन्द्रसिंह राठौड़ और जायल तहसील अध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह भाटी के नेतृत्व में जनहितार्थ मुद्दे को देखते हुए कामधेनु सेना व आस-पास के ग्रामीणों ने टोल प्लाजा पर धरना दिया. Show यह भी पढ़ें-रेप कर जीजा ने नाबालिग साली को किया गर्भवती, हाईकोर्ट के आदेश पर करवाया जाएगा गर्भपात कामधेनु सेना व ग्रामीणों की मांग पर टोल कर्मियों ने सहज भाव से 22 गांवों को टोल मुक्त करना स्वीकर करते हुए लिखित में कंपनी के अधिकारियों और पुलिस प्रशासन को ज्ञापन दिया. जिसमें नागौर जिले के जायल तहसील के रोल, डिडिया कलां, डिडिया खुर्द, छावटा कलां, छावटा खुर्द, टांगला, टांगली, रूणिया, बुगरड़ा, मांजरा, रातंगा, खंवर, सुरजनियावास, खेतलाव, ईनाणा, रूपासर, बांदरे की ढाणी, खेरवाड़ा, गगवाना, बासड़ा, साडोकन, सोमणा इत्यादि गांवों को टोल मुक्त किया जाए. इससे बीमार गोवंश को उपचार हेतु लाने ले जाने में भी गोसैनिकों और गोपालकों को भी राहत मिलेगी. इसी को लेकर ग्रामीणों पुलिस प्रशासन और कंपनी के अधिकारियों के बीच वार्ता हुई जिसमें कंपनी के अधिकारियों द्वारा नागौर जिले रोल टोल प्लाजा के निकटवर्ती 22 गांव के पर्सनल वाहनों का टोल नहीं लिए जाने की बात पर सहमति बनी , जिसके बाद टोल प्लाजा पर दिए धरने को समाप्त किया गया. टोल मुक्ति वार्तालाप को लेकर पुलिस प्रशासन से शिवनारायण, टोल प्रशासन की ओर से रामवतार खर्रा (मैनेजर), जगदीश (सुपरवाईजर), कामधेनु सेना की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष दिपेन्द्रसिंह राठौड़, जायल तहसील अध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह भाटी, अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष अर्जुनराम लामरोड के बीच शांतिपूर्ण मांग पर सहमति बनी है. इस हेतु सभी ग्रामवासियों व कामधेनु सैनिकों को टोल कर्मियों का धन्यवाद ज्ञापित किया. इस मौके पर ओमप्रकाश भाटी, मंगनीराम भाटी, रामूराम जांगू, दिनेश रावल, राधाकिशन भांबु, भीखाराम गगंवाना, पूसाराम इत्यादि उपस्थित थे. Reporter- Damodar Inaniya नागौरप्रशासनिक इकाईयांतहसील - 13 पंचायत समिति -14 संभाग - अजमेर नागौर का प्राचिन नाम 'अहिछत्रपुर' था, तथा यह जांगलदेश(महाभारत काल) की राजधानी था। महत्वपूर्ण तथ्ययह राज्य का अंतर्वर्ती जिला है जिसकी सीमा किसी भी अन्य देश या राज्य से नहीं लगती। सर्वप्रथम पंचायती राज व्यवस्था स्थापित(बगदरी - 2 अक्टुबर 1959) कि गई। कुबड़ पट्टी - नागौर क्षेत्र के जल में फलोराइड की मात्रा अधिक होने के कारण शारीरिक विकृति(कुब) की संभावना हो जाती है। सुजला क्षेत्र - सीकर, चुरू व नागौर संयुक्त रूप से सुजला क्षेत्र कहलाते हैं। कुराड़ा सभ्यता - नागौर। जोजड़ी नदी - जोजड़ी नदी, नागौर के पोंडलू गांव से निकलती है। डीडवाना झील - खारे पानी की झील। कुचामन झील - खारे पानी की झील। डेगाना झील - खारे पानी की झील। गजनेर लिफ्ट नहर - इस नहर के द्वारा नागौर में पेयजल की आपुर्ति होती है।(इन्दिर गांधी नहर) चारभुजा नाथ मंदिर - इस मंदिर का निर्माण राव दुदा ने करवा, इस मंदिर में मीरांबाई की प्रतिमा है। पीपासर - लोक देवता जाम्भों जी का जन्म स्थान। खरनाल - लोक देवता तेजाजी का जन्म स्थान। जुंजाला - गुंसाई जी के मंदिर के लिए प्रसिद्ध। काजी हमीदुद्दीन नागौरी की दरगाह नागौर में। सैफुद्दीन अब्दुल वहाब - भारत की कादरीया सम्प्रदाय की सबसे बड़ी दरगाह। अमर सिंह राठौड़ की छतरी - 16 कलात्मक खम्भों से बनी छतरी। मेड़ता शहर से मेड़ता रोड़ तक देश की पहली रेल बस सेवा 1994 में प्रारम्भ की गई। राजस्थान पर्यटन विकास की दृष्टि से यह जिला मेरवाड़ा सर्किट में आता है। वीर तेजाजी पशु मेला - परबतसर।पशु मेला श्री वल्लभ देव पशु मेला- मेड़ता शहर। रामदेव पशु मेला - नागौर। राज्य गौ वंश प्रजनन केन्द्र - नागौर। गोटन - राज्य का प्रथम सफेद सीमेंट का कारखाना(1984)। राजस्थान स्टेट केमिकल्स वक्र्स लिमिटेड - डीडवाना,नागौर। वस्टैड स्पीनिंग मिल्स - लाडनूं, नागौर। लाडनूं प्रिंट - लाडनूं, नागौर। गोल्डन प्रिंट - कुचामन। खेसले मेड़ता नागौर के प्रसिद्ध हैं। लकड़ी के खिलौने मेड़ता के प्रसिद्ध हैं। दरियां टांकला की प्रसिद्ध है। दुनियाभर में अपनी सफेदी के लिए प्रसिद्ध राजस्थान के मकराना के मार्बल को ग्लोबल हेरिटेज की सूची में शामिल किया गया है। Official Websitehttp://nagaur.rajasthan.gov.in राजस्थान मानचित्रयहां आप राजस्थान के मानचित्र से जिला चुन कर उस जिले से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। NotesNotes on many subjects with example and facts. Notes TricksFind Tricks That helps You in Remember complicated things on finger Tips. Learn More ShareNagaur Tehsil List: नागौर जिले के रहने वाले बहुत सारे लोग नागौर तहसील लिस्ट (Nagaur Tehsil List) देखना चाहते हैं या फिर जानना चाहते हैं कि नागौर जिले में कितने तहसील हैं। ऐसे लोगो के जानकारी के लिए हमने नागौर तहसील सूची बनाया है, जिसे देखकर आप नागौर तहसील सम्बंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। नागौर में कितने तहसील हैं? नागौर जिले में कुल 14 तहसील हैं। जिसकी लिस्ट निचे दी गई है।
नागौर तहसील लिस्ट | Nagaur Tehsil List in Hindi
List of Tehsils in Nagaur, Rajasthanहमने यह नागौर तहसील लिस्ट (Nagaur Tehsil List) आपके जानकारी के लिए बनाया है, उम्मीद करते हैं यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी।
नागौर जिले में कितने तहसील हैं? नागौर जिले में कुल 14 तहसील हैं। Nagaur me kitne tehsil hai? Nagaur me 14 tehsil hai. नागौर जिले में कौन कौन से गांव आते हैं?जिले में 1624 राजस्व सम्पदा (गांव) शामिल हैं, जिनमें से मेड़ता, डीडवाना, मकराना, परबतसर और कुचामन जिले के प्रमुख शहर हैं।
नागौर जिले में कुल कितने गांव?नागौर जिले में 1607 गांव है।
नागौर में कुल कितने तहसील हैं?नागौर जिला राजस्थान के ३३ जिलों में से १ है, नागौर अजमेर मण्डल के अंतर्गत आता है और इसका मुख्यालय नागौर नगर में है, नागौर में पहले १० तहसीलें थी, बाद में २ और नयी तहसीलें बनी है जिनके नाम कुचामन और मुंडवा है, नागौर जिले में ११ ब्लॉक है और अब १६०७ गांव है।
नागौर जिले का सबसे बड़ा गांव कौन सा है?राजस्थान के नागौर जिले का बेरी गांव सबसे अमीर गांव माना जाता है. लगभग 10,000 आबादी वाले इस गांव में सभी धर्म के लोग रहते हैं. इस गांव में करीब 200 से ज्यादा लोग भारतीय सेना में देश की सेवा कर रहे हैं.
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