नौका विहार के रचनाकार कौन है?
नौका-विहार / सुमित्रानंदन पंत
नौका विहार का मतलब क्या होता है?
नौकाविहार का हिंदी अर्थ
नौका पर बैठकर नदी की सैर करना।
नौका विहार कविता का संदेश क्या है?
हे जगत् और जीवन के अंर्तयामी भगवान जीवन और मरण के आर-पार जीवन का नौका विहार भी शाश्वत है। अर्थात् जन्म के पश्चात् मृत्यु और मृत्यु के पश्चात् जन्म जीवन का अटल धर्म है। नौका विहार के आनन्द में मैं तो अपनी सता को ही भूल बैठा, मुझे अपनी भी सुध नहीं रही, किन्तु यह तो जीवन का चिरन्तन प्रमाण है ।
नौका विहार में कौन सा अलंकार है?
अलंकार – उपमा एवं रूपक ।