इसे सुनेंरोकेंनारियल अथवा नारियल का बीज अर्पित करने के बाद आप शाम को इसे गंगाजल में डालकर रख दें। और अगले दिन यानि मंगलवार को प्रात: बीज अथवा नारियल जो भी आपने भगवान को अर्पित किया था, उसे हनुमान जी का ध्यान करते हुए निहार मुंह गाय के दुध के साथ सेवन करें। कोशिश करें कि आप नारियल के बीज को सीधे और साबुत ही निगल जाएं।
नारियल का बीज कैसे निकाले?
इसे सुनेंरोकेंनारियल को ओवन में गर्म करके आप उसे इतना नरम कर सकते हैं कि उसे सख्त सतह पर मारकर तोड़ सकें। यदि आपके पास ओवन उपलब्ध नहीं है, तो खोल को तोड़ने के लिए एक साधारण मैलेट या हथौड़ा आपकी मदद कर सकता है।
पुत्रजीवक बीज कितने दिनों तक सेवन करना है?
इसे सुनेंरोकेंश्रेष्ठ और स्वस्थ संतान पाने के लिए पुत्रजीवक, नागकेसर, पारस पीपल के बीज और शिवलिंगी की समान मात्रा लें। इसे सूखा पीस कर बारीक चूर्ण बना लें। इसका आधा चम्मच गाय के दूध के साथ गर्भवस्था के दौरान सात दिनों तक सेवन करें। इससे गर्भस्थ शिशु का स्वास्थ्य अच्छा (shivlingi beej benefits) होता है।
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नारियल का फूल कैसे निकाले?
इसे सुनेंरोकेंनारियल का फूल तब बनता है जब नारियल झाड़ी से गिरता है और महीनों के बाद उसके अंदर का पानी स्पंज में बदल जाता है, जो पोषण देता है और एक नए पौधे को अंकुरित करने में मदद करता है जो एक और नारियल का पेड़ बन जाएगा, नारियल का फूल रसदार है और जब यह निविदा होती है तो यह मीठी होती है लेकिन हमेशा कुछ मिठास का संरक्षण करती है और सभी …
क्या खाने से पुत्र प्राप्ति होती है?
इसे सुनेंरोकेंपुत्र प्राप्ति के लिए पुरुष को भी मेहनत करने की आवश्यकता होती है. इसके लिए पुरुषों को दूध और दूध से बने फूड आइटम्स या भोज्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए. इन्हें अधिक से अधिक मात्रा में अपने भोजन में शामिल करें. साथ ही साथ योगा पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि उनका शरीर स्वस्थ बने.
नारियल के बीज को खाने से क्या होता है?
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इसे सुनेंरोकेंआपने देखा होगा बहुत से ऐसे नारियल होते है जिसमें से बीज निकलता है जिसे भगवान शिव का आशीर्वाद माना जाता हैं। और ऐसी मान्यता है की जिसे संतान सुख न हो या फिर पुत्र प्राप्ति की चाह हो वह उस बीज को पूर्ण विधि के साथ प्रयोग में लेता है तो उसे वह सुख मिलता हैं।
नारियल का बुरादा कितने रुपए किलो है?
इसे सुनेंरोकेंगोला बुरादा भी घटकर 3900 से 4000 रुपए प्रति 25 किलो रह गया। {दिवाली परगोले के भाव थोक में 205 से 220 रुपए थे। जबकि अब 150 से 156 रुपए किलो रह गए हैं।
नारियल को हमारे यहाँ बहुत-से कामों में इस्तेमाल में लिया जाता है। कच्चा नारियल का पानी और मलाई का कोई जवाब नहीं तो वहीं थोड़ा सख्त छिलके वाला नारियल, हर शुभ काम में इस्तेमाल होता है। और फिर इसके सूखने के बाद, इससे नारियल पाउडर आदि बनाया जाता है।
दक्षिण भारत में तो शायद आपको हर एक घर में नारियल का पेड़ मिले और वहां इसकी खेती भी होती है। उत्तर भारत में भी इसे लगाया जा सकता है। आप अपने घर में या फिर आसपास कहीं भी खुली जगह में इसे लगा सकते हैं। नारियल का पेड़ आप पूजन वाले नारियल से उगा सकते हैं।
बहुत ही आसान स्टेप्स हैं नारियल का पौधा उगाने के लिए, जो अगर आप सही तरह से फॉलो करें तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
ऐसे उगाएं नारियल का पौधा:
1 – सबसे पहले एक अच्छा पानी से भरा हुआ नारियल लीजिये, आकार में थोड़ा बड़ा हो।
2- अब उस नारियल की सभी जटाएं/छिलके निकाल दीजिये, ध्यान रखिये की नारियल की आंख को कोई नुकसान न पहुचे।
3- अगर आप नारियल को हमेशा पॉट की मिट्टी से बाहर रखना चाहते है तो उसको किसी फ़ाइल या कानश या सैंड पेपर/ रेगमाल से घिस के चिकना कर लीजिए। और अगर नही तो इस स्टेप को स्किप कर सकते है।।। नारियल को पॉट से बाहर सिर्फ बोन्साई बनाने वाले रखते है।
4 – अब एक बकेट में गुनगुना पानी लीजिये ओर उसमे इस नारियल को डूबा के रख दीजिए। चूँकि नारियल पानी मे तैरता है इसलिए आपको कोई वजन रखना होगा ताकि नारियल नीचे बैठा रहे। नारियल को कम से कम 4 से 5 दिन तक पानी मे रखना है। और ध्यान रखना है कि नारियल की आंखे ऊपर की ओर रहे। ऐसे तो पानी बदलने की आवश्यकता नही है पर अगर पानी मे लार्वा हो जाये तो बदल सकते है। पानी गुनगुना होना चाहिए ज्यादा गर्म नही।
5 – 4 से 5 दिनों के बाद आप देखेगे की नारियल का साइज थोड़ा बढ़ गया है और उसका कलर भी डार्क हो गया है। बस अब ये नेक्स्ट स्टेप के लिए तैयार हैं।
6 – अब इस नारियल को किसी कटोरी पर रख के किसी एयरटाइट पॉलिथीन में रख दीजिए। और कटोरी में ओर पॉलिथीन में थोड़ा पानी डाल लीजियेगा।
7 – 30 से 45 दिन बाद आपको किसी एक आंख में से एक छोटा सा वाइट रुट निकलता हुआ दिखेगा। अभी इसको ओर ऐसे ही रहने देना हैं।
8 – जब तक ये रुट 4 से 5 इंच का न हो जाये इसको पॉट में शिफ्ट नही करना है। और हाँ जब पॉलिथीन में रखा हो तो इसको ज्यादा हिलाना डुलाना नही है। नहीं तो इसके अंकुरित होने की संभावना कम हो जाएगी।
9 – जब आपको लगे कि रुट 4 से 5 इंच की हो गयी है या ओर एक दो रुट आ गयी है तो आप इसे पॉट में शिफ्ट कर सकते है।
10 – पॉट में आप 60% रिवर सैंड (रेत) ओर 30% गार्डन साइल (दोमट मिट्टी) और 10% गोबर खाद ले कर इसको लगा दीजिये। कोकोपीट थोड़ा ले सकते है पर ज्यादा नही। नारियल को मिट्टी में पानी ठहरने की जरूरत नहीं होती है।
11 – अगर बोन्साई जैसे ग्रो करना चाहते है तो किसी कटी हुई प्लास्टिक की बोतल की सहायता से पॉट से ऊपर रख के लगा सकते है।
12 – अगर बारिश के अलावा किसी ओर मौसम में लगा रहे है तो गमले को किसी एयरटाइट पॉलिथीन से कवर कर दीजिए पहली बार अच्छे से पानी देकर।
13 – अगर लगता है कि पानी सूख रहा है गमले का तो गमले में नीचे ट्रे रख के पानी दीजिये। बारिश में जरूरत नही है मौसम में वैसे ही नमी रहती है।
14 – स्टेप 12 में जो पॉलिथीन लगाई है उसको जब तक नही निकलना है जब तक कि नई शूट न निकल आये और ये 5से 6 इंच की न हो जाये।
15 – गर्मी के दिनों में मल्चिंग कर दीजिए ताकि गमले की मिट्टी में नमी रहे।
16 – मेरे पहले 3 नारियल मे से 2 अंकुरित हुए थे और ये एक अभी 4 से 5 दिन पहले लगाया है। समय समय पर आपको अपडेट देता रहुगा इसकी।
17 – नारियल उगाना बहुत धैर्य का काम है इसलिए प्राम्भिक असफलता पर निराश न हो, लगे रहे। सफलता अवश्य मिलेगी। मेरा भी पहला प्रयास असफल रहा था। पर उसके बाद के सभी सफल।
एक बात और अगर आप नारियल को सीधा रखते है तो मतलब आंखे ऊपर की तरफ़ तो नारियल कभी खराब नही होगा।
लेखक: मनीष शर्मा
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