ओपन हार्ट सर्जरी के बाद जीवन प्रत्याशा - opan haart sarjaree ke baad jeevan pratyaasha

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कानपुर, जेएनएन। लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलॉजी) के चिकित्सक अब बाईपास सर्जरी के बाद ये बता सकेंगे कि दिल (हार्ट) कब तक धड़केगा। इसका आधार बाईपास ग्राफ्ट की फ्लोमेट्री (दिल में रक्त के बहाव की स्थिति) होगी। इसके लिए संस्थान में दो साल से अध्ययन चल रहा है। हाल ही में चेन्नई में हुई राष्ट्रीय अधिवेशन में इसे प्रस्तुत किया गया था। अब इसे अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित करने के लिए भेजा गया है।

ओपन हार्ट सर्जरी के बाद जीवन प्रत्याशा - opan haart sarjaree ke baad jeevan pratyaasha

हृदय रोग संस्थान के कार्डियक थेरोसिक वेस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) के विभागाध्यक्ष के मुताबिक दिल की धमनियों में कई जगह कोलेस्ट्राल जमने से रुकावट हो जाती है। इसका विकल्प बाईपास सर्जरी ही है, जो धड़कते दिल (बीटिंग हार्ट) पर की जाती है। बाईपास बनाने के लिए तीन तरह की नसें लीमा (लेफ्ट इंटर्नल मेमेरी आर्टरी), रेडियल आर्टरी (हाथ की नस) और सेफनेस वेन (पैर की नस) का इस्तेमाल किया जाता है। सर्जरी के बाद दिल में लगाई गई नसों में रक्त के प्रवाह (फ्लोमेट्री) को मापते हैं। इससे अनुमान लग जाता है कि दिल अगले कितने साल तक काम करेगा।

माप की प्रक्रिया है टीटीएफएम

बाईपास के उपरांत मरीज के दिलों की नसों में रक्त का प्रवाह ट्रांजिट टाइम फ्लो मीटर (टीटीएफएम) से मापा जाता है। इसकी माप के तीन स्तर मीन ग्राफ्ट फ्लो (एमजीएफ), पल्सेटेलटी इंडेक्स (पीआइ) एवं डायस्टोलिक फ्लो कर्व (डीएफसी) हैं।

यह है आदर्श स्थिति

राइट करोनरी आर्टरी में रक्त का प्रवाह 25-30 एमजीएफ, 3-3.5 पीआइ और कम्पलीट डयास्टोलिक पीरियड 100 फीसद डीएफसी हो। लेफ्ट करोनरी आर्टरी में रक्त का प्रवाह 35-40 एमजीएफ, 2.5-3 पीआइ और कम्पलीट डयास्टोलिक पीरियड 100 फीसद डीएफसी हो। ऐसी स्थिति होने पर दिल की उम्र 15-20 साल तक होती है। इस अवधि में कोई समस्या नहीं होती है।

इस तरह किया गया अध्ययन

-वर्ष 2017 में शुरू किया गया था अध्ययन

-300 मरीजों पर किया गया शोध

-268 पुरुष एवं 32 महिलाएं रहीं शामिल

उम्र के हिसाब से हार्ट ब्लॉकेज की स्थिति

60-70 वर्ष में 32 फीसद

50-60 वर्ष में 40 फीसद

40-50 वर्ष में 16 फीसद

20-40 वर्ष में 12 फीसद

क्या बोले चिकित्सक

दो वर्षों से अध्ययन चल रहा है। इसमें 300 मरीजों की बाईपास सर्जरी के उपरांत ग्राफ्ट की फ्लोमेट्री मापी गई। इसमें 70 फीसद की नार्मल पाई गई। इससे उनके दिल की उम्र 15-20 साल के बीच निर्धारित की गई है।

पहले के समय में ओपन हार्ट सर्जरी (Open Heart Surgery) के कोई विकल्प नहीं हुआ करते थे। आज के समय में एंडोस्कोप कैमरा और रोबोट की मदद से हार्ट सर्जरी को अंजाम दिया जा सकता है।

कुछ मामलों में सर्जन संकुचित हुई कोरोनरी धमनियों को त्वचा के कम से कम चीरे के साथ डा विंशी (da Vinci) रोबोट की मदद से हृदय सर्जरी की प्रक्रिया को पूरा करते हैं।

इस प्रक्रिया को एंडोस्कोपिक कोरोनरी आर्टरी बायपास सर्जरी कहा जाता है। ओपन हार्ट सर्जरी (Open Heart Surgery) के मुकाबले इस प्रकिया के कोई खास फायदे नहीं होते हैं। दोनों ही सर्जरी एक सामान प्रभावशाली और सुरक्षित होती हैं।

इसके अलावा ओपन हार्ट सर्जरी (Open Heart Surgery) और एंडोस्कोपिक कोरोनरी आर्टरी बायपास सर्जरी के इलाज की प्रक्रिया और अस्पताल में रहने का समय सामान्य होते हैं।

और पढ़ें : Coronary artery: कोरोनरी आर्टरी डिजीज क्या हैं?

दोनों ही सर्जरी के बीच मुख्य असमानता केवल रिकवरी के समय में होती है। ओपन हार्ट सर्जरी के मुकाबले एंडोस्कोपिक कोरोनरी आर्टरी बायपास सर्जरी में रिकवरी का समय कम होता है।

ओपन हार्ट सर्जरी (Open Heart Surgery) के अन्य विकल्प –

एंजियोप्लास्टी – इस प्रकिया के दौरान सर्जन संकुचित हुई धमनी को चौड़ा करने के लिए स्टेन का इस्तेमाल करते हैं।

ट्रांस कैथिटर एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट (TAVR) – इस सर्जरी में कैथिटर की मदद से नई वाल्व डाली जाती है। प्रक्रिया के पुरे होने पर रक्त वाहिकाएं विस्तारशील हो जाती है।

एओर्टिक वाल्व बैलून वाल्वुलोप्लास्टी – इस प्रक्रिया में वाल्व को बढ़ा करने के लिए बैलून को अंदर डाला जाता है।

इन सभी सर्जरी के जोखिम व्यक्ति दर व्यक्ति पर निर्भर करते हैं। अधिक गंभीरता वाले रोगियों में सर्जरी के कारण होने वाले जटिलताओं की आशंका अधिक होती है। यह खतरा सर्जरी (Surgery) के दौरान व बाद में भी बना रह सकता है।

हार्ट बायपास सर्जरी के बाद सावधानियां: फिजिकल एक्टिविटीज (Physical activities) से संबंधित सावधानियां

हार्ट बायपास सर्जरी के बाद सावधानियां (Precautions after heart bypass surgery) रिवकरी में मददगार होती हैं। भले ही आप आराम करके थक गए हों, लेकिन आपको रेगुलर फिजिकल एक्टिविटीज को धीरे-धीरे शुरू करना होगा। निम्न टिप्स मदद कर सकते हैं।

  • ड्राइविंग (Driving)– 4-6 हफ्ते तक ड्राइविंग करने से मना किया जाता है। क्योंकि सर्जरी के 6 हफ्ते तक आयसाइट और फोकस प्रभावित हो सकता है। कई लोगों को ड्राइविंग शुरू करने में ज्यादा समय भी लग सकता है। इस बारे में डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
  • सेक्स (Sex)- सेक्स के लिए भी एनर्जी की जरूरत होती है। आमतौर पर 3-4 हफ्ते बाद आप सेक्स कर सकते हैं। कुछ समय के लिए सेक्शुअल एक्टिविटीज में लो इंटरेस्ट भी अच्छा है ताकि अच्छी तरह से रिकवर हो सकें।
  • जॉब पर जाना (Job)- आप जॉब पर जाना तब से शुरू कर सकते हैं जबसे आपकी बॉडी, फोकस और कॉन्फिडेंस इसकी इजाजत दे दें। ज्यादातर लोग लाइट ऑफिस वर्क के लिए 6 हफ्ते के बाद जाने लगते हैं और हैवी ऑफिस वर्क के लिए 3 महीने के बाद जाना शुरू करते हैं।
  • गार्डनिंग (Gardening)- छठवें हफ्ते से आप गार्डनिंग को एंजॉय कर सकते हैं।
  • घर के काम (Household work)- घर के काम जैसे कि लाइट कुकिंग, कपड़ों की तह लगाना, डस्टिंग, फूलों को सजाना जैसे काम आप शुरू कर सकते हैं, लेकिन हेवियर टास्ट को फैमिली मेंबर्स को ही करने दें।

हार्ट बायपास सर्जरी के बाद सावधानियां: एक्सरसाइज (Exercise) से संबंधित सावधानियां

एक्सरसाइज आपकी रिकवरी को स्पीड देने में मदद करती है। साथ ही यह एक हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए जरूरी है। यह ब्लड प्रेशर, वजन और कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) को कंट्रोल करने में मदद करती है। जो हार्ट हेल्थ (Heart health) से जुड़े हुए फैक्टर्स हैं। सर्जरी के बाद एक्सरसाइज की शुरुआत सिंपल वॉक से करें। फिर धीरे-धीरे समय और इंटेंसिटी को बढ़ाएं। रोज वॉक करें। इसके अलावा आप स्विमिंग, या किसी प्रकार की हैवी एक्सरसाइज करने के लिए 3 महीने तक इंतजार करना होगा।

और पढ़ें : कार्डिएक अरेस्ट से बचने के लिए रखें इन बातों का खास ख्याल

हार्ट बायपास सर्जरी के बाद सावधानियां: घाव की रिकवरी (Wound recovery) से संबंधित सावधानियां

अपनी सर्जरी के बाद पहले 6 हफ्तों के लिए, आपको चलते समय अपनी बाहों और ऊपरी शरीर का उपयोग करने में सावधानी बरतनी चाहिए।

  • हार्ट बायपास सर्जरी के बाद सावधानियां (Precautions after heart bypass surgery) रखने के दौरान पीछे की तरफ ना झुकें।
  • किसी को भी किसी भी कारण से अपनी बाहों को खींचने न दें। उदाहरण के लिए, यदि वे आपको घूमने या बिस्तर से बाहर निकलने में मदद कर रहे हैं।
  • 2 से 3 किलोग्राम से अधिक भारी कुछ भी न उठाएं।
  • हार्ट बायपास सर्जरी के बाद सावधानियां (Precautions after heart bypass surgery) रखने के दौरान कम से कम 2 से 3 हफ्ते तक घर का हल्का-फुल्का काम भी न करें।
  • अपनी बाहों और कंधे का अधिक उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टस से संपर्क करें।
  • अपने दांतों को ब्रश करना ठीक है, लेकिन ऐसी अन्य गतिविधियां न करें जो आपकी बाहों को आपके कंधों के ऊपर तक रखें। जब आप बिस्तर या कुर्सी से उठने के हाथों का उपयोग कर रहे हों तो आपको दोनों हाथों को क्लोज रखें ।
  • आप अपने जूते बांधने के लिए आगे झुक सकते हैं। अगर आपको अपने ब्रेस्टबोन पर खिंचाव महसूस हो तो हमेशा रुकें।

आपका डॉक्टर आपको बताएगा कि आपके सीने के घाव की देखभाल कैसे करना है। आपको संभवतः अपने सर्जिकल कट को हर दिन साबुन और पानी से साफ करने और धीरे से सूखने के लिए कहा जाएगा। किसी भी क्रीम, लोशन, पाउडर या तेल का उपयोग तब तक न करें जब तक कि आपका डॉक्टर आपको इसके लिए ना कहें।

और पढ़ें: हार्ट ट्रांसप्लांट : जानिए किन स्थितियों में की जाती है यह हार्ट सर्जरी?

हार्ट बायपास सर्जरी के बाद सावधानियां (Precautions after heart bypass surgery): कॉम्प्लिकेशन के इन लक्षणों को ना करें इग्नोर

वैसे तो हार्ट बायपास सर्जरी के कॉम्प्लिकेशन आम नहीं है, लेकिन फिर भी निम्न लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।

  • सीने में दर्द जो कि सर्जरी के घाव से संबंधित ना हो
  • बहुत ज्यादा बुखार होना
  • हार्ट रेट (Heart rate) बढ़ना
  • चक्कर आना या बेहोशी
  • सर्जिकल साईट के पास दर्द होना.
  • सर्जिकल साईट से ब्लीडिंग होना
  • अधिक कमजोरी का एहसास होना
  • बेवजह वजन बढ़ना
  • उल्टी और मितली होना
  • गले में खराश होना

और पढ़ें: पुरुष हार्ट हेल्थ को लेकर अक्सर करते हैं ये गलतियां

हार्ट बायपास सर्जरी (Heart bypass surgery) के बाद मैं हार्ट की और समस्याओं के रिस्क को कैसे कम कर सकता हूं?

हार्ट बायपास सर्जरी के बाद सावधानियां (Precautions after heart bypass surgery) रखकर आप आगे की समस्यों को रोकने में मदद कर सकते हैं। इस दिशा में कदम उठाना बेहद जरूरी है ताकि आगे किसी प्रकार की सर्जरी की जरूरत ना पड़े। हार्ट डिजीज (Heart disease) के निम्न रिस्क फैक्टर्स को कंट्रोल में रखना जरूरी है।

सर्जरी के लिए हमेशा तजुर्बेदार डॉक्टर ही चुनें। साथ ही किसी रिलेटिव या दोस्त से आपकी मदद करने के लिए कहे। सर्जरी के बाद घर के लिए भी अच्छे से तैयारियां करना जरूरी होता है। दवाईयां, TV , टेलीफोन , टिशूज को आसपास ही रखे।स्नैक्स रख ले जो आसानी से पकाएं जा सके। सर्जरी के बाद आपको आराम करना पड़ेगा इसलिए पहले ही छुट्टी की एप्लिकेशन दे। सर्जरी के पहले आपको हॉस्पिटल में रखा जाएगा और एक्स रे , ब्लड टेस्ट , एनेस्थेसिया टेस्ट करवाए जाएंगे। उम्मीद करते हैं कि आपको हार्ट बायपास सर्जरी के बाद सावधानियां (Precautions after heart bypass surgery) क्या और कैसे रखें इससे संबधित जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से सलाह लें।

क्या ओपन हार्ट सर्जरी के बिना हार्ट वाल्व को बदला जा सकता है?

ऐसे में मरीज का ट्रांस कैथेटर एओर्टिक वॉल्व रिप्लेसमेंट (टीएवीआर) किया गया। टीएवीआर में ओपन हार्ट सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती है। मरीज के पैर की नस के जरिए वॉल्व को दिल तक ले लाया जाता है। पुराने वॉल्व के अंदर नए वॉल्व को गुब्बारे की मदद से स्थापित कर दिया जाता है।

ओपन हार्ट सर्जरी में कितना रिस्क होता है?

ओपन-हार्ट सर्जरी के बाद, दौरे या कंपकंपी जैसी संभावित घातक जटिलताएं हो सकती हैं। इन जटिलताओं की संभावना को कम करने के लिए, आपका डॉक्टर आपके शरीर से शराब निकालने में आपकी सहायता कर सकता है। प्रक्रिया से एक दिन पहले आपको एक विशेष साबुन से आपके अंगों को धोने के लिए कहा जा सकता है।

ओपन हार्ट सर्जरी के बाद क्या खाना चाहिए?

बहुत सारी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, रोटी, बिना चर्बी वाले मांस, मछली और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद खाएं। प्रोसेस्ड फूड के सेवन से बचना चाहिए। इनमें नमक और प्रीजरवेटिव की मात्रा बहुत अधिक होती है। सामान्य तौर पर, उच्च संतृप्त वसा, नमक, और सोडियम का सेवन सीमित मात्रा में किया जाना चाहिए

लेग बाईपास सर्जरी कितनी सफल है?

बाईपास सर्जरी कितने सालों तक चलती है: कई अध्ययनों के अनुसार, यदि कोई मरीज लीमा-रीमा धमनियों के उपयोग से बाईपास सर्जरी कराता है तो ऑपरेशन के 10 साल बाद भी लगभग 95% लीमा ग्राफ्ट एवं 90% रीमा ग्राफ्ट के खुले रहने और ठीक से काम करने की संभावना रहती है।