पहाड़ों पर खाना जल्दी क्यों बनता है? - pahaadon par khaana jaldee kyon banata hai?

ऐसा कोई भी बर्तन जिसमें भोजन पकाने के लिये वायुमंडलीय दाब से अधिक दाब उत्पन्न करके खाना बनाने की व्यवस्था हो उसे प्रेशर कुकर या दाब-पाचक कहते हैं। प्रेशर कूकर में भोजन जल्दी बन जाता है क्योंकि अधिक दाब होने के कारण पानी १०० डिग्री सेल्सियस से भी अधिक ताप तक गरम किया जा सकता है क्योंकि अधिक दाब पर पानी का क्वथनांक अधिक होता है।

प्रेशर कुकर के इतिहास पर नजर दौडाएं तो पता चलता है की वर्ष १६७९ में फ्रांसीसी भौतिकशास्त्री डेनिस पापिन ने पहला प्रेशर कुकर बनाया था, जिसे उन्होंने 'स्टीम डाइजेस्टर' नाम दिया | उस वक्त उन्होंने अपने इस आविष्कार का लंदन की रोंयल सोसाइटी के समक्ष प्रदर्शन भी किया था। हालांकि इसे इस्तेमाल करना आसान भी नहीं था और इसके लिए ख़ास तरह की भट्टी की भी जरुरत पड़ती थी, लिहाजा इसे लंबे समय तक ज्यादातर होटलों व उद्योगों में ही इस्तेमाल किया जाता रहा | लोगों के घरों तक पहुँचने के लिए इसे बीसवीं सदी तक इंतज़ार करना पडा | वर्ष १९१५ में पहली बार इस उपकरण के लिए 'प्रेशर कुकर' शब्द का इस्तेमाल किया गया | अमेरिका के न्यूयोंर्क में वर्ष १९३९ में आयोजित वैश्विक मेले में अल्फ्रेड विशलर ने पहली बार ऐसा एल्युमिनियम प्रेशर कुकर प्रदर्शित किया, जिसका आकार घरों में खाना बनाने वाली देगजी या पतीली जैसा था। इसे आधुनिक कुकर का शुरूआती रूप मान सकते हैं | यह मॉडल जल्द ही घर-घर में लोकप्रिय हो गया |

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सर आपका पसंद है क्या पहाड़ों पर खाना बनाने में जल्दी बनता है ऐसा क्योंकि मैं आपको बताता हम पहाड़ों पर या ऊंचाई पर जाते हैं तो वहां पर वायुमंडलीय दाब सामान्य वायुमंडल दाब बने कम से कम होता है इस कारण पानी का कब स्नान कट जाता है अर्थात पानी कम था पर उबलने लगता है स्वाभाविक रूप से कम ताप कम ताप का अर्थ कम उसमें से है इस कारण खाने को उसमें कम मिलती है जिसके कारण खाना देर से पकता है धन्यवाद

sir aapka pasand hai kya pahadon par khana banane me jaldi banta hai aisa kyonki main aapko batata hum pahadon par ya unchai par jaate hain toh wahan par vayumandaliye dab samanya vayumandal dab bane kam se kam hota hai is karan paani ka kab snan cut jata hai arthat paani kam tha par ubalane lagta hai swabhavik roop se kam taap kam taap ka arth kam usme se hai is karan khane ko usme kam milti hai jiske karan khana der se pakata hai dhanyavad

सर आपका पसंद है क्या पहाड़ों पर खाना बनाने में जल्दी बनता है ऐसा क्योंकि मैं आपको बताता हम

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पहाड़ों पर खाना जल्दी क्यों बनता है? - pahaadon par khaana jaldee kyon banata hai?
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पहाड़ों पर खाना जल्दी क्यों बनता है? - pahaadon par khaana jaldee kyon banata hai?

पहाड़ों पर खाना जल्दी क्यों बनता है? - pahaadon par khaana jaldee kyon banata hai?

पहाड़ों पर खाना जल्दी क्यों बनता है? - pahaadon par khaana jaldee kyon banata hai?

पहाड़ों पर खाना जल्दी क्यों बनता है? - pahaadon par khaana jaldee kyon banata hai?

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इसे सुनेंरोकेंऊंचाई पर खाना देर से इसलिए पकता है, क्योंकि जैसे जैसे ऊंचाई बढ़ती है वैसे – वैसे वायुमंडलय दाब कम होता जाता हैं। # ऊँचाई पर वायुमंडलीय दाब घट जाता है जिससे पानी का क्वथनांक कम हो जाता है और पानी जल्दी ही वाष्प बनकर उड़ जाता है। # खाना पकाते समय पानी का ताप कम रहने के कारण खाना देर से पकता है।

ऊंचाई पर खाना देर से क्यों बनता है?

इसे सुनेंरोकेंप्रेशर कूकर में भोजन जल्दी बन जाता है क्योंकि अधिक दाब होने के कारण पानी १०० डिग्री सेल्सियस से भी अधिक ताप तक गरम किया जा सकता है क्योंकि अधिक दाब पर पानी का क्वथनांक अधिक होता है।

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खाना कितने डिग्री पर बनता है?

इसे सुनेंरोकेंजब भोजन को खुले बर्तन में पकाया जाता है तो उसमें जो पानी होता है। वह 100 डिग्री सेल्सियस पर ही उबलने लगता है। और खाने का ताप 100 डिग्री सेल्सियस के बाद बहुत ही धीरे-धीरे बढ़ता है जिससे खाना पकने में बहुत देरी लगती है।

प्रेशर कुकर में खाना जल्दी क्यों पड़ जाता है?

इसे सुनेंरोकेंढकने के साथ-साथ अगर दाब भी बढ़ा दिया जाए तो खाना और भी जल्दी पकता है, क्योंकि नियमानुसार जैसे-जैसे दाब बढ़ता है, पानी का क्वथनांक कम होता जाता है। प्रेशर कुकर में दाब अधिक हो जाने के कारण उसमें पकाए जाने वाले पदार्थो का क्वथनांक भी घट जाता है और वे जल्दी पक जाते हैं।

जल कितने डिग्री पर उबलता है?

इसे सुनेंरोकेंइस पैमाने के अनुसार पानी, सामान्य दबाव पर 273.15 डिग्री केल्विन पर जमता है और 373.15 डिग्री केल्विन पर उबलता है।

पहाड़ों पर जल का क्वथनांक कम हो जाता है क्योंकि?

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इसे सुनेंरोकें1 बार दबाव पर पानी का क्वथनांक 100 ° C होता है । यदि दबाव कम हो जाता है, तो पदार्थ का क्वथनांक भी कम हो जाता है। अधिक ऊंचाई पर, पानी कम तापमान पर उबलता है क्योंकि ऊंचाई में वृद्धि के साथ वायुमंडलीय दबाव कम हो जाता है।

पकाया हुआ आहार कितनी देर तक खाने योग्य रहता है?

इसे सुनेंरोकेंफ्रिज में पके हुए चावल 2 दिन के भीतर ही खा लेने चाहिए। फ्रिज में रखे चावलों का सेवन करने से पहले उन्हें कुछ देर कमरे के तापमान पर रख लें। उसके बाद चावलों को अच्छी तरह गर्म करने के बाद ही खाएं। अगर आप गेहूं की रोटी को फ्रिज में रख रहे हैं तो रोटी बनने के 12 से 14 घंटे के अंदर ही उसे खा लेना बेहतर होता है।

पहाड़ो पर जल अपने सामान्य क्वथनांक से पहले क्यों उबलने लगता है?

इसे सुनेंरोकेंपहाड़ों पर वायुमंडल की दाब कम होती है। अत: वहाँ पानी निम्न ताप पर उबलने लगता है। प्रत्येक निश्चित दाब के लिए क्वथन एक निश्चित ताप पर होता है।

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सबसे अच्छा कुकर कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंBest Pressure Cooker Company – बेस्ट ब्रांड की लिस्ट में हॉकिन्स का नाम भी बहुत प्रसिद्ध है। हॉकिन्स का यह तीन लीटर का कुकर खाना पकाने के लिए बहुत ही आसान है।

बर्फ कितने डिग्री पर जमता है?

इसे सुनेंरोकेंवैसे बर्फ चार स्तर पर जमती है. हल्की बर्फ होती है 0 से -3.5 डिग्री सेल्सियस तक, फिर थोड़ी ज्यादा बर्फ होती है -3.6 से -6.5 डिग्री सेल्सियस तक. इसके बाद बारी आती है खतरनाक ठंड की जिसमें पारा -6.6 से -11.5 डिग्री सेल्सियस तक जाता है. और बहुत ज्यादा बर्फीला मौसम -11.5 डिग्री से ऊपर होता है.

पहाड़ में खाना बनाने में ज्यादा समय क्यों लगता है?

सही उत्तर पहाड़ के चोटी पर जल का क्वथनांक कम है। उच्च ऊंचाई पर, वायुमंडलीय दबाव में कमी होती है। जैसे-जैसे वायुमंडलीय दबाव कम होता है, जल कम तापमान पर उबलता है। क्योंकि जल अधिक ऊंचाई पर कम तापमान पर उबलता है, ऐसे पदार्थ जो उबालकर तैयार किए जाते हैं, उन्हें कम तापमान पर पकाया जाता है, और पकाने में अधिक समय लगेगा।

पहाड़ों पर खाना देरी से बनता है क्यों?

ऊंचाई पर खाना देर से क्यों बनता है? ऊंचाई पर वायुमंडलीय दाब घट जाता है। जिससे पानी का क्वथनांक कम हो जाता है और पानी जल्दी ही वाष्प बनकर उड़ जाता है। खाना पकाते समय पानी का ताप कम रहने के कारण खाना देर से पकता है।

दालें अधिक ऊंचाई पर पकने में अधिक समय क्यों लेती हैं?

Detailed Solution उच्च ऊंचाई पर, वायुमंडलीय दाब में कमी होती है। जैसे-जैसे वायुमंडलीय दाब घटता है, जल कम तापमान पर उबलता है। चूंकि जल अधिक ऊंचाई पर कम तापमान पर उबलता है, उबालने या उबालकर तैयार किए गए खाद्य पदार्थ कम तापमान पर पकेंगे, और इसे पकाने में अधिक समय लगेगा।

प्रेशर कुकर में खाना जल्दी क्यों बन जाता है?

ढकने के साथ-साथ अगर दाब भी बढ़ा दिया जाए तो खाना और भी जल्दी पकता है, क्योंकि नियमानुसार जैसे-जैसे दाब बढ़ता है, पानी का क्वथनांक कम होता जाता है। प्रेशर कुकर में दाब अधिक हो जाने के कारण उसमें पकाए जाने वाले पदार्थो का क्वथनांक भी घट जाता है और वे जल्दी पक जाते हैं।