प्रेग्नेंट होने के बाद क्या पीरियड आता है - pregnent hone ke baad kya peeriyad aata hai

  • Hindi News
  • lifestyle
  • Family
  • periods during pregnancy in hindi

प्रेगनेंट होने पर पीरियड्स आने का क्‍या मतलब होता है

parul rohatagi | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Oct 20, 2020, 9:52 AM

पीरियड्स के दौरान गर्भाशय की लाइनिंग गिर जाती है जबकि प्रेगनेंसी में यही लाइनिंग बनी रहती है। जब महिलाओं को गर्भावस्‍था के दौरान यूट्राइन ब्‍लीडिंग होती है तो यह पीरियड्स की वजह से नहीं होगा।

प्रेगनेंट होने पर ओवुलेशन नहीं होता है और न ही पीरियड आते हैं। पीरियड्स तभी आते हैं जब आप प्रेगनेंट नहीं होती हैं।
हालांकि, प्रेगनेंसी के दौरान थोड़ी ब्‍लीडिंग महसूस हो सकती है, लेकिन यह मासिक चक्र की वजह से नहीं होगा।
कुछ महिलाओं को तो स्‍तनपानी करवाने के दौरान भी पीरियड्स नहीं आते हैं। हालांकि, ये डिलीवरी के तुरंत बाद ओवुलेट करना शुरू कर सकती हैं। इसलिए डॉक्‍टर स्‍तनपान करवाने वाली महिला के प्रेगनेंसी न चाहने पर किसी न किसी गर्भ निरोधक के इस्‍तेमाल की सलाह दे सकते हैं।
मासिक चक्र प्रेगनेंसी के लिए ही होता है और इसका चक्र पीरियड के पहले दिन से शुरू होता है और अगले पीरियड के पहले दिन पर खत्‍म होता है।


जब ओवरी एग रिलीज करती है तो इस साइकिल के बीच में ओवुलेशन होता है। ओवुलेट करने के बाद लगभग 12 से 24 घंटे तक एग मौजूद रहता है। यदि स्‍पर्म कोशिका ओवरी में मौजूद रहे और एग को फर्टिलाइज कर दे तो एग तो अपने आप ही गर्भाशय में इंप्‍लांट हो जाता है और प्रेगनेंसी शुरू होती है।
इस प्रक्रिया में एग के फर्टिलाइज न होने पर मासिक चक्र शुरू होता है और शरीर यूट्राइन लाइनिंग को गिरा देता है।

गर्भावस्‍था में ब्‍लीडिंग के अन्‍य कारण
गर्भवती महिला को पीरियड्स नहीं आते हैं, लेकिन फिर भी उन्‍हें हल्‍की ब्‍लीडिंग हो सकती है। ऐसा जरूरी नहीं है कि प्रेगनेंसी में ब्‍लीडिंग किसी दिक्‍कत का संकेत हो। आपको प्रेगनेंसी में ब्‍लीडिंग का कारण पता करके डॉक्‍टर से इस बारे में बात करनी चाहिए।


प्रेगनेंसी की पहली तिमाही
गर्भावस्‍था की पहली तिमाही में ब्‍लीडिंग होने की संभावना ज्‍यादा होती है। गर्भाशय में प्‍लेसेंटा के इंप्‍लांट होने पर हल्‍की स्‍पॉटिंग हो सकती है। गर्भावस्‍था के दौरान सर्विकल कोशिकाओं में बदलाव भी महसूस हो सकता है जिसकी वजह से हल्‍की ब्‍लीडिंग हो सकती है, खासतौर पर सेक्‍स के बाद।
पहली तिमाही में ब्‍लीडिंग होने के अन्‍य कारणों में एक्‍टोपिक प्रेगनेंसी, संक्रमण, मिसकैरेज, सबकोरिओनिक हैमरेज (जिसमें यूट्राइन की दीवार और प्‍लेसेंटा के बीच में ब्‍लीडिंग होती है), जेस्‍टेशनल ट्रोफोब्‍लास्टिक डिजीज शामिल हैं।


प्रेगनेंसी के 20 सप्‍ताह के बाद
गर्भावस्‍था की पहली तिमाही के बाद निम्‍न कारणों से ब्‍लीडिंग हो सकती है :
  • सर्विकल एग्‍जामिनेशन : किसी भी तरह की समस्‍या की जांच के लिए डॉक्‍टर गर्भाशय ग्रीवा की जांच करेंगे। इस प्रक्रिया की वजह से हल्‍की ब्‍लीडिंग हो सकती है।
  • प्‍लेसेंटा प्रीविया : जब प्‍लेसेंटा गर्भाशय ग्रीवा के खुलने वाली जगह पर या इसके पास ही इंप्‍लांट हो जाती है तो प्‍लेसेंटा प्रीविया की स्थिति उत्‍पन्‍न होती है।
  • प्रीटर्म लेबर : प्रसव के दौरान गर्भाशय ग्रीवा चौड़ी होता है और शिशु को नीचे लाने के लिए गर्भाशय सिकुड़ने लगता है। इससे थोड़ी ब्‍लीडिंग हो सकती है।
  • सेक्‍स : डॉक्‍टर की सलाह पर आप प्रेगनेंसी में सेक्‍स कर सकती हैं। योनि और गर्भाशय ग्रीवा के ऊतकों में अधिक सेंसिटविटी होने की वजह से थोड़ी ब्‍लीडिंग और स्‍पॉटिंग महसूस हो सकती है।
  • यूट्राइन रप्‍चर : प्रसव के दौरान गर्भाशय के छिलने पर ऐसा होता है। ऐसा दुर्लभ ही होता है।
  • प्‍लेसेंटा एब्‍रप्‍शन : इसमें प्‍लेसेंटा शिशु के जन्‍म से पहले ही गर्भाशय से अलग होना शुरू कर देता है।
यदि महिला को प्रेगनेंसी के किसी भी सप्‍ताह या महीने में ब्‍लीडिंग हो रही है तो खून का रंग, मात्रा और गाढ़ापन नोट करके डॉक्‍टर को बताए।

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें

रेकमेंडेड खबरें

  • स्वास्थ्य जोड़ों के दर्द का सस्‍ता इलाज
  • Adv: ऐमजॉन पर इलेक्ट्रॉनिक्स सामान और एक्सेसरीज पर जोरदार ऑफर्स
  • वीकेंड यात्रा दिल्ली के पंजाबी बाग में कबाड़ से बनी हैं ताजमहल, कुतुब मीनार जैसी 21 स्मारकें, पहुंच जाएं इस संडे बच्चों को लेकर
  • भोजपुरी Akshara Singh: फर्जी पोस्टर को MMS बताकर कर रहे हैं बदनाम... अक्षरा सिंह ने फेक वीडियो को बताया साजिश
  • न्यूज़ Redmi 10 पर मिल रहा अब तक का सबसे तगड़ा डिस्काउंट, खरीदने वालों की मची होड़
  • फिल्मी खबरें सामंथा रुथ प्रभु ने आयुष्मान खुराना के साथ साइन कर ली है बॉलीवुड फिल्म? खत्म हो सकता है फैंस का इतंजार
  • ग्रह नक्षत्र अक्टूबर में 5 ग्रहों का बदलाव, इन 5 राशियों की लाइफ में मचेगी उथल-पुथल
  • हायो रब्‍बा मोबाइल की आदत: मां ने छीना फोन, बच्चे ने गुस्से में पूरा घर तबाह कर दिया!
  • न्यूज़ iPhone 13 की कीमत हो गई 20 हजार से भी कम, Flipkart Sale से करें ऑर्डर
  • बेगूसराय 'मिस फायर' की तरह बेगूसराय शूटआउट का खुलासा, उठ रहे सवाल का कौन देगा जवाब?
  • अहमदाबाद गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी को 6 महीने जेल की सजा, जानें पूरा मामला
  • हैदराबाद सरजमीं के लिए हमारे दिल में मोहब्बत, BJP-RSS से सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं... तिरंगा रैली से ओवैसी का हमला
  • बाकी एशिया 'अफगानिस्तान में छिपा है आतंकी मसूद अजहर', SCO समिट में जाते-जाते तालिबान को बलि का बकरा बना गए पाकिस्तान के विदेश मंत्री
  • स्पोर्ट्स लारा, पंडित और नेहरा जी... क्या आप जानते हैं IPL की 10 टीमों के 10 कोच का नाम?

देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं?

धन्यवाद

प्रेग्नेंट होने के बाद भी पीरियड आ सकते हैं क्या?

प्रेगनेंट होने पर ओवुलेशन नहीं होता है और न ही पीरियड आते हैं। पीरियड्स तभी आते हैं जब आप प्रेगनेंट नहीं होती हैं। हालांकि, प्रेगनेंसी के दौरान थोड़ी ब्‍लीडिंग महसूस हो सकती है, लेकिन यह मासिक चक्र की वजह से नहीं होगा। कुछ महिलाओं को तो स्‍तनपानी करवाने के दौरान भी पीरियड्स नहीं आते हैं।

क्या यह मेरा पीरियड है या मैं प्रेग्नेंट हूं?

"हालांकि, दोनों के बीच महत्वपूर्ण अंतर यह है कि गर्भावस्था के साथ, आपकी अवधि नहीं होती है ।" मतली भी एक लक्षण है जो गर्भावस्था के साथ हो सकता है और अक्सर पीएमएस के साथ अनुभव नहीं होता है। "शुरुआती गर्भावस्था में मतली अक्सर गर्भधारण के 12 वें सप्ताह के बाद हल हो जाती है," जाइल्स ने कहा।

प्रेग्नेंट होने के कितने दिन बाद पीरियड आता है?

वास्तव में, प्रेग्नेंट होने के लिए पीरियड्स के बाद के 5 दिन और ओव्यूलेशन वाला दिन भी शामिल है। यदि आप गर्भधारण करने की योजना बना रही हैं तो आपको हफ्ते में दो या तीन बार सेक्स करने की सलाह दी जाती है। पीरियड के बीच में प्रेग्नेंट होने के निशान कुछ दिनों बाद तक पाए जा सकते हैं।

मुझे कैसे पता चलेगा कि मैं प्रेग्नेंट हूं?

प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण: बिना टेस्ट के ऐसे समझें, आप....
पीरियड का मिस होना ... .
बार-बार टॉइलट जाना ... .
ब्रेस्ट में हल्का दर्द या भारीपन ... .
उल्टी आना या जी मिचलाना ... .
हल्का बुखार होना ... .
पेट में दर्द ... .
टेस्ट और स्मेल में बदलाव.

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग