परीक्षा में सफलता पाने के लिए क्या क्या तैयारी करते हैं? - pareeksha mein saphalata paane ke lie kya kya taiyaaree karate hain?

* आ गया परीक्षा का मौसम कैसे करें टेंशन दूर, पढ़ें 10 उपाय

-अशोक पंवार 'मयंक'

परीक्षा का मौसम आते ही विद्यार्थियों के माथे पर शिकन आ जाती है। इधर पढ़ाई का टेंशन तो उधर अच्छे नंबरों से पास होने का दबाव। आखिर क्या करें जिससे कि टेंशन भी दूर हो व परीक्षा में भी अच्छी सफलता पाएं।

आइए, इसी बात को ध्यान में रखकर हम कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं। परीक्षा में अच्छी सफलता पाने के ये सरल 10 उपाय आप अवश्य आजमाएं...

1. जहां आप अध्ययन कर रहे हैं, वहां पर एक खुशबूदार अगरबत्ती जला दें ताकि आपका मन स्वस्थ रह सके।

2. परीक्षा आते ही रट्टू तोते न बन जाएं बल्कि पढ़ाई पर ध्यान दें व बस पढ़ते जाएं।

3. परीक्षा से कम से कम 2 माह पूर्व पुन: रिवीजन करें। परीक्षा के दिन तनाव में न रहें।

4. पढ़ाई करते वक्त शांत वातावरण का होना जरूरी होता है। जहां तक हो सके, अकेले न पढ़ें। हो सके तो ग्रुप में ही अध्ययन करें, इससे आपको नींद नहीं आएगी व साथ मिलने से पढ़ाई में मन लगेगा।

5.
मन पर किसी भी प्रकार का तनाव न रखें। हमेशा प्रसन्नचित रहने से मन स्वस्थ रहेगा जिससे कि पढ़ाई में मन लगेगा।

6. पढ़ाई करते वक्त हो सके तो शवासन कर लेना चाहिए ताकि आप पूरी तरह चुस्त-स्फूर्त हो जाएं।

(शवासन की विधि- चित लेटकर अपने पूरे शरीर को क्षीण व ढीला छोड़कर लंबी-लंबी सांस लें फिर आंखें बंद कर कुछ देर के लिए विचारशून्य हो जाएं। इस प्रकार करने से आप तरोताजा महसूस करेंगे। इसे ही शवासन कहते हैं।)

7. किसी भी सूरत में स्मोकिंग का प्रयोग न करें।

8. रोज नित्य 1 गिलास हल्के गरम दूध का सेवन लाभकारी रहेगा।

9. जो पढ़ें, उसे थोड़ी देर बाद एक पन्ने पर लिखें व देखें कि जो पढ़ा, उसमें से कितना सही है।

10. किसी भी प्रकार से मन में संकोच न लाएं, नहीं तो असफलता का विचार आएगा। यदि आप में आत्मविश्वास होगा तो आप हर मुसीबतों का सामना डटकर कर सकते हैं।

इस प्रकार आप परीक्षा में तनावरहित सफलता पा सकते हैं।

किसी भी छात्र के जीवन में परीक्षा की घड़ी बहुत ही महत्वपूर्ण होती है. इस समय शांत मन से पढ़ाई करना ओर परीक्षा में सफल होना बहुत ज़रूरी होता है. परीक्षा के समय की गई चूक से किसी छात्र का पूरा साल बर्बाद हो जाता है, तो कोई छात्र प्रतियोगिता परीक्षा से बाहर हो जाता है. धैर्य पूर्वक अपने पाठ्यक्रम का अभ्यास करने के साथ ही अगर छात्र परीक्षा में सफलता के उपाय भी करते हैं तो उन्हें सफलता मिलने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है. तो आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ उपाय.

परीक्षा में सफलता पाने के अचूक मंत्र

किसी भी छात्र को पढ़ने की टेबल के ऊपर खाने पीने कि सामग्री नहीं रखना चाहिए. छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे खाना खाने के स्थान पर ही खाना खाएं ओर खाते वक्त पढ़ाई करने की कोशिश न करें. जिस भी टेबल पर आप अध्ययन करते हों, उसको भी व्यवस्थित रखें उस पर पुस्तक कापी आदि को खुला न छोड़ें. इसके अलावा ये ध्यान रखें की आपकी टेबल पर गन्दगी और धूल जमा न हो. परीक्षा में सफलता के उपाय में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें.

परीक्षा में सफलता पाने के अचूक उपाय

जब भी आप पढ़ने के लिए बैठते हैं उस समय अपने इष्ट देव को याद करें इससे आपका ध्यान एकाग्र रहता है और पढ़ा हुआ जल्दी याद हो जाता है. अपनी पुस्तक और कापियों को पढ़ना शुरू करने से पहले एक बार मस्तक से ज़रूर लगायें. परीक्षा में सफलता के उपाय के अंतर्गत ब्रह्ममुहूर्त में उठकर पढ़ने से विशेष लाभ होता है. इस समय वातावरण में शुद्ध हवा होती है और चारों तरफ शांति छायी रहती है जिससे पढ़ने में अच्छा मन लगता है.

छात्रों को हमेशा पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुख करके अध्ययन करना चाहिए. छात्रों को घर पर अध्ययन करते समय जूते या मोज़े नही पहनना चाहिए. हर छात्र को अपने गले में माँ सरस्वती का यंत्र धारण करना चाहिए. छात्र अपनी बुद्धि के विकास के लिए गुरुवार के दिन अपनी किताब में इमली के ताज़े पत्ते ज़रूर रखें. छात्रों को किसी भी परीक्षा में सफलता के उपाय के लिए मोर पंख को अपने साथ रखने की भी सलाह दी जाती है. किसी भी छात्र के जीवन में अच्छी स्मरण शक्ति का बहुत महत्व होता है. अच्छी स्मरण शक्ति वाला विद्यार्थी काफी जल्द परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकता है. स्मरण शक्ति के लिए छात्रों को तुलसी के कुछ पत्तों में मिश्री मिलाकर खाना चाहिए.

परीक्षा में सफलता के टोटके

आज का समय प्रतियोगी परीक्षाओं का है. आज हर स्टूडेंट प्रतियोगी परीक्षाओं में पास होना चाहता है ताकि उसको मनपसंद कॉलेज में प्रवेश या मनपसंद नौकरी मिल सके. छात्रों को परीक्षा में सफलता के उपाय के लिए हर गुरुवार गाय को पेड़े खिलाना चाहिए. विद्यार्थियों को परीक्षा में मनवांछित सफलता प्राप्त करने के लिए अपने अध्ययन कक्ष में माँ सरस्वती की फोटो पूर्व दिशा में लगानी चाहिए. सरस्वती बीज मंत्र  का उच्चारण करने से एकाग्रता में वृद्धि होती है और पढ़ने में मन लगता है. छात्रों को गणेश चालीसा भी पढ़ना चाहिए. गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए बुधवार के दिन उन्हें दूर्वा अर्पित करें और बेसन के लड्डू का प्रसाद भी चढ़ाएं.

विद्या प्राप्ति के लिए बड़ों का लेना आशीर्वाद लेना बहुत ज़रूरी होता है. जब भी आप परीक्षा देने के लिए घर से निकलें आप घर में माता पिता, दादा-दादी या कोई भी घर के बड़े सदस्य के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेना न भूलें. एक छात्र को अपने गुरुजनों का सदैव सम्मान करना चाहिए और अपने सहपाठियों के प्रति सहयोग की भावना होनी चाहिए. जब भी आप परीक्षा देने के लिए घर से निकलें दही में थोड़ी सी शक्कर डालकर खा लें. दही नही होने पर कोई भी मिठाई खा लें. ऐसा करने से परीक्षा में सफलता की संभावना बढ़ जाती हैं.

सरस्वती बीज मंत्र

किसी भी छात्र के लिए परीक्षा में नक़ल करने से माँ सरस्वती क्रोधित हो जाती हैं. इसलिए आपको भूलकर भी परीक्षा में नक़ल नही करनी चाहिए. भले ही आपसे कोई प्रश्न नही बन रहा हो फिर भी भूलकर भी नक़ल न करें. अगर आप ऐसा करते हुए पकड़े गये तो परीक्षा से निष्कासित हो सकते हैं. इसलिए थोड़े से अंको के चक्कर में अपने भविष्य को दांव पर मत लगायें. छात्रों को परीक्षा में अच्छी सफलता प्राप्त करने के लिए सूर्य भगवान की भी आराधना करनी चाहिए. एक लोटे में जल लेकर उसमे थोड़े से चावल, लाल चन्दन और फूल डालकर हर दिन सुबह स्नान आदि करके सूर्य देव को जल चढ़ाएं. ऐसा करने से बुद्धि में प्रखरता आती है और परीक्षा में सफलता निश्चित ही मिलती है.

कई विद्यार्थियों के साथ ये समस्या रहती है कि वे परीक्षा के समय प्रश्नों के उत्तर भूल जाते हैं. विद्यार्थिओं को परीक्षा से ठीक पहले पढ़ना नही चाहिए. इस समय सिर्फ अपने मन को शांत रखने की कोशिश करनी चाहिए. परीक्षा में जो प्रश्न आपको अच्छे से आते हैं उनका उत्तर पहले लिखें ताकि बाद में कठिन प्रश्नों को हल करते समय आपके अन्दर आत्मविश्वास अधिक हो. परीक्षा में भूलने के आदत से बचने के लिए छात्र अपने पास फिटकरी और कपूर रखें. मन को शांत रखने के लिए अपने अध्ययन कक्ष में हरे रंग का पर्दा लगाकर रखें.

परीक्षा में सफलता पाने के अचूक मंत्र

अपने अध्ययन कक्ष में नीम की एक डाली लगा दें. ऐसा करने से कमरे का वातारवरण शुद्ध होगा और आपकी एकाग्रता में वृद्धि होगी. घर से परीक्षा देने के लिए निकलने से पहले आप थोड़ा सा दही लें और इसमें तुलसी की ताज़ी पत्तियां मिलाकर खा लें. जब आप घर से परीक्षा के लिए निकले तो अपना दायें पैर को पहले बाहर निकालें साथ ही जब आप परीक्षा कक्ष में प्रवेश करें तो दांया पैर को ही पहले कक्ष के भीतर रखें. परीक्षा देने के लिए जाते समय किसी मंदिर में आधा किलो दूध भेंट करें. ऐसा करने से आपका मनोबल बढ़ेगा और आप पूरी एकाग्रता के साथ परीक्षा दे पाएंगे.

परीक्षा में सफलता के उपाय करने के साथ ही आपको चाहिए कि आप अपने विषयों को अच्छे से अध्ययन करें. क्योंकि परीक्षा में सफलता के लिए गहन अध्ययन का कोई विकल्प नही है. अगर आप अपने विषयों को रूचि लेकर पढ़ते हैं और उनके प्रति अपनी समझ को विकसित करने के लिए प्रतिदिन मेहनत करते हैं तो आपको परीक्षा में सफलता प्राप्त करने से कोई भी नही रोक सकता. जीवन में किसी भी तरह की सफलता की प्राप्ति के लिए धैर्य और आत्मविश्वास का कोई विकल्प नही है. इसलिए इन्हें अपने अन्दर जितना अधिक आप विकसित करेंगे उतनी आपके किसी भी परीक्षा में सफल होने की संभावना बढ़ जाएगी.

परीक्षा में सफल होने के लिए क्या करें?

परीक्षा में अच्छी सफलता पाने के ये सरल 10 उपाय आप अवश्य आजमाएं....
जहां आप अध्ययन कर रहे हैं, वहां पर एक खुशबूदार अगरबत्ती जला दें ताकि आपका मन स्वस्थ रह सके।.
परीक्षा आते ही रट्टू तोते न बन जाएं बल्कि पढ़ाई पर ध्यान दें व बस पढ़ते जाएं।.
परीक्षा से कम से कम 2 माह पूर्व पुन: रिवीजन करें।.

एग्जाम में क्या खाकर जाना चाहिए?

केसर-चंदन का तिलक लगाएं। खोपरा व मिश्री खाकर परीक्षा देने जाएं। उपाय- गुरुवार को केले के वृक्ष पर जल, गाय का कच्चा दूध, चना दाल, नौ पीले फूल, नौ हल्दी की गांठ चढ़ाएं।

पेपर में फर्स्ट आने के लिए क्या करना चाहिए?

टॉपर बनने के लिए बेस्ट 20 टिप्स.
नियमित तय घंटे पढ़ाई करें.
नया सीखना/समझना.
स्मार्ट स्टडी करें.
नोट्स तैयार करें.
हर टॉपिक को कांसेप्टवाइज समझें.
रीवीजन करें.
प्रश्न पूछने में कभी संकोच न करें.
मॉक टेस्ट/मॉडल पेपर सॉल्व करें.

परीक्षा में सफलता के लिए कौन सा मंत्र?

परीक्षा में पाना हो सफलता, तो जरूर पढ़ें यह मंत्र.
ॐ शारदा माता ईश्वरी, मैं नित सुमरि तोय, हाथ जोड़ अरजी करूं विद्या वर दे मोय.
गुरु गृहन गए पढ़न रघुराई, अल्पकाल विद्या सब आई अगले पेज पर जानिए, अगला मंत्र....
शारदायै नमस्तुभ्यं, मम ह्रदये प्रवेशिनी,.