पुरुष नसबंदी के क्या फायदे हैं? - purush nasabandee ke kya phaayade hain?

Nasbandi Benefits and Side Effects: नसबंदी एक सर्जरी होती है, जिसमें पुरुषों की वीर्य ले जाने वाली नलिकाओं को बंद कर दिया जाता है. अनचाही प्रेगनेंसी से बचने (Best Contraception for Male) का यह सबसे पक्का और असरदार तरीका है. आपको बता दें कि पुरुषों की नसबंदी होने में 15 मिनट का समय लगता है और इससे पुरुषों को कई गजब फायदे (Nasbandi Benefits) भी मिलते हैं. लेकिन पुरुषों की नसबंदी के नुकसान (Nasbandi Side Effects) के बारे में भी जरूर जान लें.

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Vasectomy Advantages: पुरुषों में नसबंदी करवाने के फायदे

  1. पुरुषों में नसबंदी करवाना अनचाही प्रेगनेंसी से 99 प्रतिशत तक बचाव देता है.
  2. नसबंदी से पुरुषों के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव दिखने काफी दुर्लभ हैं.
  3. नसबंदी करवाने से पुरुषों के हॉर्मोन लेवल, शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा और यौन संबंध में कोई परेशानी नहीं आती है.
  4. पुरुषों की तरह महिलाएं भी नसबंदी को एक सुरक्षित गर्भनिरोधक के विकल्प में अपना सकती हैं.

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Vasectomy Disadvantages: पुरुषों में नसबंदी करवाने के नुकसान

  1. पुरुषों में नसबंदी करवाना एक परमानेंट फैसला है. क्योंकि, इसे रिवर्स नहीं किया जा सकता है. नसबंदी को रिवर्स करना 100 प्रतिशत पक्का नहीं है.
  2. नसबंदी करवाने के कुछ दिन बाद तक आपको गर्भनिरोध के अन्य तरीके तबतक इस्तेमाल करने पड़ सकते हैं. जबतक कि टेस्ट द्वारा यह पुख्ता ना हो जाए कि आपके वीर्य में शुक्राणु नहीं है.
  3. नसबंदी के बाद अंडकोष में खून इकट्ठा होना, शुक्राणु इकट्ठा होना, संक्रमण और अंडकोष में दर्द जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.
  4. पुरुषों में नसबंदी करवाने से यौन संचारित रोगों से बचाव नहीं होता है. इसलिए आपको फिर भी कॉन्डम का इस्तेमाल करना पड़ता है.

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पुरुष नसबंदी के क्या फायदे हैं? - purush nasabandee ke kya phaayade hain?

नसबंदी
पृष्ठभूमि
गर्भ निरोध का प्रकार बंध्याकरण
प्रथम उपयोग 1899 (परीक्षण सन 1785 से चल रहे थे)[1]
विफलता दर (प्रथम वर्ष)
सफल उपयोग <0.1%
ठेठ उपयोग 0.15%, "वास-क्लिप" लगभग 1%
उपयोग
अवधि प्रभाव स्थायी
प्रतिवर्तियता संभव, लेकिन महंगा और सफलता की दर कम।
प्रयोक्ता अनुस्मारक सफल प्रक्रिया को सत्यापित करने के लिए वीर्य के लगातार दो शून्य शुक्राणु नमूनों की आवश्यकता।
नैदानिक समीक्षा सभी
फायदे और नुकसान
यौन संचारित रोगों से बचाव नहीं
लाभ सामान्य निश्चेतक की आवश्यकता नहीं। नलबंदी की तुलना में लागत में कम।
जोखिम अस्थायी स्थानीय जलन या वृषणों में सूजन। जननांग में लंबी अवधि का दर्द (PVPS)।

पुरुष बन्ध्याकरण या पुरुष नसबंदी या वासेक्टोमी (Vasectomy), पुरुषों के लिए शल्यक्रिया द्वारा बन्ध्याकरण प्रक्रिया है। इस क्रिया से पुरुषों की शुक्रवाहक नलिका अवरुद्ध कर दी जाती है जिससे शुक्राणु वीर्य के साथ पुरुष लिंग तक नहीं पहुँच सकें।

पुरुष इस क्रिया के बाद भी वीर्य को छोड़ना जारी रखता है तथा इससे उसकी संभोग क्रिया में किसी भी प्रकार का विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है। पुरुष को उसकी मर्दानगी और संभोग कार्य निष्पादन के विषय में चिंता से मुक्त होने के लिए पर्याप्त तथा सचेतन परामर्श की आवश्यकता हो सकती है।

नश्तर बिना बन्ध्याकरण के मामले में अंडकोश की थैली के दोनों ओर एक मामूली सा छेद किया जाता है जिससे "वास डेफरन" बाहर आ जाता है जिसे या तो काटा ,बांधा या फिर उस पर क्लिप लगा दिया जाता है। इसके लिए स्थानीय अनेस्थीसिया दिया जाता है। बन्ध्याकरण एक मामूली तथा साधारण सी शल्य क्रिया है किंतु पुरुषों को शल्यक्रिया के पश्चात कम से कम 48 घंटे आराम करना होता है तथा एक सप्ताह तक उन्हें कोई भारी सामान नहीं उठाना चाहिए। व्यक्ति को मैथुन क्रिया सभी प्रकार के दर्द बंद होने तथा किसी भी मामले में एक सप्ताह के बाद ही आरंभ करनी चाहिए। शल्य क्रिया के बाद 2 से 3 महीने तक वैकल्पिक परिवार नियोजन के उपाए अपनाना चाहिए, क्योंकि वीर्य अपने वीर्य डक्ट में 3 महीने तक रह सकता है।

यदि शल्य क्रिया के बाद तेज बुखार, अधिकाधिक या लगातार रक्त स्राव, सूजन या दर्द होता हो, तो तत्काल डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। पुरुष का बन्ध्याकरण करना सुरक्षित और आसान है क्योंकि पुरुष का लिंग, महिला की तुलना में बाहर होता है। अतः बन्ध्याकरण के समय शारीरिक अंगों के साथ कम से कम छेड़ छाड़ करनी पड़ती है तथा जटिलता भी कम से कम होती है। इसके अतिरिक्त, बन्ध्याकरण क्रिया से कोई अन्य लंबी अवधि के खतरे नहीं जुड़े होते है।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • महिला नसबंदी
  • संतति निरोध

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Paul Popenoe (1934). "The Progress of Eugenic Sterilization". Journal of Heredity. 25:1: 19. मूल से 18 अप्रैल 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 जनवरी 2011.

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • गर्भ निरोधक: डर, असुरक्षा और नए प्रयोग[मृत कड़ियाँ]
  • पुरूष बन्ध्यीकरण - नसबन्दी
  • पुरूष नसबन्‍दी
  • अब इंजेक्शन से नसबंदी
  • गर्भ-निरोध (भारत विकासद्वार)

Vasectomy

पुरुष नसबंदी के बाद क्या होता है?

नसबंदी के बाद अंडकोष में खून इकट्ठा होना, शुक्राणु इकट्ठा होना, संक्रमण और अंडकोष में दर्द जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. पुरुषों में नसबंदी करवाने से यौन संचारित रोगों से बचाव नहीं होता है. इसलिए आपको फिर भी कॉन्डम का इस्तेमाल करना पड़ता है.

नसबंदी के बाद कितने दिनों तक वजन नहीं उठाना चाहिए?

कम से कम दो दिन । इसके अलावा भारी काम-काज व वजन उठाने से भी कम से कम एक सप्ताह बचना चाहिए (इससे ज्यादा देर भी लग सकती है) जब तक इन कार्यों से कोई दर्द हो, तब तक आराम करें। नसबंदी के लिए सरकार की अपनी प्रोत्साहन नीति है, पर यू.

पुरुष नसबंदी कैसे किया जाता है?

अंडकोष के दोनों ओर एक-एक सेंटीमीटर का चीरा लगाया जाता है, जिससे सर्जन स्पमेर्टिक कॉर्ड तक पहुंचता है। स्पमेर्टिक कॉर्ड के भीतर स्पर्म नलिका पाई जाती है। स्पर्म नलिका का छोटा-सा हिस्सा (करीब 1 सेंटीमीटर) काट दिया जाता है और काटे हुए दोनों छोरों को बांध दिया जाता है। इस तरह बांधने से स्पर्म को निकलने से रोक दिया जाता है।