पेड़ कैसे काटा जा सकता है? - ped kaise kaata ja sakata hai?

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इसे सुनेंरोकेंप्रतिबंधित श्रेणी के प्रजातियों के पेड़ों को काटने से पहले वन विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य है। अनुमति लेने के बाद बाद लकड़ी के परिवहन की छूट मिलती है। इस संबंध में डुमरियागंज वन क्षेत्राधिकारी हरिशंकर सिंह ने बताया कि प्रतिबंधित श्रेणी वाले प्रजातियों की संख्या से छह से बढ़ाकर 29 कर दी गई है।

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सागवान का पेड़ कितने दिन में तैयार हो जाता है?

इसे सुनेंरोकेंलगभग 14 सालों में अच्छी सिंचाई, उपजाऊ मिट्टी के साथ वैज्ञानिक प्रबंधन के जरिेए एक पेड़ से 10 से 15 क्यूबिक फीट लकड़ी हासिल की जा सकती है। इस दौरान पेड़ के मुख्य तने की लंबाई 25-30 फीट, मोटाई35-45 ईंच तक हो जाती है। आमतौर पर एक एकड़ में 400 अच्छी क्वालिटी के आनुवांशिक पेड़ तैयार किये जा सकते हैं।

कौन से पेड़ काट सकते हैं?

इसे सुनेंरोकेंअब ये वृक्ष बिना अनुमति नहीं कटेंगे आम (देशी, तुकमी, कलमी), नीम, साल, महुआ, बीजा साल, पीपल, बरगद, गूलर, पाकड़, अर्जुन, पलाश, बेल, चिरौंजी, खिरनी, कैथा, इमली, जामुन, असना, कुसुम, रीठा, भिलावा, तून, सलई, हल्दू, बाकली/करधई, धौ, खैर, शीशम और सागौन।

क्या पेड़ बिना अनुमति के नीचे काटा जा सकता है?

सागौन के पेड़ की कीमत कितनी है?

इसे सुनेंरोकेंआमतौर पर सागौन के पेड़ की कीमत की बात करें तो तैयार होने के बाद प्रति पेड़ लम्बाई और मोटाई के हिसाब से 25 हजार से 40 हजार रुपये तक बिकती है. विशेषज्ञों के अनुसार अगर किसान एक एकड़ खेत में हाइब्रिड सागौन की खेती करते हैं तो लगभग 500 सागवान के पौधे लगते हैं.

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सागवान का पौधा कैसे तैयार करें?

इसे सुनेंरोकेंएक एकड़ में रोपाई के लिए लगभग 1500-1800 clones का प्रयोग करें। सागवान वृक्ष के फल का छिल्का मोटा और सख्त होता है, इसलिए नर्सरी में बिजाई से पहले सागवान के बीजों की अंकुरन प्रतिशतता बढ़ाने के लिए बीजों का पूर्व उपचार किया जाता है। फलों को भिगोने और सुखाने के लिए पूर्व उपचार का पारंपरिक ढंग प्रयोग किया जाता है।

कोई भी व्यवसाय पेड़ की कटाई के साथ-साथ कटा हुआ लकड़ी के परिवहन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। प्रासंगिक सेवाएं IFP पोर्टल पर क्रम संख्या 10 और 11 पर हैं।

  • पेड़ कैसे काटा जा सकता है? - ped kaise kaata ja sakata hai?
      पूरी तरह से ऑनलाइन

कोई भी व्यवसाय पेड़ की कटाई के साथ-साथ कटा हुआ लकड़ी के परिवहन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। प्रासंगिक सेवाएं IFP पोर्टल पर क्रम संख्या 10 और 11 पर हैं।

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      पूरी तरह से ऑनलाइन

उनके प्रवेश के तहत उद्योग के लिए सीसीए और सीटीई के लिए ऑनलाइन आवेदन।

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      आंशिक रूप से ऑनलाइन

इस पोर्टल पर आवेदन फॉर्म उपलब्ध हैं। किसान / लाभार्थी आवेदन पत्र डाउनलोड कर सकते हैं और फार्म भरने के बाद, वे काउंटर पर जमा कर सकते हैं।

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      आंशिक रूप से ऑनलाइन

कोई भी ज़मींदार PMFBY आवेदन ऑनलाइन जमा करता है। बैंक आवेदन प्राप्त करते हैं और उसी के अनुसार उन्हें सत्यापित करते हैं। अंतिम बैंकों में बीमा एजेंसियों को एकत्र प्रीमियम जमा करें। यह पूरी तरह से ऑनलाइन है और पेपर कम है। हालांकि, बीमा एजेंसियों के परामर्श से विभाग द्वारा निर्दिष्ट कार्यक्रम के अनुसार संबंधित सत्र के लिए आवेदन किए जा सकते हैं।

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      आंशिक रूप से ऑनलाइन

कृषि / बागवानी / पशुपालन / मछली पालन आदि के किसान / लाभार्थी इस पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। संबंधित नोडल कार्यालय द्वारा वर्कफ़्लो आधारित अनुप्रयोग प्रसंस्करण।

वास्तु शास्त्र में आज आचा्र्य इंदु प्रकाश से जानिए सही विधि से वृक्षों को काटने के बारे में। किसी भी वृक्ष को काटे जाने के लिये मृगशिरापुनर्वसु, अनुराधा, हस्त, मूल, उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद, स्वाति और श्रवण नक्षत्र शुभ होते हैं। इन्हीं नक्षत्रों में से किसी भी एक नक्षत्र में पेड़ काटे जा सकते हैं। 

किसी भी पेड़ को काटने से पहले उसकी विधि-पूर्वक पूजा जरूर करनी चाहिए। इसके लिये सबसे पहले गन्ध, पुष्प और नैवेद्य से वृक्ष की पूजा करें। फिर उसके तने को साफ वस्त्र से ढक्कर, उस पर सफेद रंग का सूत लपेट दें। फिर वृक्ष से प्रार्थना करें कि इस वृक्ष पर जो प्राणी वास करते हैं, उनका कल्याण हो, उन्हें मेरा नमस्कार है। आप मेरे दिये हुए उपहार को ग्रहण कर, अपने वास स्थान को किसी अन्य जगह पर ले जायें। साथ ही कहें- हे वृक्षों में श्रेष्ठ। आपका कल्याण हो। गृह और अन्य कार्यों के निमित्त मेरी यह पूजा स्वीकार करें। इस प्रकार पूजा आदि के बाद जल से वृक्ष को सींचकर मधु और घी लगे कुल्हाड़े से पूर्व से उत्तर दिशा की तरफ पेड़ के चारों ओर घूमने के क्रम में भली प्रकार उस वृक्ष को काटें। वृक्ष को गोलाई में काटना चाहिए और फिर उसके गिरने को देखना चाहिए।

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पेड़ों की कटाई कैसे की जाती है?

पौधों की कटाई का सही तरीका – Pruning plants the right way in Hindi. यदि आप चाहते हैं कि पौधों की शाखाएं सही तरीके से और उचित आकार में बढ़ें, तो इसके लिए सावधानी से प्रूनिंग करें। पौधों की प्रूनिंग करते समय पत्ती के नोड (leaf node) के ठीक ऊपर से काटें। बड़े तनों को काटते समय, जितना हो सके मुख्य तने के करीब से काटें।

क्या पेड़ काटा जा सकता है?

^सरकार की अनुमति के बिना पेड़ को कटाना अपराध है। भारतीय वन कानून 1927 के अनुसार सेक्शन 68 के अंतर्गत पर्यावरण कोर्ट में मामला दर्ज हो सकता है।

पेड़ कब काटना चाहिए?

मान्‍यता है कि पीपल के पेड़ में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। यही वजह है कि इस पेड़ को काटना शुभ नहीं माना जाता है। लेकिन कभी पेड़ काटना ही पड़े तो रविवार के दिन ही काटना चाहिए। और जब भी पेड़ काटें तो पीपल देवता से माफी जरूर मांग लें।

पेड़ पौधों को काटने से क्या होता है?

वनों की कटाई की वजह से भूमि का क्षरण होता है क्योंकि वृक्ष पहाड़ियों की सतह को बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं तथा तेजी से बढ़ती बारिश के पानी में प्राकृतिक बाधाएं पैदा करते हैं। नतीजतन नदियों का जल स्तर अचानक बढ़ जाता है जिससे बाढ़ आती है।