Period में दर्द होने पर कौन सी टेबलेट ले? - pairiod mein dard hone par kaun see tebalet le?

पीरियड के दौरान महिला के पेट में दर्द होना आम बात है. 12 से 47 साल के बीच की लड़कियां व महिलाएं पीरियड के दौरान कभी न कभी पेट में दर्द या क्रैंप्स की शिकायत करती ही हैं. कई बार ये दर्द इतना तेज होता है कि उनके लिए रोजमर्रा के काम करना भी मुश्किल हो जाता है. मेडिकल में इस अवस्था को डिसमेनोरिया (dysmenorrhea) या मेंस्ट्रुअल क्रैंप्स कहा जाता है. अमेरिकन कांग्रेस ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट के अनुसार, ये आम स्थिति है और आधे से अधिक महिलाएं पीरियड्स के दौरान दर्द की शिकायत करती हैं. यूं तो पीरियड के दौरान होने वाले पेट दर्द के कई घरेलू इलाज हैं, लेकिन तेज दर्द होने पर डॉक्टर कुछ दवाएं दे सकते हैं. इसमें डिक्लोफेनाक, इबुप्रोफेन और नेपरोक्सन आदि प्रमुख दवाएं हैं.

आज इस लेख में आप पीरियड में पेट दर्द को दूर करने वाली टेबलेट्स के नामों के बारे में जानेंगे -

(और पढ़ें - पीरियड्स में पेट दर्द के उपाय)

पीरियड में पेट दर्द को दूर करने वाली टेबलेट्स

आमतौर पर एंटी-इंफ्लेमेटरी पेनकिलर्स को पीरियड के दौरान होने वाले दर्द को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इन दवाओं में डिक्लोफेनाक, इबुप्रोफेन और नेपरोक्सन शामिल हैं. ये दवाएं प्रोस्टाग्लैंडीन के प्रोडक्शन को रोकने और दर्द से राहत दिलाने में मदद करती हैं. दरअसल, प्रोस्टाग्लैंडीन का लेवल बढ़ने से पेट के निचले हिस्से में दर्दनाक क्रैंप्स पड़ते हैं, जो बढ़कर कमर या जांघों में भी हो सकते हैं. ये दवाएं सिर्फ डॉक्टर से पूछकर ही लेनी चाहिए. आइए, पीरियड के दौरान होने वाले पेट दर्द को दूर करने वाली टेबलेट्स के बारे में विस्तार से जानते हैं -

नॉन-स्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स

नॉन-स्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं का इस्तेमाल पीरियड के दौरान होने वाले पेट दर्द को रोकने के बेस्ट तरीकों में से एक है. ये दवाएं शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन के उत्पादन को कम करती हैं, जो पीरियड्स में दर्द का प्रमुख कारण है. ऐसे में पीरियड से ठीक पहले एक गोली लेने से दर्द पैदा करने वाले प्रोस्टाग्लैंडीन के लेवल को समय रहते बढ़ने से रोका जा सकता है. इस दवा का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह पर नहीं करना चाहिए.

(और पढ़ें - मासिक धर्म में दर्द की होम्योपैथिक दवा)

हार्मोनल बर्थ कंट्रोल

पीरियड के दौरान पेट में दर्द होने पर कुछ स्थितियों में डॉक्टर ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव टेबलेट्स जिसे बर्थ कंट्रोल पिल्स भी कहा जाता है, दे सकते हैं. इससे पीरियड में पेट दर्द में राहत मिलती है. दरअसल, ओरल बर्थ कंट्रोल पिल्स में हार्मोन होते हैं, जो ओव्यूलेशन को रोकते हैं और पीरियड्स के दौरान होने वाले तेज दर्द या क्रैंप्स को कम करते हैं.

(और पढ़ें - पीरियड मिस होने पर कमर दर्द क्यों होता है)

दर्द निवारक दवाएं

ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक, जैसे कि इबुप्रोफेन (एडविल, मोट्रिन आईबी), एसिटामिनोफेन या नेपरोक्सन सोडियम (एलेव) आदि को मासिक धर्म शुरू होने से एक दिन पहले लिया जा सकता है. ये दवाएं ऐंठन के दर्द को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं. मासिक धर्म शुरू होने पहले या जैसे ही लक्षण महसूस हों, ये दवाएं लेना शुरू करें और दो से तीन दिनों तक या जब तक लक्षण समाप्त नहीं हो जाते, तब तक दवा ली जा सकती है.

(और पढ़ें - मासिक धर्म के दौरान पेट फूलना)

पीरियड में पेट दर्द की टेबलेट नाम

पीरियड में पेट दर्द की टेबलेट नाम english/Stomach pain tablet name english

मैं आप लोगों को बताने वाला हूं कि पेट दर्द की टेबलेट का नाम इंग्लिश में क्या है क्योंकि इस टैबलेट का लगभग सभी लोगों की जरूरत पड़ती है क्योंकि सभी व्यक्ति का कभी ना कभी पेट दर्द होता है इसलिए पेट दर्द की दवा का सभी को जरूरत पड़ती है इसलिए बहुत से लोग नहीं जानते हैं कि पेट दर्द के समय हमें कौन सा टैबलेट खाना चाहिए इसलिए मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि पेट दर्द की टेबलेट का क्या नाम है जिसे आप लोगों को पता हो सके और अगर कभी भी आपका पेट दर्द होने लगे तो आप उस टेबलेट को खरीद कर खा ले जिससे आसानी से आप के पेट का दर्द खत्म हो जाए I

  • Simethicone
  • Antacid
  • Famotidine
  • Ranitidine
  • Docusate
  • Bisacodyl
  • Loperamide
  • Bismuth
  • Aleve
  • Promethazine theolate
  • Lactaid
  • Dipep
  • Ashokarishta
  • Zandu Pancharishta
  • Haslab Digesto Syrup

आप लोगों को पेट दर्द की टेबलेट का नाम इंग्लिश में बता दिए हैं जिसे आप पढ़कर जान सकते हैं कि पेट दर्द की दवा इंग्लिश में क्या होती है आप इन दोनों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं अगर आपका पेट दर्द होता हो तो आप इन दोनों का इस्तेमाल करके पेट दर्द से छुटकारा पा सकते हैं आप लोगों को जानना है कि पेट दर्द की दवा क्या होती है तो आप इसे पढ़कर जान सकते हैं कि पेट दर्द की दवा इंग्लिश में क्या होती है क्योंकि हमने पॉइंट के आधार पर बहुत ही अच्छे से बताया है जिसे पढ़कर आप लोग जान सकते हैं I

पेट दर्द की टेबलेट का नाम इन हिंदी के बारे मे बताने वाले है जिससे आप लोगों को पता हो जाए कि पेट दर्द की टेबलेट का नाम हिंदी में क्या होता है क्योंकि बहुत से लोग उस टेबलेट का नाम इंग्लिश में तो जानते हैं परंतु हिंदी में नहीं जानते हैं इसलिए हम आप लोगों को उस टेबलेट का नाम हिंदी में बताने वाले हैं जिसे पढ़कर आप लोग जान सकते हैं कि पेट दर्द की टेबलेट का नाम हिंदी में क्या होता है I

  • दीपेपो
  • लैक्टैड
  • एवोमिन
  • बेयर्स एलेव
  • काओपेक्टेट, पेप्टोबिस्मोल
  • इमोडियम
  • आलमग सस्पेंशन
  • ज़ैंटैक 75
  • डुलकोलैक्स, कॉनलाक्स

पेट में दर्द हो रहा हो या दस्त होता हो तो आप इसके इलाज के लिए आप एलोपैथी दवाई लेना चाहते है तो Spasmonil tablet का प्रयोग कर सकते है जो दर्द कम करने का काम करती है।

पेट की समस्या दूर करने के इलावा ये अंग्रेजी दवा, कान दर्द, दांतों का दर्द और जोड़ों के दर्द से आराम पाने में भी दी जाती है।

  • इस टेबलेट के साइड इफेक्ट्स में उल्टी आना, सांस फूलना, त्वचा पर लाल दाने निकलना और खारिश होना आता है। ये side effects सब को नहीं होते बस कुछ लोगों को होता है। अगर गोली लेने के बाद आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखे तो इसका सेवन ना करे।
  • इस दवा का सेवन करते समय शराब का सेवन न करे और इसे बच्चों की पहुँच से भी दूर रखे।
  • इस मेडिसिन का नाम सिर्फ आपकी जानकारी के लिए बताया गया है इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ले।
  • कभी कभी पेट दर्द किसी गंभीर रोग के कारण भी हो सकता है। लगातार पेट में तेज दर्द होने पर चिकित्सक से मिले और जाँच कराये।

पीरियड्स में दर्द के कारण /Causes of pain in periods

पीरियड्स में दर्द के कारण क्या होते हैं इसके बारे में बताने वाले हैं जिससे आप लोगों को आसानी से पता हो सके कि पीरियड्स में दर्द के क्या कारण होते हैं क्योंकि इसके बारे में सभी लोगों को पता नहीं होता है I

महिलाओं के शरीर में बनने वाला प्रोस्टाग्लैंडीन रसायन मासिक धर्म में होने वाली समस्याओं का एक विशेष कारण है I प्रोस्टाग्लैंडीन गर्भाशय की मांसपेशियों में संकुचन को बढ़ाता है जिन महिलाओं में प्रोस्टाग्लैंडीन अधिक होता है उनमें संकुचन अधिक होने के कारण पीरियड्स के दौरान दर्द भी अधिक होता है इसके अलावा भी कई कारण हैं, जिनकी वजह से महिलाओं को पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द महसूस होता है I

जैसे _

  • अगर आपका खानपान ठीक ना हो तब भी पीरियड्स के दौरान दर्द ज्यादा होता है I
  • अगर आप नियमित रूप से व्यायाम न करें, तब भी दर्द ज्यादा होता है I
  • एंड्रोमेट्रिओसिस – गर्भाशय के बाहर गर्भाशय का ऊत्तक उपस्थित होना I
  • फाइब्रॉयड्स और एडिनोमायोसिस – गर्भाशय में ऐसे कारकों का उत्पन्न होना जो कैंसरजनक नहीं हैं I
  • प्रजनन अंगों में संक्रमण I
  • आमतौर पर प्रेगनेंसी के बाद पीरियड्स में दर्द कम होता है I
  • एक्टोपिक प्रेगनेंसी – इसमें गर्भाशय की जगह बच्चा फैलोपियन ट्यूब में आ जाता है I
  • आईयूडी – यह गर्भनिरोधक उपकरण है I
  • अंडाशय में सिस्ट या गांठ I
  • संकुचित गर्भाशय ग्रीवा I

पीरियड में दर्द कम करने के घरेलू उपचार /Home remedies to reduce period pain

पीरियड में दर्द कम करने के घरेलू उपचार क्योंकि लोगों को नहीं पता होता है कि पीरियड में दर्द कम करने के घरेलू उपचार क्या होता है इसलिए हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि पीरियड में दर्द कम करने के घरेलू उपचार क्या है या क्या होते हैं I

तुलसी /Basil

तुलसी एक अच्छी दर्द कम करने की दवा है जिसे पीरियड्स के दर्द में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें मौजूद कैफीक एसिड दर्द में आराम पहुंचाता है। ऐसे में दर्द के समय तुलसी के पत्ते को चाय में मिलाकर पीने से भी आराम मिलता है। अधिक परेशानी हो तो आधा कप पानी में तुलसी के 7-8 पत्ते डालकर उबालें और छानकर उसको पी ले।

अजवाइन /Celery

पीरियड्स के दौरान महिलाओं में गैस की समस्या बढ़ जाती है जिसकी वजह से भी पेट में तेज दर्द होता है। अजवाइन का सेवन करे और दर्द से छुटकारा पाएं। आधा चम्मच अज्वाइन और आधा चम्मच नमक को मिलाकर गुनगुने पानी के साथ पीने से दर्द से तुरंत राहत मिल सकती है। इसके अलावा, पीरियड्स के दिनों में अज्वाइन को चुकंदर, गाजर और खीरे के साथ जूस बनाकर पीने से भी दर्द नहीं होता है।

डेयरी उत्पाद /Dairy Products

दूध और दूध के बने उत्पाद का सेवन महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है। जिन महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी होती है उन्हें मासिक धर्म से संबंधित समस्याएं अधिक होती हैं। ऐसे में न सिर्फ पीरियड्स बल्कि हमेशा दूध व डेयरी उत्पाद का सेवन महलिओं के लिए बहुत जरूरी है क्योंकि इनमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है I

अदरक/Ginger

पीरियड्स में दर्द के दौरान अदरक का सेवन भी तुरंत राहत पहुंचाता है। एक गिलास पानी में अदरक के टुकड़े को बारीक काटकर उबाल लें। चाहें तो इसमें स्वादानुसार शक्कर भी मिलाएं। दिन में तीन बार भोजन के बाद इसका सेवन करें।

हल्की एक्सरसाइज /Light exercise

महिलाएं ज्यादा दर्द के कारण मासिक धर्म के दौरान एक्सरसाइज से बचती हैं लेकिन एक स्टडी में पाया गया है कि हल्के व्यायाम जैसे योगा, टहलना आदि करने से दर्द में फायदा मिल सकता है, लेकिन इस दौरान वजनदार काम करने से बचना चाहिए. एक्सरसाइज करने से एंडोर्फिन निकलता है जो ऐंठन के लिए एक प्राकृतिक दर्द निवारक का काम करता है I

पीरियड में दर्द कम करने के आयुर्वेदिक दवा /Ayurvedic medicine to reduce period pain

पीरियड में दर्द कम करने की आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताने वाले हैं क्योंकि पीरियड में दर्द कम करने के लिए आयुर्वेदिक दवा के बारे में बहुत से लोग नहीं जानते हैं इसलिए हम बताएंगे कि पीरियड में दर्द कम करने की आयुर्वेदिक दवा क्या है जिसे आप लोग इस्तेमाल करके उस दर्द को कम कर सकते हैं I

भुटाकेसी/Bhutakesi

ब्‍लीडिंग हार्ट समूह की यह जड़ी बूटी, भूटाकेसी हिमालय, खासतौर पर कश्मीर के आसपास मिलती है। इसका उपयोग पीरियड्स में होने वाले दर्द को दूर करने के लिए किया जाता है। इसके लिए एक गिलास उबलते पानी में 1 से 2 ग्राम भूटाकेसी का पाउडर डालें। इसमें शहद मिक्‍स करें और दिन में दो बार सुबह और शाम पीएं।

मेथी के बीज /Fenugreek seeds

मैथी सभी लोगों के घर में होती है और यह पीरियड के दर्द से राहत दिलाने का पुराना आयुर्वेदिक दवा है। एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी के दानें रात भर भिगो दे और अगली सुबह, यदि संभव हो तो बीज के साथ इस पानी को भी पी जाएं या फि‍र आप चाहें तो मेथी के बीज बाहर निकाल सकती हैं। टेस्‍ट के लिए इसमें एक चुटकी काला नमक भी डाल सकती हैं।

एलो बेरा /Yellow plum

एलोवेरा किसी भी महिला के लिए बहुत उपयोगी है। इसको इस्‍तेमाल करने से सेहत में काफी लाभ मिल सकता हैं। इन्‍हीं में से एक पीरियड्स में होने वाली ऐंठन से भी राहत दिला सकता है। इसके लिए आपको सुबह खाली पेट एलोवेरा का एक गिलास रस पीना है। यदि आप इसे रोजाना नहीं ले सकती, तो पीरियड शुरू होने से 3 से 5 दिन पहले जरूर पीना शुरू करें। आप इसे पीरियड्स में भी पी सकती हैं।

पीरियड्स में दर्द कैसे कम करें /How to reduce period pain

पीरियड्स में दर्द कैसे कम करें जैसा कि जब पीरियड आता है तो काफी दर्द होता है तो उस दर्द को हम कैसे कम करें जैसा कि बहुत से लोग जब पीरियड आता है तो दर्द होता है तो उस दर्द को नहीं कम कर पाते हैं इसलिए हम बताने वाले हैं कि अगर पीरियड आए तो दर्द कैसे कम करें I

• यदि आप लाल मांस खाते हैं तो देख लें कि यह दुबला है । चिकन और मछली ज्यादा खाएं ।

• मिठास वाले पदार्थ जैसे- चॉकलेट, केक और बिस्कुट खाना कम करें ।

एक गुनगुने पानी की बोतल हमेशा अपने पास रखें ।

पीठ और पेट की मालिश करें । यह कुछ महिलाओं के लिए बेहद ही फायदेमंद चीज है I

अपने पीरियड से पहले और पीरियड के दौरान कुछ दिनों के लिए ढीले ढाले कपड़े पहनें ।

अजवाइन

पीरियड्स के दिनों में महिलाओं में गैस की समस्या ज़्यादा बढ़ जाती है । गैस की प्रॉब्लम की वजह से भी पेट में दर्द होता है । जिसे दूर करने के लिए अजवाइन सबसे अच्छा विकल्प है । आधा चम्मच अजवाइन में आधा चम्मच नमक मिलाकर गुनगुने पानी के साथ पीने से पीरियड्स में तुरंत राहत मिलती है ।

अदरक का सेवन भी है फायदेमंद

पीरियड्स में होने वाले दर्द को दूर करने के लिए अदरक का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद है । एक कप पानी में अदरक के टुकड़े को बारीक काटकर उबाल लें, टेस्ट के लिए आप इसमें शक्कर भी मिला सकते हैं ।

दूध वाली चीज़ों का सेवन

पीरियड के दिनों में उन महिलाओं को ज़्यादा दर्द होता है जिनके शरीर में कैल्शियम की कमी होती है । इसलिए ऐसे समय में दर्द से बचने के लिए दूध और दूध से बनी चीज़ों का सेवन ज़रूर करें ।

पपीता खाए

पीरियड्स के दिनों में पपीता खाना पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है । पीरियड्स के दिनों में पपीता खाने से दर्द में भी आराम मिलता है । इससे ब्लड का फ्लो भी ठीक रहता है ।

मासिक धर्म के समय दर्द की homeopathic दवा/Homeopathic medicine for pain during menstruation

मासिक धर्म के समय दर्द की होम्योपैथिक दवा क्या है जैसा कि बहुत से औरतों को जब मासिक धर्म आता है तब उस समय दर्द होता है तो उस दर्द को कम करने का होम्योपैथिक दवा क्या है क्योंकि बहुत से लोग उस समय दर्द कम करने के लिए कोई भी टेबलेट खा लेते हैं परंतु उन्हें उस दर्द को कम करने का होम्योपैथिक दवा पता नहीं होता है इसलिए हम आप लोगों को बताएंगे कि मासिक धर्म के समय दर्द की होम्योपैथिक दवा क्या है जिसे आप इस्तेमाल करके या खा के उस दर्द को कम कर सकते है I

जेल्सेमियम सेंपरविरेंस
सामान्य नाम :
 येलो जैस्मिन
लक्षण : येलो जैस्मिन सुस्ती, कमजोरी के लिए एक प्रभावी उपाय है। इसका उपयोग निम्नलिखित लक्षणों के संबंध में भी किया जा सकता है :

  • पीरियड्स के दौरान दर्द और कम ब्लीडिंग होना
  • पीरियड का दर्द जो कि कूल्हों और टांगों की ओर बढ़ता है
  • ऐसा महसूस होना जैसे कि गर्भाशय पर दबाव पड़ रहा हो
  • पीठ दर्द  और कूल्हे व पैरो में दर्द I
  • बाहों और पैरों की मासपेशियों में खिंचाव कमजोरी और ऐठन I

बेलाडोना
सामान्य नाम : 
डेडली नाइटशेड
लक्षण : यह मुख्य रूप से तंत्रिका संबंधी दर्द में उपयोग किया जाता है, इसके अलावा यह निम्नलिखित लक्षणों का भी इलाज कर सकता है :

  • पेट में तेज दर्द
  • पीरियड्स के दौरान चकमदार लाल रंग में और ज्यादा मात्रा में रक्त प्रवाह होना I
  • हाथ और पैरों में ऐंठन व दर्द I
  • कूल्हों में तेज दर्द I

क्यूलोफिलम थैलिक्ट्रोइड्स
सामान्य नाम : 
ब्लू कोहोश
लक्षण : ब्लू कोहोश मुख्य रूप से महिलाओं के लिए एक उपाय है। यह निम्नलिखित लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है :

  • ऐंठन के साथ तेज दर्द जो कि शरीर में किसी भी दिशा की ओर बढ़ सकता है I
  • ग्रीवा में सुई की चुभन जैसा दर्द होना I
  • पीरियड्स के दौरान दर्द जो अन्य भागों में फैलता है I
  • पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा ब्लीडिंग और इस दौरान पीला या सफेद डिस्चार्ज होना I

हैमामेलिस वर्जिनिआना
सामान्य नाम : विच-हेजेल
लक्षण : खून की कमी का इलाज करने और उसके कारण होने वाली कमजोरी के लिए विच-हेजेल एक उपयुक्त उपाय है। यह निम्नलिखित लक्षणों का इलाज करने में भी मददगार है :

  • पीरियड्स के दौरान सामान्य से ज्यादा मात्रा में खून बहना I
  • पेट में दर्द I
  • गर्भाशय से खून निकलना I
  • पीठ और पैरों में तेज दर्द I
  • पेट में तेज दर्द I
  • हाथ-पैर में थकान महसूस होना I

यह लक्षण गर्म और नम हवा से बिगड़ते हैं।

वेराट्रम एल्बम
सामान्य नाम : 
व्हाइट हेलबोर
लक्षण : वेराट्रम एल्बम का इस्तेमाल हाथ-पैर में ऐंठन और बहुत ज्यादा उल्टी आने पर किया जाता है। इस दवा से निम्नलिखित लक्षणों का भी इलाज किया जाता है :

  • पेट में ऐठन I
  • पेट में दर्द I
  • समय से पहले व ज्यादा मात्रा में मासिक धर्म आना I
  • पीरियड्स के दौरान दर्द होना व ठंडा पसीना आना I
  • पिंडली में ऐंठन I

यह लक्षण रात में और ठंडे वातावरण में बिगड़ते हैं, जबकि चलने पर रोगी को अच्छा महसूस होता है।

पीरियड में दवा खाना चाहिए कि नहीं/Medicine should be taken during period or not

पीरियड में दवा खाना चाहिए कि नहीं जैसा कि जब औरतों को पीरियड आता है तो उन्हें नहीं पता होता कि हमे इस समय दवा खाना चाहिए कि नही I इसलिए जिन औरतों को नहीं पता होता वे औरते दवा खा लेती है और जिनको पता होता है वे नहीं खाती है इसलिए हम आप लोगों को बताने वाले हैं कि पीरियड में दवा खाना चाहिए कि नहीं जिससे आप लोगों को पता हो सके की पीरियड में दवा खाना चाहिए या नहीं जिससे आपको कोई नुकसान ना हो क्योंकि जब पीरियड आता है तो बहुत से औरतों को नहीं पता होता है कि दवा खाना चाहिए या नहीं तो बहुत से औरतें दवा खा ले तो हो सकता है कि नुकसान भी पहुंचा दे इसलिए मैं आप लोगों को बताने वाला हूं कि पीरियड में दवा खाना चाहिए या नहीं I

पीरियड में दवा नहीं खाना चाहिए अगर कोई पीरियड के दौरान दवा का इस्तेमाल करता है तो उसे काफी परेशानियां उठानी पड़ सकती है इसलिए पीरियड में दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए I

पीरियड्स के दौरान ली जाने वाली पेनकिलर आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक होती है. इस तरह की दवा का सेवन करने से आपके शरीर से अच्छे बैक्टीरिया भी खत्म हो जाते हैं. इसकी वजह से महिला को हार्ट अटैक,अल्सर, किडनी, लीवर और आंत से संबंधी दिक्कतें हो सकती है I

पेन किलर टेबलेट नाम लिस्ट/ Pain killer tablet name list

पेन किलर या दर्द निवारक दवाएं डॉक्टरों और मरीजों दोनों के लिए मूल्यवान उपकरण हैं। पेन किलर ऐसी दवाएं होती हैं जो दर्द से राहत दिलाती हैं। इनका उपयोग सिरदर्द, माशपेशियो में दर्द गठिया और किसी पीड़ा या दर्द के निवारण के लिए किया जाता है।

पीरियड्स में कमर दर्द का इलाज/Back pain treatment during periods

पीरियड्स में कमर दर्द का इलाज क्या होता है जैसा कि जब औरतों को पीरियड आता है तो कभी-कभी उनका कमर दर्द होने लगता है तो उन्हें समझ में नहीं आता है कि हम उसका इलाज क्या करें इसलिए हम बताने वाले हैं कि पीरियड्स में कमर दर्द का इलाज क्या होता है जिसे आप करके आसानी से दर्द से छुटकारा पा सकते हैं I जो औरतें कमजोर होती हैं उनको पीरियड के समय दर्द ज्यादा होता है I

  • अधिक मात्रा में पानी व जूस का सेवन करें। 
  • स्वस्थ व संतुलित आहार का सेवन करें। इसके लिए आप अपने आहार में ताजी सब्जियों व फलों को शामिल करें।
  • अल्कोहल व कैफिन का सेवन कम करें।
  • नियमित व्यायाम करें।
  • नमक का सेवन कम करें I
  • नियमित रूप से योगा करे जिसमे आप शवासन से गुटनो तक व्यायाम रोजाना करे जिससे आप को पीरियड में कमर दर्द से राहत मिल सकता है I

ऊपर दिए गए उपायों को अपनाने के बाद भी यदि आपको दर्द से राहत न मिले, तो तुरंत किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलकर इस समस्या की जांच कराएं।   

आप लोगों को पॉइंट के आधार पर बताया है की पीरियड में कमर दर्द का इलाज क्या है अर्थात अगर किसी को पीरियड में कमर दर्द होता है तो बताए गए पॉइंट को फॉलो कर सकते हैं क्योंकि हमने पॉइंट में बताया है कि पीरियड्स के समय अगर कमर दर्द होता है तो उसे कम करने के लिए हमने पॉइंट में बताया है जिसे आप इस्तेमाल करके कमर दर्द से छुटकारा पा सकते है I

पीरियड में पेट दर्द होने पर क्या खाना चाहिए?

ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं पानी पीने से आपका शरीर हाइड्रेटेड रहता है I
हरी सब्जियां खाएं खून की कमी की वजह शरीर में आयरन की मात्रा कम होती है, जिससे आपको सुस्ती महसूस होती है I

पीरियड में होने वाले दर्द को कैसे रोके?

1.अजवाइन अक्सर पीरियड्स के दौरान महिलाओं में गैस्ट्रिक की समस्या बढ़ जाती है जिसकी वजह से भी पेट में तेज दर्द होता है I
2.अदरक पीरियड्स में दर्द के दौरान अदरक का सेवन भी तुरंत राहत पहुंचाता है।

पीरियड को नियमित कैसे करें?

1.हल्दी को वार्मिंग जड़ी बूटी भी माना जाता है जो पीरियड को नियमित करने में बहुत ही सहायक हो सकता हैं I
2.अदरक रोजाना अदरक का सेवन आपके मासिक धर्म को नियमित करने में बहुत सहायक हो सकता है I
3.सौंफ में एंटीस्पास्मोडिक तत्व होते हैं जो पीरियड्स को नियमित रखने में सहायक होते हैं I

पीरियड कितने दिन बाद आता है?

पीरियड साइकल 28 दिन का होता है। इसमें दो-चार दिन आगे-पीछे होना एकदम सामान्य है। जबकि कुछ महिलाओं का पीरियड साइकल (Period Cycle) 31 दिन का भी हो सकता है।

बुखार के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

डिस्प्रिन या पैरासिटामोल बुखार उतारने की अच्छी दवाएँ हैं और पूरी दुनिया में लोग इनका इस्तेमाल करते हैं।

पीरियड के दर्द में कौन सी टेबलेट लेनी चाहिए?

पीरियड्स के समय अक्सर महिलाओं को गैस की समस्या हो जाती है. इस वजह से भी उनके पेट में दर्द होता है..
अदरक है कारगर उपाय पीरियड्स के दर्द में अदरक खाना बहुत फायदेमंद रहता है. ... .
पपीता भी है लाभदायक ... .
तुलसी के पत्ते ... .
अजवायन के सेवन से.

पीरियड में दर्द की टेबलेट खाने से क्या होता है?

अमेरिकन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, पीरियड्स के दौरान ली जाने वाली पेनकिलर आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक होती है. इस तरह की दवा का सेवन करने से आपके शरीर से अच्छे बैक्टीरिया भी खत्म हो जाते हैं. इसकी वजह से महिला को हार्ट अटैक,अल्सर, किडनी, लीवर और आंत से संबंधी दिक्कतें हो सकती है.

Period में बहुत ज्यादा दर्द होने पर क्या करें?

आप या तो एक गर्म पेन रिलीफ पैड का इस्तेमाल कर सकते हैं या सही तापमान पर एक गर्म पानी के बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं। अपने पेट और पीठ के निचले हिस्से की हल्की मालिश करने से भी दर्द कम हो सकता है। कुछ हल्के व्यायाम करने की करें जो पेल्विक (श्रोणि) क्षेत्र में रक्त के प्रवाह को बेहतर करने में मदद करें

MC आने पर कौन सी दवा लेनी चाहिए?

अदरक अनियमित मासिक चक्र को समय पर लाता है। एक कप पानी में एक चम्मच अदरक को डालकर थोड़ी देर के लिए अच्छे से उबाल लें, इसमें थोड़ी चीनी मिलाएं और दिन में तीन बार थोड़ा- थोड़ा इस मिश्रण को लें। यदि आपको इस मिश्रण को लेने में कोई समस्या है तो गुड़ के साथ सुबह अदरक खाना भी आपके लिए फायदेमंद रहेगा।

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