MCQ
बहुविकल्पी प्रश्न
राम की आँखों में आँसू क्यों आ गए?
Options
वन के कष्टों के कारण
घर की याद आने से
सीता की व्याकुलता देखकर
अपने पिता को याद करके
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Solution
सीता की व्याकुलता देखकर
Concept: पद्य (Poetry) (Class 6)
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Chapter 16: वन के मार्ग में - अतिरिक्त प्रश्न
Q 3Q 2Q 4
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NCERT Class 6 Hindi - Vasant Part 1
Chapter 16 वन के मार्ग में
अतिरिक्त प्रश्न | Q 3
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Home » class 6 Hindi » NCERT Solutions for Class VI Vasant Part 1 Hindi Chapter 16 -Van ke maarg mein वन के मार्ग
में
प्रश्न 1: प्रथम सवैया में कवि ने राम-सीता के किस प्रसंग का वर्णन किया है? प्रश्न 2: वन के मार्ग में सीता को होने वाली कठिनाइयों के बारे में
लिखो। प्रश्न 3: सीता की आतुरता देखकर राम की क्या प्रतिक्रिया होती है? प्रश्न 4: राम बैठकर देर तक काँटे क्यों निकालते रहे? प्रश्न 5: सवैया के आधार पर बताओ कि दो कदम चलने के बाद सीता का ऐसा हाल क्यों हुआ? प्रश्न 6: ‘धरि- धीर दए’ का आशय क्या है ? प्रश्न 1: अपनी कल्पना से वन के मार्ग का वर्णन कीजिए।
उत्तर 1: इस सवैया में कवि ने राम-सीता के उस प्रसंग का वर्णन अंकित किया है, जब राजा दशरथ द्वारा दिए गए चौदह वर्ष के वनवास को काटने के लिए वे वन की ओर प्रस्थान कर रहे थे। सीता जी मार्ग की मुश्किलों से व्याकुल हो रही थीं और श्री राम उनकी इस व्याकुलता को देखकर स्वयं भी व्याकुल हो रहे थे।
उत्तर 2: वन मार्ग में जाते हुए सीता जी बुरी तरह थक गई थीं जिससे उनके माथे से पसीना गिरने लगा, प्यास के कारण उनके होंठ सूख गए थे। वन मार्ग की ओर चलते हुए उनके पैरों में काँटें चुभ गए थे।
उत्तर 3: मार्ग में सीता को मिली मुश्किलों को देखकर श्री राम जी बहुत व्याकुल होते हैं। सीता जी को थका हुआ और प्यासा देखकर उनकी आँखों में आँसू आ जाते हैं। इस बात से वो परेशान हो
जाते हैं कि उनके कारण सीता को इतना कष्ट झेलना पड़ रहा है।
उत्तर 4: श्री राम ने देखा सीता जी बहुत चलने के कारण थकान से व्याकुल थीं। वह श्री राम को भी देखकर व्याकुल हो रही थीं। वो बार-बार उनसे कह रही थीं कि लक्ष्मण जी पानी लेने गए हैं; जब तक वो पानी लेकर आते हैं वो आराम से बैठ जाए। सीता की इस व्याकुलता को देखकर वो बैठ गए और आराम से पैरों से काँटें निकालने लगे क्योंकि उन्हें अभी आगे और भी चलना था।
इसलिए वो देर तक काँटें निकालते रहे।
उत्तर 5: सीता जी राजा जनक की बड़ी पुत्री थीं, वो बड़ी ही नाज़ुक व कोमल थीं, वन के कष्ट तो उन्होंने राजमहलों में कभी देखे ही नहीं थे। इसलिए उनका कोमल शरीर वन के उस कष्टपूर्ण मार्ग पर चलते हुए व्याकुल हो रहा था।
उत्तर 6: ‘धरि- धीर दए’ का आशय है; धीरज
धारण करते हुए। अर्थात् माता सीता, श्री राम के साथ वन मार्ग में चलते हुए, कष्टों को सहते हुए मन ही मन स्वयं को धीरज बंधा रही थीं।
उत्तर 1: वन बड़े-बड़े पेड़ों से घिरा होता है। जिसके रास्तों में छोटी- मोटी झाड़ियाँ, काँटें, पत्थर और ऊँचा- नीचा स्थान भी हो सकता है, जंगली जानवर भी होते हैं। सूरज की रोशनी बहुत कम अंदर पहुँचती है। अत: यह बहुत ही मुश्किल और भयंकर है।
विषयसूची
श्रीराम की आँखों में आँसू क्यों आ गए?
इसे सुनेंरोकेंराम ने जब देखा कि सीता थक चुकी हैं, तो वह देर तक बैठकर पैरों से काँटे निकालने का अभिनय करते रहे, जिससे सीता को कुछ देर आराम करने का मौका मिल जाए और उनकी थकान कम हो जाए। इस तरह सीता जी की व्याकुलता को देखकर श्रीराम की आँखों में आँसू आ जाते हैं।
श्री राम ने सीता जी को विश्राम देने के लिए क्या किया?
इसे सुनेंरोकेंAnswer. श्रीराम ने सीता को विश्राम देने के लिए यह किया कि वह धीरे-धीरे अपने पाँव से कांटे निकालने लगे। जब श्री राम जंगल में सीता को उठाए हुए भटक रहे थे तो उनके पैरों में कांटा चुभ गए थे। सीता से स्थिति देखी नहीं गई उन्होंने श्रीराम से विश्राम के लिए आग्रह किया और ताकि श्रीराम अपने पैरों से कांटे निकाल सके।
वन के मार्ग में चलते चलते कौन जल्दी थक गया?
इसे सुनेंरोकेंपहले सवैये में यह बताया गया है कि जब सीता नगर से बाहर कदम रखती हैं तो कुछ दूर जाने के बाद वे काफी थक जाती हैं। उन्हें पसीना आने लगता है और होंठ सूखने लगते हैं। वे व्याकुलता में राम से पूछती हैं कि अभी और कितना चलना है तथा पर्णकुटी कहाँ बनाना है।
राम बैठकर देर तक काँटे क्यों निकालते रहे?
इसे सुनेंरोकेंराम बैठकर देर तक काँटे क्यों निकालते रहे? उत्तर: राम बैठकर इसलिए काँटे निकालते रहे जिससे की सीता अधिक देर तक विश्राम कर ले क्योंकि सीता को पैदल चलने का अभ्यास नहीं था।
राम का प्रेम देखकर किसकी आँखों में आँसू आ गए?
इसे सुनेंरोकेंजब सीता नगर से बाहर कदम रखती हैं तो कुछ दूर जाने के बाद काफ़ी थक जाती हैं। उन्हें पसीना आने लगता है और होंठ सूखने लगते हैं। वे व्याकुलता से श्रीराम से पूछती हैं कि अभी और कितना चलना है तथा पर्णकुटी कहाँ बनाना है? इस तरह सीता जी की व्याकुलता को देखकर श्रीराम की आँखों में आँसू आ जाते हैं।
राम लक्ष्मण सीता जब वनवास का समय पूर्ण कर के आए तो लोगों ने कौन सा त्यौहार मनाया?
इसे सुनेंरोकें1. श्रीराम के अयोध्या लौटने की तिथि पर इतिहासकारों में मतभेद हैं, लेकिन परंपरा के अनुसार कार्तिक अमावस्या अर्थात दीपावली को भगवान श्रीराम अपना चौदह वर्ष का वनवास पूरा करके अयोध्या लौटे थे।
वन मार्ग पर कुछ ही दूर जाते ही सीता की क्या दशा हुई?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर: वन मार्ग में जाते हुए सीता जी बुरी तरह थक गई थीं जिससे उनके माथे से पसीना गिरने लगा, प्यास के कारण उनके होंठ सूख गए थे। वन मार्ग की ओर चलते हुए उनके पैरों में काँटें चुभ गए थे।
सीता राम से क्या प्रश्न करती है?
इसे सुनेंरोकें(ख) आप पर्णकुटी कहाँ बनाओगे (ग) हम घर वापिस कब पहुँचेंगे (घ) ‘क’ और ‘ख’ कथन सत्य है
श्री राम का अपने प्रति प्रेम देखकर माता सीता ने क्या महसूस किया?
इसे सुनेंरोकेंप्रश्न: अपने प्रति राम का प्रेम देखकर सीता की क्या दशा हुई? उत्तर: नगर से निकलते ही सीता राम से पूछती हैं कि अब और कितनी दूर जाना है। वे गर्मी के कारण काफी बेचैन हो जाती हैं, पसीना आने लगता है, होंठ सूख जाते हैं तब वे राम से पेड़ की छाया में रुककर विश्राम करने को कहती हैं।