दृष्टि बाधित लोगों के लिए भारतीय मुद्रा नोट की कौन सी विशेषता है - drshti baadhit logon ke lie bhaarateey mudra not kee kaun see visheshata hai

दस रुपये

(भारत)मूल्यचौड़ाईऊँचाईसुरक्षा विशेषताएँमुद्रण वर्षअग्र भागरेखा-चित्ररेखा-चित्र तिथिपश्च भागरेखा-चित्ररेखा-चित्र तिथि
१०
१२३ मि॰ मी॰
६३ मि॰ मी॰
सुरक्षा धागा, गुप्त चित्र, सूक्ष्म अक्षर, सील मुद्रण, प्रतिदीप्तिशील स्याही, विभिन्न दृश्य स्याही, जल-चिह्न, रजिस्टर यंत्र द्वारा देखे जा सकने वाले छोटे से बड़े अंक।[1]
जनवरी २०१८ – वर्तमान
महात्मा गाँधी
२०१७
कोणार्क सूर्य मन्दिर
२०१७

भारतीय १० रुपये का नोट (₹१०) भारतीय रुपये का एक सामान्य मूल्यवर्ग है। ₹१० का नोट महात्मा गाँधी श्रेणी का के सबसे पहले नोटों में से एक है, जिसे भारतीय रिज़र्व बैंक के द्वारा जारी किया गया था। यह नोट वर्तमान में चलन में है।[2]

औपनिवेशिक काल में जारी व प्रचलित १० रुपये का नोट का १९२३ से ही लगातार मुद्रण हो रहा है, जब भारतीय रिज़र्व बैंक ने नोटों के मुद्रण का पदभार सम्भाला।[3]

नई महात्मा गाँधी श्रेणी का नोट[संपादित करें]

५ जनवरी २०१८ को भारतीय रिज़र्व बैंक ने १० के नये नोट की बदलावों के साथ घोषणा की।[4]

आकृति[संपादित करें]

भारतीय रिज़र्व बैंक ने नये महात्मा गाँधी श्रेणी के १० की मुद्रा को जारी किया जिसके पश्च भाग में कोणार्क सूर्य मन्दिर है। आधार का रंग चॉकलेट भूरा है। नोट की आकृति ६३ मि॰ मी॰ x १२३ मि॰ मी॰ है।

सुरक्षा विशेषताएँ[संपादित करें]

  • रजिस्टर की सहायता से अरबी अंक 10 को देखा जा सकता है
  • देवनागरी अंक १०
  • मध्य भाग में महात्मा गाँधी का चित्रण
  • सूक्ष्म अंक 'RBI', 'भारत', 'INDIA' तथा '10'
  • सुरक्षा धागा जिसपर ‘भारत’ तथा 'RBI' अंकित है
  • दायीं ओर अशोक स्तम्भ का चित्र
  • अंक 10 का जल-चिह्न
  • ऊपर बायीं ओर तथा निचले दायीं और पर अंक पट्टिका जिसपर आरोही क्रम में 10 लिखा है
  • बाएँ भाग में मुद्रण वर्ष अंकित है

पुरानी महात्मा गाँधी श्रेणी का नोट[संपादित करें]

आकृति[संपादित करें]

१० का पुराना हात्मा गाँधी श्रेणी का नोट नारंगी-बैगनी रंग का है, जिसमे अग्र भाग पर महात्मा गाँधी का चित्र तथा भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर हैं। इसमे ब्रेल पद्धति को भी शामिल किया गया है, जिससे दृष्टिबाधित लोग भी नोट को पहचान सकें। पश्च भाग में भारतीय गैण्डा, भारतीय हाथी तथा बंगाल बाघ का भारतीय जन्तु के रूप में चित्रण किया गया है।

२०११ में ₹ चिह्न को भी नोट पर सम्मिलित किया गया है।[5] जनवरी २०१४ में भारतीय रिज़र्व बैंक ने ३१ मार्च २०१४ से सभी २००५ के पूर्व के चलन से बाहर करने की घोषणा की। यह तिथि पहले १ जनवरी २०१५ तक बढाई गयी तथा फिर इसे ३० जून २०१६ तक विस्तारित कर दिया गया।[6]

सुरक्षा विशेषताएँ[संपादित करें]

१० के पुराने नोट पर निम्नलिखित सुरक्षा विशेषताएँ हैं:[7]

  • सुरक्षा धागा जिसपर 'भारत' लिखा है
  • महात्मा गाँधी का जल-चिह्न, जो कि मुख्य चित्र का दर्पण प्रतिबिम्ब है
  • नोट की अंक पट्टिका प्रतिदिप्तिशील तन्तुओं तथा विभिन्न दृश्य स्याही से मुद्रित है
  • वर्ष २००५ से अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था लाई गयी जैसे यंत्र द्वारा पढ़ी जा सकने वाला सुरक्षा धागा, जल-चिह्न तथा मुद्रण वर्ष नोट पर दिखते हैं

भाषाएँ[संपादित करें]

अन्य भारतीय रुपयाें की तरह १० के नोट पर भी इसका मूल्य १७ भाषाओं में लिखा है। अग्र भाग पर यह मूल्य अंग्रेजी तथा हिन्दी भाषाओँ में लिखा है जबकि पश्च भाग में एक भाषा पट्टिका है जिसमे भारत की २२ आधिकारिक भाषाओं में से १५ अंकित हैं। यह भाषाएँ अंग्रेजी वर्णमाला के क्रमानुसार हैं। पट्टिका पर असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मलयालम, मराठी, नेपाली, ओड़िया, पंजाबी, संस्कृत, तमिल, तेलुगु तथा उर्दू अंकित है।

मूल्यवर्ग केन्द्रीय स्तर की आधिकारिक भाषाओं में (सबसे नीचे या छोरों पर) भाषा १० मूल्यवर्ग अन्य १५ राज्यस्तरीय/अन्य आधिकारिक भाषाओं में (भाषा पट्टिका पर प्रदर्शित)
अंग्रेजी Ten rupees
हिन्दी दस रुपये
असमिया দহ টকা
बंगाली দশ টাকা
गुजराती દસ રૂપિયા
कन्नड़ ಹತ್ತು ರುಪಾಯಿಗಳು
कश्मीरी دٔہ رۄپیہِ
कोंकणी धा रुपया
मलयालम പത്തു രൂപ
मराठी दहा रुपये
नेपाली दस रुपियाँ
ओड़िया ଦଶ ଟଙ୍କା
पंजाबी ਦਸ ਰੁਪਏ
संस्कृत दशरूप्यकाणि
तमिल பத்து ரூபாய்
तेलुगु పది రూపాయలు
उर्दू دس روپیے

अशोक की लाट श्रेणी[संपादित करें]

१९७० में जारी हुई १० रूपए के नोट की अशोक की लाट श्रेणी के अग्र भाग में अशोक स्तम्भ तथा मूल्यवर्ग असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, कश्मीरी, मलयालम, मराठी, ओड़िया, पंजाबी, संस्कृत, तमिल, तेलुगु तथा उर्दू भाषाओं में अंकित था तथा पश्च भाग में दो मोर तथा अंग्रेजी भाषा में लिखा मूल्यवर्ग अंकित है।[8]

जॉर्ज षष्ठम् श्रेणी[संपादित करें]

१९३७ से १९४३ के मध्य भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी १० रुपये का नोट

१९३७ से १९४३ के मध्य भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी १० रुपये का नोट

१९३७ में जारी हुई जॉर्ज षष्ठम् श्रेणी के अग्र भाग में जॉर्ज षष्ठम् का चित्र तथा पश्च भाग में दो हाथियों के साथ मूल्यवर्ग उर्दू, हिन्दी, बंगाली, बर्मी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ तथा गुजराती भाषाओं में अंकित है।[9]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "Are there any special features in the banknotes of Mahatma Gandhi series- 1996?". Your Guide to Money Matters. Reserve Bank of India. मूल से 12 जनवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 जनवरी 2012.
  2. "Mahtma Gandhi (MG) Series 1996". Your Guide to Money Matters. भारतीय रिज़र्व बैंक. मूल से 12 जनवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 जनवरी 2012.
  3. "India Paper Money A Retrospect". Republic India Issues. भारतीय रिज़र्व बैंक. मूल से 18 जनवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 जनवरी 2012.
  4. "संग्रहीत प्रति". मूल से 19 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 अप्रैल 2018.
  5. "Issue of ₹10/- Banknotes with incorporation of Rupee symbol (₹)". भारतीय रिज़र्व बैंक. मूल से 11 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 23 सितम्बर 2011.
  6. "Withdrawal of Currencies Issued Prior to 2005". पत्र सूचना कार्यालय. 25 जुलाई 2014. मूल से 28 जुलाई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 जुलाई 2014.
  7. "RBI - 10 security features". मूल से 22 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 अप्रैल 2018.
  8. "10 rupee banknote - 1970 - image - banknote.ws". मूल से 4 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 अप्रैल 2018.
  9. "10 rupee banknote - 1937 - image - banknote.ws". मूल से 19 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 अप्रैल 2018.

दृष्टिबाधित लोगों के लिए भारतीय मुद्रा नोट की कौन सी विशेषता है?

भारत एक नगद-आधारित अर्थव्यवस्था है, इसलिए जाली भारतीय मुद्रा नोटों के प्रचलन का संकट जारी है । जाली नोटों तथा काले धन की बढ़ती घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए पुराने 500 और 1000 रुपए के मूल्यवर्ग के बैंक नोटों की वैध मुद्रा विशेषता की वापसी की योजना प्रारम्भ की गई ।

दृष्टि बाधित व्यक्तियों के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा कौन सा ऐप जारी किया गया है?

रिजर्व बैंक (RBI) ने मनी नाम से एक मोबाइल एप जारी किया है जिसकी मदद से दृष्टिबाधित लोग भी करेंसी नोट का मूल्य जान सकेंगे। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को मोबाइल एडेड नोट आइडेंटिफायर (मनी) एप...

भारतीय मुद्रा में कितने प्रकार के नोट होते हैं?

है और ₹१, ₹२, ₹५ और ₹१० रुपये भी। बैंकनोट ₹५, ₹१०, ₹२०, ₹५०, ₹१००, ₹२००, ₹५००, ₹१००० और ₹२००० के मूल्य पर हैं।

50 के नोट के पीछे किसका चित्र है?

50 रुपये के नोट के पीछे हंपी मंदिर का चित्र बना है। ये मंदिर कर्नाटक की तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित है। हंपी मंदिर पत्थर से बना रथ वास्तुकला का अद्भुत नमूना है, जो रथ के आकार में है।

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