विशेष रिपोर्ट से क्या समझते हैं? - vishesh riport se kya samajhate hain?

विषयसूची

  • 1 विशेष रिपोर्ट क्या है?
  • 2 5 What are the Objectives of report writing आख्या लेखन के उद्देश्य क्या है?
  • 3 विशेष रिपोर्ट किसे कहते हैं रिपोर्ट कितने प्रकार की होती है?
  • 4 लेखन के उद्देश्य क्या है?

विशेष रिपोर्ट क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअखबारों और पत्रिकाओं में सामान्य समाचारों के अलावा गहरी छानबीन, विश्लेषण और व्याख्या के आधार पर विशेष रिपोर्ट भी प्रकाशित होती हैं। ऐसी रिपोर्टों को तैयार करने के लिए किसी घटना, समस्या या मुद्दे की गहरी छानबीन की जाती है। उससे संबंधित महत्त्वपूर्ण तथ्यों को इकट्ठा किया जाता है।

5 What are the Objectives of report writing आख्या लेखन के उद्देश्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंउन्होंने शोधार्थियों को आख्या (रिपोर्ट) लेखन के गुर सिखाने के साथ ही वैज्ञानिक ढंग से उन्हें संपादित करने के तरीके भी बताए। मोना सेमल्टी ने कहा कि शोधार्थियों को अपने शोध कार्य से संबंधित संपूर्ण ज्ञान होने के साथ ही अब यह जरूरी है कि उनके कार्य को अकादमिक लेखन के माध्यम से प्रभावी तरीके से प्रस्तुत भी किया जाए

प्रबंधकीय प्रतिवेदन से क्या आशय है?

इसे सुनेंरोकेंprabandhkiya prativedan arth paribhasha visheshta;प्रबंध तंत्र को सूचना उपलब्ध करने की प्रक्रिया ” प्रबन्धकीय प्रतिवेदन ” करना कहलाता है। प्रबन्धकीय प्रतिवेदन वह पद्धति है, जिसके अंतर्गत विशिष्ट उद्देश्य से संकलित समंको को सम्बंधित अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है

विशेष रिपोर्ट मुख्यतः कितने प्रकार की होती है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: विशेष रिपोर्ट के दो प्रकार निम्नलिखित हैं… खोजी रिपोर्ट — खोजी रिपोर्ट से पत्रकार किसी मौलिक शोध और छानबीन के जरिए ऐसी सूचना या तथ्य सामने लाता है, जो सार्वजनिक तौर पर पहले भी उपलब्ध नहीं थे। पाठकों की रुचि बनाए रखने के लिए इन रिपोर्ट्स को कई बार उल्टा पिरामिड और फीचर दोनों ही शैलियों को मिलाकर लिखा जाता है

विशेष रिपोर्ट किसे कहते हैं रिपोर्ट कितने प्रकार की होती है?

इसे सुनेंरोकेंआमतौर पर विशेष रिपोर्ट को उलटा पिरामिड शैली में ही लिखा जाता है लेकिन विषयानुसार फीचर शैली का भी प्रयोग होता है। रिपोर्ट बड़ी हो तो उसे श्रृंखलाबद्ध कर कई किस्तों में छापा जाता है। विशेष रिपोर्ट की भाषा सरल, सहज और आम बोलचाल की होनी चाहिए।

लेखन के उद्देश्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंलेखन कौशल के उद्देश्य शुद्ध अक्षर विन्यास का ज्ञान कराना। वाक्य रचना के नियमों से परिचित होना। लिपि, शब्द, मुहावरों का ज्ञान होना। वाक्य रचना, शुद्ध वर्तनी, विराम चिन्हों का प्रयोग सिखाना

प्रतिवेदन से आप क्या समझते हैं प्रतिवेदन की विशेषताएं?

इसे सुनेंरोकेंप्रतिवेदन में किसी प्रकरण, घटना या कार्य योजना प्रसंग की प्रमुख बातें ही लिखी जाती हैं. प्रतिवेदन में बातें एक क्रमानुसार में लिखी जाती हैं. प्रतिवेदन में बातें विस्तार में नहीं संक्षेप में लिखी जाता हैं. उनको समझने में दिक्कत न हो उनका एक ही अर्थ और परिणाम होता है तथा स्पष्टता एक अच्छे प्रतिवेदन की विशेषता होती है.

विषयसूची

  • 1 विशेष रिपोर्ट कैसे लिखी जाती है?
  • 2 रिपोर्ट के अनुभाग क्या है?
  • 3 रिपोर्ट कितने प्रकार के होते हैं MS Access?
  • 4 रिपोर्ट क्या है रिपोर्ट के प्रकार?
  • 5 खबरों के विशेष क्षेत्र कौन कौन से होते हैं?

विशेष रिपोर्ट कैसे लिखी जाती है?

इसे सुनेंरोकेंविषय-निष्ठता-रिपोर्ट का संबंधित प्रकरण पर ही केंद्रित होना अपेक्षित है। यदि किसी विषय-विशेष पर रिपोर्ट लिखा जाना है तो उससे संबंधित तथ्यों, कारणों और सामग्री आदि तक ही सीमित रखना चाहिए। इसमें प्रकरण को एक सूत्र की तरह प्राप्त तथ्यों में पिरोया जाए, जिससे प्रकरण अपने-आप में स्पष्ट होगा।

विशेष रिपोर्ट क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसामान्य समाचारों से अलग वे विशेष समाचार जो गहरी छान-बीन, विश्लेषण और व्याख्या के आधार पर प्रकाशित किये जाते हैं, विशेष रिपोर्ट कहलाते हैं ।

रिपोर्ट के कितने प्रकार होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंविशेष रिपोर्ट के दो प्रकार निम्नलिखित हैं… खोजी रिपोर्ट — खोजी रिपोर्ट से पत्रकार किसी मौलिक शोध और छानबीन के जरिए ऐसी सूचना या तथ्य सामने लाता है, जो सार्वजनिक तौर पर पहले भी उपलब्ध नहीं थे।

रिपोर्ट के अनुभाग क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअनुभाग हैं: 1. परिचय 2. रिपोर्ट का मुख्य भाग 3. सारांश, निष्कर्ष और सिफारिशें।

इसे सुनेंरोकेंपत्र-पत्रिकाओं में प्राय: 250 से 2000 शब्दों तक के फीचर छपते हैं । विशेष रिपोर्ट : सामान्य समाचारों से अलग वे विशेष समाचार जो गहरी छान-बीन, विश्लेषण और व्याख्या के आधार पर प्रकाशित किये जाते हैं, विशेष रिपोर्ट कहलाते हैं ।

विशेष रिपोर्ट क्या होती है?

इसे सुनेंरोकेंइसे सुनेंरोकेंअखबारों और पत्रिकाओं में सामान्य समाचारों के अलावा गहरी छानबीन, विश्लेषण और व्याख्या के आधार पर विशेष रिपोर्ट भी प्रकाशित होती हैं। ऐसी रिपोर्टों को तैयार करने के लिए किसी घटना, समस्या या मुद्दे की गहरी छानबीन की जाती है। उससे संबंधित महत्त्वपूर्ण तथ्यों को इकट्ठा किया जाता है।

पांचवी रिपोर्ट क्या थी History?

इसे सुनेंरोकेंसन् १८१३ में ब्रिटिश संसद में एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की गई , जिनमें से एक रिपोर्ट पाँचवी रिपोर्ट कहलाती थी। इस रिपोर्ट में भारत में ईस्ट इण्डिया कम्पनी के प्रशासन और क्रियाकलापों का वर्णन था। यह रिपोर्ट १००२ पृष्ठों में थी।

रिपोर्ट कितने प्रकार के होते हैं MS Access?

इसे सुनेंरोकेंMS Access मे रिपोर्ट निम्नलिखित तीन प्रकार से तैयार की जा सकती है. 1:- एक अथवा अधिक टेबल अथवा क्वेरीज पर आधारित विजार्ड के साथ रिपोर्ट तैयार करना.

रिपोर्ट का मुख्य काम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंरिपोर्ट का इस्तेमाल प्रायः एक प्रयोग, जांच या पूछताछ के परिणाम को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। यह रिपोर्ट सार्वजनिक या निजी, एक व्यक्ति विशेष या आम जनता के लिए हो सकती है। रिपोर्ट का प्रयोग सरकारी, व्यवसायिक, शिक्षा, विज्ञान और अन्य क्षेत्रों में होता है।

सामान्य रिपोर्ट और विशेष रिपोर्ट में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंइसके अलावा एक बीट रिपोर्टर को आमतौर पर अपनी बीट से जुड़ी सामान्य खबरें ही लिखनी होती हैं। लेकिन विशेषीकृत रिपोर्टिंग का तात्पर्य यह है कि आप सामान्य खबरों से आगे बढ़कर उस विशेष क्षेत्र या विषय से जुड़ी घटनाओं, मुद्दों और समस्याओं का बारीकी से विश्लेषण करें और पाठकों के लिए उसका अर्थ स्पष्ट करने की कोशिश करें।

रिपोर्ट क्या है रिपोर्ट के प्रकार?

रिपोर्ट प्रकार: रिपोर्ट के शीर्ष 8 प्रकार

  • टाइप करें # 2। संक्षिप्त या लंबी रिपोर्ट:
  • टाइप करें # 3। सूचनात्मक या विश्लेषणात्मक रिपोर्ट:
  • टाइप करें # 4। प्रस्ताव रिपोर्ट:
  • टाइप करें # 5। कार्यक्षेत्र या पार्श्व रिपोर्ट:
  • टाइप करें # 6। आंतरिक या बाहरी रिपोर्ट:
  • टाइप करें # 7। आवधिक रिपोर्ट:
  • टाइप करें # 8। कार्यात्मक रिपोर्ट:

रिपोर्ट से आप क्या समझते हैं in Computer?

इसे सुनेंरोकेंMS Access में report एक ऑब्जेक्ट है जिसे डेटा को संगठित तरीके से display और print करने के लिए उपयोग किया जाता है। डेटाबेस विंडो में आप सेव किये पूरे डेटाबेस की रिपोर्ट पा सकते हैं।

रिपोर्ट क्या है इसे क्यों बनाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंरिपोर्ट आपके डेटा को देखने, व्यवस्थित करने, और उसका विश्लेषण करने में आपकी मदद करती हैं. इससे, कई आयामों वाले टेबल, चार्ट, और पसंद के मुताबिक बनाए जा सकने वाले डैशबोर्ड में बड़ी मात्रा में डेटा रखा जा सकता है. साथ ही, मीनिंगफ़ुल पैटर्न और ट्रेंड को विज़ुअलाइज़ कर सकते हैं.

खबरों के विशेष क्षेत्र कौन कौन से होते हैं?

विशेष लेखन के क्षेत्र

  • कारोबार और व्यापार
  • खेल
  • विज्ञान-प्रौद्योगिकी
  • कृषि
  • विदेश
  • रक्षा
  • पर्यावरण
  • शिक्षा

विशेष रिपोर्ट से आप क्या समझते हैं?

वे अपनी दिलचस्पी के इन विषयों के बारे में विस्तार से पढ़ना चाहते हैं। इसलिए समाचारपत्रों और दूसरे जनसंचार माध्यमों को सामान्य समाचारों से अलग हटकर विशेष क्षेत्रों या विषयों के बारे में भी निरंतर और पर्याप्त जानकारी देनी पड़ती है।

विशेष रिपोर्ट से आप क्या समझते हैं विशेष रिपोर्ट कितने प्रकार के होते हैं?

Answer: विशेष रिपोर्ट के दो प्रकार निम्नलिखित हैं... खोजी रिपोर्ट — खोजी रिपोर्ट से पत्रकार किसी मौलिक शोध और छानबीन के जरिए ऐसी सूचना या तथ्य सामने लाता है, जो सार्वजनिक तौर पर पहले भी उपलब्ध नहीं थे। खोजी रिपोर्ट अक्सर शासन-प्रशासन में भ्रष्टाचार, अनियमितताएं और गड़बड़ियों आदि के मामलों को उजागर करने में की जाती हैं

विशेष रिपोर्ट कैसे तैयार की जाती है?

विषय-निष्ठता-रिपोर्ट का संबंधित प्रकरण पर ही केंद्रित होना अपेक्षित है। यदि किसी विषय-विशेष पर रिपोर्ट लिखा जाना है तो उससे संबंधित तथ्यों, कारणों और सामग्री आदि तक ही सीमित रखना चाहिए। इसमें प्रकरण को एक सूत्र की तरह प्राप्त तथ्यों में पिरोया जाए, जिससे प्रकरण अपने-आप में स्पष्ट होगा।

विशेष रिपोर्ट की लेखन शैली क्या है?

सामान्यत: विशेष रिपोर्ट को उल्टा पिरामिड शैली में ही लिखा जाता है, परंतु कई बार इन्हें फीचर शैली में भी लिखा जाता है। इस तरह की रिपोर्ट आमतौर पर समाचार से बड़ी होती है, इसलिए पाठक की रुचि बनाए रखने के लिए कई बार उलटा पिरामिड और फीचर दोनों शैलियों को मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है।

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