व्याकरण के विभाग कितने होते हैं? - vyaakaran ke vibhaag kitane hote hain?

विषयसूची

  • 1 व्याकरण के कितने विभाग होते हैं?
  • 2 व्याकरण शब्द कैसे बना?
  • 3 हिंदी व्याकरण के कितने प्रकार होते हैं?
  • 4 ऐसा कौन सा वाक्य है जिसमें क्या कब कहां कैसे कौन आदि शब्दों का प्रयोग किया जाता है उसका नाम लिखिए?
  • 5 हिन्दी व्याकरण का जन्मदाता कौन हैं?
  • 6 व्याकरण के जनक कौन हैं?

व्याकरण के कितने विभाग होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंExplanation: कोई भी वाक्य शब्दों के मेल से बनता है और इसी आधार पर व्याकरण के तीन भेद या अंग होते हैं। व्याकरण वह विद्या है जिसके प्रयोग से और जिसे सीख कर हम हिन्दी भाषा को शुद्ध तरीके से बोलना, पढ़ना और लिखना सीख सकते हैं। वर्ण किसी शब्द की अखंड मूल ध्वनी होता है और उसका एक खंड होता है।

व्याकरण शब्द कैसे बना?

इसे सुनेंरोकेंव्याकरण भाषा के अध्ययन का महत्त्वपूर्ण हिस्सव्याकरण उस शास्त्र को कहा जाता हैं, जिसमे भाषा के शुद्ध करने वाले नियम बताए गए हो। किसी भी भाषा के अंग प्रत्यंग का विश्लेषण तथा विवेचन व्याकरण (ग्रामर) कहलाता है। व्याकरण वह विद्या है जिसके द्वारा किसी भाषा को शुद्ध बोला, पढ़ा और शुद्ध लिखा जाता है।

व्याकरण के पंडित कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंकिशोरीदास वाजपेयी (अंग्रेज़ी: Kishori Das Vajpeyi, जन्म: 1898 – मृत्यु: 1981) हिन्दी और संस्कृत के सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं व्याकरणाचार्य थे। संस्कृत और हिन्दी के विद्वान, व्याकरण के पंडित, हिन्दी के आधुनिक पाणिनी की तरह जिन्हें डॉ.

र के कितने रूप हैं?

इसे सुनेंरोकेंहिन्दी भाषा में ‘र’ के चार रूप होते हैं – रेफ़, पदेन, रडार, लुण्ठित।

हिंदी व्याकरण के कितने प्रकार होते हैं?

व्याकरण के भेद निम्नलिखित हैं:

  • वर्ण विचार
  • शब्द विचार
  • वाक्य विचार
  • पद विचार

ऐसा कौन सा वाक्य है जिसमें क्या कब कहां कैसे कौन आदि शब्दों का प्रयोग किया जाता है उसका नाम लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंविशेषण उपवाक्यों की पहचान – विशेषण उपवाक्य जो, जिसे, जिसने, जिन्होंने, जिस, जिसको आदि ‘जो’ के विभिन्न रूपों से शुरू होते हैं।

व्याकरण शब्द में उपसर्ग क्या है?

इसे सुनेंरोकेंशब्दांश या अव्यय जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ बनाते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं। उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है- किसी शब्द के साथ जुड़कर नया शब्द बनाना। जो शब्दांश शब्दों के अंत में जुड़कर उनके अर्थ में कुछ मतलब लाते हैं, वे प्रत्यय कहलाते हैं।

व्याकरण शब्द में प्रत्यय क्या है?

इसे सुनेंरोकेंप्रत्यय वे शब्द होते हैं जो दूसरे शब्दों के अन्त में जुड़कर, अपनी प्रकृति के अनुसार, शब्द के अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं। प्रत्यय शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है – प्रति + अय। प्रति का अर्थ होता है ‘साथ में, पर बाद में’ और अय का अर्थ होता है ‘चलने वाला’, अत: प्रत्यय का अर्थ होता है साथ में पर बाद में चलने वाला।

हिन्दी व्याकरण का जन्मदाता कौन हैं?

इसे सुनेंरोकेंहिंदी व्याकरण के जनक कौन हैं? – Quora. हिंदी व्याकरण का जनक श्री दामोदर पंडित को माना गया है। जिन्होंने 12 वीं सदी के दौरान उक्ति व्यक्ति प्रकरण नाम से एक महत्वपूर्ण हिंदी ग्रंथ की रचना की थी।

व्याकरण के जनक कौन हैं?

इसे सुनेंरोकेंआधुनिक संस्कृत व्याकरण के जनक महर्षि पाणिनि को कहा जाता हैं।

व्याकरण के तीन विभाग होते है..

  • वर्ण विचार- वर्णो के आकार लिखने की विधि, भेद तथा उनके उच्चारण आदि पर विचार किया जाता है |
  • शब्द विचार- शब्दों के भेद, व्युत्पत्ति और रचना आदि के विषय पर विचार किया जाता है।
  • वाक्य विचार- वाक्यों की रचना, उनके भेन्द्र विराम – चिह्नो आदि पर विचार किया जाता है।

व्याकरण के प्रमुख विभाग कौन से है?

इसे सुनेंरोकेंव्याकरण के प्रमुख कई विभाग हैं, जो कि इस प्रकार हैं। 1 वर्ण विचार- इस विभाग में वर्णों के आकार वह लिखने की विधि वे तथा उनके उच्चारण आदि पर विचार किया जाता है, इसमें वर्णो के बारे में उनके लिखने एवं बोलने के भेद के बारे में विचार विमर्श किया जाता है।

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हिंदी में व्याकरण के तीन विभाग होते हैं वर्ण विचार शब्द विचार और वाक्य विचार

Romanized Version

हैलो दोस्तों कैसे है आप सब लोग में आसा करता हूं कि आप सब लोग कुशल होंगे । आज का यह आर्टिकल व्याकरण के ऊपर होने जा रहा है । आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि व्याकरण किसे कहते हैं ? और व्याकरण के कितने भाग होते हैं vyakaran ke kitne bhag hote hain । इन सब के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पड़े ।

आज का यह आर्टिकल व्याकरण के ऊपर होने जा रहा हैं । आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि व्याकरण किसे कहते हैं ? तथा साथ – ही – साथ यह भी बताएंगे कि व्याकरण के भाग कितने होते हैं । अगर आप भी इन विषय के ऊपर जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पड़े । तो चलिए करते हैं आज के आर्टिकल को स्टार्ट –

व्याकरण के कितने भाग होते हैं

व्याकरण किसे कहते हैं –

हिंदी को जानने के लिए सबसे पहले व्याकरण को जानना जरूरी है । बिना व्याकरण के हिंदी का कोई अस्तित्व नहीं रहता है दूसरे शब्दों में कहें तो व्याकरण में ही हिंदी है । व्याकरण समझने के लिए पहले इसकी परिभाषा को समझना पड़ता है । लेकिन व्याकरण कि कई सारी अलग – अलग परिभाषाएं है लिकन आज हम जो परिभाषा बताने जा रहे है उसे सबसे आसान परिभाषा माना जाता है इसके अलावा इस परिभाषा को सबसे सटीक परिभाषा भी माना जाता हैं ।

परिभाषा –

वह विद्या जिसमे माध्यम से किसी भाषा को शुद्ध रूप में पड़ते , लिखते एवं समझते है उसे व्याकरण कहते हैं ।

अगर इस परिभाषा को और सरल शब्दो में समझे तो व्याकरण उस ज्ञान को कहते है जिसे देखकर हमे शब्दो के होने का ज्ञात होता है । जिससे हमे पता चलता है कि इस शब्द का क्या अर्थ निकल रहा है , और हम उस शब्द को आसानी से समझ सकते हैं । इस परिभाषा को पड़ने से यह स्पष्ट हो रहा है कि व्याकरण का अर्थ क्या होता है और व्याकरण किसे कहते हैं । व्याकरण के भागो को समझने के लिए इस परिभाषा को समझना अनिवार्य है ।

जैसे कि हिंदी को जानने के लिए व्याकरण को जानना जरूरी है , कुछ इसी तरह व्याकरण को जानने के लिए व्याकरण के भागो को जानना जरूरी है । बिना व्याकरण के भागो को जाने व्याकरण को नहीं समझ सकते है । अतः व्याकरण के भागो को समझना अनिवार्य है । व्याकरण के भागो कि परिभाषा के माध्यम से आप व्याकरण के साथ – साथ हिंदी भाषा को समझने में भी आसानी होती हैं ।

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अब हम जानेंगे कि व्याकरण के कितने भाग होतेहैं । भारतीय हिंदी साहित्य के व्याकरण को कितने भागो में विभाजित किया गया हैं ? अब हम व्यकरण के भागो के नाम व उनकी परिभाषा के बारे में विस्तार से जानेंगे । जिससे कि आपको व्याकरण के बारे में विस्तार से पता चले कि व्यकरांट के कितने भाग होते है ओर किस भाग कि क्या विशेषता है , किस भाग के अंदर क्या आता हैं । तो अगर आप को भी व्याकरण के भागो के बारे में विस्तार से जानना है तो इस आर्टिकल को पूरा पड़े ।

व्याकरण के भाग –

व्याकरण के तीन भाग होते हैं –

  1. वर्ण विचार
  2. शब्द विचार
  3. वाक्य विचार ।
  1. वर्ण विचार हिंदी व्याकरण का पहला भाग है । इसमें भाषा कि मूल इकाई ध्वनि / वर्ण पर विचार किया जाता हैं । वर्ण विचार हिंदी व्याकरण कि सबसे छोटी इकाई है इसमें शब्दो को तोड़ा नहीं जा सकता । उदाहरण के लिए – क , ख , म , अ आदि । इसमें 52 वर्ण होते हैं ।
  2. शब्द विचार हिंदी व्याकरण का दूसरा भाग है । दो या दो से अधिक वर्णों के मेल से बना ऐसा शब्द जिसका कोई अर्थ निकलता है शब्द विचार कहलाता हैं । उदाहरण – स्कूल , लड़का , लड़की आदि ।
  3. वाक्य विचार हिंदी व्याकरण का तीसरा भाग हैं । दो या दो से अधिक शब्दो के मेल से बना ऐसा सार्थक समूह जिसको बढ़ने से वक्ता को किसी बात कि पूरी जानकारी प्राप्त होती है उसे वाक्य विचार कहते हैं । उदाहरण – राम स्कूल जा रहा हैं , राधा गाना गा रही हैं आदि ।
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ऊपर बताई गई परिभाषाओं को पढ़कर आप व्यकारण को आसानी से समझ सकते है । हमने इसमें व्याकरण के भागो के बारे में जानकारी दी तथा व्यकरणा के भागो कि परिभाषा भी दी इसके अलावा उदाहरण देके भी बताया हैआप इन को पड़के व्याकरण के बारे में विस्तार से जान सकते हैं । हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है इसको बोलने में शर्म नहीं करनी चाहिए । अब तो हिंदी का प्रचलन विश्व भर में चल रहा हैं । तो हमको कभी भी अपनी मात्र भाषा बोलने में कभी भी शर्म नहीं करनी चाहिए ।

निष्कर्ष –

आज के इस आर्टिकल में हमने व्याकरण के बारे में बताया है । हमने इस में बताया है कि व्याकरण किसे कहते हैं । इसके अलावा व्याकरण के कितने भाग होते हैं – इस बारे में भी बताया है । इसके अलावा हमने व्याकरण के भागो के बारे में भी विस्तार से बताया हैं । अगर आप भी व्याकरण के बारे में जानना चाहते है तो इस आर्टिकल को पढ़के जानकारी ले सकते हैं ।

हिंदी भाषा सीखने के लिए व्याकरण बहुत जरूरी है । बिना व्याकरण के हिंदी नहीं सीख सकते हैं । इस कारण हमने आज इस आर्टिकल में व्याकरण के बारे में बताया हैं । हिंदी साहित्य को कई भागो में बाटा गया हैं आप उन को भी पड़कर हिंदी भाषा का ज्ञान हासिल कर सकते है । आज पूरे विश्व में हिंदी प्रसिद्ध हो रही है । दुनिया के कई देशों में अब हिंदी का प्रचलन चल रहा है । अब हिंदी बोलने वालो को कमजोर नहीं समझा जाता है । अब हिंदी बोलने वालो का मजाक नहीं उड़ाया जाता हैं । हिंदी को अब दुनिया भर में मनियता मिलती हैं ।

तो दोस्तों अगर आपको ये इनफार्मेशन अच्छी लगी है तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों में शेयर करे और इस आर्टिकल को लाइक करे अछि रेटिंग दे तथा निचे कमेंट बॉक्स में क्यूमेंट करे और बताये आपको ये इनफार्मेशन कैसी लगी,तो मिलते अगले ऐसे हे महत्वपुर्ण informative आर्टिकल के साथ तब तक के लिए ।

व्याकरण के कितने विभाग में जाते हैं?

Explanation: कोई भी वाक्य शब्दों के मेल से बनता है और इसी आधार पर व्याकरण के तीन भेद या अंग होते हैं

व्याकरण के प्रमुख विभाग कौन कौन से हैं?

व्याकरण के तीन विभाग होते है...
वर्ण विचार- वर्णो के आकार लिखने की विधि, भेद तथा उनके उच्चारण आदि पर विचार किया जाता है |.
शब्द विचार- शब्दों के भेद, व्युत्पत्ति और रचना आदि के विषय पर विचार किया जाता है।.
वाक्य विचार- वाक्यों की रचना, उनके भेन्द्र विराम - चिह्नो आदि पर विचार किया जाता है।.

व्याकरण के 4 प्रकार कौन से हैं?

व्याकरण के प्रकार (1) वर्ण या अक्षर (2) शब्द (3)वाक्य (1) वर्ण या अक्षर:-भाषा की उस छोटी ध्वनि (इकाई )को वर्ण कहते है जिसके टुकड़े नही किये सकते है। जैसे -अ, ब, म, क, ल, प आदि। (2) शब्द:-वर्णो के उस मेल को शब्द कहते है जिसका कुछ अर्थ होता है। जैसे- कमल, राकेश, भोजन, पानी, कानपूर आदि।

व्याकरण कितने प्रकार के होते हैं?

व्याकरण के तीन भेद होते हैं,.
वर्ण विचार.
शब्द विचार.
वाक्य विचार..

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