व्यवस्थापन किसे कहते है? व्यवस्थापन का अर्थ (vyvasthapan ka arth) व्यवस्थापन एक सहयोगी सामाजिक प्रक्रिया है। मानव के मन मे प्रेम और द्धेष जैसे भावनाएं सदैव रहती है जहाँ प्रेम की भावना सहयोग को विकसित करती है वही ध्देष की भावना समूह मे संघर्ष को जन्म देती है क्योंकि व्यक्ति जैसा विचार करता है वैसी अंतःक्रिया भी होती है। लेकिन सदैव एक जैसी स्थिति नही होती। यदि संघर्ष की स्थिति निर्मित भी होती है
तो उसे टालने का प्रयास किया जाता है क्योंकि सामाजिक जीवन संघर्ष से नही सहयोग के माध्यम से चलता है। संघर्ष की परिस्थितियों को टालकर सहयोग की दिशा मे आगे बढ़ना व्यवस्थापन प्रक्रिया का अभिलक्षण है। व्यवस्थापन मे संघर्ष के बीच मौजूद रहते है। इस प्रकार व्यवस्थापन संघर्ष को कुछ समय के लिए लिए टालने की स्थिति भी है। यहि कारण है कि समनर ने इसे विरोधी सहयोग कहा है। Show
आगे जानेंगे व्यवस्थापन की परिभाषा एवं विशेषताएं। व्यवस्थापन की परिभाषा (vyvasthapan ki paribhasha)आगबर्न एवं निमकाॅक के अनुसार " व्यवस्थापन वह शब्द है जिसका प्रयोग समाजशास्त्री आक्रामक व्यक्तियों या समूह द्वारा किये जाने वाले सामंजस्य के लिए करते है। व्यवस्थापन की विशेषताएं (vyvasthapan ki visheshta)व्यवस्थापन की निम्नलिखित विशेषताएं हैं-- 1. व्यवस्थापन मे पूर्णतः सहयोग की भावना का अभाव होता है। चूंकि व्यवस्थापन संघर्ष को टालकर किया गया सामंजस्य है, अतः स्वाभाविक है कि व्यवस्थापन मे पूर्ण रूप से सहयोग की भावना हो यह संभव नही। पूर्ण रूप से सहयोग प्रेम और सद्भाव की स्थिति मे ही पनप सकता है। चूँकि यह प्रक्रिया संघर्ष के बाद की स्थिति से प्रारंभ होती है
अतः पूर्ण सहयोग की भावना संभव नही है। व्यवस्थापन से क्या तात्पर्य है?व्यवस्थापन एक ऐसा यंत्र व साधन है जिसके द्वारा विरोधात्मक तथा संघर्षात्मक विचारेां का समन्वय ,समझौता तथा हस्ताक्षेप के द्वारा होता है। इससे विचारों में परिवर्तन आता है तथा नये विचारों का विकास होता है। 1. व्यवस्थापन में निश्चित व्यक्तियों तथा दलों का ज्ञान होता है।
व्यवस्थापन के संकट से आप क्या समझते हैं?संकट प्रबंधन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक संगठन किसी मुख्य अप्रत्याशित घटना से निपटता है, जिससे उस संगठन, उसके शेयरधारकों, या आम जनता को नुकसान पहुंचने का खतरा रहता हो. संकट की अधिकांश परिभाषाओं में तीन तत्व आम हैं: (क) संगठन के लिए एक खतरा, (ख) आश्चर्य का तत्व, एवं (ग) अल्प निर्णयावधि .
सामाजिक प्रक्रिया में व्यवस्थापन का क्या स्वरूप है?फिचर के अनुसार " व्यवस्थापन सामाजिक प्रक्रिया के उस स्वरूप के रूप मे परिभाषित किया जा सकता है जिसमे दो या अधिक व्यक्ति या समूह संघर्ष को रोकने कम करने या समाप्त करने के लिए अन्तःक्रिया करते है।
सहयोग से आप क्या समझते हैं सहयोग के विभिन्न प्रकारों की व्याख्या कीजिए?सहयोग (अंग्रेजी: Collaboration) का अर्थ दो या अधिक व्यक्तियों या संस्थाओं का मिलकर काम करना है। सहयोग की प्रक्रिया में ज्ञान का बारंबार तथा सभी दिशाओं में आदान-प्रदान होता है। यह एक समान लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में उठाया गया बुद्धि विषयक कार्य है। यह जरूरी नहीं है कि सहयोग के लिये नेतृत्व की आवश्यक होता है।
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