अगर आप ऐसा खाना खा रहे हैं तो खतरे में आ सकती है किडनी
शरीर द्वारा प्रोटीन इस्तेमाल करने के प्रोसेसे में कुछ अपशिष्ट पदार्थ भी बनते हैं. जिन्हें खून से छानने का काम किडनी करती है.
- News18HindiLast Updated :March 14, 2019, 15:11 IST
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सामान्य इंसान के शरीर में दो गुर्दे (किडनी) होते हैं. हर इंसान में किडनी की संरचना और उसका काम एक जैसा होता है. किडनी का मुख्य काम खून फिल्टर कर शरीर में बने जहरीले पदार्थों को पेशाब द्वारा बाहर निकालना है. आइए जानते हैं, हाई-प्रोटीन डायट आपकी किडनी के लिए कैसे नुकसानदायक होती है.
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हम जो खाना खाते हैं, उसमें मौजूद प्रोटीन शारीरिक विकास के लिए बेहद ज़रूरी है. प्रोटीन से जो कंपाउंड मिलता है उससे बॉडी टिश्यू , हार्मोन, एंजाइम बनते हैं. बॉडी, प्रोटीन को एमिनो एसिड में तोड़कर शरीर की जरुरत को पूरा करती है.
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एक्सरसाइज या रोज़मर्रा के काम के दौरान हर बॉडी में टिश्यू डैमेज होते और बनते रहते हैं. डैमेज हुए टिश्यू को बनाने के लिए प्रोटीन की ज़रूरत होती है.
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शरीर द्वारा प्रोटीन इस्तेमाल करने के प्रोसेसे में कुछ अपशिष्ट पदार्थ भी बनते हैं. जिन्हें खून से छानने का काम किडनी करती है. अपशिष्ट पदार्थों को निकालने के बाद बल्ड को शुद्ध कर, किडनी विषाक्त पदार्थों को पेशाब के ज़रिए शरीर से बाहर करती है.
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किडनी जिन वेस्ट प्रोडक्ट को बाहर करती है उन्हें विज्ञान की भाषा में क्रिएटिनिन और यूरिया कहा जाता है. मेटाबोलिज्म प्रकिया के दौरान भोजन को ऊर्जा में बदलने के दौरान क्रिएटीन पदार्थ बनता है. यह टूटकर क्रिएटिनिन में बदलता है. फिर गुर्दे इसे खून से छानकर यूरिन के ज़रिए शरीर से बाहर निकालते हैं.
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प्रोटीन से सबसे ज्यादा वेस्ट निकलता है. शरीर की ज़रूरत से ज्यादा प्रोटीन लिया जाए तो खून में वेस्ट प्रोडक्ट (क्रिएटिनिन) बढ़ता है. किडनी कैसा काम कर रही है, इसका अंदाजा खून में मौजूद वेस्ट प्रोडक्ट की मात्रा से ही लगाया जाता है.
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खून में क्रिएटिनिन बढ़ने का मतलब होता है, किडनी सही काम नहीं कर रही. किडनी से सही काम न करेन पर 'हाईप्रोटीन डाइट' से परहेज किया जाता है.
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हाईप्रोटीन फूड्स में अंडे, बादाम, चिकन ब्रेस्ट, Oats, पनीर, ग्रीक योगर्ट ( फ्लेवर्ड दही), दूध, ब्रोकली, tuna फिश, दालें, कद्दू के बीज, और मूंगफली भी शामिल है.
First Published: March 14, 2019, 14:46 IST