Show भोपालएक वर्ष पहलेलेखक: अनिल गुप्ता
राज्य के 98 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ताओं की सब्सिडी में कटौती करने पर मंत्री समूह ने सहमति दे दी है। ये वो उपभोक्ता हैं, जो इंदिरा गृह ज्योति योजना में आते हैं। अभी इन्हें महीने में 100 यूनिट बिजली खर्च करने पर 100 रु. बिल देना पड़ता है। जबकि 101 से 150 यूनिट तक जितनी बिजली खर्च हुई, उसका पैसा निर्धारित घरेलू उपभोक्ताओं की दर के अनुसार देना पड़ता है। इस पर 4786 करोड़ रुपए सब्सिडी लगती है। मंत्री समूह की सिफारिश के अनुसार अब पहले 100 यूनिट के लिए तो 100 रुपए ही लिए जाएंगे। लेकिन यदि 101 यूनिट हो जाएं तो एक से 101 यूनिट तक का बिल वास्तविक घरेलू दरों पर ही बनेगा। अभी घरेलू दर औसतन 8.40 रु. प्रति यूनिट हैं। मंत्री समूह की सिफारिश के बाद ऊर्जा विभाग ने प्रस्ताव बनाकर मुख्य सचिव को भेज दिया है। मुख्य सचिव इस मसले पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा करके निर्णय लेंगे। वहीं, मंत्री समूह ने किसानों की सब्सिडी पर अभी कोई अंतिम राय नहीं बनाई है। इस पर नए सिरे से चर्चा होगी। सूत्रों का कहना है कि किसानों की सब्सिडी घटाने के 7 प्रस्ताव बने हैं। सरकार कोशिश कर रही है कि घरेलू उपभोक्ता और किसानों को दी जा रही सालाना 21 हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी को आधा किया जाए। यदि किसानों की सब्सिडी कम होती है तो तीनों बिजली कंपनियों का भार कम हो जाएगा। सरकार इंदिरा किसान ज्योति और इंदिरा गृह ज्योति योजना का नाम स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करेगी। किसानों की सब्सिडी घटाने के 7 प्रस्ताव... सब्सिडी आधार से जुड़ेगी, इससे एक कार्ड पर एक बार ही सब्सिडी
1575 करोड़ बकाया... बिजली कंपनियों का सरकारी विभागों के पास ही 1575 करोड़ रुपए बकाया है। इसमें 90% राशि नगरीय विकास और पंचायत एवं ग्रामीण विकास की है। सीएम को इसकी सूची दे दी गई है। दो हेक्टेयर तक के छोटे किसानों को छोड़कर बाकी की सब्सिडी कम करने की भी तैयारी... आपको अपने मीटर को कंट्रोल में रखना होगा, यानी रीडिंग होने के बाद प्रयास करें कि आप फिजूल बिजली नहीं चलाएं, ताकि अतिरिक्त यूनिट नहीं बनें, क्योंकि योजना के तहत अगर 100 यूनिट से अधिक यूनिट बनती है, तो आपको अलग दर से बिजली बिल चुकाना पड़ता है, इसलिए जितना जरूरी हो, उतनी ही बिजली चलाएं, इससे निश्चित ही आपके बिल में कटोती होगी। ये टिप्स भी अपनाएं
-150 यूनिट से अधिक की खपत होने पर शुरुआती 50 यूनिट पर 4.21 रुपए प्रतियूनिट, जबकि 51 से 150 यूनिट तक 5.17 रुपए प्रतियूनिट की दर से बिल बनेगा। 151 यूनिट से ३00 यूनिट तक की बिजली खपत का बिल 6.55 रुपए प्रतियूनिट के अनुसार बनेगा। शहर के पांच लाख उपभोक्ताओं को इस बार दस से बारह दिन देरी से बिजली बिल दिए जा रहे हैं। जो उपभोक्ता 30 दिन की बिङ्क्षलग सायकिल के तहत बिजली की खपत 150 यूनिट में सीमित रखकर सरकारी छूट का लाभ प्राप्त करते थे, इस देरी से वे अब बिजली बिल के हाईस्लैब में पहुंच गए हैं। ऐसे कर रहे बिजली
बिल माफ की राशि का समायोजन बिजली कंपनी के इंजीनियर्स का कहना है कि इसके लिए सिस्टम अपडेट किया जा रहा है, जिसमें समय लगा और रीङ्क्षडग लेकर बिल बनाने में देरी हुई। गौरतलब है कि सरकार ने 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने वालों के लिए प्रतियूनिट एक रुपए की दर से बिजली बिल जमा करने की व्यवस्था की है। 150 यूनिट बिजली खपत पर शुरुआती 100 यूनिट प्रति यूनिट एक रुपया व इसके बाद की तय टैरिफ के अनुसार वसूलने का नियम है। यदि खपत 150 यूनिट से एक यूनिट भी कम हुई तो फिर पहली यूनिट से उपभोक्ता को तय टैरिफ के अनुसार ही बिल जमा करना पड़ता है। यही गणित इस लेट मीटर रीङ्क्षडग बिङ्क्षलग से गड़बड़ा गया है। बिल माफी योजना और नए टैरिफ को लागू करने की वजह से बिल बंटने में देरी हुई है।
हमारी कोशिश है कि इस देरी से टैरिफ पर कोई असर नहीं हो इसके लिए जल्द से जल्द रीङ्क्षडग बिङ्क्षलग का काम पूरा किया जा रहा है। 1 घंटा में कितना यूनिट होता है?किसी विद्युत् उपकरण द्वारा 1 किलोवाट घंटा की बिजली खपत को 1 यूनिट कहते हैं। अगर कोई मशीन 1 घंटे में 1000 वाट की विद्युत् ऊर्जा खर्च करती है तो इसका मतलब हुआ कि वह मशीन 1 घंटे में 1 यूनिट बिजली खपत कर रही है। हमारे घर में विभिन्न विभिन्न प्रकार के विद्युत् यंत्र होते हैं जैसे: टीवी, फ्रिज, बल्ब, कूलर, पंखा, इंडक्शन आदि।
1000 वाट में कितने यूनिट होते हैं?1 यूनिट माने 1 किलोवॉट प्रति घंटा यानी कि 1000 वॉट का कोई उपकरण 1 घंटे इस्तेमाल करते हैं तो उससे 1 यूनिट बिजली खपत होती है.
1 यूनिट कितना?एक यूनिट में 1000 वाट होते हैं। बिजली की बुनियादी इकाई किलोवाट घंटा (केडब्ल्यूएच) है सरल शब्दों में, 1 किलोवाट एक घंटे के लिए 1 किलोवाट (1000 वाट) बिजली के हीटर द्वारा उपयोग की जाने वाली ऊर्जा की मात्रा है।
यूपी में घरेलू बिजली कितने रुपए यूनिट है?151 से 300 यूनिट तक बिजली 6 रुपये, 101 से 150 यूनिट 5.50 रुपये प्रति यूनिट की दर से मिलेगी. घरेलू बीपीएल बिजली 3 रुपये प्रति यूनिट की दर से मिलेगी. BPL परिवारों को 100 यूनिट के लिए अब सिर्फ 3 रुपए यूनिट के हिसाब से बिल देना पड़ेगा. इससे पहले यह 3.35 रुपए था.
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