अधिकांश लोग अंक 13 से बहुत ज्यादा डरते हैं, क्योंकि इस बारे में उन्हें वास्तविक जानकारी नहीं होती. सच्चाई यह है कि यह अंक किसी प्रकार से अशुभ नहीं है. इस अंक से भय खाने का मूल कारण यह है कि तांत्रिक विधियों में इसका अत्यधिक प्रयोग किया जाता था और अति प्राचीन काल में इसे शक्ति पूर्ण मानने के साथ साथ घातक में माना जाता था.
अंक 13 क्यों माना जाता है अशुभ?
तेरह अंक को लेकर लोगों के मन में भय रहता है. क्योंकि यह कई मिथकों से जुड़ा है. तेरह व शुक्रवार के संयोग को सबसे अशुभ माना जाता है. क्योंकि इस संयोग पर कई ऐसी घटनाएं घटी हैं जिनके कारण लोगों के मन में यह बात बैठ गई है कि 13 नंबर अशुभ है.
ज्योतिष का रहस्यमयी अंक है तेरह
अंक तेरह को दुर्भाग्य का अंक माना जाता है, परंतु ज्योतिष इसको आकस्मिकता का अंक मानता है. इस अंक में राहु और हर्षल की शक्ति पायी जाती है. इस अंक में कुछ मात्रा में सूर्य और बृहस्पति भी होते हैं. यह अंक ज्योतिष का सबसे रहस्यमयी अंक है. यह अंक रहस्यमयी शक्तियां रखता है. इसके पास ईश्वर की कृपा देखी जाती है. ये लोग जादू, तंत्र, ज्योतिष और आध्यात्म में खूब सफल होते हैं. मध्य आयु के बाद ऊंचाइयों तक पहुंच जाते हैं.
शक्तिशाली ग्रहों के योग से बना है अंक तेरह
अंक ज्योतिष में यदि तेरह के मान को देखा जाए तो यह 4 है जिसे राहु का अंक माना जाता है. वैदिक ज्योतिष में राहु को परिवर्तन का कारक कहा गया है. ज्योतिषियों का कहना है कि यह अंक दो शक्तिशाली ग्रहों के योग से बना है- सूर्य व गुरू बृहस्पति. सूर्य का अंक है 1 व गुरू का अंक है 3, इसी के योग 13 अंक का निर्माण हुआ है जो अपने अंदर बहुत सी शक्ति व क्षमताओं को रखता है.
बड़ा ही प्रभावी है अंक तेरह
अंक ज्योतिष में भी जातक के भाग्य अंक को देखकर इसके संभावित परिणामों को बताया जाता है. 1 और 3 को जोड़कर प्राप्त 4 अंक को अंक ज्योतिष में बड़ा ही प्रभावी माना गया है. इसे कर्म का प्रतीक भी बताया है यानी की कर्म के हिसाब से फल. जैसा करोगे वैसा पाओगे. अंक ज्योतिष में इसे मास्टर ऑफ नंबर कहा गया है. साथ ही इसे बदलाव का कारक अंक भी माना जाता है. सही व प्रभावी होने पर यह जातक के लिए चमत्कारी बन जाता है. परंतु खराब होने पर यह विनाश का कारक बनता है. कुल मिलाकर 13 अंक को केवल अशुभ मानना ठीक नहीं होगा.
शुभ होता है अंक तेरह
पाश्चात्य मान्यताओं के विपरीत हिंदू धर्म में 13 के अंक को शुभ माना गया है. तिथियों में भी हिंदू पंचांग की तेरहवीं तिथि को प्रदोष कहा गया है और इसे भगवान शिव को अर्पित किया गया है. प्रदोष को समस्त कार्यों के लिए शुभ मान कर मुहूर्त भी निकाले जाते हैं. ज्योतिषियों के अनुसार अंक 13 शुभ होता है, इस दिन आप किसी भी शुभ कार्य को शुरू कर सकते हैं, नया काम स्टार्ट कर सकते हैं. अतः आपको इससे डरना नहीं चाहिए.
नई दिल्ली। भारत को आस्था का देश माना जाता है। इसलिए यहां शुभ-अशुभ चीजों पर भी यकीन किया जाता है। मगर एक अंक ऐसा है जिसे विदेशी भी अनलकी मानते हैं। यही वजह है कि अक्सर 13 नंबर से लोग खौफ खाते हैं। अगर आपने गौर किया हो तो नए मकान में शिफ्ट होने से लेकर कार के नंबर लेने तक में लोग तेरह नंबर को लेने से कतराते हैं। लोग इसे अनलकी नंबर (Unlucky Number 13) मानते हैं। मगर क्या आपको पता है कि आखिर किस वजह से ये नंबर इतना मनहूस माना जाता है। आज हम आपको इसी के पीछे के राज के बारे में बताएंगे।
बहुत सारे अमेरिकी मानते हैं कि उन्हें ऊंची इमारत वाले होटलों में एक विशेष मंजिल संख्या '13' पर ठहरना परेशान करने वाला हो सकता है
कोलंबिया: क्या आपको यह अजीब लगेगा, अगर मैं महीने के 22वें दिन पड़ने वाले रविवार को यात्रा करने से मना कर दूं? तब कैसा लगेगा जब मैं ऊंची इमारत में रहने वाले अपने साथियों से 22वीं मंजिल छोड़कर 21वीं मंजिल से सीधा 23वीं मंजिल पर जाने को कहूं. 22 से डरना बहुत ही असामान्य है – इसलिए, हां, मैं थोड़ा अजीब नजर आ सकता हूं. लेकिन, क्या होगा अगर, सिर्फ मेरे देश में ही चार करोड़ से अधिक लोगों ने एक ऐसी आधारहीन धारणा पाल रखी हो? बैरी मार्कोवस्की, साउथ कैरोलिना विश्वविद्यालय ने अशुभ माने जाने वाले ’13’ को लेकर इसके कारणों की व्याख्या की है.
मंजिल संख्या ’13’ पर ठहरना परेशान करने वाला हो सकता है
बहुत सारे अमेरिकी मानते हैं कि उन्हें ऊंची इमारत वाले होटलों में एक विशेष मंजिल संख्या ’13’ पर ठहरना परेशान करने वाला हो सकता है.
कई इमारतों में ’13’ वीं मंजिल नहीं होती है
ओटिस एलिवेटर कंपनी के अनुसार, ’13’ की संख्या वाली कई इमारतों में लिफ्ट सीधा 14वें माले पर रुकती है. कई पश्चिमी लोग 13 तारीख को पड़ने वाले शुक्रवार को अपने व्यवहार में बदलाव करते हैं. बेशक उस तारीख को कभी-कभी बुरी चीजें होती हैं, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ऐसा अमूमन होता है.
’13’ की शक्ति या गलत धारणा
सामाजिक मनोविज्ञान और समूह प्रक्रियाओं में विशेषज्ञता रखने वाले समाजशास्त्री के रूप में, मुझे व्यक्तिगत भय और जुनून में इतनी दिलचस्पी नहीं है. जो बात मुझे आकर्षित करती है वह यह है कि लाखों लोग एक ही गलत धारणा को इस हद तक स्वीकार करते हैं कि यह व्यापक पैमाने पर व्यवहार को प्रभावित करता है. कुछ ऐसी ही है ’13’ की शक्ति.
13 की खराब प्रतिष्ठा की उत्पत्ति अस्पष्ट और अनुमानों से भरी
13 की खराब प्रतिष्ठा की उत्पत्ति अस्पष्ट और अनुमानों से भरी है. इसकी ऐतिहासिक व्याख्या उतनी ही सरल हो सकती है, जितना कि इसके उलट ’12. का संयोग से भाग्यशाली होने की धारणा से जुड़ा होना. असाधारण गतिविधियों की निगरानी रखने वाले जो. निकेल एक गैर-लाभकारी संस्था ‘कमेटी फोर स्केपटिकल इंक्वायरी’ के लिए असाधारण दावों की पड़ताल करते हैं. ये संस्था वैज्ञानिक रूप से विवादास्पद और असाधारण दावों की तह में जाने का प्रयास करती है.
13 नंबर का संबंध कुछ प्रसिद्ध, लेकिन अवांछित से हो सकता है
13 नंबर का संबंध कुछ प्रसिद्ध, लेकिन अवांछित आगंतुकों से हो सकता है. नॉर्स पौराणिक कथाओं में, भगवान लोकी का वलहाला में एक दावत में आने का स्थान 13वां था, जहां उन्होंने भगवान बालडूर को मारने के लिए एक अन्य सहायक को धोखा दिया था.
यीशु को जिसने धोखा दिया – रात के भोज में 13वां अतिथि था
ईसाई धर्म की मान्यताओं के मुताबिक, जुडास – जिसने यीशु को धोखा दिया – रात के भोज में 13वां अतिथि था. लेकिन, सच तो यह है कि सामाजिक-सांस्कृतिक प्रक्रियाएं दुर्भाग्य को किसी भी संख्या से जोड़ सकती हैं.
12 अंक अक्सर पूर्णता का प्रतिनिधित्व करता
निकेल बताते हैं कि 12 अंक अक्सर पूर्णता का प्रतिनिधित्व करता है, जैसे वर्ष में महीनों की संख्या, राशि चक्र के संकेत और यीशु की प्रेरणाएं. वहीं, अच्छाई और पूर्णता की यह भावना 13 के साथ विरोधाभासी है.
‘9’ नंबर को जापान में अशुभ माना जाता है
जापान में ‘9’ नंबर को अशुभ माना जाता है, शायद इसलिए क्योंकि यह जापानी शब्द पीड़ा के उच्चारण के समान लगता है. उधर, इटली में लोगों को ’17’ अशुभ जान पड़ता है.
चीन में लोगों को ‘4’ नंबर मृत्यु की तरह लगता है
चीन में लोगों को ‘4’ नंबर मृत्यु की तरह लगता है और चीनी पश्चिमी संस्कृति में 13’ की तुलना में रोजमर्रा की जिंदगी में अधिकतर ‘4’ से बचते हैं.
चीन में ‘666′ को भाग्यशाली, बाइबिल में दुष्ट जानवर जैसा
दूसरी तरह से देखें तो चीन में ‘666′ को भाग्यशाली माना जाता है जबकि दुनिया भर के कई ईसाई इसे बाइबिल में वर्णित एक दुष्ट जानवर के साथ जोड़ते हैं.
सामाजिक और मनोवैज्ञानिक व्याख्या
कई प्रकार के विशिष्ट भय होते हैं और लोग उन्हें विभिन्न मनोवैज्ञानिक कारणों से मानते हैं. वे प्रत्यक्ष नकारात्मक अनुभवों के कारण उत्पन्न हुए हो सकते हैं. कई लोग अंकों के अशुभ होने की धारणा और सुनी-सुनाई बातों के साथ बड़े होते हैं. रोजमर्रा की जिदगी में, 13 नंबर से अधिक 12 नंबर की चीजों से सामना होता है. कोई 13वां महीना नहीं है, 13-इंच का मापक नहीं है और ना ही 13 बजते हैं. (भाषा)
((बैरी मार्कोवस्की, साउथ कैरोलिना विश्वविद्यालय) द कन्वरसेशन)
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