प्रश्न-जून‚ 2022
में जारी विश्व के सबसे तेज सुपरकंप्यूटरों की ‘टॉप 500’ सूची में किसे शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ?
(a) समिट
(b) फ्रंटियर
(c) फुगाकू
(d) सिएरा
उत्तर—(b)
संबंधित तथ्य
- जून‚ 2022 में विश्व के सबसे तेज (Fastest) सुपरकंप्यूटरों की ‘टॉप 500’ (Top 500) सूची का 59वां संस्करण जारी किया गया।
- ‘टॉप 500’ के अनुसार विश्व का सबसे तेज (Fastest) सुपरकंप्यूटर ‘फ्रंटियर’ (यूएसए) है।
- लिनपैक बेंचमार्क पर ‘फ्रंटियर’ सुपरकंप्यूटर की अधिकतम संसाधन गति 1,102 पेटाफ्लाप्स है।
- ‘फ्रंटियर’ सुपरकंप्यूटर ओक रिज नेशनल लैबोरेटरी (USA) में स्थापित ‘परम सिद्धि’ है।
- विश्व के अन्य 4 सबसे तेज सुपरकंप्यूटर इस प्रकार हैं-
- फुगाकू (जापान)
- ल्यूमी (Lumi) (फिनलैंड)
- समिट (यूएसए)
- सिएरा (यूएसए)
- टॉप 500 में भारतीय सुपरकंप्यूटर ‘परम सिद्धि’ को ‘111वां स्थान प्राप्त हुआ है।
- लिनपैक बेंचमार्क पर ‘परम सििद्ध’ सुपरकंप्यूटर की अधिकतम संसाधन गति 4.62 पेटाफ्लास है।
- भारतीय सुपरकंप्यूटर ‘प्रत्युष’ को 132वां स्थान प्राप्त हुआ है।
- लिनपैक बेंचमार्क पर ‘प्रत्युष’ सुपरकंप्यूटर की अधिकतम संसाधन गति 3.76 पेटाफ्लाप्स है।
- भारतीय सुपरकंप्यूटर ‘मिहिर’ को 249वां स्थान प्राप्त हुआ।
- इस सुपरकंप्यूटर की अधिकतम संसाधन गति 2.57 पेटाफ्लास है।
- इस प्रकार‚ इस सूची में भारत के केवल 3 सुपरकंप्यूटरों को स्थान मिला।
लेखक-विवेक कुमार त्रिपाठी
संबंधित लिंक भी देखें…
//www.top500.org/lists/top500/2022/06/
सुपरकंप्यूटर (supercomputer) यानी ऐसी मशीनें जिनका मुकाबला कोई नहीं कर सकता। अमेरिकी सुपरकंप्यूटर Frontier को दुनिया का सबसे तेज सुपरकंप्यूटर चुना गया है। यह पहला कंप्यूटर है, जो एक्सास्केल (exascale) के दायरे में आ गया है यानी यह एक सेकंड में क्विनटिलियन कैलकुलेशन कर सकता है। इतना फास्ट है, जिसकी सिर्फ कल्पना की जा सकती है। Frontier ने जापानी सुपरकंप्यूटर फुजित्सु को रिप्लेस करके यह पोजिशन हासिल की है।
दुनिया के सबसे तेज सुपरकंप्यूटरों की रैंकिंग को TOP500 कहा जाता है। 30 मई को इसका ऐलान हुआ, जिसमें अमेरिका के Frontier को दुनिया का सबसे तेज सुपरकंप्यूटर चुना गया। एक्सास्केल कंप्यूटिंग से उन साइंटिफिक क्षेत्रों में कामयाबी मिलने की उम्मीद है, जहां बेहद जटिल गणनाएं सॉल्व करनी होती हैं।
फ्रंटियर सुपरकंप्यूटर के प्रोजेक्ट डायरेक्टर जस्टिन व्हिट कहते हैं कि फ्रंटियर ने लगभग 1.1 एक्साफ्लॉप्स की स्पीड दिखाई। इस तरह इसने पिछले रिकॉर्ड धारक और जापान के फुगाकू नाम के सुपरकंप्यूटर को हरा दिया, जिसने 0.4 से ज्यादा एक्साफ्लॉप्स हासिल किए थे। हालांकि कुछ रिपोर्टों में बताया गया है कि कई चीनी सुपरकंप्यूटर पहले से ही एक्सास्केल परफॉर्मेंस हासिल कर रहे हैं, लेकिन अबतक उन्हें TOP500 रैंकिंग पर रिपोर्ट नहीं किया गया है।
लगभग तीन साल की मेहनत के बाद तैयार हुआ ‘फ्रंटियर' इस साल के आखिर तक वैज्ञानिकों के इस्तेमाल के लिए तैयार हो जाएगा। इसकी क्षमता के जरिए वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि तारों में कैसे विस्फोट होता है। कई और शोधों में भी इसकी कैलकुलेशन को इस्तेमाल किया जा सकेगा। यह सुपरकंप्यूटर एक सेकंड में करोड़ों कैलकुलेशन करने में सक्षम है। इसे तैयार करने में HP और AMD की भी भूमिका है। दोनों ही कंप्यूटर इंडस्ट्री के बड़े प्लेयर हैं।
वहीं, बात करें भारत के सबसे शक्तिशाली सुपरकंप्यूटर की, तो इस साल की शुरुआत में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस (IISc) ने एक नया सुपर कंप्यूटर ‘परम प्रवेग' (Param Pravega) इंस्टॉल किया है। इसे नेशनल सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) के तहत इंस्टॉल किया गया है। दावा है कि यह देश में अपनी तरह का सबसे शक्तिशाली सुपर कंप्यूटर है। किसी अकैडमिक इंस्टिट्यूट में यह सबसे बड़ा सुपर कंप्यूटर है। IISc के परम प्रवेग में 3.3 पेटाफ्लॉप्स की सुपरकंप्यूटिंग कैपिसिटी है। 1 पेटाफ्लॉप, एक करोड़ शंख (quadrillion) ऑपरेशन प्रति सेकेंड के बराबर होता है। परम प्रवेग के कई कॉम्पोनेंट भारत में मैन्युफैक्चर और असेंबल किए गए हैं।
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अमेरिका का फ्रंटियर बना दुनिया का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर...प्रति सेकेंड में करेगा क्विंटिलियन कैलकुलेशन
इस बार इस लिस्ट में अमेरिका ने बाजी मारी है. अमेरिकी निर्मित सुपरकंप्यूटर Frontier को फास्टेस्ट कंप्यूटर का खिताब दिया गया जबकि दूसरे पायदान पर जापान का कुगासू (Fugaku) कंप्यूटर है.
हाइलाइट्स
फ्रंटियर ने जीता फास्टेस्ट कंप्यूटर का खिताब
प्रति सेकेंड में करेगा क्विंटिलियन कैलकुलेशन
वैसे तो सुपर कंप्यूटर की बात हम और आप कबसे करते चले आ रहे हैं लेकिन आज का ये कंप्यूटर कुछ खास है. आज हम आपको एक ऐसे सुपर कंप्यूटर के बारे में बताएंगे जिसकी स्पीड जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. हर साल इस तरह से सबसे तेज सुपर कंप्यूटर की लिस्ट जारी होती है. इस लिस्ट में दुनिया के 500 सबसे तेज चलने वाले कंप्यूटर शामिल किए जाते हैं. इसके बाद कंप्यूटर एक्सपर्ट की टीम इनकी रैंकिग करती है.
इस बार इस लिस्ट में अमेरिका ने बाजी मारी है. अमेरिकी निर्मित सुपरकंप्यूटर Frontier को फास्टेस्ट कंप्यूटर का खिताब दिया गया जबकि दूसरे पायदान पर जापान का कुगासू (Fugaku) कंप्यूटर है. फ्रंटियर सुपरकंप्यूटर प्रति सेकंड दो क्विंटल से ज्यादा कैलकुलेशन कर सकता है. इसे रिकेन इंस्टीट्यूट और फुजित्सु की ओर से मिलकर बनाया है. जापान द्वारा निर्मित कुगासू दो सालों से इस लिस्ट में टॉप पर था इस बार अमेरिका ने इसमें बाजी मारी ली.
क्या हैं फ्रंटियर की खूबियां?
फ्रंटियर जापानी सुपरकंप्यूटर कुगासू से दोगुना से भी ज्यादा तेज है. यह एक सेकेंड में करोड़ों कैल्कुलेशन करने की क्षमता रखता है. यह कंप्यूटर इतने ज्यादा पावरफुल हैं कि ये मौसम, समुद्री हलचल, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस समेत कई तरह की चीजों की इकदम सटीक गणना करते हैं. इसकी मदद से वैज्ञानिक इकोनॉमिक और नेशनल सिक्योरिटी पर आराम से रिसर्च कर सकते हैं. इस सुपरकंप्यूटर की एक्सास्केल
परफॉर्मेंस को Hawlett Packard (HP) Enterprise और Advance Micro Devices (AMD) ने इनेबल किया है.
लगभग तीन वर्षों के विकास के बाद, फ्रंटियर 2022 के अंत में वैज्ञानिकों के उपयोग के लिए तैयार हो जाएगा. फ्रंटियर सुपरकंप्यूटर का एक्सास्केल प्रदर्शन एचपीई और एएमडी से दुनिया की कुछ सबसे उन्नत तकनीकों द्वारा सक्षम है. इसकी नई एक्सस्केल क्षमता के साथ शोधकर्ताओं का लक्ष्य यह अनुकरण करना है कि सितारे कैसे विस्फोट करते हैं, उप-परमाणु के कणों के गुणों की गणना करना, न्यूक्लियर फ्यूजन और हार्नेस आर्टिफिशियल जैसे नए ऊर्जा स्रोतों की जांच करना इसके कुछ प्रमुख रिसर्च टॉपिक होंगे.
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