औद्योगिक नीति प्रस्ताव, 1956 में निजी क्षेत्रक का नियमन क्यों और कैसे किया गया था?
Solution
- औद्योगिक नीति प्रस्ताव ने उद्योगों को तीन वर्गों में बाँटा
- प्रथम श्रेणी में उन उद्योगों को शामिल किया गया जो पूर्णत: सार्वजनिक क्षेत्र के लिए आरक्षित थे तथा जिसमें निजी क्षेत्र को प्रवेश की अनुमति नहीं थी। इसमें 17 उद्योग शामिल थे।
- दूसरी श्रेणी में वे उद्योग शामिल किए गए जिसमें निजी क्षेत्र सार्वजनिक क्षेत्र की भूमिका में पूरक की भूमिका निभा सकता है।
- तीसरी श्रेणी में शेष सभी उद्योग शामिल थे जिसमें निजी क्षेत्र सहज प्रवेश कर सकता है।
Concept: उद्योग और व्यापार
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आईपीआर 1956 के तहत निजी क्षेत्र को क्यों और कैसे विनियमित किया गया?
Answer: औद्योगिक नीति प्रस्ताव, 1956 में निजी क्षेत्रक का नियमन पिछड़े क्षेत्रों में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए किया गया था। इस नीति का प्रयोग छोटे क्षेत्रों में उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए किया गया।
1956 ई की औद्योगिक नीति के मुख्य उद्देश्य क्या थे?
इसका उद्देश्य क्षेत्रीय समानता की नींव रखना था। इस नीति का उपयोग पिछड़े क्षेत्रों में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए किया गया था। यदि औद्योगिक इकाई आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्र में स्थापित हो तो लाइसेंस प्राप्त करना आसान हो जाता था।
1956 की औद्योगिक नीति में उद्योगों को कितने भागों में बांटा गया था?
Solution : 1956 की औद्योगिक नीति में कुल 17 उद्योगों को शामिल किया गया जिसमें मुख्य थे - युद्ध का सामान बनाने वाले, अणुशक्ति, लोहा व इस्पात, भारी मशीनरी आदि।
1991 की औद्योगिक नीति में सार्वजनिक क्षेत्र के लिए निश्चित उद्योग कितने हैं?
(ii) सरकारी क्षेत्रों के लिए आरक्षित उद्योगों में कमी - औद्योगिक नीति, 1991 में सरकारी क्षेत्र के लिए 17 आरक्षित उद्योगों को रखने का प्रावध् ाान किया गया था, परन्तु उदारीकरण के लागू होने के पश्चात इसमें कमी की गयी। वर्तमान समय में ऐसे सरकारी क्षेत्र के लिए आरक्षित उद्योगों की संख्या घटकर केवल 3 ही रह गयी है।