आराम से सेकंड क्लास में जाने के लिए यात्रियों को क्या करना पड़ता है? - aaraam se sekand klaas mein jaane ke lie yaatriyon ko kya karana padata hai?

Solution : (क) जो साधारण ट्रेन प्रमुख नगर के आस-पास के क्षेत्रों में जाती है उस ट्रेन को मुफस्सिल की पैसेंजर ट्रेन कहते हैं । इस ट्रेन का लाभ प्रमुख नगर में आस-पास से आने-जाने वाले दैनिक यात्री तथा अन्य लोग उठाते हैं। <br> (ख) लेखक ट्रेन की द्वितीय श्रेणी में यात्रा कर रहा है । द्वितीय श्रेणी के डिब्बे में भीड़ नहीं होती तथा आराम से यात्रा की जा सकती है। इसमें बैठने के लिए खिड़की के पास स्थान मिल जाता है, जिससे बाहर के दृश्य भी देखे जा सकते हैं। वह एकांत में किसी कहानी का प्लाट भी सोचना चाहता है। <br> (ग) ट्रेन के इस वर्णन से लेखक इस ओर संकेत कर रहा है कि इस ट्रेन में पुराने जमाने का भाप का इंजन लगा हुआ है। जो ट्रेन को चलाने से पहले फूंकार-सी मारता रहता है। यह फूंकार उस में से भाप निकालने से होती है। <br> (घ) ट्रेन में आराम से यात्रा करने के लिए लेखक सेकंड क्लास के डिब्बे में यात्रा करने की सलाह दे रहा है । सेकंड क्लास में यात्रा करने की मुख्य हानि यह है कि इस क्लास में यात्रा करने के लिए पैसे अधिक खर्च करने पड़ते हैं।