आशा जीवन में एक उम्मीद का होना बहुत जरूरी है। यदि आपके जीवन में बस निराशा ही है और जीवन में आगे बढ़ने का कोई रास्ता नजर नहीं आता तो जीवन व्यर्थ है । आपको एक आशा की किरण कोई जगाना होगा। तभी आप जीवन में आगे बढ़ सकते हैं। उसी जीवन की उम्मीद पर प्रस्तुत है यह आशा पर कविता :- आशा पर कवितानिराशा के दीप बुझाकर मिटाकर मन के अंधकार को सत्कर्म की राह चलें करो बुलन्द खुद को इतना निराश न हो इतना कि स्नेहरूपी दीप जलाकर पढ़िए :- सफल जिंदगी के लिए सकारात्मक विचार मेरा नाम हरीश चमोली है और मैं उत्तराखंड के टेहरी गढ़वाल जिले का रहें वाला एक छोटा सा कवि ह्रदयी व्यक्ति हूँ। बचपन से ही मुझे लिखने का शौक है और मैं अपनी सकारात्मक सोच से देश, समाज और हिंदी के लिए कुछ करना चाहता हूँ। जीवन के किसी पड़ाव पर कभी किसी मंच पर बोलने का मौका मिले तो ये मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी। ‘ आशा पर कविता ‘ के बारे में कृपया अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। जिससे लेखक का हौसला और सम्मान बढ़ाया जा सके और हमें उनकी और रचनाएँ पढने का मौका मिले। आशा कविता के कवि कौन है?“आशा पांडेय के इस कविता-संग्रह की कविताओं में आज के जीवन यथार्थ की अनेक छबियां उजागर होती है– आज की मूल्यहीन राजनीति, बढ़ते अपराध,गरीबी,सार्वजनिक जीवन में व्याप्त भ्रष्टाचार,सामाजिक अन्याय आदि पाठक की चेतना को सहज उद्वेलित करता है।
मन में ऊंचे भाव जगाने का कार्य कौन करता है?कलम ने लोगों के मन में ऊँचे भाव पैदा करती है। इसके अलावा दिमाग में भी उत्तेजनापूर्ण भाव पैदा करती है ।
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