ज्योतिष के अनुसार भी मानसून जल्द आने वाला है। ऐसा पंचांगों में उल्लेख है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हिंदू संवत्सर 2079 के राजा शनिदेव और मंत्री गुरु हैं। सूर्य जब विभिन्न नक्षत्र में प्रवेश करता है। तब प्रकृति में आश्चर्यजनक बदलाव होता है।
बरेली, जागरण संवाददाता। बढ़ता हुआ तापमान और गर्मी ने आम जनमानस को बेहाल कर रखा है। अधिक गर्मी होने कारण मानव जीवन अस्त व्यस्त सा हो गया है। कुछ दिनों के बाद मानसून आने से गर्मी से निजात भी मिलेगी और मौसम भी अनुकूल होने की पूरी संभावना है। वैज्ञानिक भी इस बात को कह रहे हैं कि बहुत जल्द ही मानसून दस्तक देने वाला है। ज्योतिष के अनुसार भी मानसून जल्द आने वाला है। ऐसा पंचांगों में उल्लेख है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हिंदू संवत्सर 2079 के राजा शनिदेव और मंत्री गुरु हैं। सूर्य जब विभिन्न नक्षत्र में प्रवेश करता है। तब प्रकृति में आश्चर्यजनक बदलाव होता है। रोहिणी नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र ,स्वाति नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, जेष्ठा नक्षत्र, मूल नक्षत्र और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में सूर्य के विद्यमान होने से तेज गर्मी पड़ती है। जैसे ही इन नक्षत्रों से होकर सूर्य आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करता है। तब सूर्य की तपन कम होती है और आकाश मंडल में बादल छाने लगते हैं। बारिश होती है और धरती जल मग्न होकर आमजन को शीतलता प्रदान करती है।
ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्रा ने बताया कि वर्षा के मुख्य 8 नक्षत्र होते हैं। वर्षा ऋतु के नक्षत्र आर्द्रा 22 जून, पुनर्वसु 6 जुलाई 20 जुलाई, अश्लेषा 3 अगस्त 17 अगस्त 19 अगस्त, उत्तराफाल्गुनी 14 सितंबर एवं हस्त नक्षत्र 27 सितंबर तक बरसात श्रेष्ठ होगी। प्रारंभिक दौर की बात करें तो, सूर्य देव के 22 जून को आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करते ही गर्मी का ताप कम होने के आसार रहेंगे। यानी सूर्य देव के आर्द्रा नक्षत्र में 22 जून को आने से ही बरसात भी शुरू होने के योग हैं। क्योंकि ज्योतिष दृष्टि से आर्द्रा नक्षत्र वर्षा के लिए सबसे अनुकूल नक्षत्र माना जाता है। सूर्य देव आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश कर जाते हैं। तो यह स्थिति वर्षा होने की संभावना को तीव्रता से बढ़ा देती है।
ज्योतिष गणना के अनुसार सूर्य के आर्द्रा नक्षत्र प्रवेश काल में अच्छी वर्षा का योग होता है। आर्द्रानक्षत्र 27 नक्षत्रों में छठा नक्षत्र माना जाता है, और इससे मिथुन राशि का निर्माण होता है।
Edited By: Vivek Bajpai
Ardra Nakshatra 2022: भारतीय धर्म में सूर्य देव की पूजा की जाती है, जिससे हमें सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। जून में सूर्य के आद्रा नक्षत्र में प्रवेश के साथ ही बारिश सहित कई लाभ हमें मिलने लगेंगे। सूर्य देव 22 जून बुधवार की दोपहर 11:41 पर आद्रा नक्षत्र में प्रवेश कर चुके हैं। सूर्य देव इस नक्षत्र में अगले माह यानी 6 जुलाई 2022 बुधवार तक रहेंगे। आद्रा नक्षत्र में सूर्य देव का प्रवेश भारत में अच्छी के संकेत मिल रहे हैं, इससे गर्मी का ताप कम होकर शीतलता का अहसास होगा। ग्रह नक्षत्रों की स्थिति के हिसाब से इस बार भरपूर बारिश के योग बन रहे हैं। क्योंकि आद्रा नक्षत्र में सूर्य की जून से जुलाई तक उपस्थित होना देशभर में वर्षा यानी मानसून होने की संभावना को दर्शा रहा है।
आद्रा नक्षत्र सत्ताईस नक्षत्रों में एक नक्षत्र है। इस नक्षत्र में सूर्य के आगमन पर पूरे देश का किसान अपने कृषि के औजारों का पूजन करते हैं। आद्रा शब्द से पता चलता है कि यह 'वर्षा ऋतु' का नक्षत्र हैं।
Ardra Nakshatra 2022
Ardra Nakshatra 2022
आर्द्रा नक्षत्र में भगवान को खीर, पूरी और आम अर्पित किया जाता हैं। भगवान से अच्छी बारिश की कामना की जाती है, ताकि खेत खलिहान अन्न से भरा रहें। सूर्य के आद्रा नक्षत्र में आने से सभी 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा। मेष ,कन्या व मकर के लिए सूर्य का आद्रा नक्षत्र में आना शुभ रहेगा। वृषभ, कन्या व कर्क राशि वालों को धन हानि के प्रति सचेत रहना होगा जबकि वृश्चिक राशि वालों के लिए समय थोड़ा कष्टकारी रहेगा। अन्य सभी राशि वालों को मिले जुले परिणाम मिलेंगे।
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