अश्वगंधा कितने समय तक खा सकते हैं? - ashvagandha kitane samay tak kha sakate hain?

अश्वगंधा को खाना बेहद आसान है लेकिन बड़ी बात ये है कि कौन सी दवाई कब तक और किस बीमारी में खाई जाए ये जानना बेहद जरूरी होता है। अगर आप किसी भी दवाई को या किसी भी प्राकृतिक जड़ी बूटी को जरूरत से ज्यादा या समय से नहीं खाएंगे तो उससे शरीर को काफी नुकसान होंगे। ऐसे में जरूरी है कि आप खुद का ध्यान रखें और खुद पर काम भी करें ताकि ये परेशानी ना हो।

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अश्वगंधा हर किसी को पसंद आ सकती है अगर हम उसके फायदों को समझें। ऐसा कई बार होता है कि किसी भी प्राकृतिक जड़ी बूटी को लेते समय हम सकुचाते हैं और ये लाजमी भी है क्योंकि हम किसी भी दवाई को बिना जानकारी के नहीं ले सकते हैं। जब भी आपको अजीब लगे तो आप अपने डॉक्टर से बात करें और उससे दवाई के कारण और फायदे जरूर जाने।

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अश्वगंधा हर बीमारी या परेशानी के हिसाब से अलग अलग समय तक खाई जा सकती है लेकिन क्या आप उस समय को जानते हैं या आपने उसके बारे में कोई रिसर्च की है? अश्वगंधा के इस्तेमाल से सेहत में किसी भी परेशानी को ठीक किया जा सकता है और इस आर्टिकल में हम उसी समय के बारे में आपको बताने वाले हैं।

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अश्वगंधा का सेवन करके बढ़ाए शारीरिक शक्ति

अश्वगंधा का सेवन शरीर के पोषण के लिए बेहद महत्वपूर्ण है । अगर आप अपनी सेहत के साथ साथ शरीर को शक्तिशाली भी बनाना चाहते हैं तो इन चीजों का ध्यान रखें:

एक साल तक करें इस्तेमाल: हर शरीर अश्वगंधा या दवाई के लिए अलग प्रकार से रिएक्ट करता है। अगर आपको कोई शारीरिक परेशानी पेश आ रही है और आप अधिक मात्रा में इसका सेवन नहीं कर सकते हैं तो आप 2-4 ग्राम बताए गए तरीके से इसका सेवन एक साल तक करें और आपको काफी लाभ होगा।

सिर्फ सर्दियों में करें इस्तेमाल: अगर आपको अश्वगंधा गर्मी के मौसम में परेशान करता है तो आप ठंडी में इसका सेवन कर सकते हैं। 10-10 ग्राम अश्वगंधा का चूर्ण लें और उसमें तिल एवं घी मिला लें। इसके बाद इसमें तीन ग्राम शहद मिलाकर इसके एक से दो ग्राम का सेवन प्रतिदिन करें।

बुखार हटाने के लिए: अगर आपको बुखार है और आप दवाइयों से परेशान हैं तो 2 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण और 1 ग्राम गिलोय का जूस मिला लें। इसे प्रतिदिन शाम को पानी या शहद के साथ पीने से सेहत बेहतर होती है और बुखार उतर जाता है।


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अश्वगंधा का सेवन कितने दिनों तक करना चाहिए?

तनाव को कम करने के लिए आपको महीने भर तक रोजाना 500 से 600 एमजी अश्वगंधा का सेवन करना चाहिए। प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए आपको कम से कम तीन महीने तक 5 ग्राम अश्वगंधा का सेवन जरूर करना चाहिए। ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए आपको दिन में 250 एमजी अश्वगंधा लेना चाहिए

रोज अश्वगंधा खाने से क्या होता है?

इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, लीवर टॉनिक और एंटी-बैक्टीरियल जैसे गुण भरपूर रूप से मौजूद होते हैं। यह सभी पोषक तत्व शरीर को कई तरह की बीमारियों से दूर रखने में असरदार हैं। अश्वगंधा के सेवन से स्ट्रेस दूर हो सकता है। साथ ही इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में अश्वगंधा काफी प्रभावी है।

अश्वगंधा कब और कितना खाना चाहिए?

अश्वगंधा का सेवन करके बढ़ाए शारीरिक शक्ति सिर्फ सर्दियों में करें इस्तेमाल: अगर आपको अश्वगंधा गर्मी के मौसम में परेशान करता है तो आप ठंडी में इसका सेवन कर सकते हैं। 10-10 ग्राम अश्वगंधा का चूर्ण लें और उसमें तिल एवं घी मिला लें। इसके बाद इसमें तीन ग्राम शहद मिलाकर इसके एक से दो ग्राम का सेवन प्रतिदिन करें।

अश्वगंधा खाने से पुरुषों को क्या फायदा होता है?

१. अश्वगंधा की गोलियां खाने से टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ जाता है जो यौन इच्छा और ड्राइव को उत्तेजित करके पुरुषों को लाभ पहुंचाती हैं। अश्वगंधा का उल्लेख 'कामसूत्र' में भी सबसे शक्तिशाली यौन उत्तेजक के रूप में किया गया है। वर्षों से अश्वगंधा का कामोद्दीपक के रूप में उपयोग जाता रहा है।