बच्चेदानी का ऑपरेशन कैसे होता है दिखाओ - bachchedaanee ka opareshan kaise hota hai dikhao

हिस्टेरेक्टॉमी एक प्रक्रिया है जिसमें महिला के बच्चेदानी को शल्य चिकित्सा द्वारा हटाया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद महिला कभी माँ नहीं बन सकती है। जो महिलाएं बच्चा पैदा करना चाहती हैं उनके लिए यह दुखद और कठिन कदम हो सकता है।

इस सर्जरी की मदद से गर्भाशय, गर्भाशय ग्रीवा, फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय को हटाया जा सकता है। कुछ विशेष परिस्थितयों में यह आवश्यक हो जाता है, जैसे:

  • यूटेरिन प्रोलैप्स
  • असामान्य वजाइनल रक्तस्त्राव
  • क्रोनिक पेल्विक दर्द
  • इंडोएंडोमेट्रियोसिस
  • फाइब्रॉएड
  • कैंसर

ऑपरेशन कराने से पहले मरीज इसके खर्च के बारे में सोचकर परेशान होता है। लेकिन आपको जानकार खुशी होगी कि भारत हिस्टेरेक्टॉमी के लिए सबसे सस्ता है।

  • बच्चेदानी का ऑपरेशन का खर्च
  • खर्च की निर्भरता
    • ऑपरेशन का प्रकार
    • हिस्टेरेक्टॉमी का तरीका
    • अन्य कारक
  • निष्कर्ष

बच्चेदानी का ऑपरेशन का खर्च

बच्चेदानी का ऑपरेशन का खर्च कई कारकों पर निर्भर है। औसतन देखा जाए तो हिस्टेरेक्टॉमी सर्जरी (सभी जरूरी सुविधाओं के साथ) का खर्च  1,00,000 से लेकर 3,75,000 तक हो सकता है।

आमतौर पर लेप्रोस्कोपिक विधि का चयन करने पर कुछ प्रसिद्द शहरों में बच्चेदानी के का ऑपरेशन का खर्च निम्नलिखित है:

शहर न्यूनतम लागत औसतन लागत उच्चतम लागत
नई दिल्ली 1,25,000 1,70,000 2,95,000
मुंबई 1,35,000 1,85,000 3,10,000
चेन्नई 1,60,000 2,10,000 3,35,000
बैंगलोर 1,45,000 1,95,000 3,20,000
हैदराबाद 1,85,000 2,35,000 3,60,000
अहमदाबाद 2,00,000 2,50,000 3,75,000
नागपुर 1,10,000 1,60,000 2,85,000
पुणे 1,35,000 1,85,000 3,10,000
गुड़गांव / गुरुग्राम 1,25,000 1,70,000 2,95,000
कोलकाता 2,00,000 2,50,000 3,75,000
चंडीगढ़ 1,60,000 2,10,000 3,35,000
जयपुर 1,45,000 1,95,000 3,20,000
नोएडा 1,25,000 1,70,000 2,95,000
केरल 2,00,000 2,50,000 3,75,000
गोवा 1,85,000 2,35,000 3,60,000

खर्च की निर्भरता

बच्चेदानी का ऑपरेशन का खर्च निम्न कारकों पर निर्भर है:

ऑपरेशन का प्रकार

पढ़ें- बच्चेदानी के ऑपरेशन में ध्यान देने योग्य 10 बातें

अलग-अलग प्रक्रियाओ की की लागत अलग-अलग हो सकती है:

  • सबटोटल हिस्टेरेक्टॉमी- सबटोटल हिस्टेरेक्टॉमी में केवल बच्चेदानी के ऊपरी भाग को हटाया जाता है। गर्भाशय ग्रीवा (Cervix) और अंडाशय को वैसा ही छोड़ दिया जाता है। फाइब्रॉएड को हटाने के लिए सबटोटल हिस्तेरेक्टोमी की जाती है।
  • टोटल हिस्टेरेक्टॉमी- इसे सिंपल हिस्टेरेक्टॉमी भी कहते है। इसमें गर्भाशय के साथ गर्भाशय ग्रीवा को भी हटा दिया जाता है। अंडाशय नहीं निकाला जाता है।यह  प्रक्रिया ज्यादातर गर्भाशय और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर की स्थिति में की जाती है। यह सबटोटल हिस्टेरेक्टॉमी से ज्यादा खर्चीला हो सकता है।
  • रेडिकल हिस्टेरेक्टॉमी- यह सर्वाइकल कैंसर का इलाज के लिए की जाती है। हिस्टेरेक्टॉमी के इस प्रकार में गर्भाशय, गर्भाशय ग्रीवा, फैलोपियन ट्यूब, अंडाशय, लिम्फ नोड्स, लिम्फ चैनल और पेल्विक कैविटी के ऊतकों को भी हटाया जा सकता है। यह प्रक्रिया अन्य सभी हिस्टेरेक्टॉमी से ज्यादा खर्चीली हो सकती है।

हिस्टेरेक्टॉमी का तरीका

बच्चेदानी के ऑपरेशन का खर्च सर्जरी के तरीकों पर भी निर्भर है। निम्न तरीकों से हिस्टेरेक्टॉमी की जाती है:

  • ओपन हिस्टेरेक्टॉमी- पेट के निचले दाएं हिस्से में लगभग 7 इंच का फ्लैट चीरा लगाया जाता है और टूल्स की मदद से गर्भाशय को निकाल लेते हैं। प्रक्रिया के बाद 5 दिन हॉस्पिटल में रहना पड़ सकता है। ओपन हिस्टेरेक्टॉमी की प्रक्रिया चीरा के पास निशान छोड़ देती है।
  • वजाइनल हिस्टेरेक्टॉमी- योनि क्षेत्र में एक कट लगाया जाता है, जिसके माध्यम से उपकरणों को डालकर सर्जरी की जाती है। यह कोई निशान नहीं छोड़ता है। यह ओपन हिस्टेरेक्टॉमी से सस्ता हो सकता है।
  • लेप्रोस्कोपिक असिस्टेड वजाइनल हिस्टेरेक्टॉमी- योनि में एक चीरा लगाया जाता है और कट के माध्यम से लेप्रोस्कोपिक सर्जिकल उपकरणों को शरीर में डाला जाता है। इसी उपकरण की मदद से सर्जन गर्भाशय को हटा देते हैं। इसकी कीमत वजाइनल हिस्टेरेक्टॉमी से अधिक हो सकती है।

पढ़ें- हिस्टेरेक्टॉमी की सभी प्रक्रियाएं

  • लेप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टॉमी- हिस्टेरेक्टॉमी का यह तरीका बहुत लोकप्रिय है। नाभि के पास एक कट द्वारा लेप्रोस्कोप, लाइट और कैमरा को डाला जाता है। कैमरा की मदद से लाइव प्रोसेस को स्क्रीन में देखा जा सकता है। यह ओपन हिस्टेरेक्टॉमी से सस्ती है।
  • रोबोटिक-असिस्टेड लेप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टॉमी- यह पूरी तरह से रोबोटिक प्रक्रिया है जिसमें सर्जन कंप्यूटर स्क्रीन देखते हुए रोबोट को कंट्रोल करते हैं। यह लेप्रोस्कोपिक हिस्टेरेक्टॉमी से ज्यादा आसान हो सकती है। इसकी तकनीक को और बेहतर करने के लिए रिसर्च जारी है। इसमें लेप्रोस्कोपिक और ओपन हिस्तेरेक्टोमी से  ज्यादा खर्च आता है।

अन्य कारक

बच्चेदानी के ऑपरेशन करने के लिए सर्जरी का प्रकार और तरीका लागत को मुख्य रूप से प्रभावित करते हैं। लेकिन कुछ अन्य कारक भी हैं, जो सर्जरी के खर्च को कम या ज्यादा कर सकते हैं, जैसे:

आपका लोकेशन

बच्चेदानी का ऑपरेशन का खर्च इस बात पर भी निर्भर है कि आप कहाँ रहते हैं। भारत के अलग-अलग राज्यों में इसकी कीमत अलग-अलग हो सकती है। इसके अलावा एक ही राज्य के अलग-अलग हॉस्पिटल्स में खर्च अलग-अलग हो सकता है।

हॉस्पिटल का प्रकार

सरकारी अस्तपताल में प्राइवेट के मुकाबले कम खर्च आता है। ऐसी हॉस्पिटल जो बहुत अधिक संख्या में हिस्टेरेक्टॉमी करती है, वो कम शुल्क वसूलती है।

डॉक्टर का अनुभव

अनुभवी डॉक्टर ज्यादा पैसा लेते हैं, लेकिन यह योग्य होता है। अनुभवी सर्जन से सर्जरी कराने पर सर्जरी के सफल होने की संभावना बढ़ती है और पोस्ट-सर्जरी जटिलताएं भी कम होती हैं।

बीमा योजना

अगर आपके पास हिस्टेरेक्टॉमी का बीमा है तो सर्जरी का खर्च बीमा कंपनी उठाएगी। कितना उठाएगी यह बीमा योजना पर निर्भर है।

आपका सर्जन बीमा कंपनी द्वारा दिए जाने वाले शुल्क को प्रभावित कर सकता है। कुछ डॉक्टर बच्चेदानी के ऑपरेशन का शुल्क बीमा द्वारा नहीं लेते हैं। इस स्थिति में आपको घाटा हो सकता है।

पढ़ें- बच्चेदानी के ऑपरेशन के बाद जल्दी रिकवर कैसे हो

नैदानिक खर्च

अपनी समस्याओं को लेकर डॉक्टर के पास जाएँगे तो डॉक्टर तुरंत सर्जरी नहीं करेगा। सर्जरी के पहले निदान की आवश्यकता होती है। कुछ नैदानिक टेस्ट हैं- अल्ट्रासाउंड, एमआरआई, हिस्टेरोस्कोपी, हिस्टेरोसोनोग्राफी और हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राफी। प्रत्येक टेस्ट की लागत अलग-अलग हो सकती है। जांच प्रक्रियाओं के बढ़ने पर बच्चेदानी के ऑपरेशन का खर्च भी बढ़ जाता है.

सुविधाएं

कुछ अस्पताल इलाज के साथ-साथ रोगी को परेशानी मुक्त अनुभव देने में विश्वास रखते हैं। इसके लिए वो कई तरह की सुविधाएं प्रदान करते हैं। इन सुविधाओं का खर्च बच्चेदानी के ऑपरेशन की लागत बढ़ा सकता है।

हालांकि, Pristyn Care क्लीनिक अपने मरीजों को कई सुविधाएं मुफ्त में प्रदान करता है।

निष्कर्ष

बच्चेदानी के ऑपरेशन का खर्च कई कारकों पर निर्भर है। औसतन देखा जाए तो  सर्जरी (सभी जरूरी सुविधाओं के साथ) का खर्च  1,00,000 से लेकर 3,75,000 तक हो सकता है।

श्रोणि क्षेत्र की समस्याओं से पीड़ित हैं तो अपने लक्षण हमारे डॉक्टर्स के साथ साझा कर सकते हैं। Pristyn Care के अनुभवी डॉक्टर आपके शहर में लगातार 10 वर्ष से सफल हिस्टेरेक्टॉमी कर रहे हैं। निदान में 30% की छूट, गुप्त परामर्श, डीलक्स कमरे में इलाज, इंश्योरेंस की सुविधा, इंश्योरेंस पेपर वर्क में मदद, हॉस्पिटल आने-जाने के लिए गाड़ी की सुविधा, और सर्जरी के बाद आपके स्वस्थ होने तक फॉलो-अप की सुविधा हम मुफ्त में प्रदान करते हैं।

अधिक जानने के लिए हमें फ्री कॉल कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|

बच्चेदानी का बड़ा ऑपरेशन कैसे होता है?

वैजाइनल हिस्टेरेक्टॉमी के दौरान, कोख और गर्भाशय को वैजाइना में ऊपर चीरा लगाकर निकाला जाता है। कोख को उस अस्थिबंध से निकालने के लिए, जो उसे पकड़ कर रखते हैं, विशेष सर्जिकल उपकरणों को वैजाइना में डाला जाता है। कोख और गर्भाशय को निकालने के बाद, चीरे का सिल दिया जाता है।

बच्चेदानी के ऑपरेशन के बाद कितने दिन बाद काम करना चाहिए?

अलग-अलग महिला के लिए बच्चेदानी का ऑपरेशन के बाद का रिकवरी टाइम अलग-अलग हो सकता है। आमतौर पर महिला 6 सप्ताह के भीतर पूरी तरह से रिकवर हो जाती है।

बच्चेदानी का ऑपरेशन कराने में कितना खर्च आता है?

निजी में 20 से 40 हजार खर्चा, जिला अस्पताल में लेप्रोस्कोपी सर्जरी मुफ्त

बच्चेदानी का ऑपरेशन क्यों होता है?

बच्चेदानी की बीमारियों जैसे सिस्ट, यूटरस के कैंसर, ब्लीडिंग या फिर किसी संक्रमण के होने से डॉक्टर खुद ऐसी सलाह देते हैं लेकिन ये उम्र औसतन 34 साल होनी चाहिए। हालांकि हाल में नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिकमंडेड उम्र को नजरअंदाज कर सर्जरी की जा रही है, जो कि कम उम्र में ही महिलाओं को काफी बीमारियां दे रही हैं।

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