भारत में भी कई ऐसे शहर हैं जहां पर सबसे ज्यादा खूबसूरत लड़कियां हैं। वैसे तो अलग-अगल लोगों का मत डिफरेंट है। लेकिन हम आपको तीन शहरों के नाम बताने जा रहे हैं, जहाँ की लड़कियाँ बेहद खूबसूरत होती हैं,तो आइए जानते हैं...
लखनऊ: वैसे तो दुनिया भर के देश दावा करते हैं कि उनके देश की लड़कियां अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा खूबसूरत हैं। लेकिन यदि भारत में सबसे ब्यूटीफुल लड़कियों की बात की जाए तो खूबसूरती के मामले में अन्य किसी भी देश से पीछे नहीं हैं। भारत में भी कई ऐसे शहर हैं जहां पर सबसे ज्यादा खूबसूरत लड़कियां हैं। वैसे तो अलग-अगल लोगों का मत डिफरेंट है। लेकिन हम आपको तीन शहरों के नाम बताने जा रहे हैं, जहाँ की लड़कियाँ बेहद खूबसूरत होती हैं,तो आइए जानते हैं...
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(1.) कोलकाता
कोलकाता को भारत का पहला शहर माना गया है जहां की लड़कियां सबसे ज्यादा खूबसूरत हैं। कोलकाता भारत का एक महानगर है। कोलकाता में हावड़ा ब्रिज के कारण भी काफी ज्यादा जाना जाता है। यदि बंगाली फिल्म इंडस्ट्री की अभिनेत्रियां की बात की जाए तो वे दिखने में बहुत ही ज्यादा खूबसूरत और एडोरबल दिखाई देती हैं। यहाँ की लड़कियां दिखने में बहुत ही ज्यादा क्यूट और सुंदर दिखाई देती हैं। क्योंकि यहां की अधिकांश लड़कियां खाने मछलियां खाती हैं, जिस वजह से उनका चेहरा व स्किन हमेशा चमकदार बनी रहती है।
(2.) चंडीगढ़
चंडीगढ़ बहुत ही खूबसूरत शहर है और भारत का दूसरा ऐसा शहर है जहां की लड़कियों को बहुत ही खूबसूरत माना जाता है। चंडीगढ़ पंजाब व हरियाणा की संयुक्त राजधानी है। यहां की लड़कियां तेज तर्रार दिमाग के साथ ही खूबसूरती के मामले में भी काफी आगे है।
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(3.) दिल्ली
दिल्ली भारत का दिल है और तीसरा ऐसा शहर है जहां की लड़कियाँ सबसे ज्यादा खूबसूरत मानी जाती है। भारत की राजधानी दिल्ली में रहने वाली लड़कियां बहुत ही ज्यादा खूबसूरत और स्टाइलिश दिखाई देती हैं। दिल्ली भारत के सबसे विकसित शहरों में से एक है। यहां पर विदेशी लोग भी आते हैं और देश की बहुत सारी लड़कियां स्टडी के लिए आती हैं। इस वजह से यहां पर विभिन्न प्रकार की संस्कृतियां देखने को मिलती है। यहां पर रहने वाली लड़कियां स्टाइलिश,माॅडर्न व आकर्षक होती हैं।
कश्मीर घाटी की एक जनजाति है जिसकी औसत उम्र 120 साल होती है और ताउम्र जवान रहती है. महिलाएं 60 साल की उम्र में भी प्रेग्नेंट हो सकती हैं.
आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ-साथ लोग अस्पतालों के चक्कर लगाने लगते हैं और दिनचर्या में दवाओं की खुराक शामिल हो जाती है. उम्र का असर लोगों के चेहरे से लेकर फिटनेस तक पर दिखने लगता है. कुछ लोग खुद को बुजुर्ग कहने लगते हैं तो कुछ को आसपास के लोग. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि कश्मीर घाटी की एक जनजाति है जिसकी औसत उम्र 120 साल होती है और ताउम्र जवान रहती है. महिलाएं 60 साल की उम्र में भी प्रेग्नेंट हो सकती हैं. इतना ही नहीं इन महिलाओं को दुनिया की सबसे खूबसूरत महिलाओं में एक माना जाता है.
हम बात कर रहे हैं कश्मीर घाटी की हुंजा जाति की. डॉ. जे मिल्टन हॉफमैन ने इस जनजाति की उम्र और दिनचर्या पर एक रिसर्च किया है. इस पर उन्होंने एक किताब ‘सीक्रेट्स ऑफ द वर्ल्ड्स हेल्दिएस्ट एंड ओल्डेस्ट लिविंग पीपल’ में भी लिखा है. इसमें इस प्रजाति के जीवनकाल और इतने लंबे समय तक स्वस्थ बने रहने के बारे में बताया गया है. इस जनजाति के लोग दवाईयों का सेवन न के बराबर करते हैं और बीमारियों से भी दूर रहते हैं.
ऐसा है खानपान और जीवनशैली
ऊपर के दो पैराग्राफ आपको हैरत में डाल रहे होंगे. लेकिन, आप इनके खान-पान और जीवनशैली को देखिए. यहां के लोगों को भूख लगती है तो अखरोट, अंजीर और खूबानी खाते हैं. प्यास लगती है तो नदी का पानी पी लेते हैं. हलकी-फुलकी बीमारी हो तो वहीं आसपास लगी जड़ी बूटियों से इलाज कर लेते हैं. कहीं जाना हो तो मीलों पैदल चल जाते हैं. बताया जाता है कि यहां को लोगों को दवाईयों के बारे में ज्यादा जानकारी तक नहीं है, क्योंकि इन्हें जरूरत ही नहीं पड़ती है.
शून्य से कम तापमान में ठंडे पानी में नहाना
डॉ. रॉबर्ट मैक्कैरिसन ने ‘पब्लिकेशन स्टडीज इन डेफिशिएन्सी डिजीज’ और इसके बाद ‘जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन’ में इस जनजाति पर एक लेख प्रकाशित हुआ. इसमें कहा गया कि यहां के लोग शून्य से भी कम तापमान में ठंडे पानी में नहाते हैं. इनकी जीवनशैली में कम खाना और ज्यादा टहलना है. सुबह जल्दी उठते हैं और मीलों चलते हैं. बताया गया कि इनकी जीवनशैली ही खूबसूरती, लंबी उम्र और अच्छी सेहत का राज है.
सिकंदर के वंशज
कहा जाता है कि हुंजा जनजाति के लोग सिंकदर को अपना वंशज मानते हैं. दूसरी अच्छी चीज है यहां की आबोहवा जो कि अंदरूनी और बाहरी तंदरूस्ती को तरोताजा किया रहता है. यहां न तो गाड़ियों का धुआं है न प्रदूषित पानी. मरते दम तक बीमारियों से बचे रहते हैं.
यहां रहते हैं लोग
बता दें कि हुंजा जनजाति भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के गिलगिट-बाल्टिस्तान के पहाड़ों पर बसती है. अनुमान के मुताबिक, इनकी जनसंख्या 87 हजार के आसपास है.
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